In this Article
- क्या एक गर्भवती महिला ब्लैक टी पी सकती है?
- ब्लैक टी का सेवन क्यों किया जाता है?
- ब्लैक टी की न्यूट्रिशनल वैल्यू
- एक कप ब्लैक टी में कितना कैफीन होता है?
- गर्भावस्था के दौरान आप कितनी मात्रा में ब्लैक टी का सेवन कर सकती हैं?
- गर्भावस्था के दौरान ज्यादा मात्रा में आपको चाय क्यों नहीं पीना चाहिए
- क्या कम कैफीन वाली ब्लैक टी उपलब्ध है?
भारत में चाय का सेवन काफी ज्यादा किया जाता है, चाइना के बाद भारत दूसरा ऐसा देश है जो बड़ी मात्रा में चाय का उत्पादक है। बहुत सारे लोग फ्रेश महसूस करने के लिए हर रोज ब्लैक टी का सेवन करते हैं। हालांकि, जब गर्भवती महिलाओं की बात आती है, तो इस दौरान उन्हें मसाले वाली चाय, खुशबूदार चाय पीने की क्रेविंग होती है। गर्भावस्था के दौरान आप पर कई चीजों को लेकर पाबंदी लगा दी जाती है और उनमें से एक है ब्लैक टी। हाँ, गर्भवती महिलाओं को अक्सर काली चाय (ब्लैक टी) से बचने के लिए कहा जाता है। लेकिन, क्या उन्हें इससे बचना चाहिए? या, यह सिर्फ एक मिथ है? आइए पता करते हैं!
क्या एक गर्भवती महिला ब्लैक टी पी सकती है?
ब्लैक टी का सेवन करते समय गर्भवती महिला को एक चीज ध्यान में रखना चाहिए, वो यह कि आप दिनभर में कितनी मात्रा में कैफीन का सेवन कर रही हैं। चाय के अलावा, बाकि के खाद्य पदार्थों, जैसे चॉकलेट, कोल्ड्रिंक और कॉफी आदि का ट्रैक रखना भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इन सभी चीजों में कैफीन मौजूद होता है। सबसे पहले आपको इस चीज पर नजर रखनी होगी कि आप दिनभर में कितनी कैफीन ले रही हैं, इससे आपको सावधानी बरतने में मदद मिलेगी।
ब्लैक टी का सेवन क्यों किया जाता है?
काली चाय आपको एनर्जी प्रदान करने में मदद करती है जो आसानी से ब्लड फ्लो में अवशोषित हो जाती है। इससे आपका दिमाग फ्रेश महसूस करता है। प्रेगनेंसी के दौरान महिलाएं बहुत जल्दी थक जाती हैं और काली चाय का सेवन करने से उन्हें तुरंत राहत मिलती है। कहा जाता है कि इसकी खुशबू शरीर को आराम देती है, साथ ही यह आपकी नर्वस को शांत करने में मदद करती है और स्ट्रेस को दूर करती है। ब्लैक टी में एंटीऑक्सिडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण भी होते हैं जो आपकी इम्युनिटी को बेहतर करने में मदद करती है।
हर खाद्य पदार्थ में कुछ न कुछ मात्रा में पोषण मौजूद होता है, यही बात ब्लैक टी के मामले में भी है। हालांकि, यह जानना बहुत जरूरी कि आपको किस चीज को खाने से कौन कौन से पोषण प्राप्त होते हैं। हमें यह बात पहले से ही मालूम होती है कि ब्लैक टी में में कैफीन मौजूद होता है। तो आइए जानते हैं कि काली चाय से आपको और कौन से पोषण लाभ मिलते हैं और यह एक गर्भवती महिला के लिए सुरक्षित है या नहीं।
ब्लैक टी की न्यूट्रिशनल वैल्यू
अगर नियमित रूप से ब्लैक टी का सेवन करती हैं और इसमें मौजूद कैफीन के कारण इसे अपनी रूटीन से बाहर निकालने से पहले इससे जुड़े कुछ मिथ के बारे में जानते हैं साथ ही यह भी जानते हैं कि इससे आपको कौन से पोषण प्राप्त होते हैं। इन तमाम चीजों को जानने के बाद ही आप यह तय करें कि प्रेगनेंसी के दौरान आपको ब्लैक टी पीना चाहिए या नहीं।
| नूट्रीयंट | मात्रा (प्रति एक कप या 237 ग्राम ) |
| कार्बोहाइड्रेट | 0.7 ग्राम |
| फोलेट | 11.9 माइक्रोग्राम |
| मैग्नीशियम | 7.1 मिलीग्राम |
| फास्फोरस | 2.4 मिलीग्राम |
| पोटेशियम | 87.7 मिलीग्राम |
| फ्लोराइड | 884 माइक्रोग्राम |
| सोडियम | 7.1 मिलीग्राम |
| कैफीन | 47.4 मिलीग्राम |
| थियोब्रोमाइन | 4.7 मिलीग्राम |
सोर्स: http://nutritiondata.self.com/facts/beverages/3967/2
आइए, अब गर्भावस्था के दौरान ब्लैक टी का सेवन करने से जुड़े कुछ और सवालों पर एक नजर डालते हैं।
एक कप ब्लैक टी में कितना कैफीन होता है?

ब्लैक टी बाकि चाय की तुलना में अधिक ऑक्सीकृत होती है और यह स्वाद में स्ट्रोंग होती है। लेकिन, इसमें भी कैफीन मौजूद होता है, जिसका आपको ख्याल रखना चाहिए, क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से समस्या पैदा हो सकती है। हालांकि, गर्भवती महिलाओं को बहुत ज्यादा चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इसका समाधान भी मौजूद है। आपको बता दें कि एक कप ब्लैक टी में लगभग 47.4 मिलीग्राम कैफीन होता है।
गर्भावस्था के दौरान आप कितनी मात्रा में ब्लैक टी का सेवन कर सकती हैं?
गर्भावस्था के दौरान आपको किसी भी चीज को खाने की बहुत तेज क्रेविंग हो सकती है जिसे शांत करना इतना आसान नहीं होता है। लेकिन, जैसा कि कहा जाता है कि हर चीज का एक सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए ठीक उसी तरह आपको ब्लैक टी का भी सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए। इस प्रकार आप अपनी क्रेविंग जो शांत भी कर सकती हैं और सीमित मात्रा में सेवन करने से यह आपको कोई नुकसान भी नहीं पहुँचाएगा। कोई भी कैफीन युक्त ड्रिंक का सीमित मात्रा में सेवन करना बहुत जरूरी है। आपको प्रतिदिन 200 मिलीग्राम से ज्यादा कैफीन का सेवन नहीं करना चाहिए जो कि लगभग दो कप के बराबर होती है।
तो, अगर आप अन्य कैफीन युक्त खाद्य पदार्थों / पेय पदार्थों का सेवन नहीं कर रही हैं तो आप हर रोज लगभग 200 मिलीग्राम कैफीन का सेवन कर सकती हैं। लेकिन, कुछ कारणों से आपको गर्भावस्था के दौरान अधिक मात्रा में ब्लैक टी का सेवन करने से बचना चाहिए। अधिक जानने के लिए आगे पढ़े।
गर्भावस्था के दौरान ज्यादा मात्रा में आपको चाय क्यों नहीं पीना चाहिए
हर चीज के दो पहलू होते हैं, यदि आपको किसी चीज से फायदा होता है, तो उसके कुछ नुकसान भी हैं। इसलिए आपको किसी भी चीज का सेवन करने से पहले उसके फायदे और नुकसान के बारे में जान लेना चाहिए, क्योंकि आप जो भी खा पी रही हैं उसका असर आपके बच्चे पर भी पड़ता है। गर्भवती महिलाओं को हमेशा काली चाय पीने से बचने की सलाह दी जाती है। लेकिन अगर आपको इससे कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है तो आप दिन में एक या दो कप ब्लैक टी पी सकती हैं। हालांकि, इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि आप इसका बहुत ज्यादा मात्रा में सेवन बिलकुल न करें। अधिक मात्रा में किसी भी चीज का सेवन करना नुकसानदायक होता है और यही बात ब्लैक टी के मामले में भी लागू होती है। अगर आप इस बात पर ध्यान नहीं देंगी कि आप कितनी मात्रा में कैफीन का सेवन कर रही हैं तो यह आप और आपके बच्चे को नुकसान पहुँचा सकता है। यही कारण है कि आपको ब्लैक टी का अधिक मात्रा में सेवन करने से बचना चाहिए:
- ब्लैक टी का अधिक मात्रा में सेवन करने से मिसकैरज या जन्मजात विकलांगता का खतरा बढ़ जाता है।
- आपको बार-बार पेशाब महसूस होगा।
- गर्भावस्था के दौरान ब्लैक टी से एनीमिया का खतरा बढ़ जाता है।
- हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है।
- हद से ज्यादा ब्लैक टी पीने से नींद न आने की समस्या हो जाती है।
यदि आप कैफीन का सेवन कम करना चाहती हैं, लेकिन ब्लैक टी को नहीं छोड़ना चाहती हैं, तो आप शायद एक ऐसे विकल्प की तलाश में हैं जिसमें कैफीन की मात्रा कम हो। आइए जानते हैं क्या ऐसा कुछ मौजूद है।
क्या कम कैफीन वाली ब्लैक टी उपलब्ध है?

जो महिलाएं ब्लैक टी के बगैर नहीं रह सकती हैं वो कैफीन मुक्त चाय का विकल्प चुन सकती है! हालांकि ऐसी कई हर्बल चाय हैं जिसमें कैफीन की मात्रा कम होती है, लेकिन उसका फ्लेवर और खुशबू, ब्लैक टी जैसी नहीं होती है। लेकिन, जब आप अपने बच्चे के बारे में सोचती हैं तो इसे नहीं पीती हैं या फिर बिना कैफीन वाली ब्लैक टी का ऑप्शन चुनती हैं । स्टीपिंग मेथड से ब्लैक टी में मौजूद कैफीन आसानी से निकाल दिया जाता है और फिर आप इसका सुरक्षित रूप से सेवन कर सकती हैं।
इस तरह आप अपनी चाय का स्वाद ले सकती हैं। यदि आप चाय की पत्तियों का उपयोग कर रही हों, तो एक बर्तन में पानी लें और इसमें कुछ पत्तियों को डाल कर इसे ढंक दें। इसे स्टोवटॉप पर तब तक रखें जब तक पानी अच्छी तरह से उबल न जाए, इसके बाद आप पानी को छान लें और पत्तियों को बर्तन में वापस से डाल दें। इन पत्तियों को आप दोबारा इस्तेमाल कर सकती हैं, बस आपको पानी डालकर इसे दोबारा उबालना होगा। अब, जिस कप में आपने पहले वाली चाय निकाली थी उसमें थोड़ा सा गर्म / गुनगुना पानी डालें और अपनी चाय का आनंद लें।
अगर आप टी बैग का इस्तेमाल कर रही हैं तो एक कप गर्म पानी में इसे डालें और 30 सेकंड के लिए ऐसे ही रहने दें, फिर कप का पानी फेक दें और उसी टीबैग का दोबारा इस्तेमाल करें, ऐसा करने से ब्लैक टी में मौजूद कैफीन निकल जाएगी और दूसरी कप में गर्म पानी डालकर टीबैग का इस्तेमाल कर सकती हैं।
अगर आपको ब्लैक टी पीना पसंद है, लेकिन आप इस सोच में हैं कि क्या यह आप और आपके बच्चे के लिए सुरक्षित है या नहीं, तो ऐसे मामले में आप कैफीन मुक्त ब्लैक टी का सेवन कर सकती हैं और दिन में एक से दो कप ब्लैक टी पी सकती हैं। किसी भी चीज का एक सीमित मात्रा में सेवन करने से आप और आपका बच्चा नौ महीनों तक गर्भ में बिलकुल सुरक्षित रहेगा।
स्रोत और सन्दर्भ:
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