गर्भावस्था के दौरान नाक में सूजन

प्रेगनेंसी के दौरान नाक में सूजन

यदि आप गर्भवती हैं, तो आपको निस्संदेह अपने शरीर में कुछ बदलावों का अनुभव होगा। इनमें से कुछ बदलाव जैसे कि ब्रेस्ट में दर्द, पिगमेंटेशन, टखनों में सूजन और इस तरह कुछ और चीजें भी होती हैं जिनकी अपेक्षा आपको होती ही है, लेकिन फिर कुछ ऐसे अजीब बदलाव भी होते हैं जिसकी अपेक्षा आपने नहीं की होती है, जैसे नाक में सूजन होना। हाँ, नाक में सूजन भी गर्भावस्था का एक लक्षण है। यदि आपको लगता है कि आपकी नाक बड़ी और चौड़ी हो रही है, तो यह हार्मोनल परिवर्तनों के कारण हो सकता है। चूंकि गर्भावस्था के दौरान प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ जाते हैं, इसलिए इससे आपकी नाक और शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन आ सकती है।

गर्भावस्था के कुछ असामान्य लक्षण क्या होते हैं?

नाक में सूजन के अलावा, गर्भावस्था के कई अन्य असामान्य लक्षण होते हैं। हालांकि, सभी महिलाओं को गर्भावस्था में ये सारे असामान्य लक्षण महसूस नहीं होते। कुछ महिलाओं को पिग्मेंटेशन के कारण अपने बालों के रंग में बदलाव दिख सकता है, कुछ को अपने पेट पर बाल उगते हुए दिख सकते हैं, और कुछ ऐसी भी होंगी जिन्हें अपने पैर लंबे या बड़े होते लग सकते हैं। ये सभी लक्षण गर्भावस्था के दौरान शरीर में हार्मोन में होने वाले परिवर्तनों के कारण होते हैं। लेकिन डिलीवरी के बाद उन्हें सामान्य स्थिति में वापस आना चाहिए।

गर्भावस्था के दौरान नाक में सूजन क्यों होती है?

गर्भावस्था के दौरान नाक में सूजन सामान्य लक्षण नहीं होता और जाहिर है आपको टेंशन होगी। लेकिन अगर आप यह जानती हों कि ऐसा होने का कारण क्या है, तो आप इससे निपट सकती हैं।

  • गर्भावस्था की पहली तिमाही के दौरान, बढ़ते हुए फीटस को ज्यादा खून भेजने के लिए ब्लड वेसेल्स फैलती हैं। ये ब्लड वेसेल्स साइनस और नेसल पैसेज में भी फैल जाती हैं, जिससे नाक में हल्की सूजन आ जाती है।
  • गर्भावस्था की अंतिम तिमाही के दौरान, चेहरे में वॉटर रिटेंशन से नाक काफी हद तक सूज सकती है।
  • गर्भावस्था के दौरान हाई ब्लड प्रेशर नाक में सूजन का कारण बन सकता है।
  • नाक में सूजन या नाक के आकार का बढ़ना शरीर के हार्मोनल सिस्टम में बदलाव के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।
  • शरीर के एस्ट्रोजन के लेवल में बढ़ोतरी म्यूकस मेम्ब्रेन में ब्लड फ्लो को बढ़ा सकती है, जो ठीक नाक के नीचे होता है। बढ़ा हुआ ब्लड फ्लो नाक में मांसपेशियों को फैलाता है।

गर्भावस्था के दौरान नाक का आकार कैसे बदलता है?

गर्भावस्था के दौरान, बढ़ते हुए बच्चे को महिला के शरीर में जगह देने के लिए बाकी अंगों का विस्तार होता है। नाक के मामले में भी ऐसा ही है। गर्भावस्था के दौरान एस्ट्रोजन का लेवल बढ़ने से म्यूकस मेम्ब्रेन में खून का बहाव होता है। चूंकि नाक के माध्यम से ज्यादा खून पंप होता है इसलिए नाक के नीचे की मांसपेशियां और मेम्ब्रेन इस प्रकार फैल जाते हैं । इससे नाक की नरम हड्डियां आसानी से प्रभावित होती हैं और इसलिए एक अलग आकार लेती हैं। यही कारण है कि कुछ महिलाएं गर्भावस्था के दौरान अपनी नाक के चौड़ा होने और एक अलग आकार लेता देख सकती हैं।

नाक अपने सामान्य आकार में वापस कब आएगी?

गर्भावस्था के दौरान नाक का बढ़ना गर्भवती महिला के शरीर में हार्मोनल परिवर्तन के कारण होता है। हालांकि, ये बदलाव टेम्परेरी होते हैं। डिलीवरी के बाद, हार्मोन अपने सामान्य लेवल पर वापस आ जाता है, और ये सभी बदलाव एक महीने से चालीस दिनों के भीतर वापस सामान्य हो जाने चाहिए।

गर्भावस्था के दौरान नाक में सूजन से कैसे बचें?

हालांकि गर्भावस्था के दौरान नाक में सूजन आती है, सूजन को मैनेज करने और कम करने के तरीके हैं। यदि आप अपनी नाक में सूजन पाती हैं, तो नमक का सेवन कम करने की कोशिश करें, यह वॉटर रिटेंशन के लेवल को कम करेगा और हाई ब्लड प्रेशर को मैनेज करेगा। आप पानी भी पी सकती हैं क्योंकि भरपूर पानी पीने से वॉटर रिटेंशन को कम करने में मदद मिलती है जिससे सूजन कम होगी। सबसे अच्छा यह होगा कि गर्भावस्था के दौरान नाक की सूजन को रोकने के लिए डॉक्टर द्वारा सुझाई गई सही सावधानियां अपनाई जाएं।

डॉक्टर से कब मिलें

आमतौर पर, गर्भावस्था के दौरान नाक में सूजन सामान्य है और आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, यदि आपको शरीर में कहीं और सूजन दिखाई देती है जैसे कि हाथ, चेहरा, या पैर, तो आपको डॉक्टर से जांच करनी चाहिए। यदि आप गंभीर या अचानक हुई सूजन देखें तो यह हाई ब्लड प्रेशर के कारण हो सकता है। प्रीक्लेम्पसिया (गर्भावस्था के दौरान हाई बीपी) और वॉटर रिटेंशन दोनों की समस्या एक साथ होना वास्तव में गर्भवती महिला के लिए सही नहीं है, इसलिए बेहतर यह है कि आप बिना देरी किए डॉक्टर से परामर्श करें।

गर्भावस्था में कुछ अजीब और अवांछित बदलाव हो सकते हैं, जैसे कि नाक में सूजन, लेकिन भरोसा रखें कि ये परिवर्तन डिलीवरी के बाद कम हो जाएंगे। गर्भावस्था के दौरान शरीर में जो भी परिवर्तन होते हैं, वे हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण होते हैं और टेंशन लेने की कोई जरूरत नहीं है। गर्भावस्था एक अद्भुत समय होता है, इसलिए इसका आनंद लें। हेल्दी खाएं, आपकी गर्भावस्था भी हेल्दी रहेगी!

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