गर्भावस्था

गर्भावस्था के दौरान विटामिन ‘के’ लेना

बधाई हो, अब आप अपने जीवन के सबसे अहम सफर की ओर बढ़ने जा रही हैं और यह है आपके प्रेगनेंसी का सफर! अब से आप हर खाने के महत्व को समझेंगी, उसके फायदे-नुकसान के बारे में जानेंगी, क्योंकि अब आपकी हर एक चीज आपके गर्भ में पल रहे बच्चे से जुड़ी होगी और उसे इफेक्ट करेगी। क्या आप एक बैलेंस डाइट फॉलो कर रही हैं? आइए  जानते हैं आप जाने अनजाने कैसे एक अहम विटामिन को मिस कर सकती हैं, जो बच्चे के विकास के लिए जरूरी है।

गर्भवती महिलाओं के लिए विटामिन ‘के’ क्यों महत्वपूर्ण होता है?

गर्भावस्था के दौरान, यह माँ के अच्छे स्वास्थ्य और के बच्चे के विकास के लिए पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने की खातिर बेहद महत्वपूर्ण विटामिन माना जाता है। देखा जाए तो, शरीर को रोजाना लगभग 90 माइक्रोग्राम विटामिन ‘के’ की आवश्यकता होती है। लेकिन अगर इसका बहुत ज्यादा मात्रा में सेवन किया जाए तो यह आपके खून को पतला कर सकता है, जो आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।

जैसे ही आप तीसरी तिमाही में प्रवेश करें, तो ध्यान रहे कि आप किसी न किसी रूप में इस महत्वपूर्ण विटामिन को लेना न भूलें, ताकि आपको इस समय में सभी जरूरी नूट्रीयंट प्राप्त हो सकें। लेबर के बाद और लेबर के दौरान, यह नूट्रीयंट आपके शरीर को ठीक करने में मददगार साबित होता है, इसलिए आपके शरीर को विटामिन ‘के’ की प्रचुर मात्रा में जरूरत होती है।

1. हीलिंग में मदद करता है

यह ब्लड क्लॉट बनाने में मदद करता है जो चोट लगने पर शरीर का एक्स्ट्रा ब्लड बहने से रोकता है।

2. इम्युनिटी

यह पाचन और बेहतर हार्ट हेल्थ बनाए रखने में मदद करता है और आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।

3. दाँतों को खराब होने से रोकता है

प्रेगनेंसी के दौरान आपको डेंटल इशू जैसे मसूड़ों की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। विटामिन ‘के’ हड्डियों को मिनरल प्रदान करता है जो दाँतों को एसिड से होने वाले नुकसान से बचाता है।

4. हड्डियों को मजबूत करता है

स्टडीज से पता चला है कि यह हड्डियों की ताकत बढ़ाने में मदद करता है और हड्डियों के घनत्व (डेंसिटी) में सुधार करता है।

आपकी प्रेगनेंसी डाइट में विटामिन ‘के’ की कितनी आवश्यकता है?

मॉम्स क्या आप जानती हैं कि आपका शरीर विटामिन ‘के’ बनाता है? आपकी इंटेस्टाइन में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया की मदद से यह पोषक तत्व आपके शरीर में बनता है।

हालांकि, आपकी डाइट  में विटामिन ‘के’ एक सीमित मात्रा में ही शामिल किया जाना चाहिए, इसकी अधिक मात्रा आपके लिए हानिकारक भी हो सकती है। आपको कितनी मात्रा में विटामिन की जरूरत है यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपका वेट, साइज क्या है, जो मूल रूप से रोजाना आपके शरीर के वजन का लगभग 1 माइक्रोग्राम प्रति किलोग्राम होगा।

जब आपके डॉक्टर इसके फायदों के बारे में बताएंगे तो आपको यह सुनकर हैरानी होगी कि क्या सच में विटामिन ‘के’ से आपकी ब्लीडिंग रोकने में मदद मिलती है?

हाँ यह बात सच है! अगर आपके शरीर में विटामिन की कमी होती है तो इससे आपकी ब्लीडिंग जारी रह सकती है, जिससे इन्फेक्शन होने का खतरा हो सकता है। जब घाव की ड्रेसिंग की जाती है, तो यह नूट्रीयंट घाव को जल्दी से ठीक होने में मदद करता है।

विटामिन ‘के’ युक्त फूड सोर्स

विटामिन ‘के’ में ऐसी क्या बात है? शुरुआत के लिए, यह नूट्रीयंट फैट सॉल्युबल है, इसका मतलब है कि लिवर इसे स्टोर कर लेता है और जरूरत पड़ने पर आपका शरीर इसका उपयोग करेगा। इसमें पत्तों वाली हरी सब्जियों और विटामिन ‘के2’ में पाए जाने वाले विटामिन ‘के1’ जैसे कंपाउंड होते हैं जो मांस, अंडे और चीज़ में पाए जाते हैं। ये नूट्रीयंट कई शारीरिक एक्टिविटीज के लिए जरूरी है, इसलिए आप सप्लीमेंट के लिए इस आहार का भी सहारा ले सकती हैं।

वो स्वादिष्ट और पौष्टिक चीजें जिन्हें प्रेगनेंसी के दौरान आपको खाने की क्रेविंग हो सकती है, उसके लिए आप नीचे बताए गए फूड सोर्स के जरिए जरूरी नूट्रीयंट प्राप्त कर सकती हैं, विशेष रूप से विटामिन ‘के’ के लिए!

  • पालक, केल, कोलार्ड और लेट्यूस जैसे पत्तेदार सब्जी
  • ताजी सब्जियां जैसे चुकंदर, ब्रोकोली, सेलरी, लाल गोभी, ककड़ी, लीक, फूलगोभी, आटिचोक, मटर और बीन्स
  • आप अच्छी तरह से पके मांस और लिवर का सेवन भी कर सकती हैं
  • अंडे
  • मछली
  • डेयरी प्रोडक्ट जैसे चीज़ और क्रीम या दूध
  • ऑलिव, कैनोला और सोयाबीन ऑयल में सबसे अधिक मात्रा होती है

क्या आपको गर्भावस्था के दौरान विटामिन ‘के’ सप्लीमेंट लेने की आवश्यकता होती है?

गर्भावस्था के दौरान, आपको सबसे पहले यह चेक करना चाहिए कि आपको विटामिन से जुड़ी कोई  डेफिशियेंसी तो नहीं है। विशेष रूप से विटामिन ‘के’ क्योंकि यह प्लेसेंटा के जरिए बच्चे तक पहुँचता है, इसलिए विटामिन ‘के’ की डेफिशियेंसी बहुत ही दुर्लभ मामलों में होती है, क्योंकि यह आपके भोजन में पाया जाता है और साथ ही आपके शरीर द्वारा बनता है।

कुछ मेडिकल कंडीशन के कारण, आपके शरीर में नूट्रीयंट अब्सॉर्ब करने की संभावना कम हो जाती है। यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है, क्योंकि आपको और आपके बच्चे को पोषक तत्व के लाभ ठीक से नहीं मिल रहे होते हैं। इस तरह के मामले में आपको सप्लीमेंट लेने की जरूरत पड़ सकती है! लेकिन आपको यह  देखना होगा कि कितनी मात्रा में यह नूट्रीयंट आपके शरीर में पहुँच रहे हैं, चाहे वो भोजन हो, प्रीनेटल विटामिन हो या सप्लीमेंट के जरिए प्राप्त हो रहा हो। किसी भी चीज का अधिक मात्रा में सेवन करना अच्छा नहीं होता है। हालांकि, गर्भावस्था के दौरान विटामिन ‘के’ इंजेक्शन लेने की आवश्यकता नहीं होती है।

जब तक डॉक्टर इन्हें लेने की सलाह न दे, तब तक आप सप्लीमेंट्स का सेवन न करें। कुछ मेडिकल कंडीशन में सप्लीमेंट की जरूरत बदल जाती है। यदि आप किसी भी एंटी सीजर मेडिकेशन पर नहीं हैं, तो आपको न्यूबॉर्न बेबी में ब्लीडिंग के खतरे को कम करने के लिए ड्यू डेट से दो से चार सप्ताह पहले सप्लीमेंट ले सकती हैं। कोलेस्टेसिस के मामले में भी आपको सप्लीमेंट दिए जाते हैं, यह प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली एक लिवर डिजीज है, सप्लीमेंट लेने से ब्लीडिंग से बचा जा सकता है।

होने वाली माँ को इस बात का खास खयाल रखना है कि वो बच्चे की हेल्थ और डेवलपमेंट के लिए सभी पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करें। विटामिन ‘के’ सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में से एक है जो हेल्दी प्रेगनेंसी के लिए अहम भूमिका निभाता है। आपको हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि प्रेगनेंसी के दौरान पौष्टिक भोजन का सेवन करें, जिसमें विटामिन ‘के’ भी शामिल है साथ आपके लिए जरूरी भी है।

यह भी पढ़ें:

गर्भावस्था के दौरान विटामिन लेना
गर्भावस्था के दौरान विटामिन ‘ए’ लेना
गर्भावस्था के दौरान विटामिन ‘सी’ का सेवन

समर नक़वी

Recent Posts

अ अक्षर से शुरू होने वाले शब्द | A Akshar Se Shuru Hone Wale Shabd

हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…

3 days ago

6 का पहाड़ा – 6 Ka Table In Hindi

बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…

3 days ago

गर्भावस्था में मिर्गी के दौरे – Pregnancy Mein Mirgi Ke Daure

गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…

3 days ago

9 का पहाड़ा – 9 Ka Table In Hindi

गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…

5 days ago

2 से 10 का पहाड़ा – 2-10 Ka Table In Hindi

गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…

5 days ago

10 का पहाड़ा – 10 Ka Table In Hindi

10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…

5 days ago