गर्भावस्था

क्या गर्भावस्था के दौरान बर्गर खाना चाहिए?

गर्भावस्था एक ऐसा समय है जब आपकी भूख बढ़ सकती है और आपको कुछ ऐसा खाने की इच्छा होती है जो अक्सर गर्भवती महिलाओं या अन्य किसी के लिए भी अनहेल्दी है। ऐसे बहुत सारे खाद्य पदार्थ हैं जो खाने में स्वादिष्ट होते हैं पर इससे आपके बच्चे पर बुरा असर पड़ सकता है। गर्भावस्था के दौरान आपको बर्गर खाने की क्रेविंग हो सकती है। यद्यपि बर्गर और अन्य जंक फूड बहुत स्वादिष्ट होते हैं पर गर्भावस्था में अपने बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के लिए आपको यह सब चीजें नहीं खानी चाहिए। 

क्या आप गर्भावस्था के दौरान बर्गर खा सकती हैं?

न्यूट्रिशनिस्ट अक्सर गर्भवती महिलाओं को जंक फूड या प्रोसेस्ड फूड खाने की सलाह नहीं देते हैं क्योंकि यह खाद्य पदार्थ अनहेल्दी होते हैं और इनमें न्यूट्रिशन की मात्रा बिलकुल भी नहीं होती है। इसलिए यदि आप सोच रही हैं कि गर्भावस्था के दौरान आप अपना पसंदीदा बर्गर खा सकती हैं तो इसका जवाब ‘नहीं’ है पर आप निराश न हों। इस अवधि में आप अपने लिए घर पर ही एक बार बर्गर बना सकती हैं। यदि आप बर्गर के लिए सही फिलिंग चुनती हैं तो गर्भावस्था में भी आप इसे खा सकती हैं। 

क्या गर्भावस्था के दौरान बर्गर खाने के कुछ फायदे भी हैं?

गर्भावस्था के दौरान स्टोर से बर्गर खरीदकर खाने के कोई भी फायदे नहीं हैं। यदि आप किसी रेस्टोरेंट पर हमेशा बर्गर खाती हैं और वे क्लेम करते हैं कि वहाँ सिर्फ वीट बन्स का ही उपयोग किया जाता है या उनका बर्गर हमेशा फ्रेश रहता है तो भी आपको बर्गर नहीं खाना चाहिए क्योंकि वह आपके लिए हानिकारक हो सकता है। 

गर्भावस्था के दौरान बर्गर खाने के साइड-इफेक्ट्स

यदि आपको बाहर जाकर बर्गर खाने की इच्छा हो रही है तो आप अपनी इच्छाओं पर रोक लगाएं क्योंकि बर्गर खाने से आपके बच्चे को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान बर्गर खाने से आपको निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, आइए जानें;

  • यदि आप हाई फैट युक्त मीट से बना हुआ बर्गर खाती हैं जिसमें फ्लैटनिंग टॉपिंग्स भी हैं तो इसके माध्यम से आप ज्यादा कैलोरी भी खा सकती हैं। इसकी वजह से आपका अत्यधिक वजन बढ़ सकता है और आपको दिल से सम्बंधित बीमारी भी हो सकती है।
  • कभी-कभी जिस मीट से बर्गर पैटीज बनाया जाता है, वह बासी या आधा कच्चा भी हो सकता है जिससे आपको गर्भावस्था के दौरान फूड पॉइजनिंग होने का खतरा भी हो सकता है। यदि आप अनहाइजिनिक मीट का उपयोग करती हैं तो भी आपको फूड पॉइजनिंग हो सकती हैं। कभी-कभी मीट में भी हॉर्मोन्स होते हैं जो एक गर्भवती महिला के लिए खतरनाक भी हो सकते हैं।
  • गर्भावस्था के दौरान आप हेल्दी व पौष्टिक आहार भी ले सकती हैं। गर्भावस्था में जंक फूड – कंसंट्रेटेड डाइट का सेवन करने से आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर भी पड़ सकता है। इसलिए गर्भस्थ के दौरान अपनी डायट में बर्गर को शामिल न करें।

घर में हेल्दी बर्गर कैसे बनाएं

यदि आपको बर्गर खाने की क्रेविंग होती है तो इसे स्टोर से ऑर्डर करने की आवश्यकता नहीं है। आप घर पर ही एक हेल्दी बर्गर बना सकती हैं। इसे आप कैसे बनाएं, आइए जानते हैं;

  • गर्भावस्था के दौरान घर में ही बर्गर बनाने के लिए आप फ्रेश लीन मीट या चिकन पैटी का ही उपयोग करें क्योंकि इसमें सैचुरेटेड फैट बहुत कम होता है। लीन मीट प्रोटीन का एक हेल्दी रूप है जिससे गर्भ में पल रहे बच्चे के टिश्यू पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
  • आप बर्गर में बहुत सारी सब्जियां, जैसे कटी हुई गाजर, स्वीट पोटैटो, खीरा और टमाटर भी डाल सकती हैं क्योंकि यह गर्भावस्था में आपके अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक पोटैशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम और विटामिन ‘ए’, ‘सी’ और ‘बी1’ प्रदान करता है।
  • आप काले बीन्स, क्विनोआ और दाल से पैटीज बनाएं क्योंकि इसमें फाइबर, प्रोटीन और माइक्रो-न्यूट्रिएंट्स होते हैं। इन सामग्रियों से गर्भावस्था के दौरान आपकी कब्ज की समस्या ठीक रहेगी।
  • आप बर्गर में हर्ब्स, जैसे थाइम, तुलसी, ऑरगैनो और सेज भी डाल सकती हैं क्योंकि यह मसाले एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं और इनसे कोई भी साइड इफ्फेक्ट नहीं होता है।

गर्भावस्था के दौरान बर्गर या जंक फूड  खाने से महिला या उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को कोई भी न्यूट्रिशन नहीं मिलता है। यदि आपको बर्गर या कोई और अनहेल्दी फूड खाने की क्रेविंग होती है तो इस बात का ध्यान रखें कि यह सभी चीजें आपके बच्चे के लिए बिलकुल भी फायदेमंद नहीं है। इस सोच के साथ आप गर्भावस्था के दौरान जंक या अनहेल्दी फूड से दूर ही रहेंगी। हालांकि यदि फिर भी आप गर्भावस्था के दौरान एक बार बर्गर खाने का आनंद लेना चाहती हैं तो आप चीज़, पनीर, सोया चंक्स या लीन चिकन का उपयोग करके घर पर ही बर्गर बना सकती हैं। आप इसमें सब्जियां और हेल्दी फैट्स भी डाल सकती हैं, जैसे अंडे का योक, कोकोनट ऑयल या ओलिव ऑयल।गर्भावस्था के दौरान आप अपनी डायट में अनहेल्दी फूड शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। 

यह भी पढ़ें:

प्रेगनेंसी में पिज्जा का सेवन
प्रेगनेंसी में ब्रेड खाना

सुरक्षा कटियार

Recent Posts

प्रिय शिक्षक पर निबंध (Essay On Favourite Teacher In Hindi)

शिक्षक हमारे जीवन में अत्यधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वह केवल किताबों से ज्ञान नहीं…

2 weeks ago

मेरा देश पर निबंध (Essay On My Country For Classes 1, 2 And 3 In Hindi)

मेरा देश भारत बहुत सुंदर और प्यारा है। मेरे देश का इतिहास बहुत पुराना है…

2 weeks ago

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Essay On The Importance Of Education In Hindi)

शिक्षा यानी ज्ञान अर्जित करने और दिमाग को सोचने व तर्क लगाकर समस्याओं को हल…

3 weeks ago

अच्छी आदतों पर निबंध (Essay On Good Habits in Hindi)

छोटे बच्चों के लिए निबंध लिखना एक बहुत उपयोगी काम है। इससे बच्चों में सोचने…

3 weeks ago

कक्षा 1 के बच्चों के लिए मेरा प्रिय मित्र पर निबंध (My Best Friend Essay For Class 1 in Hindi)

बच्चों के लिए निबंध लिखना बहुत उपयोगी होता है क्योंकि इससे वे अपने विचारों को…

3 weeks ago

मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay On My Favourite Game In Hindi)

खेल हमारे जीवन में बहुत अहम भूमिका निभाते हैं। ये न सिर्फ मनोरंजन का साधन…

3 weeks ago