In this Article
- सुशी क्या है?
- क्या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सुशी खाया जा सकता है?
- ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सुशी खाने के खतरे
- मरकरी के स्तर के अनुसार सुशी मछली की लिस्ट
- ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सुशी खाते समय सावधानियां
- अगर ब्रेस्टफीडिंग के दौरान आप सुशी खाने को लेकर दुविधा में हैं, तो किस से परामर्श लें?
- स्तनपान कराने के दौरान अपने भोजन में सुशी को कैसे शामिल करें?
- ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मांओं के लिए सुशी रेसिपीज
सुशी को जापानी पाक-कला के सबसे बेहतरीन व्यंजनों में से एक माना जाता है। हालांकि, सुशी के अलग-से स्वाद के कारण, हर कोई इसे पसंद नहीं करता है। पर, जिन्हें इसका स्वाद पसंद आता है, वे इसे खाए बिना रह नहीं पाते हैं। अगर आप भी सुशी को पसंद करने वालों में से एक हैं, लेकिन अपने बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं, तो आपको यह जान लेना चाहिए, कि ब्रेस्टफीडिंग के दौरान आपको सुशी खाना चाहिए या नहीं।
सुशी क्या है?
सुशी जापान की एक एग्जॉटिक सीफूड डिश है। इसे सीवीड, चावल (ब्राउन या सफेद), ट्रॉपिकल फल, सब्जियों, और कई अन्य इनग्रेडिएंट्स के साथ तैयार किया जाता है। सुशी एक पौष्टिक डिश है और इसे कई तरह से बनाया जा सकता है।
क्या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सुशी खाया जा सकता है?
हां। आप अपने बच्चे को स्तनपान कराने के दौरान सुशी खा सकती हैं, लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए, कि आप इसे एक ऐसे रेस्टोरेंट में खाएं, जहां हाइजीनिक और ताजा खाना मिलता हो। प्रेगनेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के दौर में आपको कच्ची मछली खाने को लेकर अधिक सावधान रहना चाहिए, क्योंकि उसमें भारी मात्रा में मरकरी (पारा) हो सकता है, जो आपके बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है।
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सुशी खाने के खतरे
इस जापानी व्यंजन में कच्ची मछली होती है, जिसे प्रेगनेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान बिल्कुल नहीं खाना चाहिए। सुशी तैयार करने के लिए इस्तेमाल की गई कच्ची मछली में कई तरह के पैरासाइट या बैक्टीरिया मौजूद हो सकते हैं। गर्भावस्था में इसका सेवन करने से ये आपके शरीर में जा सकते हैं और आपके गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंचा सकते हैं। लेकिन, ब्रेस्ट मिल्क में जाकर बच्चे को प्रभावित करने की संभावना बहुत कम होती है। अगर मछली फ्लैश फ्रोजन हो, तो उसमें पैरासाइट या बैक्टीरिया का संक्रमण होने की संभावना कम हो जाती है।
मरकरी के स्तर के अनुसार सुशी मछली की लिस्ट
कुछ मछलियों में मरकरी की मात्रा बहुत अधिक होती है और इन्हें खाने से ब्रेस्ट मिल्क के द्वारा यह आपके बच्चे तक भी जा सकता है। इसलिए, आपको इसे लेकर अधिक सावधान रहना चाहिए, कि आप किस तरह की मछली को सुरक्षित रूप से खा सकती हैं। ऐसी कुछ मछलियों की लिस्ट यहां पर दी गई है:
मरकरी की काफी कम मात्रा | मरकरी की मध्यम मात्रा | मरकरी की अधिक मात्रा | मरकरी की सबसे अधिक मात्रा |
इन्हें आप बिना किसी चिंता के खा सकती हैं | इन्हें 1 महीने में 6 बार से अधिक न खाएं | इन्हें 1 महीने में 3 बार से अधिक न खाएं | इन्हें बिल्कुल न खाएं |
क्रॉफिश | टाइलफिश | हेलीबट | ग्रुपर |
क्रैब | ट्यूना | मैकेरेल | ब्लू फिश |
फ्लाउंडर | शीपशेड | पर्च (समुद्री) | मर्लिन |
कैट फिश | पर्च (ताजा पानी) | सेबलफिश | मैकेरेल (किंग) |
बटर फिश | मोंकफिश | सी बास | शार्क |
एंकोवीज | माही-माही | ट्यूना (येलोफिन, अलबाकोर) | स्वोर्डफिश |
सालमन (ताजा और डिब्बा बंद) | बास (काला,स्ट्राइप्ड, साल्ट वाटर) | ऑरेंज रफली |
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सुशी खाते समय सावधानियां
अगर आप ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सुशी खाती हैं, तो आपको नीचे दी गई सावधानियां बरतनी चाहिए:
- कच्ची मछली को हाथ लगाने से पहले हाथ धोएं।
- हमेशा किसी अच्छी और साफ-सुथरी जगह से सुशी खाएं। अपनी हेल्थ के साथ कोई समझौता न करें।
- घर पर सुशी बनाते समय, कच्ची मछली के संपर्क में आने वाली हर चीज को अच्छी तरह से साफ करें।
- स्वोर्डफिश, मैकेरेल, ब्लूफिश आदि मछलियां खाने से बचें, क्योंकि ऐसी मछलियों में भारी मात्रा में पारा होता है।
- जब कभी भी आप डिब्बा बंद मछलियां खरीदें, तो उनकी एक्सपायरी डेट और मैन्युफैक्चरिंग डिटेल्स चेक करना न भूलें।
- अगर आप नियमित रूप से मछली खरीदती हैं, तो इस बात का ध्यान रखें, कि आपका फ्रिजर अच्छी तरह से काम करना चाहिए।
अगर ब्रेस्टफीडिंग के दौरान आप सुशी खाने को लेकर दुविधा में हैं, तो किस से परामर्श लें?
अगर आप ब्रेस्टफीडिंग के दौरान कच्ची सुशी खाने को लेकर दुविधा में हैं, तो हम आपको सलाह देंगे, कि किसी ऐसे व्यक्ति से परामर्श लें, जिसे इसके बारे में पूरी जानकारी हो। यहां पर कुछ ऐसे एक्सपर्ट्स की जानकारी दी गई है, जो सुशी खाने को लेकर आपका मार्गदर्शन अच्छी तरह से कर सकते हैं:
1. लैक्टेशन कसंल्टेंट
आपके बच्चे को फीडिंग कराने का सही तरीका सिखाने के अलावा, लैक्टेशन कसंल्टेंट आपको आपके सही खान-पान के बारे में भी बता सकते हैं, जिसमें सुशी के बारे में जानकारी भी शामिल होती है।
2. गाइनेकोलॉजिस्ट और ऑब्सटेट्रिशियन
आप अपने गायनेकोलॉजिस्ट या ऑब्स्ट्रेटीशियन से परामर्श ले सकती हैं। वे आपको ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सुशी खाने के संभावित खतरों के बारे में बता सकेंगे।
3. न्यूट्रिशनिस्ट
ऊपर के दोनों एक्सपर्ट्स के अलावा, आप एक सर्टिफाइड न्यूट्रिशनिस्ट से भी अपने बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराने के दौरान मछली खाने से संबंधित चिंताओं के बारे में सही जानकारी ले सकती हैं।
स्तनपान कराने के दौरान अपने भोजन में सुशी को कैसे शामिल करें?
मछली से आपको और आपके बच्चे को विटामिन ‘डी’, ओमेगा 3 फैटी एसिड, नियासिन और कई अन्य पोषक तत्व मिलते हैं। सुशी को कई तरह से बनाया जा सकता है और डाइट में शामिल किया जा सकता है। अगर आप मछली या नॉन वेजिटेरियन सुशी खाने से हिचक रही हैं, तो आप कई शाकाहारी विकल्पों का चुनाव भी कर सकती हैं।
ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मांओं के लिए सुशी रेसिपीज
यहां पर कुछ बेहतरीन और आसानी से बनने वाली सुशी रेसिपीज दी गई हैं, जिन्हें आप घर पर आजमा सकती हैं:
1. पेस्टो और एग सुशी
यह सुशी रेसिपी सामान्य सुशी रेसिपी को एक ट्विस्ट देती है।
आवश्यक सामग्री
- 3 अंडे
- 1 कप ग्लूटीनस चावल (सफेद चावल पके हुए)
- 2 कप पानी
- 3 नोरी शीट्स (सीवीड)
- 2 बड़े चम्मच बेसिल पेस्टो
- नमक और काली मिर्च स्वादानुसार
बनाने की विधि
- एक कटोरे में अंडों को फेंटे और उसमें नमक और काली मिर्च मिलाएं।
- एक फ्लैट पैन में तेल गर्म करें और उसमें फेंटे हुए अंडे डालकर पकाएं।
- एक सुशी मैट पर नोरी शीट को फैलाएं।
- किनारों पर चावल, पेस्टो फैलाएं और अंडे को ऊपर रखें।
- शीट को रोल करें और किनारों को गीला करके सील करें। काटें और सर्व करें।
2. वेजी सुशी रोल
सब्जियां पसंद करने वालों के लिए यह रेसिपी बहुत अच्छी है।
आवश्यक सामग्री
- ½ गाजर अच्छी तरह से छिली और कटी हुई
- ¼ खीरा छिला और कटा हुआ
- ¼ एवोकाडो (पका हुआ), पतले टुकड़ों में कटा हुआ
- 1 ¼ कप पके हुए चावल (खास सुशी चावल)
- 1 बड़ा चम्मच भुने हुए तिल
- 1 बड़ा चम्मच राइस विनेगर
- 1 नोरी शीट
- अचारी अदरक और सोया सॉस – वैकल्पिक
बनाने की विधि
- एक बड़े बर्तन में पानी और विनेगर को मिलाएं।
- सुशी मैट पर नोरी शीट को फैलाएं।
- चावल की परत लगाएं और फिर तिल के बीज डालें।
- अपनी इच्छा के अनुसार कटी हुई सब्जियों को रखें और रोल करें।
- विनेगर और पानी के मिश्रण से किनारों को सील करें।
- काटें और सर्व करें।
3. ट्यूना सुशी विद स्पाइसी ट्विस्ट
यह रेसिपी सभी ट्यूना लवर्स के लिए बेहतरीन है।
आवश्यक सामग्री
- स्पाइसी ट्यूना के कटे टुकड़े
- ½ एवोकाडो
- ⅔ कप पके हुए सुशी चावल
- 1 नोरी शीट
- एक बड़ा चम्मच चिली सॉस
- एक बड़ा चम्मच नींबू का रस
- एक बड़ा चम्मच मेयोनीज
- ½ बड़ा चम्मच तिल का तेल
बनाने की विधि
- तिल के तेल, चिली सॉस, मेयोनीज और नींबू के रस को एक साथ एक कटोरी में मिलाएं और फ्रिज में रखकर ठंडा कर लें।
- नोरी शीट को सुशी मैट पर रखें।
- चावल रखें और उसे बराबरी से फैलाएं।
- स्पाइसी ट्यूना और एवोकाडो को बराबरी से चावल पर रखें।
- मैट को रोल करें।
- सुशी रोल को काटें और परोसें।
4. कैलिफोर्निया सुशी रोल
सुशी लवर्स के लिए यह स्वादिष्ट सुशी व्यंजन बेहतरीन है।
आवश्यक सामग्री
- ½ एवोकाडो
- 1 नोरी शीट
- ⅔ कप पके हुए सुशी चावल
- 1 बड़ा चम्मच तिल
- 6 स्टिक इमिटेशन क्रैब या सुरीमी
बनाने की विधि
- नोरी शीट लें। उसे एक बैंबू मैट पर रखें।
- पके हुए सुशी चावल की परत लगाएं और तिल के बीज छिड़कें।
- हल्के हाथों से धीरे से नोरी शीट को फ्लिप करें और सूरीमी को किनारों पर रखें और एवोकाडो को उसके पास अरेंज करें।
- सावधानी से इसे रोल करें और एक तेज चाकू से काटें।
अगर सुशी को सावधानीपूर्वक और सफाई के साथ बनाया जाए, तो इससे आपको या आपके नन्हे शिशु के स्वास्थ्य को कोई खतरा नहीं होता है। हम उम्मीद करते हैं, कि यह लेख आपको सुशी खाने से संबंधित विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करेगा। जापान के इस खास व्यंजन का आनंद उठाएं!
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