शिशु

अपने नवजात शिशु के लिए खिलौने लेना

अपनी गर्भावस्था की गुड न्यूज मिलते ही आपने घर में एक नए मेंबर का स्वागत करने के लिए पूरी तरह से तैयारी शुरू कर ली होगी। कई बार माएं बच्चे के आने से काफी पहले ही उसके खिलौनों की खरीददारी करना शुरू कर देती हैं और रातों रात उनका बेडरूम किसी फेयरीटेल नर्सरी से कम नहीं लगने लगता! हालांकि बच्चे जन्म के बाद तुंरत खिलौनों से खेलना शुरू नहीं करते हैं और इसमें कुछ समय लगता है। ये नरम, चमकदार, आवाज करने वाले खिलौने उस दौरान बहुत उपयोगी होते हैं जब आपके बेबी का ओवरऑल डेवलपमेंट हो रहा होता है। 

शिशु जन्म के बाद अपने शुरुआती हफ्तों में ज्यादातर समय सोते रहते हैं। जब वे जागते हैं तो उस दौरान अपनी माँ के चेहरे और उसकी आवाज को सुनते रहते हैं। कुछ महीनों में जब बच्चा थोड़ा बड़ा हो जाता है तो और ज्यादा सतर्क होने लगता है, तब आप उसे सिंपल गेम्स और कुछ खिलौनों के साथ परिचित करा सकती हैं।

एक न्यूबॉर्न शिशु की नजर शुरुआत में साफ नहीं होती है और बच्चा केवल 8-12 इंच की दूरी तक फोकस कर सकता है। इसलिए जब आपके बच्चे की नजर और सुनने की क्षमता थोड़ी बेहतर हो जाए आप तभी उसे खिलौनों से परिचित कराएं। 

अपने न्यूबॉर्न बच्चे के लिए सही खिलौने चुनना

आप नीचे बताए गए खिलौनों को अपने बच्चे के पहले खिलौने के रूप में चुन सकती हैं:

1. झुनझुना

बच्चों की पकड़ जन्म के समय से ही मजबूत होती है। ब्राइट कलर, लाइटवेट झुनझुने न केवल एक अच्छा म्यूजिकल टाइमपास है, बल्कि ये बच्चे का कोआर्डिनेशन भी डेवलप करते हैं। सॉक्स और रिस्ट वाले झुनझुने एक सुरक्षित म्यूजिकल एंटरटेनमेंट ऑप्शन हैं।

2. कॉट मोबाइल

बच्चे के विजन रेंज के अंदर आने वाला ये म्यूजिकल मोबाइल आप उसके कॉट या पालने में लटका सकती हैं, इससे वह काफी एंटरटेन होता है। इसे लटकाते समय ध्यान रखें और इसको बच्चे की पहुँच से दूर रखें और देखें कि वह कैसे धीरे-धीरे अपना ध्यान उसकी ओर ले जाता है।

3. सॉफ्ट टॉयज

हालांकि अभी आपके बच्चे की पकड़ इतनी मजबूत नहीं हुई होती है कि वो ठीक से खिलौनों को पकड़ सके, फिर भी आप उसे सॉफ्ट टॉयज दे सकती हैं। जैसे-जैसे बेबी अलग-अलग टेक्सचर में अंतर जानने लगता है, आप उसकी पसंद को भी समझने लगती हैं कि उसे कौन से खिलौने ज्यादा पसंद आ रहे हैं या आएंगे।

4. म्यूजिकल/सेंसरी टॉयज

आवाज करने वाले खिलौने, या म्यूजिक बॉक्स जो बटन दबाने पर तरह तरह की आवाज निकालते हैं, वो बच्चे के फन टाइम के लिए परफेक्ट होते हैं। शिशु विभिन्न ध्वनियों के साथ-साथ इसके कारण और प्रभाव को जानने का भी प्रयास कर सकता है। ध्यान रहे कि आप बच्चे के लिए तेज या अचानक से बजने वाली आवाज वाले खिलौने इस्तेमाल न करें वरना इससे वह परेशान हो सकता है।

5. सॉफ्ट बुक्स

ब्राइट कलर वाली किताबों का उपयोग आपके बच्चे के साथ इमोशनल रूप से संबंध बनाने का एक अच्छा तरीका है। वह बड़ी और ब्राइट पिक्चर को देखकर एन्जॉय करता है। साथ ही, जो आप बच्चे के लिए पढ़ती हैं उसे सुनकर उसे भविष्य में रिदम, लैंग्वेज और स्पीच को सीखने में मदद मिलती है।

6. बेबी मिरर

आप नॉन ब्रेकेबल बेबी मिरर भी खरीद सकती हैं, जिसे देखकर बच्चे बहुत आकर्षित होते हैं और खुद को इसमें खोजते भी हैं। जल्द ही शिशु दर्पण में अपने खुद के प्रतिबिंब को देखकर मुस्कुराएगा!

7. प्लेमैट

जब आपका बच्चा करवट लेना सीख जाता है तो ये छोटी सी चीज आपके लिए बहुत कीमती हो जाती है। इस सॉफ्ट टेक्सचर मैट्स को आप बच्चे के खिलौनों, मिरर और झुनझुने आदि के साथ भर सकती हैं और ये बहुत आसानी से एक से दूसरी जगह भी ले जाई जा सकती है। इसमें कोई शक नहीं कि इसके साथ शिशु खूब मजे करना वाला है!

बच्चे के खिलौने लेते समय सावधानियां

अपने नवजात शिशु को हर खतरे से दूर रखते हुए आपको कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए खासतौर पर जब आप उसके लिए खिलौने ले रही हों:

  • खिलौने नॉन टॉक्सिक, सुरक्षित, टिकाऊ, बच्चे की उम्र के हिसाब से और अच्छी क्वालिटी वाले होने चाहिए।
  • कपड़े के खिलौनों को आग से दूर रखना चाहिए।
  • बच्चे को खिलौने देने से पहले सभी लेबल, रिबन और टैग हटा दें।
  • सोने से पहले सभी खिलौनों को बच्चे के सोने वाली जगह के पास से हटा दें।
  • लंबे बाल या फाइबर वाले खिलौने का इस्तेमाल नवजात शिशु के लिए बिलकुल न करें।
  • बच्चे को कभी भी किसी बड़े की निगरानी के बगैर न छोड़ें, भले ही कोई बड़े बच्चे उसके आसपास हों।
  • कॉट मोबाइल को बच्चे की पहुँच से अच्छी तरह दूर रखें।

घर पर एक बच्चा का होना आपको अपने बचपन को फिर से जीने का मौका देता है। तो, उन सभी खिलौनों के साथ और अपने छोटे प्यारे से बच्चे के साथ एक बार फिर से आप भी अपने बचपन को एन्जॉय करें!

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समर नक़वी

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