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जब आप बच्चे को फॉर्मूला दूध देना शुरू करते हैं तो अगली चीज आपको यह सोचना चाहिए कि उसका फॉर्मूला मिल्क बनाने के लिए कैसा पानी चुनें। बेबी फॉर्मूला को पानी में मिलाने की जरूरत होती है और इसलिए यह जानना जरूरी है कि बच्चे का दूध कैसे बनाया जाए और इसके लिए कौन से पानी की जरूरत है। अक्सर पेरेंट्स भी फॉर्मूला मिल्क बनाने के लिए उबले हुए पानी या बोतल के पानी का उपयोग करने से संबंधित कई सवाल पूछते हैं। आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि पानी की क्वालिटी अच्छी हो ताकि बच्चे का बढ़ता शरीर इसे सहन कर सके।
बेबी फॉर्मूला का उपयोग करते समय आपको कुछ चीजों का ध्यान रखना चाहिए। कई प्रिस्क्रिप्शन के अनुसार आपके बेबी फॉर्मूला के लिए सुरक्षित पानी का उपयोग करना चाहिए। वैसे यह आपके लिए थोड़ा कन्फ्यूजिंग होगा क्योंकि आप यह सोच सकती हैं कि बच्चे को फॉर्मूला मिल्क पिलाने के लिए किस प्रकार का शुद्ध पानी होना चाहिए।
पानी को घर लाते समय आप हमेशा पहले इसकी क्वालिटी और नेचर जांच लें। इससे आपको एक अंदाजा हो जाएगा कि यह पानी उपयोग के लिए कितना सुरक्षित है। इसे समझने के लिए आप डॉक्टर से भी सलाह ले सकते हैं।
इस बात का पूरा ध्यान रखें कि पानी साफ व शुद्ध है और यह बच्चों के लिए भी पूरी तरह से सुरक्षित है। पानी को उबालने से इस बात की संतुष्टि हो जाती है कि इसके बैक्टीरिया और कीटाणु नष्ट हो चुके हैं। हालांकि पानी को उबालने के बाद बच्चे के लिए फॉर्मूला मिल्क तैयार करने से पहले इसे थोड़ा ठंडा कर लें।
अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन जिसे एडीए भी कहा जाता है, इसके अनुसार पानी में बहुत ज्यादा फ्लोराइड होना सही नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बहुत ज्यादा फ्लोराइड का सेवन करने से फ्लूरोसिस हो सकता है। पानी में फ्लोराइड की मात्रा भी जांचना बहुत जरूरी है। हालांकि आपको यह भी चेक करना चाहिए कि पानी सख्त है या नहीं क्योंकि हार्ड पानी बच्चे के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक हो सकता है। पानी में बहुत ज्यादा मिनरल्स की भी जांच करें।
इसकी रिसर्च बहुत कम हुई है कि आपको फॉर्मूला मिल्क बनाने के लिए सिर्फ डिस्टिल्ड पानी का ही उपयोग करना चाहिए। यह सभी जानते हैं कि डिस्टिल्ड पानी को शुद्ध बनाने के लिए प्रोसेस होता है और इसलिए यह बच्चे का फॉर्मूला मिल्क बनाने के लिए सबसे सही पानी है।
डिस्टिल्ड पानी भी हार्ड नहीं होता है और इसमें मौजूद कैल्शियम व मैग्नीशियम काफी हद तक हटा दिए जाते हैं। सॉफ्ट पानी में मिनरल्स लगभग 17.1 मिलीग्राम प्रति लीटर तक होते हैं।
यदि आपके पास पब्लिक वॉटर सिस्टम है तो आप वहाँ पर पानी का उपयोग होने के बारे में पूरी जानकारी लें। बच्चों का फॉर्मूला दूध बनाने के लिए मिनरल पानी का उपयोग करने की सलाह नहीं दी जाती है क्योंकि इसमें बड़ों के लिए मिनरल होते हैं।
पानी के भी कई प्रकार होते हैं इसलिए आपको कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे आप विशेषकर बच्चे के लिए सुरक्षित पानी का ही उपयोग कर सकें। पानी की शुद्धता जानने के लिए आपको इसमें मौजूद मिनरल व अन्य चीजों के बारे में जानने की जरूरत होगी। आप इसे जानने के लिए निम्नलिखित कुछ चीजें कर सकते हैं, आइए जानें;
आपको नहीं पता होगा कि कुएं का पानी कितना शुद्ध है और कितना नहीं। वैसे तो जमीन से कलेक्ट किया हुआ रेनवॉटर अपने आप में सुरक्षित होता है। पर इसे गंदगी और दूषित वातावरण से कलेक्ट किया जाता है इसलिए इसका उपयोग बिलकुल भी न करें।
आपने सुना होगा कि बच्चे के फॉर्मूला मिल्क में उपयोग करने के लिए फ्लोराइड सबसे ज्यादा सुरक्षित है। हालांकि यह सच नहीं है क्योंकि इसमें मौजूद उच्च मात्रा में फ्लोराइड बच्चे को नुकसान पहुँचा सकता है।
आपको पानी में फ्लोराइड की मात्रा जानने की जरूरत है। यदि यह 0.7 प्रति मिलीलीटर से कम है तो आप इसका उपयोग कर सकते हैं। कभी-कभी आप बोतल के पानी का उपयोग भी करते हैं जिसमें साफ-साफ लिखा होता है कि इस पानी को डिमिनिरलाइज और शुद्ध किया गया है जो अन्य की तुलना में बच्चे के दूध के लिए सुरक्षित है। इस पानी में भी फ्लोराइड की मात्रा कम होती है और यह बच्चे के लिए भी सही है।
इस समय बच्चे की हर एक चीज बेस्ट होनी चाहिए यहाँ तक कि पीने का पानी भी। कभी-कभी हम सोचते हैं कि यह सिर्फ पानी ही तो है और इसमें घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि पानी एक कॉमन चीज है और यदि यह साफ नहीं है तो इससे बहुत सारी कॉम्प्लीकेशंस हो सकती हैं। इसलिए पानी का क्वालिटी जरूर चेक कर लें और बच्चे को स्वस्थ व सुरक्षित रखें। यदि आप बच्चे को सुरक्षित रखने के लिए यह छोटे-छोटे स्टेप्स लेंगी तो इससे उसे कई फायदे होंगे।
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