महिलाओं के लिए मासिक धर्म कोई उत्साहपूर्ण चीज नहीं होती है और कोई भी स्त्री वास्तव में इसके लिए उत्सुक भी नहीं होती है। हालांकि, यह आपके संपूर्ण प्रजनन स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यदि आपका मासिक धर्म नियमित है और आप अपनी तारीख जानती हैं तो यह आपके लिए मददगार होगा, ऐसे में आप अपनी तारीख के अनुसार विशेष अवसरों की योजना बना सकती हैं। दुर्भाग्य से, यह सभी महिलाओं के लिए नहीं होता है क्योंकि कई महिलाओं को अनियमित मासिक धर्म या मासिक धर्म चक्र के दौरान समस्याओं का सामना करना पड़ता है।आइए हम अनियमित मासिक धर्म और इससे होने वाली समस्याओं व उनके उपचारों के बारे में जानें।

अनियमित मासिक धर्म क्या है?

अनियमित मासिक धर्म आमतौर पर हॉर्मोनल असंतुलन का संकेत होता है। एक सही माहवारी चक्र 28 दिनों का होता है। जिस किसी को भी 29वें दिन में मासिक धर्म होता है तो उसका मासिक धर्म चक्र स्वस्थ है। लेकिन अगर आपको 21 दिनों में या उससे पहले मासिक धर्म शुरू हो जाता है और अगर आपकी माहवारी 8 दिनों से अधिक समय तक रहती है, तो आपको अनियमित मासिक धर्म होता है। इसके अलावा, यदि आपको देर से माहवारी आती है या आपका एक चक्र चूक गया है, तो भी आपका अनियमित मासिक धर्म चक्र है।

अनियमित मासिक धर्म चक्र के कारण क्या हैं?

महिलाओं में अनियमित मासिक धर्म चक्र के लिए बहुत सारे कारक ज़िम्मेदार होते हैं। यह कारक या कारण, अक्सर एक अस्वास्थ्यकर जीवनशैली से संबंधित होते हैं।अनियमित मासिक धर्म होने के कुछ कारण, इस प्रकार हैं:

1. तनाव का उच्च स्तर

माहवारी के दौरान तनाव, ओवुलेशन या डिंबोत्सर्ग को रोक सकता है। एस्ट्रोजन और अन्य प्रजनन हॉर्मोन का उत्पादन भी, उच्चतनाव स्तर के कारण बाधित हो जाता है। नतीजतन आपकी गर्भाशय की परत उस तरह से नहीं बनती है जैसी उसे बननी चाहिए, जिसकी वजह से भी मासिक धर्म समय पर नहीं होता है।

2. आहार में पोषण की कमी

जिस आहार में एंटीऑक्सीडेंट की कमी होती है वह आहार किसी भी महिला के शरीर में विभिन्न हॉर्मोन के सामान्य कार्य में विघ्न डाल सकता है। परिणामस्वरूप, इसी कारण से मासिक धर्म अनियमित सकता है।

उदाहरण के लिए, योज्य (एडिटिव्स) और कीटनाशकों जैसे उत्तेजक पदार्थों से भरा भोजन, अधिवृक्क ग्रंथियों के सामान्य कार्यों में बाधा डालता है और इससे कॉर्टिसॉल में वृद्धि हो सकती है। बढ़ा हुआ कॉर्टिसॉल प्रजनन हॉर्मोन सहित कई हॉर्मोन के सामान्य कार्य में बाधा उत्पन्न करता है।

3. तनावपूर्ण व्यायाम

यह देखा गया है कि अधिक व्यायाम के कारण होने वाला तनाव या थकान अधिवृक्क, थायरॉयड और पिट्यूटरी ग्रंथियों के सामान्य कार्यों में बाधा उत्पन्न करता है, जिससे मासिक धर्म अनियमित हो जाता है।

4. थायरॉयड

अनुसंधान से साबित हुआ है कि थायरॉइड की समस्या से पीड़ित महिलाओं का मासिक धर्म अक्सर चूक जाता हैं या उन्हें अनियमित मासिक धर्म का सामना करना पड़ता है।

5. गर्भनिरोधक गोली

गर्भनिरोधक गोलियों का मासिक धर्म पर सीधा असर पड़ता है। यह माहवारी को कम करता है और कई मामलों में तो इसे पूरी तरह से रोक देता है।

6. पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (पी.सी..एस)

यह ऐसी चिकित्सीय संबंधी स्थिति है, जिसमें अंडाशय में बहुत सारी छोटी पुटियाँ दिखाई देती हैं। इस स्थिति से पीड़ित महिलाओं को अनियमित मासिक धर्म का अनुभव होता है।

7. अत्यधिक वजन में गिरावट

यदि आपका शरीरिक बी. एम. आई. 18 या 19 से नीचे होता है, तो आपके शरीर में वसा कम होने के कारण अनियमित मासिक धर्म का अनुभव हो सकता है। शारीरिक वसा एस्ट्रोजन बनाने में मदद करता है वह एक ऐसा हॉर्मोन है जो अंडाशय के सामान्य कार्य के लिए आवश्यक होता है।

8. वज़न में अचानक वृद्धि

कम समय में वज़न में बहुत ज़्यादा वृद्धि के कारण भी शारीरिक हॉर्मोन के सामान्य कार्य पर प्रभाव पड़ सकता है। इसमें संभोग का हॉर्मोन भी होता है जो अनियमित मासिक धर्म का एक कारण हो सकता है।

9. खाद्य पदार्थों से ऐलर्जी

 

कुछ खाद्य पदार्थों से एलर्जी, जैसे निदान न हुआ हो ऐसा लासा या सीलिएक रोग, शारीरिक हॉर्मोन को प्रभावित कर सकते हैं। यह संभोग हॉर्मोन के सामान्य कार्य को भी प्रभावित करता है जो अनियमित मासिक धर्म का कारण बन सकता है।

10. अन्य चिकित्सीय स्थितियाँ

मधुमेह, फाइब्रॉएड, अन्तर्गर्भाशयअस्थानता(एंडोमेट्रियोसिस) और यौन संचारित रोगों जैसी चिकित्सा संबंधी स्थितियों से पीड़ित किसी भी महिला को अनियमित मासिक धर्म का अनुभव होने की सबसे अधिक संभावना होती है।

11. उम्र

यह देखा गया है कि जब किसी लड़की को पहली बार मासिक धर्म होता है, तो उसे सामान्य होने में कुछ समय लगता है। केवल उम्र के साथ ही महिलाओं में मासिक धर्म चक्र नियमित होता है। किशोरावस्था में लड़कियों को अनियमित मासिक धर्म के बारे में चिंतित होने की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि किशोरावस्था के वर्षों में यह एक आम स्थिति है।

अनियमित मासिक धर्म क्या सामान्य है और क्या नहीं?

वर्ष में एक या दो बार मासिक धर्म अनियमित होना काफी सामान्य स्थिति है। लेकिन अगर हमेशा ही ऐसा होता है, तो इसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता है क्योंकि यह अन्य बीमारियों का लक्षण हो सकता है। यह न केवल आपके सामाजिक जीवन को खराब करता है, बल्कि आपके रोजमर्रा के व्यवहार, जैसे कार्य में भी बहुत सारी जटिलताएं पैदा करता है।

  • क्या अनियमित मासिक धर्म गर्भावस्था को प्रभावित करता है? जवाब है हाँ, मासिक धर्म गर्भावस्था को भी प्रभावित करता है! अनियमित मासिक धर्म का मतलब है कि आप हर महीने डिंबोत्सर्जन नहीं कर रही हैं, इससे आपकी गर्भावस्था पर सीधा असर पड़ सकता है। यदि आप कुछ समय से गर्भवती होने की कोशिश कर रही हैं लेकिन ऐसा करने में असमर्थ हैं, तो आपको डॉक्टर से परामर्श लेना अनिवार्य है, क्योंकि अनियमित मासिक धर्म चक्र इसका कारण हो सकता है।
  • अनियमित मासिक धर्म होना यह एंडोमेट्रियोसिस, पी.सी..एस. या थायरॉयड जैसी गंभीर बीमारियों का लक्षण भी हो सकता है। इसलिए यदि आप लंबे समय से अनियमित मासिक धर्म से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लेना और मूल्यांकन करना उचित होगा।
  • अनियमित माहवारी, डिम्बग्रंथि के कैंसर का लक्षण हो, ऐसा जरूरी नहीं है। हालांकि, यदि आपका चिकित्सक इसे आवश्यक मानता/मानती है, तो वह आपका परीक्षण कर सकता/सकती है।
  • रियूमैटॉइड गठिया (Rheumatoid arthritis) भी अनियमित मासिक धर्म का कारण हो सकता है। इसके बारे में डॉक्टर से परामर्श लें और इसकी होने या ना होने की पुष्टि करने के लिए जॉँच करवाएं।

उपचार और घरेलू नुस्खें

अनियमित मासिक धर्म के लिए कई घरेलू उपचार हैं जो इस स्थिति को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं, जैसे:

  • यदि तनाव आपके अनियमित मासिक धर्म चक्र का कारण है, तो आप तनावमुक्त जीवन के लिए योगा और ध्यान का अभ्यास कर सकती हैं। काफी अनियमित रूप से आने वाले मासिक धर्म चक्र से पीड़ित महिलाओं के लिए एक्यूपंक्चर व्यायाम भी फायदेमंद साबित हुआ है।
  • समग्र स्वस्थ जीवन के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन आवश्यक है। अपने रोजमर्रा के आहार में स्वस्थ वसा और प्रोबायॉटिक को शामिल करना हॉर्मोन के सामान्य कार्य विधि के लिए बहुत आवश्यक है।
  • व्यायाम करते समय, अपने शरीर की सुनें, मतलब जब ज़्यादा थकान हो तो रुक जाएं। सिर्फ कैलोरी कम करने के लिए ही नहीं बल्कि तनाव को कम करने के लिए भी व्यायाम करें ।
  • यदि आपके अनियमित मासिक धर्म का कारण हॉर्मोनल है, तो आपको पने डॉक्टर से परामर्श लेने की आवश्यकता है। वह इस समस्या को ठीक करने के लिए आपको कुछ गर्भनिरोधक गोलियाँ या दवाइयाँ दे सकता/सकती है।

अनियमित मासिक धर्म की दवाइयाँ लेने से पहले, घरेलू नुस्खे आज़माने का प्रयास करें और किसी भी प्रकार की दवा के सेवन से पहले हमेशा चिकित्सक से परामर्श लेना अनिवार्य है।

चिकित्सक की सलाह कब लें?

निम्नलिखित संकेत मिलने पर डॉक्टर से सलाह अवश्य लें:

  • यदि आप लगातार अस्थिर या अप्रत्याशित माहवारी अनुभव करती हैं।
  • सुझाए गए सभी उपचारों और उपायों को आज़माने के बाद, आप में कोई सुधार नहीं हुआ है।
  • यदि आप गर्भवती होने की कोशिश कर रहीं हैं, लेकिन अनियमित मासिक धर्म के कारण नहीं हो पा रही हैं।
  • आप अनियमित मासिक धर्म के कारण लंबे समय तक ऐंठन से पीड़ित रहती हैं।

एक ऐसा समय था, जब मासिक धर्म या माहवारी के बारे में किसी से बात करना वर्जित माना जाता था। लेकिन, आज का समाज खुले विचारों वाला है और इन मुद्दों पर खुलकर बात करने की स्वीकृति देता है। महिलाओं को मासिक धर्म और उससे जुड़ी समस्याओं के बारे में बात करने से कतराना नहीं चाहिए। याद रखें, केवल बात करने और परामर्श लेने से ही आपको अपनी समस्या का सही समाधान मिल सकता है!

सुरक्षा कटियार

Recent Posts

जादुई हथौड़े की कहानी | Magical Hammer Story In Hindi

ये कहानी एक लोहार और जादुई हथौड़े की है। इसमें ये बताया गया है कि…

1 week ago

श्री कृष्ण और अरिष्टासुर वध की कहानी l The Story Of Shri Krishna And Arishtasura Vadh In Hindi

भगवान कृष्ण ने जन्म के बाद ही अपने अवतार के चमत्कार दिखाने शुरू कर दिए…

1 week ago

शेर और भालू की कहानी | Lion And Bear Story In Hindi

शेर और भालू की ये एक बहुत ही मजेदार कहानी है। इसमें बताया गया है…

1 week ago

भूखा राजा और गरीब किसान की कहानी | The Hungry King And Poor Farmer Story In Hindi

भूखा राजा और गरीब किसान की इस कहानी में बताया गया कि कैसे एक राजा…

1 week ago

मातृ दिवस पर भाषण (Mother’s Day Speech in Hindi)

मदर्स डे वो दिन है जो हर बच्चे के लिए खास होता है। यह आपको…

1 week ago

मोगली की कहानी | Mowgli Story In Hindi

मोगली की कहानी सालों से बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय रही है। सभी ने इस…

1 week ago