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गर्भावस्था के दौरान हरी शिमला मिर्च खाने के फायदों के बारे में तो आप जानते ही होंगे। यदि आप गर्भवती हैं, तो अपने आहार में शिमला मिर्च को शामिल करना गर्भावस्था के नौ महीनों में आपकी सेहत को बनाए रखने का एक शानदार तरीका होगा। गर्भावस्था के दौरान शिमला मिर्च खाने के फायदे जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
क्या आप गर्भावस्था के दौरान शिमला मिर्च खा सकती हैं?
शिमला मिर्च एक सेहतमंद सब्जी है जिसका आप जीवन में किसी भी समय सेवन कर सकती हैं। निस्संदेह, आप गर्भावस्था के दौरान शिमला मिर्च खा सकती हैं, क्योंकि इसके कई फायदे हैं, हालांकि, इसे सही रूप और उचित मात्रा में खाएं। किसी भी दूसरी चीज की तरह शिमला मिर्च भी बहुत ज्यादा न खाएं।
शिमला मिर्च की न्यूट्रिशनल वैल्यू
शिमला मिर्च का उपयोग आमतौर पर दूसरी रेसिपीज में टेस्ट बढ़ाने या डिश को खूबसूरत बनाने के लिए किया जाता है। लेकिन इसके अलावा भी इसके बहुत फायदे हैं। शिमला मिर्च में हमें कई प्रकार के विटामिन और मिनरल्स मिलते हैं जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक हैं। 100 ग्राम शिमला मिर्च में पाया जाने वाला न्यूट्रिशन नीचे दी गई लिस्ट में है।
न्यूट्रिएंट | वैल्यू |
कोलीन | 5.5 मिलीग्राम |
फाइटोस्टेरोल | 9 मिलीग्राम |
बीटेन | 0.1 मिलीग्राम |
विटामिन बी12 | 0.0 माइक्रोग्राम |
सेलेनियम | 0.1 माइक्रोग्राम |
कॉपर | 65 माइक्रोग्राम |
फ्लोराइड | 2.1 माइक्रोग्राम |
जिंक | 0.15 मिलीग्राम |
फास्फोरस | 20 मिलीग्राम |
मैंगनीज | 122 माइक्रोग्राम |
मैग्नीशियम | 10 मिलीग्राम |
आयरन | 350 माइक्रोग्राम |
कैल्शियम | 10 मिलीग्राम |
सोडियम | 3 मिलीग्राम |
पोटैशियम | 174 मिलीग्राम |
विटामिन के | 7.4 माइक्रोग्राम |
विटामिन ई | 0.4 मिलीग्राम |
विटामिन सी | 80.4 मिलीग्राम |
विटामिन ए | 370 इंटरनेशनल यूनिट |
फोलेट | 10 माइक्रोग्राम |
विटामिन बी6 | 0.2 मिलीग्राम |
पैंटोथेनिक एसिड | 0.1 माइक्रोग्राम |
नियासिन | 0.5 मिलीग्राम |
राइबोफ्लेविन | 0.0 मिलीग्राम |
थियामिन | 0.1 मिलीग्राम |
प्रोटीन | 0.9 ग्राम |
ओमेगा-3 एसिड | 8 मिलीग्राम |
ओमेगा-6 एसिड | 54 मिलीग्राम |
सैचुरेटेड फैट्स | 0.1 ग्राम |
फाइबर | 1.7 ग्राम |
शुगर | 2.4 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 4.6 ग्राम |
स्टार्च | 0.0 ग्राम |
गर्भावस्था में शिमला मिर्च खाने के फायदे
शिमला मिर्च कई रंगों में मिलती हैं और प्रत्येक प्रकार की शिमला मिर्च से गर्भावस्था के दौरान एक विशेष फायदा मिलता है।
1. लाल शिमला मिर्च
गर्भावस्था के दौरान लाल शिमला मिर्च का सेवन बड़े पैमाने पर फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें लाइकोपीन एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होने के कारण इसमें कैंसर से बचाव के गुण पाए जाते हैं।
2. हरी शिमला मिर्च
हरी शिमला मिर्च में मिलने वाले नेचुरल सिलिकॉन के कारण महिलाओं को इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है, जिससे गर्भावस्था के दौरान नाखून और बाल स्वस्थ रहते हैं।
3. पीली शिमला मिर्च
पीली शिमला मिर्च में ल्यूटिन ज़ेक्सैन्थिन काफी मात्रा में पाया जाता है। यह गर्भावस्था के दौरान फ्री रेडिकल्स से मुकाबला करने और इम्युनिटी को मजबूत करने में मदद करता है।
गर्भवती होने पर ज्यादा शिमला मिर्च खाने के साइड इफेक्ट्स
हालांकि, शिमला मिर्च का सेवन गर्भावस्था के दौरान फायदेमंद होता है, लेकिन कुछ स्थितियों में इसे खाना माँ और बच्चे के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
शिमला मिर्च में बहुत बीज होते हैं, जो पहले से ही इसकी एलर्जी से पीड़ित व्यक्ति में इसे ट्रिगर कर सकता है। ये आपके शरीर पर रैशेज पैदा कर सकते हैं या इससे आपको लगातार छींकें आ सकती हैं, जो गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित नहीं है। इसी तरह, शिमला मिर्च का अधिक सेवन करने से पेट का आंतरिक संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे डायरिया या अपच भी हो सकता है।
स्तनपान के दौरान मांओं को शिमला मिर्च से दूर रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह बच्चे के लिए ब्रेस्टमिल्क को स्पाइसी बना सकती है। इसी तरह, डिलीवरी से कुछ सप्ताह पहले शिमला मिर्च खाना बंद कर देना बेहतर है, क्योंकि इससे खून पतला होता है जिससे बच्चे के जन्म के दौरान अत्यधिक ब्लीडिंग हो सकती है।
सही शिमला मिर्च कैसे चुनें और इसे कैसे स्टोर करें
बाजार से शिमला मिर्च खरीदते समय, देखें कि यह कड़क हो, एकजैसा रंग, चिकनी और दागरहित हो। सूखी या सिकुड़ी सी दिखने वाली शिमला मिर्च से दूर रहें। इस्तेमाल या स्टोर करने से पहले अच्छी तरह धो लें, कोशिश करें कि इसे ताजा ही उपयोग किया जाए।
गर्भवती महिलाओं के लिए शिमला मिर्च रेसिपीज
आमतौर पर भी और गर्भावस्था के दौरान भी शिमला मिर्च को कई तरीकों से खाया जा सकता है। यहाँ 2 रेसिपीज दी गई हैं जो आपको शिमला मिर्च का टेस्ट बढ़ाने में मदद कर सकती हैं।
1. कैप्सिकम ग्रेवी
जब शिमला मिर्च की सूखी सब्जी बनाई जाती है तो इसका टेस्ट बहुत ही लाजवाब होता है। नीचे दी गई ग्रेवी रेसिपी आपको आसानी से इसे बनाने की विधि बताती है।
सामग्री
- सौंफ
- खसखस
- काजू
- हल्दी
- गरम मसाला
- अदरक लहसुन का पेस्ट
- धनिया पाउडर
- मिर्च पाउडर
- दही
- शिमला मिर्च
- प्याज
- टमाटर
विधि
- काजू, सौंफ और खसखस को अच्छी तरह पीस लें।
- एक पैन में थोड़ा तेल लें। इसे गरम करें और गरम मसाला डालें।
- बाद में कटी हुई शिमला मिर्च और प्याज पैन में डालें और मिलाएं।
- शिमला मिर्च और प्याज अच्छी तरह से भुन जाने के बाद, अदरक लहसुन का पेस्ट पैन में डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
- अंत में, टमाटर प्यूरी मिलाएं और पूरे मिश्रण को अच्छी तरह चलाएं।
- इसे 3-5 मिनट तक पकने दें। पकने के बाद, इसमें थोड़ा पानी डालें।
- बाकी मसाले और नमक मिलाएं।
- मिश्रण को अच्छी तरह मिलाकर लगभग 15 मिनट के लिए पकने दें।
- ग्रेवी तैयार होने और तेल अलग हो जाने पर आंच बंद कर दें। ग्रेवी को रोटी और चावल के साथ परोसें।
2. कैप्सिकम मसाला
शिमला मिर्च की ड्राई ग्रेवी सब्जी बहुत टेस्टी होती है। जैसा कि नाम है, कैप्सिकम मसाला, इस डिश का असली मजा इसके मसाले में होता है।
सामग्री
- तेल
- जीरा
- हल्दी
- लाल मिर्च पाउडर
- हरी मिर्च
- टमाटर
- शिमला मिर्च
- नारियल
विधि
- एक पैन में तेल गर्म करें।
- इसमें हरी मिर्च डालें और हल्की भूरी होने तक भूनें।
- फिर इसमें लाल मिर्च पाउडर, जीरा, हल्दी डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
- इसमें कटी हुई शिमला मिर्च मिलाकर भूनें, फिर टमाटर और नमक डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
- इसे कुछ देर तक पकने दें, जरूरत हो तो और मसाले मिलाएं।
- आप चाहें तो कसा हुआ नारियल मिला सकती हैं।
- थोड़ा पानी मिलाएं और मिश्रण को उबलने दें।
- मसाले से तेल अलग होने तक पकाएं और फिर आंच बंद कर दें।
गर्भावस्था के दौरान शिमला मिर्च और अन्य सब्जियों का सेवन करने से होने वाली माँ के साथ-साथ गर्भ में बढ़ते बच्चे को भी ढेर सारे फायदे होते हैं। सभी तरह का पोषण प्रदान करने वाली डाइट के साथ शिमला मिर्च का संतुलित सेवन आपको पूरी गर्भावस्था में हेल्दी और फिट रहने में मदद करेगा।
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