9 महीने के बच्चे के लिए 10 बेस्ट डेवलपमेंटल एक्टिविटीज

9 महीने के बच्चे के लिए 10 बेस्ट डेवलपमेंटल एक्टिविटीज

बच्चों को एक्टिविटीज बहुत मजेदार लगते हैं। इससे उन्हें खेलने का, इंटरेक्ट करने का, नई बातें जानने का और सीखने का मौका तो मिलता ही है, साथ ही उनमें अलग-अलग गुणों का विकास भी होता है। इस लेख में आपको 9 महीने के बच्चे के लिए कुछ बेहतरीन एक्टिविटी के बारे में जानने का मौका मिलेगा। 

9 महीने के बच्चे में कौन-कौन से विकास की उम्मीद करनी चाहिए? 

एक 9 महीने के बच्चे में नीचे दिए गए विकास देखे जाते हैं: 

  • जब आपका बेबी 9 महीने का हो जाता है, वह पूरे घर में दोनों हाथ और दोनों पैरों की मदद से चलने लगता है। कुछ बच्चे इसमें इतने माहिर हो जाते हैं, कि वे सीढ़ियां भी चढ़ने और उतरने लगते हैं। 
  • इसके अलावा 9 महीने के बच्चे आसानी से अपनी पोजीशन बदल सकते हैं। जैसे कि, वह क्रौल करने की पोजीशन को बदल कर खड़ा हो जाता है। (कुर्सियों या ऐसे ही किसी चीज की मदद और सपोर्ट से)
  • आपके बच्चे के मोटर स्किल डेवेलप होता है। छोटे खिलौने उठाना उसके लिए आसान हो जाता है और वह समझने लगता है कि कौन सी आकृति का ब्लॉक कौन सी आकृति के छेद में जाएगा। 
  • वह बिना रुके बड़बड़ा सकता है और कुछ-एक शब्द भी बोल सकता है। 
  • आप किस बारे में बात कर रहे हैं, आपका बच्चा वह समझ सकता है और अलग-अलग आवाजें निकालकर या मुस्कुराकर उस पर अपनी प्रतिक्रिया भी देता है। 
  • वह शुरुआती महीनों की तुलना में बिना किसी सहारे के बैठ सकता है। 

9 महीने के बच्चे के लिए लर्निंग एक्टिविटीज

9 महीने के बच्चे के लिए नीचे दी गई ये एक्टिविटीज काफी आसान और मजेदार हैं। यहां पर 9 महीने की उम्र के बच्चे के लिए 10 एक्टिविटी दी गई हैं, जो कि उनके विकास में मदद करती हैं: 

1. खिलौने को एक बाल्टी में डालना 

बाल्टी में एक ब्लॉक या एक खिलौने को डालना। जब बच्चा खिलौने या ब्लॉक को बाल्टी में डालता है और जब वह खिलौना बाल्टी के तले को छूता है, तब आप कह सकते हैं ‘धप!’। आप 4-5 बार ऐसा दोहराएं, फिर अगले बार चुप रहें और देखें, कि क्या वह आप की नकल करने की कोशिश करता है। आप उसे भी खिलौने या ब्लॉक बाल्टी के अंदर गिराने दें या उन्हें बाहर निकालने दें। इस एक्टिविटी से फाइन मोटर स्किल्स का विकास होता है और साथ ही भाषा का भी विकास होता है। 

2. आवाज निकालना और छुपाना

दबा कर बजने वाला खिलौना लें और बच्चे के सामने दबाकर उसकी आवाज निकालें। फिर उसे अपने पीछे या किसी कंबल के नीचे या कुशन के पीछे छुपा दें और बच्चे को उसे ढूंढने दें। आप यह खेल तब तक खेल सकते हैं, जब तक कि बच्चे को यह मजेदार लगता है। जब वह इस से बोर हो जाए, तो इसे बंद कर दें। यह साधारण खेल बच्चों में कॉग्निटिव डेवलपमेंट के लिए बहुत अच्छा है। यह उनमें सुनने की शक्ति और वस्तुओं के स्थायित्व का विकास करने में मदद करता है। 

3. बॉल गुड़काना

एक मध्यम आकार की बॉल को बच्चे के तरफ रोल करें और देखें, कि वह उसे रोकता है या नहीं। फिर उसे वापस रोल करने के लिए प्रोत्साहित करें। अगर वह ऐसा ना करे, फिर भी उसके लिए ताली बजाएं। आप अपने साथी को भी यह खेल खेलने के लिए कह सकते हैं। यह एक्टिविटी ग्रॉस मोटर स्किल्स के विकास में मदद करती है और घूमना और नकल करना भी सिखाती है। 

4. छुपना और खोजना

एक बड़ा कार्टून लें और इस बात का ध्यान रखें कि वह आरामदायक हो और उसमें चुभने वाली कोई चीज ना हो। आप चाहें तो इसके अंदर एक मुलायम टॉवल या कंबल भी रख सकते हैं। अपने बच्चे को इसके अंदर छुपा दें और फिर ऐसा जताएं, कि आप उसे ढूंढ नहीं पा रहे हैं। उसे देखने पर खुशी जाहिर करें। उसे उस बक्से को अच्छी तरह से देखने दें। यह एक्टिविटी ढूंढने की क्षमता को मजबूत बनाती है, ग्रॉस मोटर स्किल और सोशल स्किल का विकास करती है और वस्तु के स्थायित्व को सिखाती है। 

5. ताली बजाना और गाने गाना

9 महीने के होने पर बच्चे ताली बजाना शुरू कर देते हैं। कुछ नर्सरी राइम गाएं और उसके साथ ही ताली बजाएं।  उसे भी धुन के साथ ताली बजाने के लिए प्रोत्साहित करें। इससे बच्चों में उनकी मांसपेशियों और हाथ और आंख के तालमेल के नियंत्रण का विकास होता है। इससे उन्हें रिदम के बारे में सीखने में भी मदद मिलती है। 

6. वाटर प्ले

नहाने का समय बच्चे के लिए सीखने का एक बेहतरीन समय हो सकता है। जब आप अपने बच्चे से बात करते हैं, तो उसमें भाषा का विकास होने में मदद मिलती है। बुलबुलों से खेलने पर आपके बच्चे में आंख और हाथ के तालमेल का विकास होता है। स्पंज को दबाकर पानी निकालते समय या पानी में छपछपाते समय आपका बच्चा आनंद तो उठाता ही है, साथ ही उसमें सामाजिक और भावनात्मक गुणों का विकास भी होता है। यह ऐसा समय है, जब सोने के अलावा बच्चे की दूसरे ज्ञानेंद्रियां भी एक्टिव हो जाती हैं। 

7. स्ट्रॉलर पर घूमना

एक 9 महीने के बच्चे के लिए यह सबसे बेहतरीन आउटडोर एक्टिविटी है। बच्चे को घुमाने के लिए ले जाएं। आप उसे पार्क में घुमा सकते हैं, नजदीक के सुपर मार्केट में ग्रॉसरी खरीदने के लिए जा सकते हैं या केवल सड़क के किनारे से चल सकते हैं। उसे साथ चलते हुए लोग, खेलते हुए बच्चे, भोंकते हुए कुत्ते देखने दें। उसे पार्क में खेलने की चीजों को देखने दें। आप उसे अपनी गोद में लेकर किसी झूले में बैठ सकते हैं या स्लाइड डाउन कर सकते हैं। यह आउटडोर अनुभव उसके मल्टीसेंसरी फैकल्टीज को स्टिमुलेट करने में मदद करता है। 

8. रेत से खेलना

अब जब कि आपका बच्चा बिना किसी सहारे के खुद बैठ सकता है, तो उसे रेत के टीले पर बैठने दें और रेत से खेलने दें। उसे छोटे बेलचे, छोटी बाल्टियाँ, और स्पेड आदि देखने दें। बच्चे के फाइन मोटर स्किल के विकास के लिए यह एक्टिविटी बेहतरीन है। लेकिन इस दौरान आपको यह सावधानी बरतनी चाहिए, कि कहीं यह रेत उसकी आंखों में ना चला जाए। 

9. ट्रेजर बास्केट

एक बास्केट या एक बक्से में (जिसका आकार कुछ ऐसा होना चाहिए कि आपका बच्चा उसमें बैठ सके और बक्से के बाहर की चीजों को देख सके) बहुत सारी चीजें रख दें। इसमें से कुछ चीजें प्राकृतिक होनी चाहिए, जैसे फल और सब्जियां। वहीं कुछ चीजें मानव निर्मित होनी चाहिए (नॉनटॉक्सिक)। ये सारी वस्तुएं अलग-अलग रंग, टेक्सचर, आकार और आकृतियों की होनी चाहिए। ये चीजें महंगी नहीं होनी चाहिए, बल्कि घर, बगीचे, बीच, पार्क आदि में मिलने वाली चीजें होनी चाहिए। उसे कोई सामान उठाने के लिए प्रोत्साहित करें, बक्से में रखी हुई चीजों को अच्छी तरह से देखने दें, उसे मुंह में लेने दें, उसके टेक्सचर को महसूस करने दें, दूसरी चीजों के साथ टकराने दें या फर्श पर पटकने दें। बच्चे के सेंसेस को स्टिमुलेट करने के लिए यह एक्टिविटी बेहतरीन है और साथ ही उसमें फाइन मोटर स्किल्स, ग्रॉस मोटर स्किल्स, कॉग्निटिव स्किल्स जैसे अलग-अलग गुणों का विकास भी होता है। 

10. किताबें पढ़ना

तस्वीरों वाली किताबें पढ़ने से बच्चों को फायदा होता है। इन किताबों में तस्वीरें अधिक होती है और लिखावट कम होती हैं। बच्चे के लिए पढ़ते समय अपनी आवाज को बदलने की कोशिश करें। जो बच्चे अपने जीवन की शुरुआत में ही पढ़ना शुरू कर देते हैं (भले ही वह तस्वीरों वाली किताब ही क्यों ना हो), उन्हें पढ़ना पसंद आने लगता है और उनमें पढ़ने की एक आदत का विकास हो जाता है, और ये दोनों ही बहुत अच्छे गुण होते हैं। 

ध्यान रखने के लिए कुछ टिप्स

  • इस बात का ध्यान रखें कि बच्चे को एक्टिविटी में मजा आए। अगर उसे इसमें मजा नहीं आ रहा है, तो बच्चे पर इस एक्टिविटी के लिए दबाव न डालें, बल्कि ऐसी कोई दूसरी चीज करने की कोशिश करें, जो उसे पसंद आए। 
  • इस बात का ध्यान रखें, कि एक्टिविटी में इस्तेमाल किए जाने वाले खिलौने और दूसरी चीजें नॉनटॉक्सिक हों। 
  • किसी भी एक्टिविटी के दौरान एक सेकेंड के लिए भी उसे कभी अकेला ना छोड़े। हमेशा चौकन्ने रहें। आपकी तरफ से बरती जाने वाली थोड़ी सी भी लापरवाही, आपके बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है (भगवान ना करें)। उदाहरण के लिए, रेत से खेलने के दौरान, अगर आप सावधानी नहीं बरतते हैं, तो रेत उसकी आंखों में जा सकता है या फिर वह कोई गलत चीज निगल सकता है। 
  • अगर किसी एक्टिविटी में उसे घूमने की जरूरत है, तो वह किसी दीवार से टकराकर या नीचे गिर कर खुद को चोट पहुंचा सकता है। इसलिए हमेशा अपने बच्चे पर नजर रखें। 
  • उसे हमेशा नंगे पांव रखें। इससे चलते समय बच्चे को सही पोस्चर को मेंटेन करने में मदद मिलती है। इसके अलावा 9 महीने के बच्चे के पैरों की टेक्टाइल सेंसरी प्रोसेसिंग ऊंची होती है, जो कि उनके न्यूरोलॉजिकल विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अगर आपके बच्चे को अधिक ठंड लग रही है, तो आप उसे एंटी स्किड सॉक्स पहना सकते हैं, जो उसे घूमने के दौरान या चलने के दौरान गिरने या फिसलने से बचाएगा। 

हर बच्चा अपनी अलग रफ्तार से बढ़ता है। बच्चों को नए गुणों का विकास करने में बहुत प्रेक्टिस की जरूरत होती है। इसलिए हर एक्टिविटी को बार-बार किया जाना चाहिए। इन मजेदार एक्टिविटी के लिए आपको महंगे खिलौने खरीदने की जरूरत नहीं है। आपको जरूरत है, तो केवल बहुत सारे धैर्य और उत्साह की, ताकि आप अपने बच्चे के जरूरी विकास में उसकी मदद कर सकें। 

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