गर्भावस्था के दौरान पेट में इन्फेक्शन (गैस्ट्रोएन्टराइटिस)

प्रेगनेंसी के दौरान स्टमक फ्लू (पेट में इन्फेक्शन)

गर्भावस्था के दौरान आपको बहुत सतर्क रहने की जरूरत होती है, क्योंकि इस दौरान न केवल आपको अपनी हेल्थ का ध्यान रखना होता है, बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चे का भी खयाल रखना होता है। हालांकि, कुछ इन्फेक्शन हैं जो गर्भावस्था के दौरान भी आप पर अटैक कर सकते हैं और ऐसा ही एक इन्फेक्शन है स्टमक फ्लू। यह इन्फेक्शन सिर्फ लापरवाही के कारण नहीं होता है, बल्कि गर्भावस्था के दौरान आपका इम्यून सिस्टम कमजोर होने की वजह से भी यह समस्या होती है। इसलिए, यदि गर्भावस्था के दौरान स्टमक फ्लू को लेकर चिंतित हैं, तो आपको यह लेख जरूर पढ़ना चाहिए। यहाँ आपको बताया गया है कि अगर आप गर्भावस्था के दौरान पेट में इन्फेक्शन से पीड़ित होती हैं तो इसमें आपको क्या करना चाहिए।

गर्भावस्था के दौरान पेट में इन्फेक्शन (गैस्ट्रोएन्टराइटिस) होने का क्या कारण है?

गर्भावस्था में स्टमक फ्लू या पेट में इन्फेक्शन होना एक आम बात है, जिसे ‘गैस्ट्रोएन्टराइटिस’ के रूप में भी जाना जाता है। स्टमक फ्लू इंटेसटिनल लाइनिंग में होने वाला एक इन्फेक्शन है और यह आमतौर पर विभिन्न प्रकार के वायरस के कारण होता है। ये वायरस भोजन से ट्रांसफर हो जाते हैं, जिसे अनहेल्दी तरीके से तैयार किया जाता है या ठीक से पकाया नहीं जाता है।

गर्भावस्था के दौरान पेट में इन्फेक्शन होने के लक्षण क्या हैं 

आपको ठीक से पता होना चाहिए कि आप स्टमक फ्लू से पीड़ित ही हैं या किसी पेट संबंधी अन्य बीमारी से पीड़ित हैं, यहाँ आपको पेट में इन्फेक्शन के कुछ लक्षण बताए गए हैं, जो आपकी कंडीशन को पहचानने में आपकी मदद कर सकते हैं:

  • आपको गंभीर रूप से सिरदर्द का अनुभव हो सकता है।
  • आपको दस्त (पानीदार मल त्याग) हो सकता है।
  • आपको हल्का बुखार हो सकता है।
  • आपकी मांसपेशियों में दर्द और टेंडरनेस महसूस हो सकती है।
  • आपको ठंड लग सकती है।
  • आप थकान महसूस कर सकती हैं।
  • आपको डिहाइड्रेशन का अनुभव हो सकता है।

गर्भावस्था के दौरान पेट में इन्फेक्शन का निदान कैसे करें 

कभी-कभी, पेट में इन्फेक्शन का निदान करना मुश्किल हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पेट में इन्फेक्शन और मॉर्निंग सिकनेस के लक्षण काफी हद तक एक जैसे ही होते हैं। गर्भावस्था के शुरुआती महीनों के दौरान इसका पता लगा पाना ज्यादा मुश्किल होता है, क्योंकि इस समय पर आप मॉर्निंग सिकनेस और मतली की समस्या से भी जूझ रही होती हैं। हालांकि, अगर मॉर्निंग सिकनेस के साथ, आपको बुखार, क्रैम्प, दस्त, या भूख कम लगने जैसी शिकायत होती है, तो आप स्टमक फ्लू से पीड़ित हो सकती हैं।गर्भावस्था के दौरान पेट में इन्फेक्शन का निदान कैसे करें 

मॉर्निंग सिकनेस जैसे लक्षण होने के अलावा, कभी-कभी स्टमक फ्लू को फूड पॉइजनिंग की समस्या भी समझ लिया जाता है। इसलिए, आपको मेडिकल एडवाइस लेनी चाहिए और आप स्टमक फ्लू से पीड़ित हैं या नहीं इसके लिए आपको जाँच कराना चाहिए।

गर्भावस्था के दौरान पेट में इन्फेक्शन से कैसे निपटें

जैसे ही आप पेट में इन्फेक्शन के किसी भी लक्षण को नोटिस करती हैं, आपको इसे कंट्रोल करने के लिए नीचे बताई गई बातों पर अमल करें:`

1. सही भोजन करें 

आपका शरीर इन्फेक्शन से जूझ रहा होता है और इसे एनर्जी की आवश्यकता होती है, लेकिन आपको खाने की इच्छा नहीं हो रही होती है। लेकिन आपको पौष्टिक भोजन का सेवन करना बहुत जरूरी है ताकि आपका शरीर इन्फेक्शन से लड़ सके। एक लाइट मील लें और मसालेदार व भारी खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें।

2. पर्याप्त मात्रा पानी पिएं

जब आपका शरीर किसी इन्फेक्शन से लड़ रहा होता है तो पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से आपको इन्फेक्शन से लड़ने में मदद मिलती है। आप एक बार में ज्यादा पानी नहीं पी सकती हैं, इसलिए कोशिश करें कि थोड़ी थोड़ी देर पर आप पानी पीती रहें। आप चाहें तो आइस चिप्स का भी सेवन कर सकती हैं। पानी न केवल इन्फेक्शन  को दूर करने में मदद करेगा, बल्कि यह आपको डिहाइड्रेशन से भी बचाएगा। आप अपने शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए दूसरे तरल पदार्थों का भी सेवन कर सकती हैं।

3. पर्याप्त आराम करें

आपका शरीर आपके बच्चे का सपोर्ट देने के लिए पहले से ही कड़ी मेहनत कर रहा होता है और इस दौरान होने वाला कोई भी इन्फेक्शन आपके शरीर और भी काम ले सकता है। इससे आपको थकावट महसूस हो सकती है। इसलिए, आपका अच्छी तरह से आराम करना बहुत जरूरी है। आपके ठीक तरह से आराम करने से शरीर को इन्फेक्शन से लड़ने के लिए एनर्जी मिल सकेगी।

पर्याप्त आराम करें

4. प्रोबायोटिक्स लें

पेट में इन्फेक्शन आपके पाचन तंत्र में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को मार सकता है। इसलिए, अपने अच्छे बैक्टीरिया को बचाए रखने के लिए, आपको उन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए, जिनमें अच्छे बैक्टीरिया या प्रोबायोटिक्स होते हैं और दही व केफिर इसके लिए अच्छे ऑप्शन हो सकते हैं।

5. पुदीने का सेवन करें

स्टमक की फ्लू से निपटने के लिए पुदीने का सेवन एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। पुदीने में कुछ ऐसे गुण होते हैं जो इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम की समस्या को कम करने में मदद करती है। आप अपनी चाय में पुदीने की कुछ पत्तियां डाल सकती हैं या स्टमक फ्लू के लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए नींबू पानी के साथ इसे मिलाकर इसका सेवन कर सकती हैं।

6. अदरक खाएं

यदि गर्भवती हैं और स्टमक के फ्लू से छुटकारा पाना चाहती हैं, तो आपके बेहतरीन उपचार है अदरक, क्योंकि यह  स्टमक फ्लू लक्षणों को बेहतरीन रूप से नियंत्रित करता है। अदरक पाचन के लिए बहुत अच्छा माना जाता है और यह पेट के लिए बहुत हल्का होता है। आप अदरक के एक टुकड़े को लेकर चबा सकती हैं, अदरक की चाय बना सकती हैं या गर्भावस्था के दौरान स्टमक फ्लू को ठीक करने के लिए अदरक का सेवन कर सकती हैं।

7. इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक लें

आप अपने शरीर से खोए हुए आयनिक सोल्युशन को फिर से प्राप्त करने के लिए इलेक्ट्रोलाइट ले सकती हैं। स्टमक फ्लू के कारण आपके पेट में मरोड़, उल्टी और दस्त जैसी समस्या हो सकती है, जिससे आपके शरीर से आयनिक सोल्युशन बाहर निकाल जाता है। अपनी खोई हुई एनर्जी को वापस पाने के लिए आप होममेड इलेक्ट्रोलाइट घोल या ओआरएस घोल पी सकती हैं।

8. ऐसे खाद्य और पेय पदार्थों से बचें जो आपकी स्थिति को बढ़ा सकता है

इस दौरान न केवल सही भोजन का सेवन करना जरूरी है, लेकिन उससे भी ज्यादा इस बात का खयाल रखना जरूरी है कि आपको स्टमक फ्लू से पीड़ित होने पर क्या नहीं खाना चाहिए। आपको भारी, वसायुक्त और मसालेदार भोजन खाने से बचना चाहिए। इसके अलावा, कैफीन युक्त और गैस युक्त पेय पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि ये आपके पेट के खतरनाक साबित हो सकता है।

क्या गर्भावस्था के दौरान पेट में इन्फेक्शन के लिए दवाएं लेना सुरक्षित है?

आपको अपने डॉक्टर द्वारा एंटासिड, एसिटामिनोफेन या टाइलेनॉल या गैस रिलीवर दवाएं प्रेस्क्राइब की जा सकती हैं। हालांकि, इन ओवर-द-काउंटर दवाओं को डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बगैर किए जाने की सलाह नहीं दी जाती है, क्योंकि यह गर्भावस्था के दौरान आपको या आपके बच्चे को नुकसान पहुँचा सकती है। हालांकि गर्भावस्था के दौरान इन दवाओं को लेना सुरक्षित माना जाता है, लेकिन इससे बच्चे के लिए कॉम्प्लिक्केशन पैदा हो सकते हैं, इसलिए डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन बहुत जरूरी है।

क्या पेट में कीड़े को होने से रोका जा सकता है?

बचाव हमेशा इलाज से बेहतर होता है। इसलिए, किसी बीमारी से बचने के लिए आपका सावधानी बरतना अहम होता है। अगर पेट में कीड़े न होने से बचने के तरीके ढूंढ रही हैं, तो यहाँ आपको कुछ मदद मिल सकती है कि कैसे आप गर्भावस्था के दौरान पेट में कीड़े से बचाव कर सकती हैं:

  • एक बैलेंस डाइट का सेवन करें, पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और थोड़ी बहुत एक्सरसाइज करें। जब आप हेल्दी रहेंगी तो आपको इन्फेक्शन नहीं होगा।
  • लंबे समय तक फ्रिज में रखे हुए ठंडे और बासी भोजन का सेवन करने से बचें। कोशिश करें कि हमेशा ताजा खाना खाएं।
  • स्ट्रीट फूड और अनहेल्दी जगहों पर कोई भी चीज न खाएं। फूड सेफ्टी के बेसिक नियमों को ध्यान में रखें।
  • पहले से ही किसी पेट में इन्फेक्शन से पीड़ित व्यक्ति से आपको यह इन्फेक्शन हो सकता है। इस प्रकार, आप उन लोगों से दूर रहें जिन्हें यह इन्फेक्शन है।
  • स्नान करने और अपने हाथों को पोंछने के लिए एक अलग तौलिया रखें।
  • जब आपकी तबियत ठीक न हो, तो खाना बनाने से बचें। अगर आपकी मजबूरी है तो हाइजीन का खयाल रखते हुए खाना बनाएं और अपने हाथों को अच्छी तरह से धोएं।
  • अपने पालतू जानवरों को छूने या गार्डनिंग के बाद अपने हाथों को अच्छे से साफ करें।
  • सार्वजनिक स्थानों पर वॉशरूम का उपयोग करने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ करें।
  • किसी भी ऐसे भोजन से बचें जो खराब गंध आ रही हो।क्या पेट में कीड़े को होने से रोका जा सकता है?

क्या पेट में इन्फेक्शन फीटस को प्रभावित करता है?

पेट में इन्फेक्शन एक वायरल इन्फेक्शन है और यह फीटस को नुकसान नहीं पहुँचाएगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस तरह के वायरल इन्फेक्शन से आपके बच्चे की रक्षा करने में आपके शरीर का डिफेंस मैकेनिज्म बहुत मजबूत होता है। इसलिए, यह बहुत महत्वपूर्ण है कि आप प्रेगनेंसी के दौरान हेल्दी और फिट रहे, क्योंकि अगर आपको इन्फेक्शन हो भी गया तो आपका शरीर इससे लड़ने में सक्षम होगा और आपका बच्चा भी सुरक्षित रहेगा। हालांकि, यदि आपका शरीर मजबूत नहीं है या आप किसी अन्य बीमारी से पीड़ित हैं, तो गर्भावस्था के दौरान पेट में इन्फेक्शन या गैस्ट्रोएंटेराइटिस आपके लिए चिंता का कारण बन सकता है।

डॉक्टर से कब परामर्श करें

गर्भावस्था के दौरान स्टमक बग के ज्यादातर मामले कुछ दिनों में कम हो जाते हैं। लेकिन अगर नीचे बताए गए लक्षणों में से कोई लक्षण आपको नजर आते हैं हैं तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए:

  • अगर आप बहुत थकावट महसूस कर रही  हैं।
  • अगर आपको खाने का मन नहीं कर रहा है या भूख कम लग रही है।
  • अगर आपको बुखार है जो 101 डिग्री या उससे अधिक है।
  • यदि आप नोटिस करती हैं कि आपके पेशाब का रंग हल्के पीले से गहरा पीला हो गया है, तो आपका मुँह सूखा पड़ने लगता है और आप डिहाइड्रेशन जैसे अन्य लक्षणों का अनुभव करती हैं।मुँह सूखा पड़ने लगता है
  • यदि आपको खाते समय मल त्याग हो जाता है या आपका पेट लंबे समय तक भोजन नहीं कर पा रहा है।
  • यदि आप 2 दिनों से ज्यादा समय के लिए बीमार रहती हैं।

यदि आप गर्भावस्था के शुरुआत में या आखिरी के चरण में पेट में इन्फेक्शन के बताए गए लक्षणों में से किसी का भी अनुभव करती हैं, तो आपको जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। चूंकि किसी भी तरह की देरी से आपकी कंडीशन को और भी ज्यादा खराब कर सकता, इससे आपके लिए और भी ज्यादा कॉम्प्लिकेशन पैदा हो सकते हैं, अपना और बच्चे का खयाल रखते हुए इसका समय पर इलाज कराएं।

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