गर्भावस्था

गर्भावस्था के दौरान सेक्स करने के 10 फायदे

गर्भावस्था के दौरान सेक्स करना एक महिला और पुरुष के लिए बहुत कॉम्प्लिकेटेड स्थिति होती है क्योंकि इस समय उनके दिमाग में बहुत सारी बातें चलती हैं। गर्भावस्था में बहुत सारे शारीरिक बदलाव होते हैं जिसमें से एक सेक्स करने की इच्छा होना भी है। महिलाओं को पहली तिमाही से लेकर तीसरी तिमाही तक सेक्स करने की इच्छा में कई उतार चढ़ाव होते हैं। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं की मुख्य चिंता यही होती है कि गर्भावस्था के दौरान सेक्स करने से बच्चे को कोई हानि न हो। 

गर्भावस्था के दौरान सेक्स करने में कुछ भी गलत नहीं है और इससे बच्चे के स्वास्थ्य को भी हानि नहीं होती है। गर्भावस्था में होने वाले बदलाव के अनुकूल ही अपने साथी के साथ सेक्स करने से आपको कई फायदे हो सकते हैं और इसकी अवस्थाओं से भी बच्चे को कोई भी नुकसान नहीं होता है। गर्भावस्था में सेक्स करना पूरी तरह से सुरक्षित है और इससे आपको कई फायदे हो सकते हैं। 

गर्भावस्था के दौरान सेक्स करने के फायदे

गर्भवती होने के बाद अक्सर महिलाएं संभोग करने के लिए मानसिक व शारीरिक रूप से तैयार नहीं होती हैं और यह बहुत आम बात है। आपको सेक्स के प्रति दोबारा इच्छुक होने में समय लग सकता है इसलिए इच्छाओं के अनुकूल ही गर्भावस्था के दौरान भी आप अपने साथी के साथ सेक्स कर सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान सेक्स करने से महिलाओं को अपने शरीर के लिए अच्छा महसूस होता है और इससे कपल के बीच का संबंध भी गहरा बनता है। गर्भावस्था में सेक्स या लव मेकिंग से यह सुनिश्चित होता है कि आपका अपने साथी के साथ संबंध बहुत मजबूत है और आप दोनों अपने जीवन में आने वाले बदलावों का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। 

गर्भावस्था में सेक्स करने से कई शारीरिक और भावनात्मक फायदे भी हो सकते हैं। इससे चिंताएं कम होती हैं और रात में नींद अच्छी आती है। यह डिलीवरी को भी सरल बनाता है और इस दौरान स्पर्म की मदद से गर्भवती महिला में दर्द की समस्या कम हो सकती है। गर्भावस्था के दौरान सेक्स करने से और क्या फायदे हो सकते हैं, आइए जानते हैं; 

1. शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है

गर्भावस्था के दौरान बच्चे और माँ की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए खून की आपूर्ति दोगुनी हो जाती है पर ब्लड सर्कुलेशन कम होने से यह प्रक्रिया रुक जाती है। गर्भावधि में सेक्स करने से ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ने में मदद मिलती है। सेक्स की मदद से हॉर्मोन्स रिलीज होने के साथ-साथ बच्चे तक ऑक्सीजन और न्यूट्रिशन पहुँचने में मदद मिलती है जिससे उसकी वृद्धि और विकास होता है।

2. संतुष्टि और बेहतर ऑर्गेज्म प्रदान करता है

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में दो प्रकार के हॉर्मोन्स रिलीज होते हैं – एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्ट्रोन। यह हॉर्मोन्स महिलाओं में ऑर्गेज्म को बढ़ाते हैं। एस्ट्रोजेन के बढ़ने से पेल्विक क्षेत्र में खून का बहाव बढ़ता है जिससे महिलाएं उत्तेजित होती हैं। महिलाओं के शरीर में सेंस्टिविटी बढ़ने से ऑर्गेज्म बढ़ता है। गर्भावस्था के दौरान सेक्स करने का एक यह भी फायदा है।

3. इससे पेल्विक के निचले हिस्से की मांसपेशियां मजबूत होती हैं

गर्भावस्था के दौरान विशेषकर तीसरी तिमाही में सेक्स करने का एक सबसे बेहतरीन फायदा यह है कि इससे पेल्विक के निचले हिस्से की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। गर्भावस्था में नियमित सेक्स करने से यह मांसपेशियां एक्टिव और मजबूत रहती हैं जिससे नॉर्मल डिलीवरी की प्रक्रिया सरल होती है। 

4. यह इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करता है

गर्भावस्था में अक्सर महिलाओं की इम्युनिटी कम रहती है। इस दौरान सेक्स करने से भी इम्युनिटी मजबूत होने में मदद मिलती है और साथ ही गर्भवती महिला को किसी भी प्रकार की बीमारी न हो इसे सुनिश्चित करने के लिए डॉक्टर हेल्दी लाइफस्टाइल और बैलेंस डाइट की सलाह देते हैं। 

रिसर्चर्स के अनुसार सेक्शुअल एक्टिविटी करने से आई.जी.ए. एंटीबॉडीज का स्तर बढ़ता है जिससे इम्युनिटी मजबूत होती है और साथ ही गर्भावस्था के दौरान सर्दी खांसी नहीं होती है। हालांकि इस विषय पर अब भी तर्क-वितर्क होते रहते हैं। 

5. यह कपल के संबंध को मजबूत बनाता है

गर्भावस्था के दौरान सेक्स करने से एंडोर्फिन्स रिलीज होते हैं जिससे चिंताएं कम होती हैं और यह बच्चे व माँ के लिए एक हेल्दी वातावरण बनाता है। इसके अलावा सेक्स करने से शरीर में ऑक्सीटोसिन की भी वृद्धि होती है, यह हॉर्मोन लगाव और प्यार को प्रेरित करता है। इससे कपल के बीच संबंध बेहतर रहता है और घनिष्ठता बनी रहती है।  यदि आप अपने साथी के साथ नियमित सेक्स करती हैं तो इससे गर्भावस्था के समय में आपका संबंध मजबूत रहता है और इससे प्रेगनेंसी व डिलीवरी के समय पर कॉम्प्लिकेशन कम होती हैं। 

6. इससे ब्लड प्रेशर सामान्य रहता है

हॉर्मोन्स के कारण ऑर्गेज्म रिलीज होने पर पूरा शरीर आरामदायक स्थिति में होता है जिससे ब्लड प्रेशर कम हो जाता है। हालांकि इससे प्रीक्लेम्पसिया होने की संभावना कम नहीं होती है और यदि आपको प्रीक्लेम्पसिया की समस्या है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 

7. सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ाने में मदद करता है

गर्भावस्था के दौरान सेक्शुअल संबंध बनाने से एक महिला में सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ता है। गर्भावस्था में शरीर के बदलाव बहुत ज्यादा हो जाते हैं – इससे आप खुद में ही थोड़ी बड़ी और कम आकर्षक महसूस कर सकती हैं। इस समय यह महसूस करना आम है कि आपका शरीर आपका नहीं है। सेक्स की मदद से आप में आत्म-विश्वास बढ़ता है और आप अपने लिए पॉजिटिव महसूस करती हैं। इससे फर्क पड़ता है कि आप खुद के बारे में क्या सोचती हैं और अन्य लोग क्या सोचते हैं। 

8. इससे पेशाब कम लगती है और ब्लैडर नियंत्रित रहता है

गर्भावस्था के दौरान छींक आने या हँसने से भी आपको बार-बार टॉयलेट जाना पड़ सकता है या आपको बार-बार पेशाब लग सकती है। सेक्स से मांसपेशियां सिकुड़ती हैं और मजबूत होती हैं जिससे पेशाब का बहाव नियमित हो सकता है। 

9. डिलीवरी के बाद रिकवरी भी जल्दी होती है

गर्भावस्था में सेक्स के दौरान ऑर्गेज्म आने से पेल्विक की मांसपेशियों को जन्म के लिए तैयार होने में मदद मिलती है और इससे डिलीवरी के बाद रिकवरी जल्दी होती है। यदि पेल्विक की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए आप कीगल एक्सरसाइज नहीं कर पा रही हैं तो इन्हें प्रेरित करने के लिए सेक्स करें। 

10. यह लेबर को प्रेरित करने में मदद करता है और इससे डिलीवरी में भी आसानी होती है

गर्भावस्था के दौरान नियमित सेक्स करने से पेल्विक की मांसपेशियों को सिकुड़ने और गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स) को खुलने में मदद मिलती है। यह नॉर्मल डिलीवरी में मदद करता है क्योंकि इसमें लेबर की प्रक्रिया सरल हो जाती है और बच्चे को निकालने के लिए बाहरी मदद की आवश्यकता नहीं होती है। कई डॉक्टर नियमित तारीख के आस-पास आपको सेक्स करने की सलाह दे सकते हैं। 

गर्भावस्था के दौरान सेक्स कब नहीं करना चाहिए

यद्यपि सेक्स करने से एक गर्भवती महिला और उसके साथी के लिए बहुत सारे फायदे होते हैं पर कुछ ऐसी समस्याएं भी हो सकती हैं जिनमें सेक्स न करना ही बेहतर होगा। गर्भावस्था के दौरान यदि आपको निम्नलिखित समस्याएं होती हैं तो आप सेक्स बिलकुल भी न करें;

  • यदि आपकी गर्भावस्था में मिसकैरेज की संभावनाएं हैं या पहले भी आपका मिसकैरेज हो चुका है।
  • यदि आपकी एमनियोटिक थैली का मेम्ब्रेन टूटा हुआ है।
  • यदि प्री-टर्म लेबर की संभावना है।
  • यदि आपको क्रैम्पिंग और ब्लीडिंग हो रही है पर इसका कारण आप नहीं जानती हैं।
  • यदि आपका सर्विक्स या गर्भाशय ग्रीवा जल्दी ही फैल गई है।
  • यदि आपके गर्भ में दो या दो से ज्यादा बच्चे हैं।
  • यदि आपके गर्भाशय में प्लेसेंटा बहुत नीचे है।
  • यदि आपकी सर्विक्स बहुत छोटी या सक्षम नहीं है।

संसाधन और संदर्भ:

स्रोत १
स्रोत २

यह भी पढ़ें:

प्रेगनेंसी के दौरान मास्टरबेशन
प्रेगनेंसी के दौरान स्वस्थ रहने के लिए 10 खास टिप्स

सुरक्षा कटियार

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