महिलाओं के जीवन में गर्भावस्था एक सबसे सुंदर समय होता है। यह समय बहुत सारी पॉजिटिविटी, खुशियां और आस लेकर आता है। कभी-कभी हॉर्मोनल बदलावों के कारण महिलाओं को डिप्रेशन और उनके विचार नेगेटिव होने का भी खतरा हो सकता है। इस समय यदि एक गर्भवती महिला बहुत ज्यादा चिंता करती है या उसके विचार बहुत ज्यादा नकारात्मक हो जाते हैं तो यह उसको और बच्चे को भी शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। हालांकि एक पॉजिटिव व्यक्ति होने के नाते आपको अपने जीवन में हो रहे बदलावों पर ध्यान देना चाहिए और गर्भावस्था के दौरान हो रहे स्ट्रेस को कम करने का प्रयास करना चाहिए ताकि आपके जीवन का यह चरण भी बेहतर हो सके।
गर्भावस्था की तीनों तिमाही में आपका पॉजिटिव और खुश रहना बहुत जरूरी है। यह सीधे आपके बच्चे के विकास पर प्रभाव डालता है। कई स्टडीज बताती हैं कि गर्भावस्था के दौरान एक महिला जितना ज्यादा खुश रहती है, उसे मानसिक और शारीरिक समस्याएं उतनी ही कम होती हैं। यह वह समय है जब आपको विभिन्न प्रकार की एंग्जायटी का भी अनुभव हो सकता है। इसलिए इस बात पर पूरा ध्यान दें कि आप गर्भावस्था में ज्यादा से ज्यादा पॉजिटिव और खुश रहें।
गर्भावस्था के दौरान खुद को खुश रखने के आसान तरीके
गर्भावस्था के दौरान पॉजिटिव रहने के निम्नलिखित तरीके, आइए जानते हैं;
1. हर दिन को खुशी से स्वीकार करें
इस समय आप सिर्फ आज में जिएं और अपने बच्चे पर ध्यान दें। यह आपकी समस्याओं को बढ़ाने के बजाय उन्हें कम करने में मदद करेगा। गर्भावस्था के दौरान यदि आप सिर्फ अपनी खुशियों में ध्यान देती हैं तो इससे आपकी अन्य समस्याएं अपने आप कम होने लगेंगी।
2. लाइफस्टाइल हेल्दी रखें
जैसे-जैसे गर्भावस्था आगे बढ़ेगी, शारीरिक व हॉर्मोनल बदलावों के कारण आपको थकान और सुस्ती महसूस होगी। इसलिए जीवन के इस चरण में आप अपनी लाइफस्टाइल को हेल्दी रखें। इसके लिए आप एक्सरसाइज कर सकती हैं, सही डाइट ले सकती हैं और मानसिक रूप से सजग भी रह सकती हैं। यह सब चीजें आपकी लाइफस्टाइल में ही आता है जिससे आपके गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास में पॉजिटिव प्रभाव पड़ेगा। इस समय आपको शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए हेल्दी डाइट लेनी चाहिए।
3. नेगेटिविटी को दूर रखने के लिए योग और मेडिटेशन करें
गर्भावस्था के दौरान आप योग और मेडिटेशन के सेशन भी जॉइन कर सकती हैं। इनका अभ्यास करने से आप खुद में ही जीवंत, मजबूत और खुशहाल महसूस करेंगी। सांस लेने की एक्सरसाइज करने से आपको अंदर से बहुत हल्का महसूस होगा और इससे आपकी सोच, शब्द और आपके कार्यों में सकारात्मकता भी आएगी।
4. कुछ लिखें
यह हर महिला के जीवन का एक इंट्रेस्टिंग समय होता है और इसलिए इस समय आपके पास बहुत सारे विचार व भावनाएं होंगी जिन्हें आप लिख सकती हैं। आप चाहें तो अपने लिए एक डायरी खरीद लें जिसमें आप अपने सारे विचार लिख सकती हैं। कई महिलाएं ब्लॉग भी लिखती हैं या ब्लॉग्गिंग करती हैं जिसमें वे अपने जीवन के सफर को शेयर करने के साथ अपनी भावनाओं को व्यक्त करती हैं।
5. बच्चे का स्वागत करने की तैयारियों में व्यस्त रहें
गर्भावस्था के दौरान आप कुछ ऐसी एक्टिविटीज कर सकती हैं जिन्हें आप बार-बार याद करें ताकि आपके इंतजार के इस समय में थोड़ी उत्सुकता आ सके।
6. खुद का खयाल रखें
यह खुद को पैंपर करने का सबसे सही समय है। इस समय आप स्पा जा सकती हैं, मालिश या पेडिक्योर भी करवा सकती हैं। इससे गर्भावस्था के दौरान आप में ताजगी और खुशी आएगी। हालांकि आप इस बात का पूरा ध्यान रखें कि गर्भावस्था में आप जो भी ट्रीटमेंट ले रही हैं वह आपके लिए सुरक्षित होना चाहिए।
7. अपनी बढ़ती हुई सेंसेस (इन्द्रियों) का आनंद लें
गर्भावस्था के दौरान आपकी सेंसेस बढ़ती है और यह जीवन को नए तरीके से जीने का अनुभव लेने का अवसर प्रदान करती है। इस दौरान आप फूलों की सुगंध पर ध्यान दें, दूर से चिड़ियों की चहक सुनें या गिलहरी को पेड़ पर चढ़ते देखें। आपकी इन्द्रियों की यह शक्ति आपको सकारात्मकता प्रदान करेगी।
8. अपने काम को बांटें
आपके लिए जरूरी है कि आवश्यकता पड़ने पर आप दूसरों की मदद लें और अपने बच्चे के आने व अपनी हेल्थ पर ज्यादा ध्यान देने के लिए कार्यों को घरवालों से बांटें।
9. कुछ न कुछ पढ़ती रहें और जानकारी रखें
गर्भावस्था के बारे में पढ़ने से आपको इस दौरान हर चरण व बदलाव का सामना करने में मदद मिलेगी और आपको पता होगा कि इस समय आपको क्या करना चाहिए।
10. पेरेंटिंग की तैयारी करें
आप इस समय का उपयोग पेरेंटिंग के बारे में जानने के लिए कर सकती हैं। मातृत्व एक बेहतरीन अनुभव उन्हीं के लिए है जो मानसिक रूप से तैयार हैं और जिन्हें आने वाली चुनौतियों के बारे में पता है। यदि आप भविष्य में आने वाली चुनौतियों के लिए पहले से ही तैयार हैं तो आपको एक अलग सी संतुष्टि और खुशी का अनुभव होगा। पेरेंटिंग के बारे में पढ़ने से आपका दिमाग अपने बच्चे की कल्पनाओं में व्यस्त रहेगा और यह इसकी सबसे अच्छी बात है।
11. गर्भ में पल रहे बच्चे से बात करने का समय निकालें
जैसे-जैसे आपके गर्भ में बच्चा बढ़ता है, वैसे-वैसे आपके और उसके बीच बॉन्डिंग भी मजबूत होती है। आप रोजाना अपने बच्चे के लिए गाएं, उससे बातें करें और अपनी सांसों के माध्यम से उससे जुड़ने व महसूस करने का प्रयास करें।
12. जैसा चल रहा है वैसा चलने दें
जाहिर है इस दौरान आप सोचती होंगी कि आपका लेबर कैसे और कहाँ होगा। हालांकि हो सकता है यह वैसा न हो जैसी आपने योजना बनाई थी। इसलिए इस समय आप थोड़ी फ्लेक्सिबिलिटी रखें, सभी संभावनाओं के लिए खुद को तैयार करें और अपने विचारों में सकारात्मकता बनाए रखें।
13. बच्चे के लिए शॉपिंग करें
यदि इस समय आप बच्चे के लिए शॉपिंग करती हैं या उसके लिए नर्सरी बनाती हैं तो यह आपके लिए मजेदार होगा पर इसे हावी न होने दें। इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि आपके बच्चे को सिर्फ बेसिक चीजों की जरूरत है, जैसे खाना, घर, कपड़े और डायपर। बहुत से लोग पहले से ही बच्चे के लिए शॉपिंग नहीं करते हैं पर आप चाहें तो अपने घर में नए मेहमान का स्वागत करने के लिए पूरी तरह से तैयार रह सकती हैं।
14. जीवन का मूल्यांकन करें
बदलते समय के साथ आपके जीवन की प्राथमिकताएं भी बदल जाएंगी। इस दौरान आपके लिए जरूरी है कि आप खुद को जानें और जीवन को बेहतर बनाने के लिए वर्तमान व भविष्य के बदलावों को अपने अनुकूल बनाने का प्रयास करें।
15. माता-पिता और इन-लॉज़ के साथ और करीब से जुड़े
इस समय आप अपने पेरेंट्स के साथ और अच्छे से कम्यूनिकेट कर सकती हैं। आप उनसे बातचीत करें और जानें कि उन्होंने आपको कैसे पाला था और जानें अपने इन-लॉज़ से आपके पति की बचपन की बातें। यह आपके लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद और इंटरेस्टिंग साबित होगा।
16. अपनी सेक्स लाइफ को बेहतर बनाएं
आपके रिश्ते का एक महत्वपूर्ण चरण होने के साथ-साथ गर्भावस्था की अवधि शारीरिक आनंद लेने का भी समय है। इस दौरान आपके हॉर्मोन्स और सेंसेस बढ़ते हैं इसलिए इस समय आप थोड़ा रचनात्मक हों और अपनी सेक्स लाइफ एन्जॉय करें। इससे आपके मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
17. नए दोस्त बनाएं
इस दौरान आप अपने अनुभवों को अन्य गर्भवती महिलाओं से शेयर करने के लिए किसी हॉस्पिटल या कम्युनिटी सेंटर में बात कर सकती हैं। इस प्रकार से आप उन महिलाओं से दोस्ती कर पाएंगी जिनकी स्थिति आपके जैसी है या जो अपने जीवन में इन चरणों से गुजर चुकी हैं।
18. छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान दें
बच्चे के जन्म के बाद आपके खर्चों में काफी बदलाव हो सकते हैं और नियत तारीख करीब आने तक इस बारे में आपकी चिंताएं भी बढ़ सकती हैं जिसके परिणामस्वरूप आपकी सोच नकारात्मक हो सकती है। इसलिए आप अपने खर्चों और पैसों की योजना पहले से ही बना लें।
19. अपने स्वास्थ्य का खयाल रखें
इस समय आप अपने वजन को बनाए रखें ताकि आपको अपने शरीर के लिए कोई भी नकारात्मक विचार न आए। यदि आप ओवरवेट हैं या आपको पहले से ही कोई समस्या है, जैसे थाइरोइड या डायबिटीज तो आपको इसके लिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यह जन्म के समय आपके बच्चे को हेल्दी रहने में मदद करेगा।
20. गर्भावस्था के दौरान हल्की मालिश करवाएं
यदि आप गर्भावस्था के दौरान सही तरीके से मालिश करवाती हैं तो इससे आपको बहुत आराम मिल सकता है। इससे आपकी कमर में दर्द कम होगा, सूजन कम होगी और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होगा। इस बात का पूरा खयाल रखें कि गर्भावस्था के दौरान आप किसी प्रोफेशनल से ही मालिश करवाएं।
जब से आपको पता चला है कि आप गर्भवती हैं तब से आपके जीवन में कई बदलाव आए होंगे। गर्भावस्था के बाद आपके जीवन में बहुत सारी चीजें दोबारा से नॉर्मल हो जाएंगी पर यह भी सच है कि आपका पुराना जीवन पूरी तरह से वापस नहीं आएगा। अब आपको यह सभी चीजें समझने की जरूरत है और इसी बदलाव के साथ आप अपने जीवन के नए पड़ाव पर आगे बढ़ें।
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