जब त्योहारों के दिन आते हैं तो मीठा खाने का जैसे मौसम ही शुरू हो जाता है। यह बहुत ही रोचक बात है कि हमारे देश में सभी त्योहारों व परंपराओं का किसी न किसी विशेष खाद्य पदार्थ से एक अटूट नाता अवश्य रहा है और आमतौर पर ये खाद्य पदार्थ मीठे ही होते हैं । ऐसा ही एक नाता है गणेश चतुर्थी के उत्सव और भगवान गणपति के प्रिय भोग ‘मोदक’ का। भारत में कई पर्व या त्योहार ऐसे रहे हैं जो कुछ वर्ष पहले तक किसी राज्य विशेष, संप्रदाय विशेष या धर्म विशेष तक ही सीमित हुआ करते थे। इसे तकनीकी प्रगति का असर कहें, मीडिया का प्रभाव कहें या कुछ और, पर अब हमारे देश के आम लोग लगभग सारे पर्व व त्योहार समान रूप से मनाने लगे हैं । गणेश चतुर्थी भी ऐसा ही एक उत्सव है। इसलिए जिन्होंने मोदक खाया तो है पर बनाया नहीं, उन्हें ये लेख अवश्य पढ़ना चाहिए।
यह एक प्रकार की मिठाई है जिसे अन्य भाषाओं में मोदका, मोदकम, या कुदुमु भी कहा जाता है। आमतौर पर इसमें गुड़ व नारियल के मिश्रण को गेहूँ या चावल के आटे या मैदे की पूड़ी के अंदर भरकर बंद कमल के फूल के आकार में बनाया जाता है। लेकिन इसके अलावा मोदक की दूसरी बहुत सारी रेसिपीज भी हैं, जिनमें से कुछ हम आपको यहाँ बताने जा रहे हैं। ताकि जब इस बार गणपति उत्सव में आप तरह-तरह के मोदक बनाकर अपने आराध्य भगवान को प्रसाद चढाएं तो न केवल गणपति बाप्पा, बल्कि आपके घरवाले, रिश्तेदार और फ्रेंड्स भी खुश हो जाएं और आपकी ढेर सारी तारीफ करें।
ये मोदक बनाने का सबसे पारंपरिक प्रकार है। इसे भाप में पकाया जाता है।
फिलिंग के लिए:
कवरिंग के लिए:
ये मोदक बनाने में तुलनात्मक रूप से आसान हैं। जिन्हें फ्राइड चीजें पसंद होती हैं ये उनके लिए हैं। कुरकुरे होने के कारण बच्चे भी इन्हें चाव से खाते हैं।
फिलिंग के लिए:
कवरिंग के लिए:
बच्चों को ये मोदक विशेष रूप से पसंद आते हैं। ये बॉक्स में भरकर गिफ्ट भी किए जा सकते हैं।
ये मोदक उपवास वाले लोगों के लिए उपयुक्त हैं। इन्हें बनाने में ज्यादा समय भी नहीं लगता है।
दूध से बनी मिठाइयों के शौकीनों को ये मोदक खूब भाएंगे।
बड़ों की तरह कभी–कभी बच्चों को भी पान खाना अच्छा लगता है पर हम उन्हें ऐसा करने तो नहीं दे सकते। फिर कितना ही अच्छा हो अगर पान का स्वाद मोदक में आ जाए।
फिलिंग के लिए:
कवरिंग के लिए:
पान के 4 पत्तों को कंडेंस्ड दूध में तब तक फेंटें जब तक दोनों अच्छी तरह मिल न जाएं। बचे हुए 4 पान को बारीक काट कर इसमें मिलाएं और अच्छी तरह से मिक्स कर लें।
एक पैन में घी गर्म करें व नारियल बूरा डालकर धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए 2-3 मिनट तक भून लें।
अब पैन में पान का मिश्रण डालकर अच्छी तरह मिलाएं। आप चाहें तो इसमें खाने का हरा रंग मिला सकती हैं।
मिश्रण गाढ़ा हो जाए तो आंच से उतार लें और ठंडा होने के लिए रख दें।
फिलिंग के लिए गुलकंद, ड्राई फ्रूट्स पाउडर, सौंफ पाउडर और टूटी फ्रूटी अच्छी तरह मिला लें।
हथेलियों पर थोड़ा सा घी लगाकर पान का मिश्रण लें और मोदक के सांचे में डालें।
इसके बीच में गुलकंद का मिश्रण भरें और इसी तरह सारे मोदक बना लें।
मोदक की झटपट बनने वाली रेसिपी में रवा मोदक शामिल हैं। ये भी बच्चों को बहुत पसंद आते हैं।
पैन में घी गर्म करके रवा डालें और धीमी आंच पर भूनें।
रवा हल्का ब्राउन होने और उसमें से खुशबू आने के बाद उसमें काजू–बादाम और इलायची मिलाएं।
गैस बंद कर दें और एक बर्तन में मिश्रण निकालकर थोड़ा ठंडा होने के लिए रख दें।
अब एक पैन में चीनी और ½ कप पानी मिलाएं और केसर डाल कर उसे लगातार कलछी से चलाते हुए एक तार की चाशनी बना लें।
इसमें रवा डाल कर मिक्स कर लें व उसे और ठंडा होने के लिए रख दें।
अब दोनों हाथों से इस मिश्रण को मसल कर चिकना बना लें।
अगर रवा का मिश्रण कठोर लगे तो उसमें थोड़ा सा गुनगुना दूध डाल कर मुलायम किया जा सकता है।
अब मोदक के सांचे में घी लगाकर तैयार रवा मिश्रण डालें और मोदक का आकार दें और सारे मोदक इसी तरह बना लें।
चौंकिए मत! मूंगफली का इस्तेमाल मीठा बनाने में भी हो सकता है। ये मोदक टेस्टी होने के साथ ही पौष्टिक भी होते हैं।
सबसे पहले मूंगफली के दानों को एक पैन में धीमी आंच पर धीरे–धीरे भूनें।
जब दाने हल्के ब्राउन दिखने लगें तो गैस बंद कर दें और इसे एक अलग बर्तन में निकालकर ठंडा होने के लिए रख दें।
ठंडा होने के बाद मूंगफली के दानों को अपने हाथों से मसलें। इससे उनका छिलका उतरने लगेगा।
एक बड़े छेद वाली छलनी में लेकर इन्हें छान लें। इससे दानों से छिलके अलग हो जाएंगे। इसे सुपली का इस्तेमाल करके भी किया जा सकता है।
अब मिक्सी में इन दानों को दरदरा पीस लें।
गुड़ को छोटे टुकड़ों में काट लें या अगर बहुत चिपचिपा न हो रहा हो तो कद्दूकस भी किया जा सकता है।
अब मूंगफली पाउडर और कटे हुए गुड़ को मिक्स कर लें और घी डालकर एक बार फिर मिक्सी में घुमा लें। इससे दाने और गुड़ का एकसार मिश्रण बन जाएगा। आप चाहें तो अपने हाथों से भी इसे मिक्स कर सकती हैं।
इस मिश्रण में इलायची पाउडर मिलाएं।
अब मोदक के सांचे में मिश्रण रखकर एक आकार के सारे मोदक बना लें।
गणेश चतुर्थी के समय बारिश का मौसम होता है। ऐसे में कॉर्न यानी भुट्टे किसे नहीं भाएंगे? स्वीट कॉर्न की कई रेसिपी आप जानती होंगी, अब मोदक बनाना भी सीख लीजिए।
मिक्सी में स्वीट कॉर्न के दाने डालकर बारीक पेस्ट बना लें।
एक पैन में घी गर्म करके उसमें कॉर्न का पेस्ट मिलाएं और कुछ देर धीमी आंच पर भूनें।
फिर इसमें दूध मिलाकर धीरे–धीरे चलाते हुए गाढ़ा होने तक पकने दें।
मिश्रण गाढ़ा होने पर उसमें चीनी मिलाएं।
कुछ देर तक पकने के बाद जब मिश्रण और गाढ़ा दिखने लगे तो इसमें इलायची पाउडर व कतरे हुए काजू, बादाम मिलाएं।
गैस बंद कर दें और इस मिश्रण को एक बर्तन में निकाल कर ठंडा होने के लिए रख दें।
मोदक के सांचे में घी लगाकर कॉर्न का मिश्रण भरें और हलके हाथों से दबाकर मोदक का आकार दें। इसी तरह सारे मोदक बना लें।
गणेश जी को बेसन के लड्डू भी बहुत पसंद होते हैं। तो लड्डू और पारंपरिक मोदक का फ्यूजन बनाकर बेसन के मोदक भी बनाए जा सकते हैं।
एक पैन या कढ़ाई में घी गर्म करके उसमें बेसन डालिए।
धीमी आंच पर बेसन को सुनहरा होने और इसकी खुशबू आने तक भूनें।
बेसन में इलायची पाउडर मिलाएं और आंच बंद कर दें।
अब बेसन को दूसरे बड़े बर्तन में निकाल लें और ठंडा होने के लिए रख दें।
जब बेसन अच्छी तरह से ठंडा हो जाए तब उसमें पिसी हुई चीनी मिलाकर अच्छी तरह मिक्स करें।
मोदक का सांचा लें और इसमें थोड़ा घी लगाकर मिश्रण भर लें और एक–एक करके सारे मोदक तैयार करें।
अंत में गार्निशिंग के लिए मोदक पर ऊपर से केसर और पिस्ता लगा दें।
हमारे देश में भौगोलिक भिन्नताओं के साथ जितनी सांस्कृतिक भिन्नताएं हैं उतनी शायद दुनिया के किसी देश में नहीं होंगी। इसीलिए इसे ‘अतुल्य भारत’ कहा जाता है। यहाँ अनेक धर्म, संप्रदाय, जातियां व शाखाएं हैं और इन सभी के अपने त्योहार व अपनी परंपराएं हैं। यदि हम ‘वसुधैव कुटुंबकम’ में विश्वास करते हैं तो अपने ही देश के किसी अन्य राज्य का कोई स्वादिष्ट पकवान सीखने में भला क्यों पीछे रहें। यूँ तो मोदक एक मराठी डिश है। लेकिन जिस तरह समय के साथ गणेश उत्सव सिर्फ महाराष्ट्र तक सीमित न रहकर पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाने लगा है, उसी तरह पारंपरिक मोदक के साथ ही के नए–नए मोदक भी खूब बनाए और खाए जाने लगे हैं। हमें यकीन है कि आपको ये रेसिपीज अच्छी लगी होंगी तो हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताइए कि आपने इस बार कौन से मोदक बनाए।
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