गर्भावस्था के दौरान स्नान – क्या करें और क्या न करें

प्रेगनेंसी में स्नान कैसे करें?

नहाना एक प्रभावी तरीका है जिससे पूरे शरीर का हाइजीन बनाए रखने में मदद मिलती है। हालांकि गर्भावस्था के दौरान यदि आप बहुत देर तक स्नान करती हैं या कभी-कभी गुनगुने पानी से भी स्नान करती हैं तो यह चिंता का कारण हो सकता है। हो सकता है कि आपको यह जानना भी चाहती हों कि गर्भावस्था में सामान्य रूप से नहाना गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए सही है या इसमें आपको कुछ बदलाव करने कि जरूरत है। इस आर्टिकल में गर्भावस्था के दौरान नहाने और इससे संबंधित सावधानियों के बारे में चर्चा की गई है, जानने के लिए यह लेख पूरा पढ़ें। 

क्या आप गर्भावस्था के दौरान स्नान कर सकती हैं?

गर्भावस्था के दौरान नहाने से सिर्फ शांति और आराम ही नहीं मिलता है बल्कि इससे मांसपेशियों की थकान भी कम होती है। इसलिए यदि आप गर्म पानी का उपयोग नहीं करती हैं तो आपको गर्भावस्था में नियमित नहाने से कोई भी हानि नहीं होगी। गुनगुने पानी से नहाने से शरीर का तापमान बढ़ सकता है जिससे आपको और बच्चे को कुछ कॉम्प्लीकेशंस हो सकते हैं। इसी प्रकार से गर्भावस्था में स्टीम बाथ, सॉना बाथ, हॉट टब बाथ आदि से भी बचना चाहिए। 

गर्भावस्था के अलग-अलग चरणों में सुरक्षित तरीके से कैसे स्नान करें?

गर्भावस्था में नहाना सुरक्षित है पर इस बात का ध्यान रखें कि नहाते समय पानी का तापमान बहुत ज्यादा नहीं होना चाहिए क्योंकि इससे ब्लड प्रेशर कम हो सकता है जिसके परिणामस्वरूप आपको कमजोरी हो सकती है या चक्कर आ सकते हैं या यहाँ तक कि बच्चे को जन्म से रोग भी हो सकते हैं। गर्भावस्था की पहली तिमाही में ब्लड प्रेशर कम होने से अबॉर्शन करवाना पड़ सकता है या मिसकैरेज भी हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान नहाने के सुरक्षित तरीके या इसके विभिन्न चरणों में नहाने से संबंधित सावधानियों के बारे में आइए जानें;

1. पहली तिमाही

गर्भावस्था की पहली तिमाही बच्चे के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होती है क्योंकि इस चरण में बच्चे के अंग विकसित होने लगते हैं और शरीर में ओवरहीटिंग होने की वजह से गंभीर कॉम्प्लीकेशंस या बच्चे को जन्मजात समस्याएं हो सकती हैं। पहली तिमाही में आप सुरक्षित तरीके से कैसे नहा सकती हैं, आइए जानें;

  • आप गर्भावस्था के शुरूआती समय में गुनगुने पानी से नहा सकती हैं। 
  • इस बात का ध्यान रखें कि गर्भावस्था के दौरान बाथ टब में ज्यादा देर तक पानी में न बैठी रहें। 
  • इस समय आप केमिकल-फ्री या ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स का ही उपयोग करें। 
  • नहाने के पानी का तापमान 102 डिग्री से ज्यादा नहीं होना चाहिए। 

2. दूसरी तिमाही

गर्भावस्था के इस चरण में आपका स्वास्थ्य काफी हद तक ठीक रहता है और बढ़ते पेट की वजह से आपके शरीर का संतुलन भी बिगड़ सकता है। इस दौरान नहाने से आपको काफी आराम मिल सकता है पर इसके लिए आप निम्नलिखित तरीकों का उपयोग जरूर करें। वे तरीके कौन से हैं, आइए जानें;

  • जब तक डॉक्टर इसके विपरीत सलाह न दें तब तक आप गर्भावस्था के दौरान नियमित रूप से नहा सकती हैं। 
  • नहाने से पहले पानी का तापमान जरूर चेक कर लें। 
  • आप शॉवर लेने के समय को नियंत्रित करें और खुद को ज्यादा देर तक पानी में न रखें। ज्यादा देर तक शॉवर लेने से आपको वजायनल इन्फेक्शन हो सकता है। 
  • इस दौरान यदि आपके पैरों में दर्द हो रहा है तो पूरे शरीर को पानी में भिगोने के बजाय आप सिर्फ अपने पैरों को गर्म पानी में डालकर रखें। 

3. तीसरी तिमाही

इस तिमाही में आप लेबर व डिलीवरी के पास आ जाती हैं। इस समय में आपके शरीर में दर्द व तकलीफें हो सकती हैं। नहाने से बहुत फ्रेश लगता है और शरीर को आराम भी मिलता है। गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में नहाते समय आप निम्नलिखित सावधानियां बरत सकती हैं, आइए जानें;

  • गुनगुने पानी में आराम से नहाएं। 
  • इस दौरान यदि आपको कोई भी असुविधा होती है या आपके शरीर का तापमान बढ़ता है तो पानी से तुरंत बाहर आ जाएं। 
  • तीसरी तिमाही में बार-बार पानी में आने और जाने से गर्भावस्था को नुकसान हो सकता है इसलिए एक्सीडेंट से बचने के लिए आप किसी की मदद ले सकती हैं। 
  • गर्भावस्था के अंतिम दिनों में वजन संभाल पाना कठिन होता है इसलिए तीसरी तिमाही के दौरान टॉयलेट में जाते समय या नहाते समय पूरी सावधानी बरतना जरूरी है ताकि आप फिसलें नहीं। 

गर्भावस्था में स्नान करते समय क्या न करें 

गर्भावस्था जीवन का एक सबसे नाजुक समय है और इस दौरान गर्भवती महिलाओं को कोई भी काम करते समय या नहाते समय सावधानी बरतना जरूरी है। गर्भावस्था में कुछ चीजें बिलकुल भी नहीं करनी चाहिए। गर्भावस्था में आप निम्नलिखित चीजें बिलकुल भी न करें, आइए जानते हैं;

  • हॉट टब बाथ या शॉवर के नीचे ज्यादा गर्म पानी में बहुत देर तक नहीं नहाना चाहिए। यदि आपको पानी के तापमान से संबंधित कोई भी शंका है तो आप पहले थर्मामीटर से इसका तापमान चेक कर लें। 
  • कई महिलाओं को बबल बाथ करना अच्छा लगता है। हालांकि गर्भावस्था में नहाते समय उन प्रोडक्ट्स का उपयोग न करें जिनमें केमिकल हो सकते हैं, जैसे पैथलेट्स, बीपीए लाइनर्स और अन्य हानिकारक केमिकल।
  • यदि आप टब बाथ लेती हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि इस समय आपकी मदद के लिए कोई साथ होना चाहिए ताकि आपको टब में जाते व निकलते समय कोई भी तकलीफ न हो। गर्भावस्था में पेट बढ़ने की वजह से वजन संभालना आपके लिए अधिक चैलेंजिंग हो सकता है। इस दौरान मदद लेना आपके लिए सुरक्षित हो सकता है। 
  • बाथ मैट्स डालना न भूलें। बाथरूम ऐसी जगह है जहाँ पर जमीन गीली होने की वजह से फिसलने व गिरने का डर सबसे ज्यादा होता है। आप बाथरूम में अलग-अलग जगहों पर मैट डाल सकती हैं। 
  • गर्भावस्था के दौरान बहुत ज्यादा देर तक पानी में न रहें क्योंकि इससे आपको इन्फेक्शन भी हो सकता है, जैसे वजायनल इन्फेक्शन। इस समय आप ज्यादा से ज्यादा 15-20 मिनट तक ही नहाएं। 
  • बाथ बॉम्ब्स का उपयोग न करें। इन बॉम्ब्स की वजह से टब के आसपास सिर्फ फिसलन ही नहीं होती है बल्कि इनमें केमिकल्स भी होते हैं जो आपके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए हानिकारक हो सकते हैं। 
  • यदि संभव हो तो आप अरोमा ऑयल का उपयोग भी न करें। ऐसा इसलिए है क्योंकि गर्भावस्था में अरोमा ऑयल का उपयोग करने से एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है जिससे लेबर प्रेरित हो सकता है या इससे मिसकैरेज भी हो सकता है। जब तक आप इस तेल के प्रभाव के लिए पूरी तरह से निश्चिंत न हो जाएं तब तक इसका उपयोग बिलकुल भी न करें। 
  • बाथरूम में फिसलने से बचने के लिए मैट रखे बिना टब में न जाएं। गर्भावस्था के चलते वजन बढ़ने की वजह से आपकी ग्रेविटी का केंद्र बदल जाता है और इससे आपको गिरने का डर ज्यादा रहता है। फिसलने से बचने के लिए बाथरूम में मैट रखने से संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। 
  • बॉडी स्क्रब का उपयोग भी बिलकुल न करें। गर्भावस्था में शरीर बहुत ज्यादा सेंसिटिव हो जाता है और बॉडी स्क्रब में एप्सम सॉल्ट (सेंधा नमक) होता है। यह सॉल्ट आपके शरीर को ड्राई कर सकता है और त्वचा से प्रकृतिक नमी को कम करता है। यदि आप स्क्रब का उपयोग करना चाहती हैं तो आपको होममेड या ऑर्गेनिक बॉडी स्क्रब का ही उपयोग करना चाहिए। 
  • नहाते समय डेड स्किन हटाने के लिए बहुत ज्यादा हार्ड लूफा का उपयोग न करें। गर्भावस्था के दौरान आपकी स्किन के टेक्सचर में बदलाव हो सकते हैं और हार्श प्रोडक्ट्स से आपकी त्वचा में समस्याएं हो सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान अपनी त्वचा को सुरक्षित रखने व नहाने के अनुभव को एन्जॉय करने के लिए मुलायम लूफा का उपयोग ही करें। 
  • गर्भावस्था के दौरान नहाने के लिए भी बिना फिल्टर किया हुआ पानी का उपयोग न करें विशेषकर तब जब आप किसी ऐसी जगह में रहती हैं जहाँ पर प्रदूषित पानी आता हो। इस बात का ध्यान रखें कि बाथरूम में भी फिल्टर लगाएं ताकि आप गर्भावस्था में प्रदूषित पानी के संपर्क में कम से कम आएं। बाथरूम में लगाए लगाए जानेवाले फिल्टर मार्केट में उपलब्ध हैं और इन्हें सरलता से इंस्टॉल भी किया जा सकता है। 
  • गर्भावस्था के दौरान यदि संभव हो तो टब बाथ लेने के बजाय आप शॉवर के नीचे स्नान करें। टब बाथ में आराम जरूर मिलता है पर यह भारीपन बढ़ा देता है जिससे तीसरी तिमाही में खतरे हो सकते हैं। इसलिए जितना संभव हो उतना आप टब बाथ लेने के बजाय शॉवर के नीचे नहाएं। 

गर्भावस्था में सभी चीजों की तरह ही नहाते समय भी विशेष ध्यान देना चाहिए। इस बात का पूरा ध्यान रखें कि गर्भावधि में नहाने के दौरान आप ऊपर दी हुई सलाह जरूर मानें और अपने इस अनुभव को आरामदायक बनाएं व एन्जॉय करें। यदि आपको इससे संबंधित कोई भी शंका या सवाल है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, वे आपको गर्भावस्था में नहाने से संबंधित पूरी व सही जानकारी देंगे। 

यह भी पढ़ें:

एक परफेक्ट बेबीमून के लिए 12 ड्रीम वेकेशन आइडियाज