प्रसवपूर्व देखभाल

गर्भावस्था के दौरान गर्भ में अपने बच्चे को क्या और कैसे सिखाएं

आपका गर्भ आपके बच्चे के लिए एक सेंसरी प्ले फील्ड होता है। गर्भ में बढ़ता बच्चा इस बात का सबूत है कि आपके अंदर रह कर बच्चा बहुत कुछ सीखता है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि खाने और म्यूजिक को  लेकर आपके बच्चे की अपनी प्रेफरेंस होती है जो गर्भ से ही शुरू हो जाती हैं। उसे क्या पसंद आता है और क्या नहीं, इस बात का संकेत बच्चा आपको गर्भ में देने लगता है।

अपने बच्चे को गर्भ में सिखाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप उसके साथ बातचीत करें। जब भी आपका बच्चा किक मारता है, तो उसे किक मारने के लिए प्रोत्साहित करते हुए अपने पेट पर किसी भी जगह को पॉइंट करें और बच्चे से कहें कि वो यहाँ किक मारे, इस प्रकार आप उसे प्रतिक्रिया देना सिखाएं। बच्चे को गर्भ में कहानियां पढ़ कर सुनाना या उससे बातें करना उसे आसान तरीके से चीजों के सीखने का अनुभव कराता है।

क्या बच्चा गर्भ में सीख सकता है?

हाँ, आपके बच्चे की लर्निंग गर्भ के अंदर से शुरू हो जाती है। आप जिस भी सेंसेशन से गुजरती हैं या यहाँ तक कि आपके पेट पर पड़ने वाली हलकी सी लाइट का आभास भी होना आपके बच्चे को इंटरेक्शन के लिए उत्तेजित करता है। आपके द्वारा खाए गए भोजन से लेकर आपके द्वारा अनुभव की जाने वाली भावनाओं तक, आपके द्वारा पहुँचने वाला हर एक अनुभव आपके बच्चे के साथ साझा होता है, जब वह आपके गर्भ के अंदर होता है।

आपका बच्चा गर्भ में क्या बातें सीख सकता है?

यह देखा गया है कि बच्चे को साउंड और टेस्ट याद रह जाता है, जो उसने गर्भ में सुना और अनुभव किया होता हैं। अगर आप अपनी प्रेगनेंसी के दौरान किसी विशेष संगीत को सुनती रही होंगी, तो बच्चे के जन्म के बाद उस  आवाज को पहचानने की काफी संभावना होती है। जानी पहचानी आवाज को सुनकर बच्चा रिलैक्स महसूस करता है। साउंड के अलावा, आपका बच्चा स्वाद का भी आदी हो जाएगा और उसे पसंद-नापसंद करना सीख जाएगा। यदि आप प्रेगनेंसी के दौरान किसी विशेष भोजन का सेवन करती हैं, तो आपका बच्चा भी इसके टेस्ट को विकसित करेगा और जन्म के बाद भी उस टेस्ट को पसंद करेगा।

आपका बच्चा कैसे सीखता है?

आपका बच्चा गर्भ के अंदर विभिन्न तरीकों से सीखता है। जिनमें से आपको कुछ नीचे बताए गए हैं:

  • म्यूजिक बजने से – अगर आप म्यूजिक बजा रही हैं, तो हल्का म्यूजिक बजाएं न कि तेज म्यूजिक, क्योंकि एक्सट्रीम सॉन्ग या जॉनर आपके बच्चे पर स्ट्रेस डाल सकता है। इसलिए जो भी म्यूजिक लगाएं उसका वॉल्यूम कम ही रखें। शिशुओं में मस्तिष्क के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए मोजार्ट और क्लासिकल म्यूजिक अच्छा माना जाता है, वैसे देखा जाए तो कोई भी प्रीनेटल म्यूजिक ट्रैक यही काम करता है।
  • बातचीत करना और भावनाएं – आपका बच्चा गर्भ में सबसे पहले आपकी आवाज को पहचानता है, सबसे अहम बात यह कि बच्चा सबसे ज्यादा समय आपके साथ ही बिताता है। आपके द्वारा बोला जाने वाला प्रत्येक शब्द आपके पेट के मार्ग से होकर गुजरता है और आपके एमनियोटिक फ्लूइड के माध्यम से पुन: उत्पन्न होता है, इस प्रकार आपकी आवाज बच्चे तक पहुँचती है। यह बच्चे को सुकून देता है की वो सुरक्षित है, इसलिए आपका अच्छी बातें करना और मधुर वाणी में बोलना जरूरी होता है, ताकि वह मेमोरी में आपकी वही आवाज याद रहे। यहाँ तक ​​कि आपके द्वारा महसूस की जाने वाली भावनाएं भी आपका बच्चा महसूस करता है। जब आप रोती हैं, हंसती हैं या खुशी महसूस करती हैं, तो आपका बच्चा भी उन भावनाओं से परिचित होता है। वो इन इमोशन का रिएक्शन अपने जन्म के समय भी देता है।
  • टेस्ट और स्मेल – बच्चा सिर्फ लाइट और साउंड को ही महसूस नहीं करता है बल्कि उसे टेस्ट और स्मेल का भी अहसास होता है। सातवें महीने तक आपके बच्चे के सेंसरी बड पूरी तरह से विकसित हो जाते हैं। उसकी सूंघने की क्षमता इस दौरान विकसित हो रही होती है। गर्भवती माँ जो भी चीज खाती है वो एमनियोटिक फ्लूइड के जरिए बच्चे तक पहुँच जाता है। यह उसे आपके द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों के स्वाद और महक का आदी बनाता है।

गर्भ में अपने बच्चे को सिखाने के लिए टिप्स

यहाँ आपके गर्भ में पल रहे शिशु के सीखने और सेंसरी डेवलपमेंट में तेजी लाने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं:

  • कहानी सुनने की आदत डालें – रिसर्च के अनुसार रोजाना बच्चे को कुछ पढ़कर सुनाने से उसे जन्म के बाद भी स्टोरी सुनना पसंद होता है, कहानी सुनने की आदत से उसके निप्पल चूसने की प्रक्रिया में भी तेजी आती है।
  • एक्सरसाइज – एक्सरसाइज करने से रिलीज होने वाले एंडोर्फिन हार्मोन से आपको अच्छा महसूस होता है, इसका प्रभाव 8 घंटे तक आपके गर्भ में रहता है। एक्टिव रहने से आपके शरीर में और गर्भ में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रूप से होता है, इस प्रकार आपके बच्चे के हिप्पोकैम्पस में न्यूरॉन सेल की वृद्धि होती है। यह लर्निंग और मेमोरी डेवलपमेंट को प्रभावित करता है और इसे 40% तक बढ़ाता है।
  • विटामिन डी – बाहर जाइए और कुछ धूप लीजिए! यह विटामिन डी प्राप्त करने का एक बेहतरीन तरीका है, इसके अलावा अपने आहार में विटामिन-डी युक्त खाद्य पदार्थों को न भूलें। ऑटिज्म और कमजोर हड्डियों का संबंध विटामिन डी की कमी से जुड़ा हुआ है। यदि आप चाहती हैं कि आपके बच्चे की हड्डियां मजबूत हो और दिल स्वस्थ हो, तो दिन में कम से कम 20 मिनट धूप में बैठें।
  • अपने बेबी बम्प की मालिश करना – लगभग 20 हफ्तों में, आपका बच्चा आपके द्वारा बेबी बम्प पर किए जाने वाले स्पर्श और प्यार की संवेदनाओं को महसूस कर सकेगा। अपने पेट पर हल्के से स्ट्रोक करने से आपके बच्चे के नर्वस सिस्टम को शांत होने का संकेत मिलता है। मजेदार तथ्य यह है कि बच्चा अपनी माँ और बाप के स्पर्श के बीच अंतर कर सकता है।
  • बच्चे से बात करना- चाहे कहानी सुनना हो या उससे बातें करना हो, बच्चा आपके हर शब्द को ध्यान से सुनता है और उस पर ध्यान देता है, खासकर 27वें सप्ताह से जब से उनके कान और मस्तिष्क के बीच कनेक्शन जुड़ जाता है। बच्चा गर्भ में भाषा और आप जिस लहजे में उनसे बात करती हैं उसका जवाब भी देते हैं, इसलिए यह समय अपने बच्चे से बात करने के लिए एक परफेक्ट टाइम है।
  • सही खाना खाएं – आपके बच्चे का टेस्ट बड लगभग 12 सप्ताह तक डेवलप हो जाता है और 25वें सप्ताह तक उसे खाने का स्वाद पूरी तरह से महसूस होने लगता है। आप जो भी कुछ खाती हैं उसका फ्लेवर एमनियोटिक फ्लूइड के जरिए गर्भ में बच्चे तक पहुँचता है। जैसे अगर गर्भवती माँ प्रेगनेंसी के दौरान गाजर का जूस पीती है, तो जन्म के बाद जब वह भोजन लेना शुरू करेगा तो उसे गाजर की डिशेस खाना पसंद होगा।

चाहे आप गर्भधारण करने की प्लानिंग कर रही हों या आप पहले से ही गर्भवती हों, अपने बच्चे की बेहतरीन ग्रोथ के लिए उसका गर्भ के अंदर ही पालन पोषण  शुरू कर दिया जाना चाहिए। ज्यादा प्रेशर न लें, एक एक स्टेप लें और बच्चे को गर्भ संस्कार दें।

यह भी पढ़ें: 

गर्भ में बच्चे को कहानियां सुनाना – कारण और लाभ

समर नक़वी

Recent Posts

जादुई हथौड़े की कहानी | Magical Hammer Story In Hindi

ये कहानी एक लोहार और जादुई हथौड़े की है। इसमें ये बताया गया है कि…

1 week ago

श्री कृष्ण और अरिष्टासुर वध की कहानी l The Story Of Shri Krishna And Arishtasura Vadh In Hindi

भगवान कृष्ण ने जन्म के बाद ही अपने अवतार के चमत्कार दिखाने शुरू कर दिए…

1 week ago

शेर और भालू की कहानी | Lion And Bear Story In Hindi

शेर और भालू की ये एक बहुत ही मजेदार कहानी है। इसमें बताया गया है…

1 week ago

भूखा राजा और गरीब किसान की कहानी | The Hungry King And Poor Farmer Story In Hindi

भूखा राजा और गरीब किसान की इस कहानी में बताया गया कि कैसे एक राजा…

1 week ago

मातृ दिवस पर भाषण (Mother’s Day Speech in Hindi)

मदर्स डे वो दिन है जो हर बच्चे के लिए खास होता है। यह आपको…

1 week ago

मोगली की कहानी | Mowgli Story In Hindi

मोगली की कहानी सालों से बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय रही है। सभी ने इस…

1 week ago