In this Article
- क्या गर्भावस्था के दौरान पेस्ट कंट्रोल करवाना सुरक्षित है?
- गर्भावस्था के दौरान पेस्टिसाइड के संपर्क में आने के प्रभाव?
- ऐसे पेस्ट कंट्रोल जिन पर ध्यान देने की जरूरत है
- कीट से संक्रमण गर्भवती महिलाओं के लिए चिंता का विषय क्यों है?
- पेस्ट कंट्रोल करवाते समय सुरक्षित रहने के कुछ टिप्स
- घर से कीट को निकालने या दूर रखने के लिए आप क्या कर सकती हैं?
- क्या केमिकल पेस्टिसाइड्स का कोई विकल्प है?
प्रेगनेंसी के दौरान पेस्ट कंट्रोल का छिड़काव करना, असल में आपकी सोच से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है। पेस्ट कंट्रोल में मौजूद केमिकल और पदार्थ आपको इस सोच में डाल सकते हैं, कि कहीं आपका निर्णय गलत तो नहीं है। चूंकि, नुकसानदायक पेस्ट की मौजूदगी एक ऐसी समस्या है, जो कि प्रेगनेंसी पर कई तरह से प्रभाव डालती है और उस पर नियंत्रण करना बहुत जरूरी होता है।
क्या गर्भावस्था के दौरान पेस्ट कंट्रोल करवाना सुरक्षित है?
अधिकतर आधुनिक पेस्ट कंट्रोल के तरीकों में कीड़े-मकौड़ों पर नियंत्रण के लिए इंडस्ट्रियल ग्रेड के कठोर केमिकल का इस्तेमाल नहीं होता है। इसलिए पहले की तुलना में आज इसका खतरा कम है। हालांकि यह सुरक्षित हो सकता है, पर फिर भी बेहतर यही है, कि जब घर में पेस्ट कंट्रोल हो रहा हो, तो आप वहां उपस्थित ना रहें और किसी प्रकार के केमिकल के संपर्क में आने से बचें।
गर्भावस्था के दौरान पेस्टिसाइड के संपर्क में आने के प्रभाव?
प्रेगनेंसी के दौरान, चाहे सांस के द्वारा पेस्टिसाइड आपके अंदर जाए या किसी तरह के पाउडर या स्प्रे से आपका संपर्क हो जाए, इस तरह के केमिकल और वस्तुओं से संपर्क, आपके और आपके बच्चे के लिए असुरक्षित और हानिकारक हो सकता है।
- पायरेथ्रॉइड्स, पेस्टिसाइडों में इस्तेमाल किया जाने वाला बहुत ही आम घटक है, जो कि मां के पेट में पल रहे बच्चे के विकास पर बुरा प्रभाव डालता है। यह बच्चे के बढ़ने के उम्र में उसके आईक्यू को बहुत क्षति पहुंचाता है, जिसे कई एक्सपर्ट लेड के संपर्क में आने से होने वाले नुकसान के समान मानते हैं।
- ऑर्गेनोक्लोराइन्स, पेस्टिसाइड की एक लोकप्रिय कैटेगरी है। कुछ अध्ययनों से पता चला है, कि प्रेगनेंट महिलाओं के इनके संपर्क में आने से उनके बच्चों में एकाग्रता और ध्यान केंद्रित करने को लेकर समस्याएं पैदा हो जाती हैं, जो कि एडीएचडी या अटेंशन डिफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर भी हो सकता है।
- कई अध्ययनों से यह पता चला है, कि पेस्टिसाइड के संपर्क में आने से बच्चों में व्यवहार संबंधी समस्याओं के अलावा संज्ञान संबंधित समस्याएं भी आती हैं। ऑर्गेनोफॉस्फेट्स को इस मामले में बहुत हानिकारक माना गया है। इसकी मौजूदगी से ना केवल प्रीमेच्योर डिलीवरी का खतरा बहुत बढ़ जाता है, बल्कि इसके बाद पैदा हुए बच्चों में 2 साल तक दिमागी विकास धीमा होने के साथ ही असामान्य प्रतिक्रिया भी देखी जाती है।
ऐसे पेस्ट कंट्रोल जिन पर ध्यान देने की जरूरत है
पेस्ट कंट्रोल के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले केमिकल और अन्य पदार्थों के अपने खतरे होते हैं। पेस्ट कंट्रोल करवाते समय सही सावधानी की जरूरत होती है, खासकर शुरुआती तिमाही में। वैसे पेस्ट कंट्रोल को टालने या इससे बचने से फायदे से ज्यादा नुकसान हो सकता है।
कॉकरोच से लेकर मच्छर तक और फ्ली से लेकर मक्खी तक, कोई एक और हर कोई, बीमारियाँ और तकलीफें फैला सकते हैं, जो कि पेस्टिसाइड से संयोगवश होने वाले संपर्क से कहीं ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं। ये बीमारियाँ विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया या वायरस से हो सकती हैं, जिनमें से कुछ को जानलेवा भी माना जाता है। अगर ऐसा नहीं भी हो, तो भी एक प्रेगनेंट महिला के ऊपर इनके प्रभाव खतरनाक हो सकते हैं, जिससे गर्भस्थ शिशु जन्मजात तकलीफों और बीमारियों के साथ पैदा हो सकता है।
कीट से संक्रमण गर्भवती महिलाओं के लिए चिंता का विषय क्यों है?
प्रेगनेंसी के दौरान, घर में मौजूद कीड़े-मकौड़ों से होने वाले संक्रमण का खतरा पेस्टिसाइड के संपर्क से होने वाले खतरे से कहीं ज्यादा है।
भारत में घरों में जो संक्रमण सबसे आम हैं, वो कॉकरोच के कारण होते हैं। कॉकरोच के शरीर से निकलने वाली गंदगी, बच्चों के साथ-साथ बड़ों में भी एलर्जी को ट्रिगर करती है। एक प्रेगनेंट महिला के लिए लगातार होने वाली सांस की समस्या और अस्थमा अच्छा नहीं होता है और यह बाद में रेस्पिरेट्री की समस्या भी बन सकती है।
कई घरों में पालतू जानवर होते हैं। हो सकता है ये आपकी प्रेगनेंसी पर सीधा नुकसान ना करें, पर इनके कारण आपके घरों में आने वाले फ्ली आपको परेशान कर सकते हैं। ये आप को काटते हैं और काटने के छोटे-छोटे निशान छोड़ जाते हैं, जिनमें बहुत खुजली होती है। जब आप उन्हें खुजली करती हैं, तब यह इंफेक्शन और भी ज्यादा बढ़ जाता है।
घर में चाहे जो भी पेस्ट हों, उनके होने की अपनी कुछ समस्याएं होती हैं। इनका खतरा प्रेगनेंट महिला के ऊपर ज्यादा होता है। इसलिए, पेस्ट कंट्रोल को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए, कि पेस्टिसाइड से आपका संपर्क जितना संभव हो उतना कम रखें।
पेस्ट कंट्रोल करवाते समय सुरक्षित रहने के कुछ टिप्स
पेस्ट कंट्रोल होने के दौरान, प्रेगनेंसी और खटमल के पेस्टिसाइड के बीच, जितना संभव हो उतनी दूरी बनाए रखें। नीचे दिए गए कुछ आसान टिप्स का इस्तेमाल करके आपका काम आसान हो सकता है।
- हाल ही में कई पेस्ट कंट्रोल प्रोफेशनल ने ऐसे केमिकल और पदार्थों का इस्तेमाल करना शुरू किया है, जो कि घरों में उपयोग करने के लिए सूरक्षित माने जाते हैं। फिर भी यह जरूरी है, कि इस्तेमाल होने वाले पेस्टिसाइड के बारे में आपको पूरी जानकारी हो और इसके संपर्क में आने से होने वाले नुकसानों से आप अवगत हों। पेस्टिसाइड का चुनाव खुद करने से बचें और प्रोफेशनल द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले पेस्टिसाइड को खुद भी चेक करें।
- जब आप पेस्ट कंट्रोल सर्विसेज उपलब्ध कराने वाली कंपनी से बात कर रही हों, तो उन्हें अपनी प्रेगनेंसी के बारे में बताएं। इससे उन्हें पहले से तैयारी करने में मदद मिलेगी और वे ऐसे पेस्ट कंट्रोल का इस्तेमाल करेंगे, जिनमें खतरनाक केमिकल ना हों। अगर यह संभव नहीं हो, तो ज्यादातर कंपनियां आपको घर से दूरी मेंटेन करने के बारे में और सुरक्षित रूप से घर वापस आने के तरीकों के बारे में सलाह दे सकती हैं।
- अगर आप खुद पेस्ट कंट्रोल करवा रही हैं, तो आपको अत्यधिक सावधान रहने की जरूरत है। अच्छा यही होगा, कि यह जिम्मेदारी कोई और उठाए। किसी केमिकल या पाउडर को सीमित मात्रा में उपयोग किया जाए और सावधानी से अप्लाई किया जाए। ऐसा करना, आपके घर को केमिकल से पूरी तरह से छिड़काव करने से कहीं बेहतर है। खाने पीने की हर सामग्री को सुरक्षित जगह पर रखें और सभी बर्तनों को भी दूर हटा दें। साथ ही सभी दराजों को भी सील कर दें।
- अगर आपके घर के बाहरी हिस्से में पेस्ट कंट्रोल किया जाना है, तो ऐसे में आपके लिए अच्छा है, कि आप घर के अंदर रहें और सभी खिड़कियाँ और दरवाजों को बंद रखें। जरूरी है कि आप छिड़काव वाले क्षेत्र से दूर रहें या अपने आप को पूरी तरह से कवर करें।
- मच्छरों से बचाव के लिए आमतौर पर मच्छरों की क्रीम का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में ध्यान रखें कि इस क्रीम में डीट की मात्रा कम से कम हो। इसका केवल एक ही नुकसान है, कि अगर आप अधिक देर तक बाहर रहती हैं तो आपको यह क्रीम बार-बार लगानी पड़ेगी। सभी प्रकार के कंसंट्रेशन में सुरक्षा का स्तर ऐसा ही होना चाहिए।
अगर आपका साथी या परिवार का कोई सदस्य ऐसी जगह पर काम करता है, जहां पेस्टिसाइड्स का उपयोग किया जाता है या वहां पर पेस्ट कंट्रोल किया गया है, तो ऐसे में उन्हें अपने काम पर पहनने वाले कपड़ों को घर में प्रवेश करने वाली जगह से दूर रखना चाहिए। सफाई का अच्छा ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है।
घर से कीट को निकालने या दूर रखने के लिए आप क्या कर सकती हैं?
जहां एक ओर पेस्ट कंट्रोल करवाना बहुत जरूरी है, वहीं आप इस बात का भी ध्यान रख सकती हैं, कि आप को कम से कम मात्रा में पेस्ट का सामना करना पड़े। कुछ तकनीकें ऐसी हैं, जिनके माध्यम से इन से बचा जा सकता है या घर से बाहर निकाला भी जा सकता है।
- खाने-पीने की सभी सामग्री को सही तरीके से रखें और सभी खराब हो चुकी चीजों को जितनी जल्दी हो सके फेंक दें।
- बिस्तर या सोफे पर खाना खाने के बजाय घर की किसी खास जगह पर खाना खाएं।
क्या केमिकल पेस्टिसाइड्स का कोई विकल्प है?
प्रेगनेंसी के दौरान, रोजमर्रा के कीड़े-मकौड़ों से निपटने के लिए, केमिकल पेस्टिसाइड के इस्तेमाल के बजाय, कुछ खास तरीकों के साथ, होम पेस्टिसाइड का इस्तेमाल करना कहीं बेहतर है।
- कॉकरोच को दूर रखने के लिए ग्लू वाले जालों का इस्तेमाल
- फ्रूट फ्लाइज से बचने के लिए जगह को सूखा रखना
- मच्छरों को भगाने के लिए गर्मी और रोशनी वाले जालों का इस्तेमाल
- पालतू जानवरों पर फ्ली रेपेलेंट का इस्तेमाल करके
प्रेगनेंसी के दौरान पेस्टिसाइड का छिड़काव करना सबसे अच्छा चुनाव नहीं है, लेकिन पेस्ट कंट्रोल से पूरी तरह से बचना और भी ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है। इन दोनों के बीच का कोई रास्ता चुन कर आप जब चाहे अपनी प्रेगनेंसी को स्वस्थ और सुरक्षित बना सकती हैं।
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