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आमतौर पर, कपल अपने बच्चे के लिए प्लानिंग करते वक्त बहुत सारे फैक्टर ध्यान में रखते हैं जैसे कि ओवुलेशन का समय, गर्भवती होने में कितना समय लगेगा, गर्भावस्था कैसे आगे बढ़ेगी, बच्चे के जन्म की संभावना कब होगी आदि। गर्भधारण की तैयारी करते समय एक महत्वपूर्ण पहलू वजन भी होता है।
कुछ महिलाओं को अधिक वजन या कम वजन होने पर गर्भधारण करने में कठिनाई होती है। रिसर्च में देखा गया है कि जो महिलाएं मोटी या बहुत दुबली-पतली होती हैं, उन्हें स्वस्थ वजन वाली महिलाओं की तुलना में गर्भवती होने में अधिक समय लग सकता है। डॉक्टर यह भी बताते हैं कि गर्भधारण करने पर अधिक वजन वाली महिलाओं को डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की संभावना अधिक होती है।
इसलिए, न केवल गर्भवती होने की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए बल्कि बच्चे के स्वास्थ्य के लिए और एक सुरक्षित गर्भावस्था के लिए स्वस्थ वजन प्राप्त करना आवश्यक है। तो एक सवाल जो सभी महिलाओं के दिमाग में आता है, वह है, ‘गर्भवती होने के लिए आदर्श वजन क्या है?’ इस सवाल का कोई निश्चित जवाब नहीं है क्योंकि हर महिला का बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) अलग होता है। डॉक्टर आमतौर पर सलाह देते हैं कि गर्भधारण की सबसे अच्छी संभावना के लिए महिलाओं का बीएमआई 19 से 25 के बीच होना चाहिए।
जब गर्भवती होने की बात आती है तो वजन प्रमुख भूमिका निभाता है क्योंकि वजन एक महिला के शरीर के कामकाज को कई तरह से प्रभावित करता है। कम वजन या अधिक वजन होना आपकी प्रेगनेंसी को कठिन बना देता है। यदि एक महिला का वजन कम या अधिक है तो यह उसके शरीर के हार्मोनल संतुलन को नेगेटिव रूप से प्रभावित करता है जिससे उसके लिए ओवुलेट करना और गर्भधारण करना मुश्किल हो जाता है। रिसर्च से पता चलता है कि कम वजन, मोटापे या अधिक वजन वाली महिलाओं में इनफर्टिलिटी यानी बांझपन की संभावना अधिक होती है।
वहीं दूसरी ओर जिन महिलाओं का गर्भवती होने से पहले वजन स्वस्थ होता है, उनको गर्भावस्था का बेहतर अनुभव होता है, उनकी डिलीवरी बाकियों के मुकाबले आसान होती है और वे स्वस्थ बच्चों को जन्म देती हैं। गर्भावस्था के दौरान उन्हें जेस्टेशनल डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर होने की संभावना भी कम होती है।
सही मायने में गर्भधारण से पहले हर महिला को स्वस्थ वजन हासिल जरूर करना चाहिए। क्योंकि महिला के गर्भधारण के बाद डॉक्टर वजन कम करने की सलाह नहीं देते हैं। इस प्रकार, यदि कोई महिला गर्भवती होने की इच्छुक है और उसका स्वस्थ वजन नहीं है, तो उसे गर्भावस्था से पहले के चरण के दौरान स्वस्थ वजन प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए।
अधिक डाइटिंग या अनहेल्दी खाने की आदतों वजह से महिलाएं अंडरवेट होती है। अंडरवेट होने की वजह से आपकी पीरियड साइकिल पर नकारात्मक रूप से प्रभाव पड़ता है और ओवुलेशन को प्रिडिक्ट करना कठिन बना देता है। बदले में यह गर्भधारण करने को और मुश्किल बना देता है। साथ ही वे महिलाएं जो अंडरवेट है, उनमें अंडरवेट वाले बच्चे को जन्म देने का अधिक जोखिम होता है।
एक रिसर्च के अनुसार, ओवुलेशन से संबंधित इनफर्टिलिटी के लगभग 25 प्रतिशत मामलों में मोटापा एक मुख्य कारण पाया जाता है। जो महिलाएं मोटापे या ओवरवेट होती हैं, उनमें हार्मोनल असंतुलन होने की संभावना अधिक होती है, जिससे अनियमित पीरियड हो सकता है और ओवुलेशन में बाधा आ सकती है। उनमें थायराइड से जुड़े कई तरह के विकार होने की संभावना बढ़ जाती है। हार्मोनल असंतुलन की वजह से पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम) नामक एक मेडिकल समस्या ट्रिगर होती है जो आगे वजन बढ़ने और कम ओवुलेशन का कारण बनती है जिसकी वजह से गर्भाधान की कोशिश में कॉम्प्लिकेशन हो सकते हैं। पीसीओएस हाई एण्ड्रोजन लेवल और लो एस्ट्रोजन लेवल से भी जुड़ा हुआ है जो महिला की ओवरी को अंडे रिलीज करने से रोकता है।
यदि ओवरवेट महिला गर्भवती हो जाती है तो उसे गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के समय कई समस्याओं का खतरा बना रहता है। जिन महिलाओं का वजन अधिक होता है, उनमें ज्यादातर सिजेरियन सेक्शन द्वारा बच्चे को जन्म देने की संभावना अधिक होती है। इसके अलावा, ओवरवेट महिला के बच्चों को जन्म से जुड़े कई विकारों और जन्म के समय अधिक वजन के साथ पैदा होने का जोखिम रहता है।
जो महिलाएं जल्दी गर्भवती होना चाहती हैं, वे आमतौर पर वजन को लेकर चिंतित रहती हैं। इस संबंध में, गर्भवती होने से पहले आइडियल वेट यानी आदर्श वजन निर्धारित करने के लिए एक महिला के बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) पर विचार करना जरूरी है। आमतौर पर, 19 से 25 के बीच बीएमआई होने पर आपके गर्भवती होने की संभावना ज्यादा होती है। इसलिए, गर्भवती होने के लिए न्यूनतम वजन इस सीमा के भीतर होना चाहिए।
एक महिला के बीएमआई की गणना करने के लिए इंच में लंबाई और पाउंड में वजन मापा जाता है। बीएमआई प्राप्त करने के लिए इनको डिवाइड करके मिलने वाली संख्या को 703 से गुणा किया जाता है। संतुलित आहार खाने से आप हेल्दी बीएमआई प्राप्त कर सकती हैं, जो आपके गर्भधारण की संभावना को भी बढ़ा सकता है।
गर्भवती होने की आशा रखने वाली महिलाओं को गर्भधारण की संभावना में सुधार करने के लिए हेल्दी बीएमआई और वजन बनाए रखना चाहिए। बच्चे के लिए प्रयास करते समय आपका आइडियल वेट क्या होना चाहिए इस विषय में आप अपने डॉक्टर की सलाह और मार्गदर्शन ले सकती हैं।
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