In this Article
च्यवनप्राश एक स्वादिष्ट व न्युट्रिश्यस जैम है जिसे सबसे ज्यादा भारत में खाया जाता है। च्यवप्राश में न्यूट्रिशन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है इसलिए इसे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसमें तिल का तेल, घी, शहद, आंवला और विटामिन ‘सी’ से भरपूर कुछ प्रकार की हर्ब्स होती हैं। च्यवनप्राश में स्वास्थ्य संबंधी कई फायदे होते हैं इसलिए यह हर आयु के लोगों के लिए एक अच्छा सप्लीमेंट है। यद्यपि इसका खट्टा-मीठा स्वाद सभी को बहुत पसंद आता है पर क्या गर्भावस्था के दौरान इसे खाना चाहिए? यदि आप गर्भवती हैं और च्यवनप्राश खाना चाहती हैं तो पहले आप गर्भावस्था में च्यवनप्राश खाने के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लें।
क्या आप गर्भावस्था के दौरान च्यवनप्राश खा सकती हैं?
कई आयुर्वेदिक विशेषज्ञ यह मानते हैं कि गर्भावस्था के दौरान च्यवनप्राश खाया जा सकता है क्योंकि इसमें विटामिन ‘सी’ भरपूर मात्रा में होता है। यह सिर्फ गर्भवती महिलाओं को ही नहीं बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चे को भी आवश्यक न्यूट्रिएंट्स प्रदान करता है। एक गर्भवती महिला भी च्यवनप्राश खा सकती है पर खाने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए आप गर्भावस्था में अन्य सप्लीमेंट्स लेने के बारे में भी डॉक्टर से चर्चा कर लें। यदि डॉक्टर इसे खाने की सलाह देते हैं तो आप च्यवनप्राश या अन्य सप्लीमेंट्स खा सकती हैं। आप इसके डोज के बारे में भी डॉक्टर से बिना किसी डर के पूछ लें।
च्यवनप्राश की न्यूट्रिशनल वैल्यू
नीचे दी हुई टेबल में 10 ग्राम च्यवनप्राश के अनुसार इसकी न्यूट्रिशन वैल्यू बताई गई है, आइए जानें;
न्यूट्रिएंट | मात्रा |
फैट | 750 मिग्रा |
सैचुरेटेड फैट्स | 300 मिग्रा |
कैलोरी | 35 |
फैट्स से कैलोरी | 7 |
सोडियम | 5 मिग्रा |
कार्बोहाइड्रेट | 7.5 ग्राम |
शुगर | 3.5 to 5.5 ग्राम |
फाइबर | 500 मिग्रा |
विटामिन ‘सी’ | 2.1 to 3.4 मिग्रा |
प्रोटीन | 150 मिग्रा |
एल्कलॉइड | 80 मिग्रा |
फ्लेवोनॉइड्स | 20 मिग्रा |
सैपोनिन | 5.24 ग्राम |
पीपरिन | 4.2 मिग्रा |
फेनॉलिक कंपाउंड | 535 मिग्रा |
एंटीऑक्सीडेंट्स | 280 मिग्रा |
गर्भवती महिलाओं के लिए च्यवनप्राश खाने के फायदे
गर्भावस्था के दौरान आपको बहुत सारी अजीब-अजीब क्रेविंग्स हो सकती हैं। कभी-कभी आपको कुछ मीठा या कभी आपको कुछ खट्टा खाने की क्रेविंग होती है पर तब क्या करें जब आपको दोनों खाने की क्रेविंग हो। वैसे तो च्यवनप्राश खाने से आपकी खट्टा व मीठा खाने की क्रेविंग एक साथ कम हो सकती है। हालांकि इसे खाने का सिर्फ यही एक कारण नहीं है। च्यवनप्राश खाने से गर्भवती महिलाओं को बहुत सारे फायदे मिलते हैं। गर्भावस्था के दौरान च्यवनप्राश खाने के कुछ फायदे निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
1. इससे एनीमिया ठीक होता है
गर्भावस्था में च्यवनप्राश खाने से शरीर का हीमोग्लोबिन बढ़ता है जो एनीमिया से ग्रसित लोगों के लिए फायदेमंद है। गर्भवती महिलाओं को अक्सर यह समस्या होती है इसलिए उन्हें च्यवनप्राश खाना चाहिए। च्यवनप्राश खाने से एनीमिया की समस्या ठीक हो सकती है और यह शरीर में खून के उत्पादन को भी बढ़ाता है।
2. विटामिन ‘सी’ की आवश्यकताएं पूरी होती हैं
गर्भावस्था के दौरान विटामिन ‘सी’ लेना बहुत जरूरी है क्योंकि यह शरीर में आयरन के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है और गर्भ में पल रहे बच्चे की हड्डियों को मजबूत बनाता है। यह एक एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण सेल्स व टिश्यू के डैमेज को रोकने में मदद करता है। यदि एक गर्भवती महिला च्यवनप्राश खाती है तो इससे गर्भ में पल रहे बच्चे को भी कई फायदे होते हैं। यह हड्डियों, मांसपेशियों, कार्टिलेज और त्वचा के विकास में भी मदद करता है। गर्भवती महिलाओं को विटामिन ‘सी’ के प्राकृतिक सोर्स का चयन करना चाहिए। यदि आप गर्भवती हैं तो आप च्यवनप्राश खाने के साथ-साथ विटामिन ‘सी’ से भरपूर अन्य खाद्य पदार्थों का सेवन भी करें और यदि सप्लीमेंट्स लेना बहुत जरूरी न हो तो इसे लेने से बचें।
3. यह एजिंग प्रोसेस को धीमा करता है
यद्यपि आपके शरीर में मौजूद न्यूट्रिएंट्स अक्सर बच्चे की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए होते हैं पर हो सकता है कि आपकी न्यूट्रिशनल आवश्यकताएं पूरी न हो और आपको लगने लगे कि आपकी उम्र तेजी से बढ़ रही है। च्यवनप्राश खाने से इसमें आपको मदद मिल सकती है। च्यवनप्राश में मौजूद हर्ब्स एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। यह एजिंग सेल्स के फंक्शन को धीमा करने में मदद करते हैं और आप जीवंत महसूस कर सकती हैं।
4. इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है
च्यवनप्राश खाने से शरीर में वाइट ब्लड सेल्स का उत्पादन बढ़ने में मदद मिलती है और इसमें मौजूद विटामिन ‘सी’ की अधिक मात्रा इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत बनाती है जो एक गर्भवती महिला के लिए बहुत जरूरी है।
5. बालों को मजबूत बनाता है
गर्भावस्था के बाद बालों का झड़ना एक आम समस्या है। बच्चे को जन्म देने के बाद आपने बालों की समस्या नोटिस की होगी। बाल झड़ने की इस समस्या को खत्म करने के लिए आप च्यवनप्राश खा सकती हैं। च्यवनप्राश में मौजूद कई सामग्रियों में से आंवला एक मुख्य सामग्री है जो बालों के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होती है। इसलिए बालों की समस्या को दूर करने के लिए आप च्यवनप्राश खाएं।
गर्भवती महिलाओं को च्यवनप्राश कब नहीं खाना चाहिए?
गर्भावस्था के दौरान च्यवनप्राश खाने के कई फायदे होते हैं पर कुछ मामलों में इसे नहीं खाना चाहिए। चूंकि च्यवनप्राश में बहुत सारा शुगर होता है इसलिए यदि आपको डायबिटीज है तो आप च्यवनप्राश का सेवन बिलकुल भी न करें। यदि आपको डायरिया हो जाता है तो भी आप च्यवनप्राश न खाएं क्योंकि इसे खाने से यह समस्या ज्यादा बढ़ सकती है। यदि आपको पाचन से संबंधित समस्याएं या पेट में सूजन है तो भी आपको च्यवनप्राश नहीं खाना चाहिए।
गर्मियों में च्यवनप्राश खाने से महिलाओं में बर्निंग सेंसेशन (जलन) हो सकते हैं। यदि आपको ऐसा अनुभव होता है तो आप एक गिलास दूध पी लें और यदि आपको यह समस्या बार-बार होती है तो आप च्यवनप्राश खाना बंद कर दें और डॉक्टर से संपर्क करें।
गर्भावस्था के दौरान च्यवनप्राश कैसे खाएं
गर्भावस्था के दौरान 2 या 3 ग्राम यानि आधा या एक चौथाई चम्मच च्यवनप्राश खाना ही बेस्ट है। आप इसे गर्मियों के दिनों में बिलकुल भी न खाएं और इस बात का ध्यान रखें कि आप अपने लिए जो भी च्यवनप्राश खरीदती हैं वह शुद्ध और अच्छी क्वालिटी का होना चाहिए। इसमें वह सामग्रियां होनी चाहिए जिनका उपयोग आयुर्वेद में पिछले कई वर्षों से किया जा रहा है। च्यवनप्राश को सुबह खाली पेट एक गिलास गुनगुने पानी के साथ लेना चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
गर्भावस्था के दौरान च्यवनप्राश खाने से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले कुछ सवालों के जवाब निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
1. गर्भावस्था में कौन सा च्यवनप्राश खाना अच्छा है?
गर्भावस्था के दौरान आपके लिए सिर्फ शुद्ध च्यवनप्राश खाना ही बेहतर है। इसमें किसी भी प्रकार की भस्म (किसी भी पदार्थ का पाउडर), मिनरल या सामग्री, जैसे मकरध्वज नहीं होना चाहिए। आप इस सप्लीमेंट को खरीदने से पहले इसकी सामग्रियां जरूर चेक कर लें और मार्केट में उपलब्ध किसी स्पेशल मिश्रण वाले च्यवनप्राश के बजाय एक सिंपल च्यवनप्राश ही लें।
2. गर्भावस्था के दौरान मैं च्यवनप्राश खाना कब शुरू कर सकती हूँ?
गर्भावस्था के सभी चरणों में आप शुद्ध और सिंपल च्यवनप्राश खा सकती हैं। गर्भावस्था में च्यवनप्राश कब खाना चाहिए इसके लिए कोई भी नियम नहीं बनाए गए हैं। हालांकि इसे अपने आहार में शामिल करने से पहले आप इसके बारे में एक बार डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
यद्यपि कुछ लोग बकरी या गाय के दूध के साथ च्यवनप्राश खाने की सलाह देते हैं पर इसे एक गिलास सादे पानी के साथ लेना ही बेहतर है क्योंकि इससे साइड-इफेक्ट्स बहुत कम होते हैं। इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि गर्भावस्था के दौरान कुछ भी खाने से पहले चाहे वो च्यवनप्राश जितना हेल्दी ही क्यों न हो, आप डॉक्टर से सलाह जरूर लें। डॉक्टर बता सकते हैं कि आपको सप्लीमेंट्स लेने की जरूरत है या नहीं। गर्भावस्था में कोई भी अन्य चीज लेने के बजाय आप स्वस्थ रहने के लिए हेल्दी डायट लें, पर्याप्त एक्सरसाइज करें और पूरी नींद लें।
यह भी पढ़ें: