प्रेगनेंसी में एसेंशियल ऑयल – सुरक्षा, फायदे और सावधानियां

प्रेगनेंसी में एसेंशियल ऑयल - सुरक्षा, फायदे और सावधानियां

एसेंशियल ऑयल, बहुत कंसंट्रेटेड तेल होते हैं, जिनका इस्तेमाल अलग-अलग तरीकों से किया जाता है, जैसे – खुशबू, स्वास्थ्य संबंधी फायदे, स्किन केयर एवं और भी बहुत कुछ। 

हालांकि एसेंशियल ऑइल पूरी तरह से प्राकृतिक होते हैं, फिर भी कुछ महिलाएं उन्हें गर्भावस्था के दौरान प्रयोग करने से हिचकती हैं, क्योंकि ये तेल बहुत ज्यादा स्ट्रांग होते हैं। अधिकतर अरोमा थेरेपिस्ट कहते हैं, कि जब आप प्रेग्नेंट हों, तब कुछ एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल सुरक्षित रूप से किया जा सकता है। इसके लिए इस बात का ध्यान रखने की जरूरत है कि आप इनका इस्तेमाल किसलिए और कितना कर रही हैं। हालांकि, इस बात पर भी तर्क-वितर्क होते रहे हैं। 

इसलिए, आइए देखते हैं, कि एक गर्भवती महिला के लिए कौन से एसेंशियल ऑयल सुरक्षित हैं। साथ ही कुछ विशेष कारणों के लिए इनके उपयोग के कुछ टिप्स और सलाह पर भी नजर डालते हैं। 

एसेंशियल ऑयल क्या होता है? 

एसेंशियल ऑयल क्या होता है

एसेंशियल ऑयल कंसंट्रेटेड तेल होता है, जिन्हें पौधों के पत्तों, जड़ी बूटियों और दूसरे पदार्थों से प्राप्त किया जाता है।  इन्हें कोल्ड प्रेसिंग या स्टीम डिस्टिलेशन की एक पद्धति से निकाला जाता है। एसेंशियल ऑयल हाईली कंसंट्रेटेड होते हैं। आमतौर पर इनका इस्तेमाल डिफ्यूज, ऊपर से लगाने, सूंघने, मसाज या खाने में डाल कर किया जाता है।  इस तेल की अद्भुत खुशबू शरीर और दिमाग को शांति और आराम देने में जादुई रूप से काम करती है। 

यह कैसे काम करता है? 

एसेंशियल ऑयल बिल्कुल उसी तरह काम करता है, जैसे एक दवा शरीर के अंदर काम करती है। कंसंट्रेटेड तेल के मॉलिक्यूल बहुत छोटे होते हैं, और ये बच्चे के सर्कुलेशन तक पहुंच सकते हैं। चूंकि, ये तेल के कंसंट्रेटेड फॉर्म में होते हैं, इसलिए इसकी एक या दो बूंद ही काफी होती है। कहा जाता है, कि गर्भवती महिलाओं के लिए काम करने में इस तेल को थोड़ा वक्त लग सकता है, क्योंकि उनके शरीर में फैटी लेयर्स होते हैं, जिससे इसकी प्रक्रिया धीमी हो जाती है। 

क्या गर्भावस्था के दौरान एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल सुरक्षित है? 

पहली तिमाही के बाद गर्भवती महिला के लिए एसेंशियल ऑयल सुरक्षित होते हैं। कुछ महिलाएं इसे पहले भी लेती हैं। यह तेल प्लेसेंटा के माध्यम से बच्चे तक कैसे पहुँच सकता है, इसे लेकर बहुत बातें होती रही हैं। वैसे ये बातें किसी रिसर्च का नतीजा नहीं हैं और न ही इस तरह की किसी घटना का कोई मामला रिकॉर्ड हुआ है। 

फिर भी, अगर आप इसे अपनी पहली तिमाही के पहले इस्तेमाल करना चाहती हैं, तो हम आपको यही सलाह देंगे, कि आप किसी ऐसे अरोमा थेरेपिस्ट से संपर्क करें, जो गर्भवती महिलाओं का इलाज करते हैं। आप की पहली तिमाही के बाद भी आपको इस बात की जानकारी होना अच्छा है, कि आपको कौन से तेल का उपयोग नहीं करना चाहिए। 

गर्भावस्था के दौरान एसेंशियल ऑयल के इस्तेमाल के फायदे

अगर सही तरीके से और सही मात्रा में एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल किया जाए, तो यह आपको प्रेगनेंसी के कई तरह के लक्षणों में मदद कर सकता है। एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल कुछ ही जगहों पर होता है और ये प्रेगनेंसी के आपके तनाव भरे दिनों में आराम पहुँचा सकते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान जरूर रखें, कि आपको कौन सा तेल इस्तेमाल करना है और कैसे करना है। इसके बारे में कुछ विकल्प नीचे दिए गए हैं जिन्हें आप फॉलो कर सकती हैं: 

  1. नॉशिआ: प्रेगनेंसी के दौरान मतली के लिए मसाज लैवेंडर, सैंडल वुड या जिंजर डिफ्यूजर जैसे कुछ तेल उपलब्ध हैं। 
  2. पाचन क्रिया के लिए: पेपरमिंट ऑयल जैसे एसेंशियल ऑयल हाटबर्न और पाचन क्रिया से संबंधित अन्य परेशानियों में राहत दिला सकते हैं। इन्हें या तो पेट पर मसाज किया जा सकता है या खाना खाने के बाद शहद के साथ खाया जा सकता है। 
  3. डिटॉक्स: लेमन ऑयल जैसे तेल सभी टॉक्सिन और एक्स्ट्रा स्टमक एसिड को आपके सिस्टम से बाहर निकालने में मदद करते हैं। 
  4. ब्लोटिंग: यह एक ऐसी परेशानी है, जिससे हर प्रेग्नेंट महिला को गुजरना ही पड़ता है। जिंजर जैसे एसेंशियल ऑयल प्रेगनेंसी की इस समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं, क्योंकि ये पेट को ठंडा रखने में मदद करते हैं। 
  5. इनसोम्निया: यलांग यलांग और बरगामोंट जैसे एसेंशियल ऑयल दिमाग को शांत रखने में मदद करते हैं और ओवरथिंकिंग से बचाते हैं, जिससे आपको अनिद्रा से राहत मिलती है। 
  6. एंग्जायटी को कम करना: बेसिल जैसे एसेंशियल ऑयल कॉर्टिसोल को रेगुलेट करने में मदद करते हैं, जो कि तनाव का कारक होता है। 
  7. डिप्रेशन को कम करना: माइर्टल ऑयल जैसे एसेंशियल ऑयल थायराइड ग्लैंड को स्टिमुलेट करने में और हार्मोनल इंबैलेंस को कम करने में मदद करने के लिए जाने जाते हैं। 
  8. बाथरूम की सफाई: पाइन जैसे तेल यीस्ट को खत्म करते हैं और बाथरूम में मौजूद किसी भी तरह के मौल्ड्स को खत्म करने में मदद करते हैं। 
  9. बर्तनों की सफाई: थाइम एक शक्तिशाली कीटनाशक है और इसका उपयोग बर्तनों की सफाई के लिए किया जा सकता है, विशेषकर जिन बर्तनों का संपर्क कच्चे मीट से हुआ हो। 
  10. एयर फ्रेशनर: लैवेंडर और लेमन ग्रास जैसे अधिकतर एसेंशियल को जलाने पर बहुत ही अच्छी खुशबू निकलती है। 

गर्भवती महिला के लिए सुरक्षित तेलों की एक सूची

अगर गर्भावस्था में कोई कॉम्प्लिकेशन नहीं हो, तो कुछ एसेंशियल ऑयल गर्भवती महिलाओं के लिए अत्यंत सुरक्षित पाए गए हैं। हालांकि, इनमें से किसी का भी इस्तेमाल जरूरत से ज्यादा न करें और इनकी एक या दो बूंदों का इस्तेमाल करके इन्हें डाइलुट करना ना भूलें। 

यहाँ पर ऐसे प्रेगनेंसी एसेंशियल ऑयल की एक सूची दी गई है, जिनका इस्तेमाल सुरक्षित रूप से किया जा सकता है: 

  • जेरेनियम: बिटर ऑरेंज वह तेल है, जो वॉटर रिटेंशन में आपकी मदद कर सकता है। 
  • लैवेंडर (लैवेंडुला अंगस्तीफोलिया): अगर आपको लगातार शरीर में दर्द और तकलीफ है, तो आप जिंजर और लैवेंडर को मसाज ऑयल में मिक्स करके अपने शरीर पर लगा सकती हैं। यह दर्द में बहुत आराम दिलाता है। 
  • साइप्रेस: अगर आप वेरीकोज वेंस या एड़ियों में सूजन की समस्या से परेशान हैं, तो साइप्रेस आपको बहुत राहत दिला सकता है। 
  • जर्मन कैमोमाइल: अगर आप दर्दनाक पीठ के दर्द से जूझ रही हैं, तो कैमोमाइल तेल का मसाज आपके लिए बहुत अच्छा है। 
  • कॉमन लैवेंडर: लैवेंडर का एसेंशियल ऑयल तनाव से इतनी अच्छी राहत देता है, कि आप इसे प्रेगनेंसी के दौरान कभी नहीं छोड़ना चाहेंगी। डाइल्यूट किया हुआ लैवेंडर एसेंशियल ऑयल साप्ताहिक स्नान के लिए एक सुरक्षित चुनाव है। प्रेगनेंसी के तनाव से राहत दिलाने के लिए, सप्ताह में एक बार इसका इस्तेमाल डिफ्यूजर में भी किया जा सकता है। 
  • फ्रैंकिसेंस: इस एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल महिलाएं शरीर के स्ट्रेच मार्क्स को कम करने के लिए करती हैं। 
  • स्वीट ऑरेंज: स्वीट ऑरेंज (ऑरेंज सीनेंसिस) एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल प्रेगनेंसी के थकावट भरे दिनों में आपके शरीर को एनर्जेटिक बनाए रखने के लिए किया जाता है। इस तेल को जिंजर के साथ मिलाकर मतली और अपच में राहत पाने के लिए किया जा सकता है। हालांकि, अगर आप बाहर धूप में जाने का प्लान कर रही हैं, तो आपको इस तेल के इस्तेमाल से बचना चाहिए। 
  • स्वीट मार्जोरम: जिन महिलाओं को बार-बार पेशाब आने की समस्या होती है, उनके लिए यह बहुत फायदेमंद होता है। 
  • टी-ट्री ऑयल (लेबर में नहीं)
  • यूकेलिप्टस: कंजेशन में आराम दिलाने के लिए यूकेलिप्टस ऑयल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका इस्तेमाल एक एंटीवायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी के तौर पर भी होता है। 
  • नेरोली: यह एसेंशियल ऑयल गर्भवती महिलाओं को एंग्जायटी और तनाव से राहत दिलाती है। 

एसेंशियल ऑयल के इस्तेमाल से कब बचना चाहिए? 

  • पहली तिमाही के दौरान हर तरह के एसेंशियल ऑयल से बचना ही सबसे बेहतर है। यह वह समय है, जब आपका बच्चा बढ़ रहा होता है और शरीर बहुत ही ज्यादा संवेदनशील होता है। 
  • कुछ एसेंशियल ऑयल के कारण अबॉर्शन हो सकता है, इसलिए यह बहुत जरूरी है कि इन पर नजर रखी जाए। जिस किसी तेल के बारे में आपको जानकारी नहीं है, उसके इस्तेमाल से पहले अपने अरोमा थेरेपिस्ट से सलाह जरूर लें। 
  • विशेषकर धूप में बाहर जाते समय एसेंशियल ऑयल के इस्तेमाल से बचें। 
  • जो एसेंशियल ऑयल काफी लंबे समय से प्लास्टिक में रखे गए हैं, उनसे बचें। 
  • अगर आपको थायराइड है, तो आपको एसेंशियल ऑयल के इस्तेमाल से बचना चाहिए। 
  • अगर आपको पहले कभी मिसकैरेज हो चुका है, तो बेहतर है कि आप एसेंशियल ऑयल के इस्तेमाल से बचें। 
  • अगर आपको वजाइनल ब्लीडिंग या ऐसी कोई अन्य समस्या है, तो आपको एसेंशियल ऑयल के इस्तेमाल से बचना चाहिए, क्योंकि इससे स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। 
  • जो तेल पुराने हो चुके हैं, उनका इस्तेमाल न करें। इनकी जगह पर वैसे तेल खरीदें, जो नए हैं और हाल ही में बने हैं। 

वैसे तेलों की सूची जिनका इस्तेमाल प्रेगनेंसी के दौरान नहीं करना चाहिए

कुछ एसेंशियल ऑयल गर्भावस्था को मुश्किल बना सकते हैं और इनके इस्तेमाल से बचना चाहिए। साथ ही ऐसे कुछ तेल हैं, जिनके बारे में हम पूरी तरह से श्योर नहीं हैं। इसलिए, बेहतर है कि इनका इस्तेमाल न किया जाए। अगर आप भी जानना चाहते हैं, कि प्रेगनेंसी के दौरान किन एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, तो उनके कुछ नाम नीचे दिए गए हैं: 

  • फेनेल 
  • क्लैरि सेज 
  • मर्जोरम
  • सिनेमन
  • थुजा
  • मगवर्ट 
  • बर्च 
  • विंटरग्रीन
  • कैम्फर
  • हाइसूप 
  • एनीसीड
  • टेनसी 
  • वर्मवुड 

तेल के इस्तेमाल के समय याद रखने वाली सावधानियां

गर्भावस्था के दौरान, एसेंशियल ऑयल के इस्तेमाल को लेकर कई तरह के दावे और भ्रम हैं। हालांकि, यह बात पूरी तरह से तय है, कि आपको इनको पूरी तरह से छोड़ने की जरूरत नहीं है। आप जो कर सकती हैं, वो यह है, कि इनका इस्तेमाल सावधानी के साथ करें। एसेंशियल ऑयल के अद्भुत फायदों का लाभ जरूर उठाएं, लेकिन साथ ही किसी भी तरह के खतरों से बचना भी जरूरी है। यहाँ पर कुछ बातें दी गई है, जिन्हें आपको एसेंशियल ऑयल के इस्तेमाल के समय याद रखना चाहिए: 

  • आमतौर पर एसेंशियल ऑयल काफी स्ट्रांग होते हैं और इनसे समस्याएं हो सकती हैं और इसलिए यह बहुत जरूरी है, कि इस्तेमाल से पहले कंसंट्रेशन को डाइल्यूट किया जाए। 
  • एक घंटे से अधिक देर तक एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करने से कभी-कभी नॉशिआ, वर्टिगो, लेथार्जी और सिरदर्द जैसे साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। 
  • एसेंशियल ऑयल की क्वालिटी को चेक करना बहुत जरूरी है। कभी-कभी तेल में मिलावट कर दी जाती है, जिससे इसके नुकसानदायक परिणाम हो सकते हैं। इसलिए इन तेलों के इस्तेमाल से पहले इनकी क्वालिटी को चेक करने की आदत बनाएं। 
  • कुछ तेलों में फिनोल और एल्डिहाइड होते हैं, जो आपकी त्वचा पर बुरा प्रभाव डाल सकते हैं। इसलिए इनके इस्तेमाल से पहले इन्हें डायल्यूट अवश्य करें। 
  • डैमेज त्वचा पर एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करने से रिएक्शन हो सकते हैं। 
  • एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल हर रोज नहीं होना चाहिए। 
  • कभी भी इन तेलों का इस्तेमाल सीधे अपनी त्वचा पर न करें। एसेंशियल ऑयल कंसंट्रेटेड होते हैं, इससे त्वचा को समस्या हो सकती है। 

प्रेगनेंसी के दौरान एसेंशियल ऑयल को लेकर मिथ

  • फ्रैंकिसेंस को अबॉर्टीफेशेंट कहा जाता है, लेकिन इस बात को साबित करने के लिए कोई भी स्टडी या रिसर्च उपलब्ध नहीं है। 
  • प्रेगनेंसी के दौरान इन तेलों के इस्तेमाल से पहले अपने गायनेकोलॉजिस्ट या मिडवाइफ से सलाह जरूर लें। 
  • गर्भावस्था, डिलीवरी और बच्चों के लिए एसेंशियल ऑयल बिल्कुल सुरक्षित होते हैं – यह बात बिल्कुल गलत है, क्योंकि यह स्वाभाविक है, कि एसेंशियल ऑयल बच्चों की नाजुक त्वचा पर बहुत स्ट्रांग हो सकते हैं। 
  • बच्चे के जन्म की प्रक्रिया में एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करें। हालांकि, यह तभी काम करेगा जब आपकी डिलीवरी घर पर हो रही हो। लेकिन, अगर आप हॉस्पिटल जा रही हैं, तो कृपया इन तकनीकों के इस्तेमाल से बचें, क्योंकि यह डॉक्टर के द्वारा की जाने वाले वाली प्रक्रियाओं और पद्धतियों के साथ मिलकर खराबी पैदा कर सकते हैं। 

प्रेगनेंसी के दौरान एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल बहुत लॉजिकल है। जहाँ इसे लेकर अनगिनत लेख, ब्लॉग और वेबसाइट हैं, जो कि एसेंशियल ऑयल से सुरक्षा और खतरों के बारे में बात करते हैं, वहीं, इस बात को साबित करने के लिए कोई भी ठोस रिसर्च नहीं हुई है। इनमें से अधिकतर स्टेटमेंट अनुभव, भ्रम और इंटरनेट की रिसर्च से निकले हुए प्रतीत होते हैं। इसलिए कई बार प्रेगनेंसी के दौरान एसेंशियल ऑयल की सुरक्षा को लेकर हम 100% सही नहीं हो सकते हैं। 

इसलिए, एक सवाल साधारण सवाल पर जाते हैं, क्या आप प्रेगनेंसी के दौरान एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं? 

हाँ, कुछ एसेंशियल ऑयल प्रेगनेंसी के लिए सुरक्षित होते हैं, लेकिन आपको इस बात पर पूरा ध्यान देना होगा, कि आप इनका इस्तेमाल कब, क्यों और कितना कर रही हैं। 

समझदारी इसी में है, कि सुरक्षित रास्ते पर चला जाए और अपनी प्रेगनेंसी को खतरे में न डाला जाए। अगर आप सचमुच प्रेगनेंसी के दौरान इन तेलों का इस्तेमाल करना चाहती हैं, तो कृपया इस बात को सुनिश्चित कर लें, कि आपके जीवन के इस नाजुक दौर में यह आपके लिए सुरक्षित हो। 

आपकी गर्भावस्था के दौरान, ऐसी कुछ बातों की मनाही होती है, जिनका आपको ध्यान रखना चाहिए। कभी-कभी यह थोड़ा परेशानी भरा हो सकता है, क्योंकि आप अपनी लाइफ स्टाइल में बहुत सारी रुकावटें नहीं चाहती हैं। निश्चित ही यह बहुत ही चुनौती भरा समय है, लेकिन याद रखें, इन नौ महीनों में अपने शरीर का ध्यान रखना आपके और आपके बच्चे दोनों के लिए बहुत ज्यादा जरूरी है। इसका मतलब यह है, कि इस दौरान आपको कुछ कुर्बानियां करनी पड़ेंगी और खतरों से बचना होगा। 

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