गर्भावस्था के दौरान टमाटर का सेवन

प्रेगनेंसी के दौरान टमाटर का सेवन

गर्भावस्था में महिलाओं को हमेशा यह सलाह दी जाती है कि वे क्या खाती हैं, इस बारे में सावधान रहें। उनके आहार में भरपूर फल और सब्जियां शामिल होनी चाहिए। लेकिन कई गर्भवती महिलाओं को यह सवाल होता है कि क्या वे गर्भावस्था में टमाटर खा सकती हैं। आइए हम आपको बताते हैं।

क्या गर्भावस्था के दौरान टमाटर खाया जा सकता है?

गर्भावस्था के दौरान टमाटर न केवल खाने लिए सुरक्षित है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। हालांकि, गर्भवती महिलाओं को यह ध्यान रखना चाहिए कि किसी चीज की अति खराब होती है।

टमाटर की न्यूट्रिशनल वैल्यू

टमाटर में विटामिन ए, विटामिन सी, आयरन, कैल्शियम, सोडियम और कई मिनरल्स होते हैं।

गर्भावस्था के दौरान टमाटर खाने के फायदे

1. एनर्जी बढ़ाता है

टमाटर कार्बोहाइड्रेट का एक अच्छा स्रोत है। कार्बोहाइड्रेट गर्भवती महिलाओं को सुस्ती दूर करने में मदद करता है और पाचन तंत्र की फंक्शनिंग में मदद करता है। कार्बोहाइड्रेट फीटस को स्वस्थ रूप से विकसित होने में भी मदद करता है।

2. इम्युनिटी में सुधार करता है

जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, टमाटर में विटामिन सी और विटामिन ए होता है। विटामिन सी आयरन के अब्सॉर्प्शन में मदद करता है, जबकि विटामिन ए इम्युनिटी में सुधार करता है, इन्फेक्शन से लड़ता है और डिलीवरी के बाद टिश्यूज के रिपेयर को बढ़ाता है।

3. खून की कमी से बचाता है

इन फलों में विटामिन के भी होता है, जो खून की कमी को रोकता है और हेमरेज के खतरे को कम करता है।

4. पाचन सुधारता है

टमाटर में पाया जाने वाला फाइबर पाचन तंत्र को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखता है।

5. जन्मजात विकृतियों से बचाव करता है

टमाटर में पाया जाने वाला शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट लाइकोपीन शिशुओं को सेल डैमेज, प्रीक्लेम्पसिया और जन्मजात विकृति से बचाने में  सहायक होता है।

6. दिल के स्वास्थ्य को अच्छा रखता है

टमाटर में पाया जाने वाला निकोटिनिक एसिड खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और गर्भावस्था के दौरान दिल को स्वस्थ रखता है।

7. ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है

टमाटर खून को शुद्ध कर सकता है और शरीर के विभिन्न भागों में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार कर सकता है।

8. कैंसर से बचाता है

लाइकोपीन कैंसर पैदा करने वाले रेडिकल्स से भी लड़ सकता है, इस प्रकार गर्भवती महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर, रेक्टल कैंसर आदि से बचा सकता है।

9. जेस्टेशनल डायबिटीज को मैनेज करने में सहायक है

नियमित रूप से टमाटर का सेवन करने से जेस्टेशनल डायबिटीज का ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम होता है।

10. फीटस का स्वस्थ विकास करता है

टमाटर में भरपूर मात्रा में पाया जाने वाला विटामिन सी गर्भ में पल रहे बच्चे की त्वचा, हड्डियों, मसूड़ों और दाँतों के विकास में मददगार होता है।

11. यूटीआई से बचाता है

चूंकि टमाटर में बहुत अधिक पानी होता है, इससे पेशाब ज्यादा होती है और यूरिनरी ट्रैक्ट (मूत्र पथ) का इन्फेक्शन कम होता है।

गर्भावस्था के दौरान टमाटर खाने के जोखिम

जबकि गर्भवती महिलाओं के लिए टमाटर का सीमित मात्रा में सेवन सुरक्षित होता है, लेकिन अगर ज्यादा मात्रा में इसका सेवन किया जाए तो नीचे बताए गए कॉम्प्लीकेशन्स पैदा हो सकते हैं।

  • हार्टबर्न
  • एसिड रिफ्लक्स
  • ब्लैडर से जुड़ी समस्याएं
  • किडनी की समस्याएं
  • माइग्रेन

टमाटर के इस्तेमाल के लिए टिप्स

  • कभी भी रेफ्रिजरेटर में रखे हुए टमाटर न खरीदें।
  • बॉक्स में पैक के बजाय हमेशा लूज़ मिलने वाले टमाटर खरीदें।
  • टमाटर कड़क और चमकदार लाल होने चाहिए।
  • कटे-फटे टमाटर खरीदने से बचें।
  • पका हुआ टमाटर निचोड़ने पर तेज गंध छोड़ता है कच्चे टमाटर कड़क होते हैं और इन्हें निचोड़ा नहीं जा सकता।
  • टमाटर खरीदने के लिए सबसे अच्छी जगह फार्मर्स मार्केट होता है।

रेसिपीज

टमाटर की ये स्वादिष्ट रेसिपीज आज ही बनाएं।

1. टमाटर चटनी

इस चटनी के साथ इडली, डोसा या वडा खाया जा सकता है।

सामग्री:

  • टमाटर – 2
  • अदरक कटा हुआ – 1/2 इंच
  • सूखी लाल मिर्च – 2-3
  • उड़द दाल – 1 छोटा चम्मच
  • काली मिर्च – 4-5
  • लौंग – 2-3
  • हींग – 1 चुटकी
  • पानी (पीसने के लिए) – 2 चम्मच
  • तेल – 1/2 चम्मच
  • नमक – आवश्यकतानुसार

तड़के के लिए:

  • तेल – 1/2 चम्मच
  • सूखी लाल मिर्च – 1
  • करी पत्ता – 7-8
  • सरसों/राई – 1/2 छोटा चम्मच
  • मेथी दाना – 1/2 छोटा चम्मच
  • हींग – 1 चुटकी

विधि:

  • एक पैन में उड़द दाल को हल्का भूरा होने तक भून लें।
  • इसमें लाल मिर्च, लौंग, काली मिर्च और अदरक मिलाएं।
  • कटे हुए टमाटर, हींग और नमक मिलाएं।
  • टमाटर नरम होने तक भूनें।
  • इस मिश्रण को ठंडा करके पीस लें।
  • आवश्यक हो तो पानी मिलाएं।
  • एक अलग पैन में सरसों/राई डालकर तड़कने दें।
  • तड़के की सामग्री मिलाएं और भूनें।
  • टमाटर का पेस्ट मिलाएं।
  • आवश्यक हो तो नमक डालें।
  • इडली या डोसा के साथ खाएं।

2. टमाटर दाल

यह आंध्र प्रदेश की रेसिपी है।

सामग्री:

  • अरहर दाल – 1/2 कप
  • तेल/घी – 2 चम्मच
  • सरसों/राई – 1/2 छोटा चम्मच
  • जीरा – 1/2 छोटा चम्मच
  • प्याज, कटा हुआ – 1/2 कप
  • करी पत्ता – 10-12
  • हरी मिर्च, कटी हुई – 1
  • अदरक-लहसुन पेस्ट – 1 छोटा चम्मच
  • टमाटर, कटे हुए – 2
  • लाल मिर्च पाउडर – 1/4 छोटा चम्मच
  • हल्दी पाउडर – 1/4 छोटा चम्मच
  • हींग – एक चुटकी
  • पानी –  आवश्यकतानुसार
  • नमक – आवश्यकतानुसार

विधि:

  • अरहर दाल को 15-20 मिनट तक भिगोएं, फिर पानी निकालकर अलग रख दें।
  • प्रेशर कुकर में तेल या घी डालें।
  • सरसों/राई डालकर चटकने दें।
  • जीरा डालें और उसे भी चटकने दें।
  • अब कटा हुआ प्याज, करी पत्ता और हरी मिर्च डालकर भूनें।
  • अदरक-लहसुन का पेस्ट डालकर सुनहरा होने तक भूनें।
  • टमाटर, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी, हींग और नमक मिलाएं।
  • फिर दाल और पानी डालें और अच्छी तरह मिला लें।
  • 5 से 6 सीटी आने दें।
  • रोटी या चावल के साथ खाएं।

टमाटर गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के तनाव से निपटने में मदद करता है। वे आपके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए भी लाभदायक होता है।

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