In this Article
- ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल क्या है?
- ट्यूबल रिवर्सल क्यों किया जाता है?
- ट्यूबल रिवर्सल सर्जरी कौन करवा सकता है?
- क्या होगा यदि आप ट्यूबल रिवर्सल सर्जरी नहीं करवा सकती हों?
- प्रक्रिया की तैयारी कैसे करें
- ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल सर्जरी कैसे की जाती है?
- सर्जरी के जोखिम और कॉम्प्लिकेशन
- ट्यूबल रिवर्सल के बाद रिकवरी
- ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल की सफलता दर क्या है?
- ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल के विकल्प क्या हैं?
- भारत में ट्यूबल रिवर्सल सर्जरी की लागत कितनी है?
एक महिला के जीवन के सबसे महत्वपूर्ण पल तब होता है जब वह माँ बनने वाली होती है और दुनिया में एक और जीवन लाने के लिए तैयार होती है। हालांकि, ऐसे भी मामले हैं जहां कुछ महिलाएं ट्यूबल लिगेशन सर्जरी करवाने का फैसला करती हैं, जिसमें महिला को गर्भवती होने से रोकने के लिए फैलोपियन ट्यूब को एक साथ बांध दिया जाता है।
यदि आप ट्यूबल लिगेशन प्रक्रिया से गुजर चुकी हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप दोबारा गर्भवती नहीं हो सकती हैं। एक प्रक्रिया है जिसे ‘ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल’ के नाम से जाना जाता है, जिसमें दोनों फैलोपियन ट्यूब को खोला जा सकता है और महिला एक बार फिर गर्भवती होने का मौका पा सकती है।
ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल क्या है?
ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल प्रक्रिया में, सर्जन बंधी हुई फैलोपियन ट्यूब को खोल देते हैं, या फिर कटी हुए ट्यूब को जोड़ देते हैं ताकि आप एक बार फिर से माँ बन सकें। इस प्रक्रिया में डॉक्टर की सलाह बहुत जरूरी है। इस प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ना आपके लिए मेडिकली सुरक्षित है या नहीं, इस पर डॉक्टर अपनी राय देंगे और फिर आप उस आधार पर एक सही निर्णय ले सकती हैं।
ट्यूबल रिवर्सल क्यों किया जाता है?
यह प्रक्रिया आमतौर पर उन महिलाओं द्वारा की जाती है, जिनकी ट्यूब बंधी हुई होती हैं और इस प्रक्रिया को ‘पोस्टपार्टम ट्यूबल लिगेशन’ कहते हैं। ऐसा दोबारा गर्भधारण करने में सक्षम होने के लिए किया जाता है।
ट्यूबल रिवर्सल सर्जरी कौन करवा सकता है?
ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल सर्जरी कोई भी करवा सकता है और डॉक्टर 40 साल से कम उम्र की महिलाओं के लिए यह प्रक्रिया करने की सलाह देते हैं। यह प्रक्रिया वे महिलाएं करवा सकती हैं, जिन्होंने डिलीवरी के ठीक बाद फैलोपियन ट्यूब को बंधवा लिया हो, और यह प्रक्रिया उन्हें ट्यूब को खोलने और फिर से गर्भधारण करने में सक्षम बनाएगी।
ऐसे कई फैक्टर्स हैं जिनका डॉक्टर प्रक्रिया करते समय खास ध्यान रखते हैं। इनमें शामिल हैं:
- सर्जरी करवाने वाली महिला की उम्र और बीएमआई
- किस प्रकार के ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल से आप गुजरना चाहती हैं
- सर्जरी से पहले आपके फैलोपियन ट्यूब में हुआ किसी भी तरह का डैमेज
- बची हुई ट्यूब की लंबाई
- फर्टिलिटी क्षमता, अंडे की क्वालिटी और स्पर्म काउंट
इन फैक्टर्स के आधार पर, डॉक्टर आपको एक सही निर्णय लेने में मदद कर सकते हैं कि आपको सर्जरी करवानी चाहिए या नहीं। एक बार जब वे आगे बढ़ जाते हैं, तो कुछ चीजें हैं जो आप खुद इसके लिए तैयार होने के लिए कर सकती हैं।
क्या होगा यदि आप ट्यूबल रिवर्सल सर्जरी नहीं करवा सकती हों?
यदि आप इस प्रक्रिया के लिए सक्षम नहीं हैं, तो डॉक्टर आपको सूचित करेंगे। यह एक बहुत ही संवेदनशील सर्जरी है, और यदि आप इसके लिए योग्य नहीं हैं, तो इस प्रक्रिया में जाकर आप अपने स्वास्थ्य को जोखिम में डाल सकती हैं या नुकसान पहुंचा सकती हैं, इसलिए ऐसे में डॉक्टर प्रक्रिया को करने की अनुमति नहीं देते।
इस प्रक्रिया में सफलता तभी अधिक होती है जब आपने पहले फैलोपियन ट्यूबों को जलाने (इलेक्ट्रोकॉटरी) के बजाय रिंग या क्लिप की मदद से बांधा हो।
प्रक्रिया की तैयारी कैसे करें
इस प्रक्रिया की तैयारी के लिए, डॉक्टर आपको इससे जुड़ी सभी जानकारियों के बारें में विस्तार से बताएंगे। वह आपको सर्जरी के बाद आपके गर्भवती होने की संभावना के बारे में भी बताएंगे और गर्भावस्था की अन्य शर्तों जैसे आईवीएफ पर भी चर्चा करेंगे।
एक शारीरिक परीक्षण करवाया जाता है, जिससे ये पता चल सके कि सर्जरी करवाना आपके लिए सुरक्षित है या नहीं। इसके अलावा, आप कुछ ब्लड और इमेजिंग टेस्ट से भी गुजर सकती हैं। हिस्टेरोसाल्पिंगोग्राम नाम के एक विशेष टेस्ट से आपको आपके फैलोपियन ट्यूब के कामकाज और लंबाई को जानने में मदद मिलेगी। एक्स-रे और डाई की मदद से टेस्ट किया जाता है।
आपके पार्टनर को भी कुछ टेस्ट से गुजरना पड़ सकता है जैसे कि स्पर्म काउंट टेस्ट और सीमेन टेस्ट जिससे किसी भी तरह की फर्टिलिटी समस्या का पता चल सके।
ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल सर्जरी कैसे की जाती है?
ट्यूबल रिवर्सल प्रक्रिया रोबोटिक या लैप्रोस्कोपिक उपकरण की मदद से की जाती है। छोटे कैमरे डॉक्टर की सर्जरी को सुरक्षित तरीके से करने में मदद करते है, एक छोटा सा चीरा भी उसमे बिलकुल साफ दिखाई देता है।
एक बार चीरा लगने के बाद, डॉक्टर गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब और अंडाशय को बाहर निकालने के लिए आगे बढ़ते हैं। फिर वह फैलोपियन ट्यूब के खराब हिस्सों को हटा देंगे, और आगे जाकर यदि संभव हुआ तो टांके के साथ ट्यूब को ठीक करने का प्रयास करेंगे।
यदि पहली लिगेशन सर्जरी के दौरान ट्यूब के बहुत अधिक हिस्से को हटा दिया गया था, तो डॉक्टर फैलोपियन ट्यूब को एक बार फिर से नहीं जोड़ पाएंगे।
सर्जरी के जोखिम और कॉम्प्लिकेशन
किसी भी सर्जरी के साथ कुछ जोखिम भी शामिल होते हैं, और आपको इसके लिए तैयार रहना चाहिए। इनमें से कुछ कॉम्प्लिकेशन ये रहे:
- प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी गर्भवती होने में सक्षम न हो पाना। इस सर्जरी की सफलता को नियंत्रित करने वाले कई कारक हैं, और 100% सफलता दर की गारंटी नहीं दी जा सकती है।
- ब्लीडिंग
- इन्फेक्शन
- फैलोपियन ट्यूब के खराब होने की संभावना
- सर्जरी के दौरान अन्य अंगों का डैमेज होना
- एनेस्थीसिया से जुड़े कॉम्प्लिकेशन
- एक्टोपिक प्रेगनेंसी, जहां अंडा गर्भाशय के बाहर इम्प्लांट हो जाता है, जिसका मतलब यह है कि इसे अबॉर्ट (गर्भपात) करने की आवश्यकता होगी।
ट्यूबल रिवर्सल के बाद रिकवरी
ट्यूबल रिवर्सल सर्जरी होने के बाद आप अपने पेट में थोड़ी सुन्नता और बेचैनी महसूस करेंगी, लेकिन इस लेवल पर यह पूरी तरह से सामान्य है। कुछ हफ्तों के बाद, आप अपनी सामान्य एक्टिविटीज को फिर से शुरू कर सकती हैं, और तब तक टांके भी घुल जाएंगे।
अपनी स्थिति के बारे में निश्चित होने के लिए आप डॉक्टर के साथ फॉलो-अप अपॉइंटमेंट ले सकती हैं, और एक बार जब डॉक्टर आपकी स्थिति को लेकर ओके हों, तो आप अपनी सामान्य एक्टिविटीज को जारी रख सकती हैं। सर्जरी के बाद आपको होने वाले किसी भी दर्द के लिए दर्द निवारक दवाएं दी जाती हैं।
ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल की सफलता दर क्या है?
इस प्रक्रिया की सफलता कई फैक्टर्स पर निर्भर करती है, जैसे कि महिला की उम्र, और किस तरह की लिगेशन प्रक्रिया शुरू में की गई थी।
यदि महिला की उम्र 35 वर्ष से कम है तो ट्यूबल रिवर्सल के बाद गर्भधारण की संभावना अधिक होती है। इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) जैसे ऑप्शंस का भी गर्भधारण के लिए विचार किया जा सकता है।
कुछ आउट पेशेंट सर्जरी भी हैं जो गर्भवती होने की संभावना को लगभग 90% तक बढ़ाने के लिए की जाती हैं। आप इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात कर सकती हैं और इसे करवा सकती हैं।
ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल के विकल्प क्या हैं?
यदि आप जानना चाहती हैं कि बिना ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल के गर्भवती कैसे हो सकती हैं, तो आप आईवीएफ जैसे विकल्पों पर विचार कर सकती हैं। आईवीएफ प्रक्रिया में, माता-पिता के शरीर के बाहर अंडे और स्पर्म को फर्टिलाइज किया जाता है। एक बार जब ऐसा हो जाता है, तो फर्टिलाइज अंडे को वापस माँ के गर्भाशय में रख दिया जाता है, और यह सामान्य गर्भावस्था की तरह आगे बढ़ती है।
निर्णय लेने से पहले आपका खुले दिमाग से हर प्रक्रिया और विकल्प से गुजरना महत्वपूर्ण है। आप यह जानकर आसानी से सांस ले पाएंगी कि अधिकांश ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल प्रक्रियाएं सफल होती हैं, लेकिन साथ ही, आपको अन्य विकल्पों पर विचार करना होगा ताकि आप निराश न हों।
भारत में ट्यूबल रिवर्सल सर्जरी की लागत कितनी है?
ट्यूबल रिवर्सल प्रक्रिया की लागत सर्जरी के कॉम्प्लिकेशन और आपके द्वारा चुने जाने वाले क्लिनिक के आधार पर होती है। सर्जरी के लिए सामान्य लागत लगभग रुपए 60,000 से 5 लाख है।
इस प्रकार, ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल सर्जरी चर्चा का विषय हो सकती है जो आपके परिवार के माहौल में थोड़ा तनाव ला सकती है। यदि आप प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ना चाहती हैं, तो आप इस विचार के साथ अपने आप को सहज महसूस जरूर कराएं। आखिरकार, यह आपकी जिंदगी है, और आपके द्वारा लिए गए निर्णयों का दूसरों पर प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए।
इस बात का जरूर ध्यान रखें कि आपने और आपके पार्टनर ने इस प्रक्रिया से जुड़ी सभी सावधानियों के बारे में अच्छे से पढ़ा है, ताकि आपको उनके बारे में अच्छी तरह से जानकारी हो। डॉक्टर आपका मार्गदर्शन करने में सक्षम होंगे, लेकिन आपको सभी फैक्टर्स का ध्यान रखना जरूरी है, इस प्रक्रिया को केवल इसलिए न करें क्योंकि आप एक बार फिर से बच्चा पैदा करना चाहती हैं।
यह भी पढ़ें:
गर्भवती होने में कितना समय लगता है?
गर्भावस्था के लिए अपने शरीर को कैसे तैयार करें
महिला नसबंदी (ट्यूबेक्टॉमी या ट्यूबल लिगेशन) के लिए एक मार्गदर्शिका