In this Article
अजवायन जिसे ‘कैरम सीड्स’ के नाम से भी जाना जाता है, सोया और सौंफ के परिवार का पदार्थ है। अजवायन अपने स्वाद और रोगनिवारक गुणों के कारण अधिकांश भारतीय व्यंजनों में नियमित रूप से उपयोग किया जाने वाला मसाला है। अजवायन के बीजों को कच्चा खाने पर इनका स्वाद कड़वा या तीखा लग सकता है। इसलिए, आमतौर पर इसका उपयोग तड़के में किया जाता है।
अजवायन अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। एंटीऑक्सिडेंट, मिनरल और फाइबर के गुणों से भरपूर अजवायन खाने पर गैस और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं में राहत पाने में मदद मिलती है। अजवायन खाने से पाचन शक्ति में सुधार होकर भूख भी बढ़ती है। अजवायन किडनी और श्वसन प्रणाली के ठीक तरह से काम करने के लिए भी फायदेमंद है। इस प्रकार, गर्भवती महिलाओं को भी गर्भावस्था के दौरान अजवायन खाने से लाभ हो सकता है।
गर्भावस्था के दौरान सही मात्रा में अजवायन खाना आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है। हालांकि, इसे संतुलित तरीके से खाने पर ध्यान दिया जाना चाहिए। यदि आप अजवायन को कच्चा नहीं खा सकतीं तो आप इसे पानी में भिगोकर अजवायन के पानी का सेवन कर सकती हैं।
गर्भावस्था के दौरान अजवायन खाना निम्नलिखित प्रकार से उपयोगी साबित हो सकता है:
कई गर्भवती महिलाओं को बढ़ते हुए गर्भाशय के कारण ब्लोटिंग, पेट फूलना, एसिडिटी और अपच का अनुभव होता है जो पाचन की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है। अजवायन में थाइमोल होता है जो पाचन को तेज करके पूरे पेट की सेहत में सुधार कर सकता है और पेट की बीमारियों से राहत दिला सकता है।
गर्भावस्था के कारण महिलाओं की मल त्याग की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है, जिससे कब्ज हो सकता है। अजवायन का सेवन गर्भावस्था के दौरान पाचन प्रक्रिया को तेज कर सकता है और कब्ज से राहत प्रदान कर सकता है।
अजवायन गर्भावस्था के दौरान जुकाम और खांसी को ठीक करने और कफ को खत्म करने में उपयोगी होता है।
अजवायन शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) के स्तर को बढ़ाने में भी मदद करता है।
अजवायन के बीजों में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, और उनके एक्टिव कंपाउंड फूड पॉइजनिंग के लिए जिम्मेदार सैल्मोनेला और ई कोलाई जैसे बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने में मदद करते हैं। उसके अलावा, अजवायन उन महिलाओं के लिए भी फायदेमंद है जिन्हें इन्फ्लेमेशन की समस्या है।
गर्भावस्था के दौरान अजवायन का पूरा लाभ लेने के लिए इसका सही मात्रा में सेवन करना चाहिए। बहुत ज्यादा मात्रा में अजवायन खाने से कुछ दुष्प्रभाव भी देखने को मिल सकते हैं। गर्भवती होते हुए अजवायन के अधिक सेवन से शरीर में गर्मी बढ़ सकती है, जो गर्भावस्था को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है। इस दौरान अधिक अजवायन खाने से चक्कर और मतली जैसे लक्षण पैदा हो सकते हैं।
आप अजवायन को अपने आहार में सीधे कच्चे बीजों के रूप में, पाउडर के रूप में या अजवायन पानी के रूप में शामिल कर सकती हैं। ज्यादातर गर्भवती महिलाएं अजवायन का पानी पीना पसंद कर सकती हैं, क्योंकि यह आसान होता है।
गर्भावस्था के दौरान अजवायन को सही मात्रा में लेना महत्वपूर्ण है। हालांकि, किसी भी तरह का संदेह होने पर, अपने आहार में अजवायन को शामिल करने से पहले से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाहकर लें।
स्रोत और संदर्भ: Healthline
यह भी पढ़ें:
क्या गर्भवती महिलाओं को दही खाना चाहिए?
क्या गर्भावस्था में पिज्जा खाना हानिकारक है?
हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…
बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…
गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…
गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…
गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…
10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…