गर्भावस्था

गर्भावस्था के दौरान 10 हेल्दी और रिफ्रेशिंग ड्रिंक्स

गर्भावस्था का सफर बहुत ही कठिनाइयों भरा सफर होता है, जैसे किसी रोलर कोस्टर राइड की तरह। पूरे नौ महीनों के दौरान, माँ सिर्फ अपने बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में सोचती है और उसी के अनुसार अपने खानपान का ध्यान रखती है। गर्भवती महिलाओं को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करने के लिए बहुत सारे हेल्थ ड्रिंक्स की मार्केटिंग की जाती है। हालांकि, कई नेचुरल पेय पदार्थ ऐसे होते है जो बच्चे और माँ, दोनों के लिए बाजार में मिलने वाले ड्रिंक्स से ज्यादा फायदेमंद होते है।

अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो आपको अपनी सेहत का बहुत ध्यान रखना होगा। इस लेख में, बाजार में मौजूद एनर्जी हेल्थ ड्रिंक्स के अलावा दस ऐसे नेचुरल ड्रिंक्स के बारे में जानिए जो प्रेगनेंसी के दौरान बच्चे की अच्छे सेहत के लिए पीए जा सकते हैं।

गर्भवती महिलाओं के लिए हेल्दी ड्रिंक्स

कम समय में ताकत पाने के लिए स्वस्थ तरल पदार्थ बहुत काम आते है, खासकर गर्मियों में। हालांकि गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत सारे नेचुरल हेल्थ ड्रिंक्स होते है, मगर ये उनमें से कुछ बेहद फायदेमंद ड्रिंक्स है:

1. नारियल पानी

नारियल पानी अब तक का सबसे पौष्टिक, ताजा और नेचुरल ड्रिंक है जिसे बिना किसी तामझाम के सीधा पिया जा सकता है। अपनी बेहतरीन मिठास और नमकीन के परफेक्ट संतुलन की वजह से यह ड्रिंक सभी को पसंद आता है। जरूरी मिनरल साल्ट जैसे सोडियम, पोटैशियम और कैल्शियम इसमें मौजूद होते हैं, जो बच्चे के स्वस्थ विकास में मदद करते हैं। इसके अलावा, इसमें विटामिन बी और सी भी होता है। गर्भावस्था के दौरान जब महिलाओं को सीने में जलन, एसिडिटी और कब्ज की परेशानी होती है, तो यह इन सभी समस्याओं के लिए रामबाण का काम करता है।

2. फलों का ताजा जूस

फलों से बने ताजे जूस में वे सारी खूबियां होती हैं जो गर्भवती महिलाओं को जरूरी फाइबर प्रदान करती हैं। गर्भावस्था के दौरान, महिलाओं को सभी मौसमी फलों के जूस का सेवन करना चाहिए, ये स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक होता है। फलों में ढेर सारे विटामिन और मिनरल्स मौजूद होते हैं, जो बच्चे के विकास के लिए आवश्यक है।

3. सूप

गर्भावस्था के समय महिलाओं को अपने और अपने बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के लिए सब्जियों और फलों का सेवन करना चाहिए। इसके लाभ को बढ़ाने के लिए, सब्जियों के कॉम्बिनेशन से बने सूप को नियमित रूप से पिया जा सकता हैं। सूप सभी सब्जियों की न्यूट्रीशनल वैल्यू को कायम रखता है और उन महिलाओं के लिए अच्छे ऐपेटाइजर के रूप में भी काम करता है जो गर्भावस्था के दौरान खाना नहीं खाना चाहती है। ब्रोकोली, गाजर, पत्ता गोभी, प्याज, टमाटर आदि से बने सूप प्रोटीन और फाइबर प्रदान करते हैं और साथ में स्वादिष्ट भी होते है।

4. छाछ

छाछ या मट्ठा जिसे लस्सी भी कहा जाता है, ये ड्रिंक गर्मी से राहत पाने का एक बेहतरीन तरीका है। गर्मियों में तरल पदार्थ और नमक की कमी को सही करने के लिए नमक, चीनी या मसाला मिलाकर इसका अलग अलग प्रकार से सेवन इसका किया जा सकता है। यह पाचन तंत्र को शांत करता है, सीने में जलन की परेशानी को कम करता है और साथ ही आंत में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाने में भी मदद करता है।

5. दूध

गर्भावस्था के समय महिलाओं के लिए दूध कैल्शियम के प्राथमिक स्रोतों में से एक है। दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स को खाने-पीने से बच्चों को उनकी हड्डी और दाँतों के विकास के लिए पर्याप्त कैल्शियम मिलता है। कई महिलाओं को गर्भावस्था के समय दूध का स्वाद और गंध अच्छा नहीं लगता है। इस समस्या से बचने के लिए इनमें फ्रूट फ्लेवर या हेल्थ ड्रिंक पाउडर मिलाया जा सकता है।

6. स्मूदी

गर्भावस्था के समय नाश्ते की जगह ताजे फल या सब्जियों से बनी स्मूदी का सेवन भी किया जा सकता है। बहुत सी महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस की वजह से नाश्ता करने में परेशानी होती है। इस समस्या के समाधान के रूप में, सीजनल फलों और सब्जियों के साथ स्मूदी तैयार की जा सकती है। यह न केवल पेट भरने में मदद करती है बल्कि दिन की एक हेल्दी शुरुआत भी करती है।

7. हर्बल टी

हर्ब्स से बनी चाय तनाव को दूर करने वाली एक बेहतरीन ड्रिंक है, जिसका शरीर पर बहुत ही शांत और आरामदेह प्रभाव पड़ता है। बाजार में अलग अलग प्रकार की हर्ब जैसे पुदीना, तुलसी, अदरक, लेमनग्रास, कैमोमाइल, आदि उपलब्ध हैं। हर एक हर्ब का शरीर पर एक अलग प्रभाव पड़ता है, आप अपनी पसंद की हर्ब चुन सकती हैं और अच्छे स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए प्रतिदिन इसका एक कप पी सकती हैं।

8. नींबू पानी

नींबू पानी एक ताजगी देने वाला पेय है जिसका सेवन सुबह-सुबह एक चम्मच शहद के साथ किया जा सकता है। नींबू एक खट्टा फल है जिसमे सिट्रिक एसिड होता है जो इसे विटामिन सी का पावर हाउस बनाता है। यह पाचन में मदद करता है। यह मतली, मॉर्निंग सिकनेस और गर्भावस्था से जुड़ी सूजन से राहत दिलाने में मदद करता है। यह तुरंत शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। इसे चीनी और एक चुटकी नमक डालकर भी पीया जा सकता है जिससे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट को बैलेंस करने में मदद मिलती है।

9. ताजी सब्जियों का जूस

फलों के जूस की तरह, सब्जियों से भी फलों के जूस के साथ या अलग से जूस बनाया जा सकता है। इसे गाढ़ा या पतला किया जा सकता है और आपकी पसंद के अनुसार इसे मीठा भी किया जा सकता है। वे फाइबर, विटामिन, प्रोटीन और मिनरल का एक बड़ा स्रोत है। सब्जियों का जूस बनाने के लिए गाजर, चुकंदर, खीरा और पालक जैसी सब्जियों का प्रयोग किया जा सकता है। सब्जियों का रस पूरे दिन में खाए जाने वाले सब्जियों का एक बार में ही फायदा दिला देता है तो यह उन महिलाओं के लिए लाभदायक है जिन्हे सब्जी खाना पसंद नहीं होता है।

10. पानी

दिन भर में ढेर सारा पानी पीने से गर्भवती महिला को अनगिनत  फायदे होते हैं। यह न केवल शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है, बल्कि हार्मोनल बैलेंस भी बनाए रखता है। इसके साथ-साथ यह मूड स्विंग को संतुलित और शरीर से सभी तरह के टॉक्सिन को दूर करने में मदद करता है। अगर आप सादा पानी नहीं पी पा रही हैं, तो आप उसे नींबू, ताजे पुदीने के पत्तों या खीरे के स्लाइस आदि डालकर भी पी सकती हैं।

गर्भावस्था में इन पेय पदार्थों का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद होता है। ऐसे वक्त में महिलाओं को अल्कोहल, तीव्र कैफीन वाले पेय, एरेटेड ड्रिंक्स, फलों के प्रिजर्व्ड जूस और एनर्जी ड्रिंक्स नहीं पीने चाहिए। ये न केवल माँ बल्कि प्लेसेंटा के जरिए बच्चे तक भी पहुंचते है और उसे नुकसान पहुंचाते हैं। अगर आपको ऐसे चीजों की आदत है, तो धीरे धीरे उन्हें कम करें और उनकी जगह नेचुरल हेल्दी ड्रिंक्स का सेवन करें।

जो भी खाना आप खाती, या पीती हैं, वह प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से बच्चे के विकास पर असर करता है। बच्चे को किसी भी प्रकार के बुरे प्रभाव से बचाने के लिए, माँ को अपने खाने पीने पर ध्यान देना चाहिए और सभी प्रकार की नुकसानदेह चीजों से परहेज करना चाहिए। ऊपर लिखे हुए दस ड्रिंक्स का  सेवन करने से न केवल भूख मिटेगी, बल्कि माँ और उसके बच्चे, दोनो को भरपूर पोषण भी प्राप्त होगा।

यह भी पढ़ें:

गर्भावस्था के दौरान वाइन पीना – सुरक्षा, फायदे और जोखिम
गर्भावस्था के दौरान कोल्ड ड्रिंक पीना- क्या यह हानिकारक है?
गर्भावस्था के दौरान आपको कौन सी ड्रिंक्स (पेय पदार्थ) से बचना चाहिए

समर नक़वी

Recent Posts

अ अक्षर से शुरू होने वाले शब्द | A Akshar Se Shuru Hone Wale Shabd

हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…

2 days ago

6 का पहाड़ा – 6 Ka Table In Hindi

बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…

2 days ago

गर्भावस्था में मिर्गी के दौरे – Pregnancy Mein Mirgi Ke Daure

गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…

2 days ago

9 का पहाड़ा – 9 Ka Table In Hindi

गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…

4 days ago

2 से 10 का पहाड़ा – 2-10 Ka Table In Hindi

गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…

4 days ago

10 का पहाड़ा – 10 Ka Table In Hindi

10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…

4 days ago