In this Article
- टी-ट्री ऑयल क्या है?
- क्या गर्भावस्था में टी ट्री ऑयल का उपयोग करना सुरक्षित है?
- गर्भावस्था में टी ट्री ऑयल का उपयोग करने के फायदे
- गर्भावस्था में टी ट्री ऑयल का उपयोग करने के तरीके
- गर्भावस्था में टी ट्री ऑयल का उपयोग करने के साइड इफेक्ट्स
- टी ट्री ऑयल का उपयोग किसे नहीं करना चाहिए?
- टी ट्री ऑयल का उपयोग करते समय ध्यान देने योग्य टिप्स
गर्भावस्था के समय पर आपको बहुत ज्यादा जानकारियां रखने की जरूरत होती है। यह एक ऐसा समय है जब महिला कोई भी निर्णय लेने से पहले बहुत ज्यादा सोचती है क्योंकि इससे बच्चे पर असर पड़ सकता है। गर्भावस्था में आपका शरीर बदलता है जिसकी वजह से हॉर्मोन्स में भी बदलाव होते हैं। गर्भावस्था के दौरान इन हॉर्मोनल बदलावों के कारण आपको त्वचा की समस्याएं भी हो सकती हैं। हाँ, इसके अलावा इस समय आपको मॉर्निंग सिकनेस भी होती है। हम जानते हैं अभी आप गर्भावस्था में त्वचा की चमक के बारे में भी सोच रही होंगी पर कभी-कभी गर्भावस्था की पहली तिमाही में त्वचा में वह चमक नहीं आती है जिसके बारे में आप सोच रही हैं। हाँ इस दौरान आपको एक्ने या पिम्पल्स की समस्या जरूर हो सकती है जिससे आपको अच्छा न लगे। आपको चिंता करने की जरूरत नहीं क्योंकि इस दौरान टी ट्री ऑयल जैसे एसेंशियल ऑयल का उपयोग करने से आपकी त्वचा की समस्याएं कम हो सकती हैं।
टी ट्री ऑयल में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल के गुण इसे गर्भावस्था के दौरान एक्ने व त्वचा की अन्य कॉम्प्लीकेशंस के लिए एक प्रभावी रेमेडी बनाते हैं। पर गर्भावस्था के दौरान टी ट्री का उपयोग करना पूरी तरह से सही है? आइए जानें।
टी-ट्री ऑयल क्या है?
टी ट्री ऑयल को मेलालियुका अल्टेरनिफोलिया भी कहा जाता है और इसे टी ट्री से एक्सट्रैक्ट किया जाता है। टी ट्री ऑयल को इसके माइक्रोबियल और एंटीसेप्टिक गुणों के लिए भी जाना जाता है जिसकी वजह से आमतौर पर लोग इसका उपयोग त्वचा की समस्याओं, मस्सा, खाज, खुजली, कीड़े के काटने पर, फंगल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन के लिए भी इसका उपयोग करते हैं। यह बालों और नाखुनों के लिए भी बहुत अच्छा माना जाता है।
क्या गर्भावस्था में टी ट्री ऑयल का उपयोग करना सुरक्षित है?
हाँ, आप गर्भावस्था के दौरान भी टी ट्री ऑयल का उपयोग कर सकती हैं पर इसके लिए आपको बहुत सारी सावधानियां बरतने की जरूरत है। यदि आप इसका उपयोग करना चाहती हैं तो पहले आपको बोतल में दिए इसके इंस्ट्रक्शंस पढ़ लेने चाहिए या डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका उपयोग करें। टी ट्री ऑयल जैसे एसेंशियल ऑयल्स बहुत ज्यादा कंसन्ट्रेटेड होते हैं। इसका यह मतलब है कि यदि इसे एक प्लांट से अलग-अलग रूपों में एक्सट्रैक्ट किया जाए तो यह बहुत ज्यादा प्रभावी हो जाता है। इसलिए इसे अपनी त्वचा में लगाने से पहले जान लें कि टी ट्री ऑयल का उपयोग कैसे करना चाहिए।
डॉक्टर के अनुसार टी ट्री ऑयल को डाइल्यूट करके ही उपयोग करना चाहिए। डॉक्टर से सलाह के आप इसका उपयोग निर्देशानुसार कर सकती हैं। डॉक्टर भी आपको टी ट्री ऑयल का उपयोग करने की सावधानियां बता सकते हैं जिसका आपको ध्यान रखना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान टी ट्री ऑयल को किसी करने से भी यह बच्चे के लिए हानिकारक होता है। इसलिए इसे कभी भी इंजेस्ट न करें और मुंह के आस-पास इसे न लगाएं।
एक्सपर्ट्स के अनुसार गर्भावस्था के दौरान विशेषकर पहली तिमाही में टी ट्री ऑयल का उपयोग बहुत सावधानी से करना चाहिए। यदि इसका उपयोग ठीक से नहीं किया गया तो इससे आपको गर्भाशय में संकुचन हो सकता है और बढ़ते बच्चे के विकास में भी असर पड़ सकता है। हालांकि दूसरी व तीसरी तिमाही में जैसे-जैसे बच्चा विकसित होता है इसका उपयोग करने से कम खतरे होते हैं। ,
गर्भावस्था में टी ट्री ऑयल का उपयोग करने के फायदे
गर्भावस्था के दौरान टी ट्री ऑयल का उपयोग करने के कुछ फायदे निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
- गर्भावस्था में टी ट्री ऑयल का उपयोग करने से आपकी त्वचा में तैलीय पदार्थ उत्पन्न होना नियंत्रित हो सकता है और इससे त्वचा के वसामय ग्रंथियां भी खुल जाती हैं जो एक्ने को ठीक होने व कम करने में मदद करती हैं।
- टी ट्री ऑयल में फाइटोसाइड्स होते हैं जो गर्भावस्था के दौरान रेस्पिरेटरी और नेजल इन्फेक्शन को ठीक करने में प्रभावी साबित हुए हैं। इन फिक्शन का उपचार करने के लिए आप हिमालयन सॉल्ट में टी ट्री ऑयल की लगभग 6 से 8 बूंदें और रोजमेरी ऑयल की लगभग 10 बूंदें नेटिपॉट में मिलाकर लगाएं। हालांकि एफ.डी.ए. नेटीपॉट का उपयोग करने की सलाह नहीं देता है क्योंकि लोग इसका उपयोग सही ढंग से नहीं करते हैं। इसलिए आप भी इसका उपयोग करने से बचें। यदि आपको नेजल इन्फेक्शन या रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन है तो एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
- टी ट्री ऑयल के साथ विटामिन ई एंटीबायोटिक रेसिस्टेंट की तरह काम करता है और यह प्रभावी रूप से कोली जैसे बैक्टीरिया को कम करने में मदद करता है। इससे गर्भवती महिलाओं में ब्लाडर का इन्फेक्शन और मुंह के छाले जैसी समस्याएं नहीं होती हैं। टी ट्री ऑयल को बिलकुल भी इंजेस्ट नहीं करना चाहिए पर आप इसे नहाने के पानी में मिला सकती हैं। आप लगभग 125 मिलीलीटर नहाने के पानी में 3 बूंदें टी ट्री ऑयल की मिला सकती है जिससे आपको पूर्ण स्वच्छता रखने में भी मदद मिलती है।
- टी ट्री ऑयल में मौजूद एंटीसेप्टिक गुण फंगल इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं। इससे गर्भावस्था के दौरान नाखुन कमजोर या पीले पड़ने लगते हैं।
- गर्भावस्था के दौरान टी ट्री ऑयल का उपयोग करने से स्ट्रेच मार्क्स कम करने में मदद मिलती है।
- इसमें मौजूद एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण आपको बवासीर के लक्षणों से राहत देने में मादद करते हैं, जैसे सूजन, दर्द या असुविधाएं।
गर्भावस्था में टी ट्री ऑयल का उपयोग करने के तरीके
यहाँ पर गर्भावस्था के दौरान टी ट्री ऑयल का उपयोग करने के तरीके बताए गए हैं, आइए जानें;
- गर्भावस्था के दौरान यदि आपको नाखूनों में फंगस है तो आप प्रभावी जगह पर दिन में दो बार टी ट्री ऑयल को डायल्यूट करके इसकी दो बूंदें लगा सकती हैं।
- आप लगभग 43 ग्राम एप्पल साइडर विनेगर और 43 ग्राम साफ पानी में लगभाग 6 बूंदें टी ट्री ऑयल की मिलाएं और इसे अपनी त्वचा में लगाएं। गर्भावस्था के दौरान इस मिश्रण को लगाने से आपकी त्वचा में चमक आती है।
- अपने फेस वॉश के प्रभाव को बढ़ाने के लिए आप इसमें टी ट्री ऑयल की कुछ बूंदें मिला सकती हैं। इससे गर्भावस्था के दौरान पिंपल्स व एक्ने की समस्या नहीं होती है।
- आप चाहें तो अपने लोशन में थोड़ा सा टी ट्री ऑयल मिलाकर लगाएं। इससे आपकी त्वचा सौम्य व मुलायम रहेगी।
- गर्भावस्था के दौरान यदि आपको डैंड्रफ हो जाता है तो आप अपने शैंपू में टी ट्री ऑयल की कुछ बूंदें मिलाकर लगा सकती हैं। अच्छे परिणामों के लिए शैंपू में बहुत थोड़ा सा टी ट्री ऑयल मिलाएं।
- आप अपने नहाने के पानी में 4-5 बूंदें टी ट्री ऑयल की मिलाकर बाथ कर सकती हैं इससे आपकी त्वचा हेल्दी होगी।
गर्भावस्था में टी ट्री ऑयल का उपयोग करने के साइड इफेक्ट्स
गर्भावस्था में टी ट्री ऑयल का उपयोग करने से कुछ निम्नलिखित खतरे भी हो सकते हैं, आइए जानें;
- गर्भावस्था के दौरान टी ट्री ऑयल का उपयोग करने से कभी-कभी एलर्जी, सूजन या त्वचा में खुजली भी हो सकती है।
- गर्भावस्था में टी ट्री ऑयल इंजेस्ट करने से शरीर में टॉक्सिटी उत्पन्न होती है जिससे आपके पेट में दर्द, कन्फ्यूजन, डायरिया हो सकता है और यहाँ तक कि आप कोमा में भी जा सकती हैं। इसलिए इसे कभी भी अपने शरीर में इंजेस्ट न करें।
- गर्भावस्था में टी ट्री ऑयल का उपयोग गलत तरीके से करने से बच्चे की सेहत को भी खतरा हो सकता है।
- कभी-कभी सामयिक रूप से टी ट्री ऑयल का उपयोग करने से त्वचा सूखी हो सकती है, इसमें रैशेज या छाले भी पड़ सकते हैं।
- यदि एक गर्भवती महिला को पहले कभी एक्जिमा जैसी समस्या हुई तो टी ट्री ऑयल का उपयोग से बुरा असर भी पड़ सकता है।
- टी ट्री ऑयल का उपयोग करने से कुछ महिलाओं के हॉर्मोन्स भी असंतुलित हो सकते हैं।
टी ट्री ऑयल का उपयोग किसे नहीं करना चाहिए?
यदि किसी गर्भवती महिला या अन्य किसी वयक्ति को समस्याएं हैं तो उन्हें टी ट्री ऑयल का उपयोग बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। वे कौन सी समस्याएं हैं, आइए जानें;
- यदि आपको रेस्पिरेटरी सिस्टम में बहुत ज्यादा समस्याएं हैं, जैसे अस्थमा।
- यदि आपको ट्यूबरक्लॉसिस है।
टी ट्री ऑयल का उपयोग करते समय ध्यान देने योग्य टिप्स
गर्भावस्था के दौरान टी ट्री ऑयल का उपयोग करते समय आप निम्नलिखित सावधानियां जरूर बरतें, आइए जानें;
- टी ट्री ऑयल का उपयोग करने से पहले थोड़ा सा तेल त्वचा में लगाकर यह चेक कर लें कि इससे आपको किसी भी प्रकार की एलर्जी न हो। आप अपनी त्वचा पर एक बूंद टी ट्री ऑयल लगाकर देख लें कि इसका आप पर कोई उल्टा असर तो नहीं हो रहा है।
- टी ट्री ऑयल को कंसन्ट्रेटेड रूप में उपयोग करने से बचें। डायल्यूट करके इसका उपयोग करना सबसे ज्यादा सुरक्षित माना जाता है।
- टी ट्री ऑयल की बोतल खरीदने से पहले इसकी एक्सपायरी डेट जरूर चेक कर लें। एक्सपायर्ड टी ट्री ऑयल का उपयोग करने से आपको बहुत ज्यादा हानि हो सकती है क्योंकि इसमें कैंसर से संबंधित पदार्थ उत्पन्न होने लगते हैं।
- बंद कमरे में डिफ्यूजर के साथ टी ट्री ऑयल का उपयोग करते समय ध्यान रखें क्योंकि इसकी गंध से गर्भावस्था के दौरान मतली हो सकती है।
त्वचा में किसी भी प्रकार की समस्याओं को ठीक करने के लिए टी ट्री ऑयल का उपयोग किया जाता है, जैसे एक्ने और पिंपल्स। हालांकि, विशेषकर गर्भावस्था के दौरान यदि आप इसका उपयोग करती हैं तो आपको सावधानियां बरतनी चाहिए। गर्भावस्था में टी ट्री को डायल्यूट करके उपयोग करने से इसके संभावित खतरे कम हो सकते हैं। आप गर्भावस्था में इस तेल का उपयोग कितना कर सकती हैं और इसका कैसे उपयोग कर सकती हैं यह सभी बातें जानने के लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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