बेबी के लिए 5 समर स्किन केयर टिप्स जिन्हें हमें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए

बेबी के लिए 5 समर स्किन केयर टिप्स जिन्हें हमें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए

पेरेंट्स और बच्चे, दोनों के लिए ही समरटाइम का मतलब होता है – हैप्पी टाइम! स्कूल में छुट्टियां होती हैं और आखिरकार वे अपने नाना-नानी से मिलने के लिए जा सकते हैं। हालांकि, गर्मियों का मतलब सूखा और कठोर मौसम भी होता है। जिसके कारण शिशु को बहुत परेशानी हो सकती है और वह बीमार हो सकता है। जब छोटे बच्चों की देखभाल की बात आती है, खासकर उनकी स्किन केयर की, तो गर्मियां एक मुश्किल मौसम होती हैं। आप चाहे जो भी करें, पर झुलसाने वाली धूप और बढ़ते हुए तापमान के प्रभाव से बच नहीं पाते हैं। 

छोटे बच्चे गर्मियों के मौसम में हमसे कहीं अधिक प्रभावित होते हैं और इसका एक वाजिब कारण है। शिशुओं की त्वचा, वयस्कों की त्वचा की तुलना में बहुत मुलायम और नाजुक होती है। बल्कि यही कारण है, कि वयस्कों की तुलना में बच्चों की त्वचा से 5 गुना अधिक नमी खोती है। इसलिए, गर्मियों के मौसम में शिशुओं के लिए बेस्ट स्किन केयर के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है। 

यहां पर हम आपको ऐसे 5 आसान टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें फॉलो करके न केवल आपके बेबी की त्वचा में नमी बरकरार रहेगी, बल्कि वह गर्मियों में खुश और खिलखिलाता भी रहेगा!

इन गर्मियों में बेबी को खुश रखने के लिए 5 बेबी केयर टिप्स

1. उसे अच्छी तरह से नहलाएं

कैसे? – एक ऐसा अच्छा और सौम्य बेबी सोप चुनें, जिससे कि बच्चे की त्वचा को कोई इरिटेशन न हो। गर्मियों में स्किन रैश होने का खतरा बहुत अधिक होता है, इसलिए इनका चुनाव आपको बुद्धिमानी के साथ करना चाहिए। ऐसा सोप चुनें जो बच्चे की त्वचा को रूखापन नहीं देता हो, बल्कि जरूरी नमी और पोषण को बनाए रखने में मदद करता हो। साथ ही इसकी खुशबू सौम्य और पीएच फार्मूला त्वचा के प्राकृतिक पीएच बैलेंस को बनाए रखने में मदद करने वाला हो। नहाने के बाद बच्चे की त्वचा को पूरी तरह से थपथपा कर सुखाएं (इसके लिए आप एक मुलायम तौलिए का इस्तेमाल कर सकते हैं), क्योंकि त्वचा में कहीं नमी रह जाने से, वहां पर जर्म्स के पैदा होने का खतरा होता है, विशेषकर बच्चे की त्वचा की सिलवटों में। अगर आप किसी ऐसी जगह पर रहते हैं, जहां पर गर्मियों में उमस हो जाती है, तो इससे आपके बच्चे को त्वचा संबंधी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। 

क्यों? – बच्चे को अच्छी तरह से नहलाने से उसके शरीर से धूल-मिट्टी, पसीना और जमे हुए मैल से छुटकारा मिलता है। गर्मियों के दौरान बच्चों में त्वचा की ज्यादातर समस्याओं के यही तीन कारण होते हैं। इस बात का ध्यान रखें, कि बच्चा समय-समय पर अच्छी तरह से नहाए, ताकि इन तीनों कारणों से छुटकारा मिल सके। 

2. बेबी को ठंडा और सूखा रखें

कैसे? – गर्मियों में बच्चे को ज्यादा कपड़े न पहनाएं। मां होने के नाते हम अक्सर यह सोचते हैं, कि बच्चे को पूरी तरह से ढका हुआ और लिपटा हुआ रखें, ताकि जर्म्स बच्चे तक पहुंच न पाएं। लेकिन गर्मियों में बच्चे को ठंडा महसूस होना जरूरी है। इसलिए बच्चे के कपड़े कम करने में घबराए नहीं। कम कपड़ों का मतलब होता है कम गर्मी, जिससे बेबी को ठंडक महसूस करने में मदद मिलती है। साथ ही इस बात का ध्यान रखें, कि बच्चे के कपड़े हल्के और आरामदायक हों, जिनमें से हवा आ-जा सके। बच्चे के लिए ढीले कपड़े खरीदना सबसे अच्छा होता है। आप ऐसे कपड़े खरीद सकते हैं, जो कि बच्चे के साइज से एक साइज बड़े हों। साथ ही स्किन फ्रेंडली फैब्रिक से बने कपड़े चुनें, जैसे कि प्योर कॉटन और होजरी कॉटन। 

क्यों? – बच्चे का शरीर अपने तापमान को रेगुलेट करने में पूरी तरह से सक्षम नहीं होता है (जैसे कि वयस्कों का शरीर कर सकता है), इसलिए यह जरूरी है, कि हम बच्चे को ठंडा और सूखा रखने में मदद करने के लिए हर संभव प्रयास करें। बच्चे को हल्के, नेचुरल और स्किन फ्रेंडली कपड़े पहनाने से हवा आती जाती रहती है और उसका शरीर ठंडा रहता है। प्योर कॉटन के कपड़े पहनने से बच्चे के शरीर पर रैशेस और इरिटेशन नहीं होते हैं, बल्कि ऐसे कपड़े अतिरिक्त नमी को सोख लेते हैं और बच्चे के शरीर को ठंडा और सूखा रखते हैं। वहीं, रेयॉन, शिफॉन या पॉलिस्टर आदि जैसे सिंथेटिक धागों से बने कपड़ों में ऐसा नहीं होता है। प्योर कॉटन से बने कपड़े अधिक ब्रीदेबल होते हैं, क्योंकि उनमें गर्मी पैदा होने की संभावना नहीं होती है। 

3. बेबी को फ्रेश रखने के लिए बेबी वाइप्स का इस्तेमाल करें

कैसे? – खासकर गर्मियों में, बेबी वाइप्स का एक पैकेट हमेशा अपने साथ रखें। इस समय मौसम धूल-मिट्टी और पसीने वाला हो सकता है और हर बार बच्चे को नहलाना संभव नहीं होता है। उदाहरण के लिए, जब आप बच्चे के साथ बाहर हैं और आपके पास एक अच्छा और साफ-सुथरा बाथरूम नहीं है, ऐसे में बेबी वाइप्स बहुत काम आते हैं। इनका इस्तेमाल इसलिए भी किया जाता है कि त्वचा में नमी बनी रहे और साथ ही त्वचा से गंदगी को बाहर निकाल कर उसे साफ भी किया जा सके। 

क्यों? – बेबी वाइप्स आपके बच्चे के लिए चीट-बाथ की तरह काम करते हैं। इससे आपके बच्चे की त्वचा से धूल मिट्टी, मैल और पसीना साफ हो जाता है और साथ ही आपकी बच्चे की त्वचा साफ और ठंडी भी रहती है। गर्मियों में ये आपके बच्चे की त्वचा को ताजगी भी देते हैं। जरा सोचिए, जिम या स्पा में जब आप अपने चेहरे पर एक वेट-वाइप या एक कूल टॉवल का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको कितना अच्छा महसूस होता है! आपके बच्चे को भी यह एहसास बहुत पसंद आएगा। 

4. बेबी को अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रखें

कैसे? – अगर आपके बच्चे ने आपका दूध पीना छोड़ दिया है, तो इस बात का ध्यान रखें, कि वह पूरे दिन पर्याप्त मात्रा में पानी पिए। याद रखें, बच्चा आपसे पानी की मांग करने में सक्षम नहीं होता है या हर बार प्यास लगने पर वह प्यासे होने का संकेत नहीं दिखा सकता है। इसलिए, नियमित रूप से थोड़ा पानी आपको ही उसे पिलाते रहना चाहिए (लगभग हर 2 घंटे के बाद)। अगर उसे प्यास नहीं लगी होगी, तो वह नहीं पिएगा। अगर आप ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं, तो बच्चे को हाइड्रेटेड रखने के लिए आपका ब्रेस्ट मिल्क ही पर्याप्त होता है। 

शरीर के साथ-साथ बच्चे की त्वचा भी गर्मियों में लगातार नमी खोती रहती है (बिल्कुल आप की तरह), इसलिए एक अच्छे मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। एक ऐसा मॉइश्चराइजर चुनें, जो कि बच्चे की त्वचा को भरपूर नमी दे, जो कि न ज्यादा गाढ़ा हो और न ही ज्यादा पतला हो और इसकी खुशबू सौम्य और अच्छी होनी चाहिए। 

क्यों? – डिहाइड्रेशन आपके बच्चे के लिए गंभीर और बहुत खतरनाक हो सकता है। इसका समाधान बहुत ही सिंपल है – पानी – और अगर आप बच्चे को पर्याप्त मात्रा में पानी न दें, तो बहुत कुछ गलत हो सकता है। डिहाइड्रेशन के बहुत सारे संकेत होते हैं, जैसे – रोने के दौरान आंसू न आना, पेशाब की मात्रा कम हो जाना आदि। इन सब बातों का ध्यान रखें और इनके अनुसार बच्चे पर नजर रखें। 

नोट: जब आप बच्चे को अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रखने का प्रयास कर रही हैं, तो यह जरूरी है, कि यह नमी अंदर से आनी चाहिए। त्वचा पर पानी लगाने से नमी नहीं मिलती है। उचित मात्रा में सही तरह से पानी पीने से और नरिशिंग मॉइश्चराइजिंग लोशन लगा कर बच्चे को हाइड्रेटेड रखा जा सकता है। यह बहुत जरूरी है, कि हम इसके बीच के फर्क को समझें और चाहे कितनी भी गर्मी हो जरूरत से ज्यादा लंबे समय तक नहलाने से बचें। 

5. बाहर निकलने से पहले समझदारी दिखाएं और बच्चे को कवर करें

कैसे? – इस बात का ध्यान रखें, कि बच्चे की त्वचा गर्मियों में धूप के सीधे संपर्क में ना आए। सुबह के 10 बजे से लेकर दोपहर के 2 बजे के बीच, घर से बाहर निकलने से बचें। इस दौरान धूप सबसे अधिक होती है और त्वचा और शरीर को सबसे अधिक नुकसान भी इसी समय होता है। यह बात बड़ों पर भी लागू होती है। अगर इस दौरान आपका घर से बाहर निकलना बहुत जरूरी हो, तो आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए, कि आप एक डायपर बैग में बच्चे के सभी जरूरी चीजें साथ रखें – एक्स्ट्रा डायपर, बेबी वाइप्स, बेबी सोप, बेबी लोशन और एक अच्छी डायपर रैश क्रीम। 

क्यों? – जब बच्चे से संबंधित कोई भी समस्या सामने आती है, तो हमें इलाज से अधिक बचाव के बारे में सोचना चाहिए। गर्मियों की धूप से बच्चे को बचाना या संपर्क को कम से कम करना, उसे गर्मियों की धूप से बचाने का सबसे आसान और सबसे अच्छा तरीका है। 

जब आप अपने बेबी को धूप से बचाने के लिए पूरी तैयारी कर लेती हैं, तो गर्मियां बहुत खूबसूरत हो सकती हैं। इस मौसम का आनंद उठाना न भूलें। बस पूरी तैयारी रखें और हम निश्चित रूप से कह सकते हैं, कि आपके बच्चे को इन गर्मियों में बहुत आनंद आएगा। 

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