बड़े बच्चे (5-8 वर्ष)

बच्चों के लिए आधार कार्ड का आवेदन कैसे करें

आधार हर भारतीय नागरिक के लिए सबसे विश्वसनीय और महत्वपूर्ण आइडेंटिटी प्रूफ में से एक बन चुका है। इसमें कई महत्वपूर्ण डेमोग्राफिक के साथ-साथ कार्ड धारक के बायोमेट्रिक डिटेल्स भी होते हैं, जिनकी नकल करना काफी मुश्किल होता है। उम्र चाहे जो भी हो, आधार जारी करने वाली अथॉरिटी यूआईडीएआई ने हर भारतीय नागरिक के लिए इस स्कीम को संभव बनाया है। 

बच्चों को आधार कार्ड की जरूरत क्यों होती है?

अगर आपके बच्चे की उम्र 18 वर्ष नहीं है, तो भी आधार कार्ड उसके लिए बहुत उपयोगी हो सकता है। यहां पर आधार कार्ड होने के कुछ फायदे दिए गए हैं: 

1. आइडेंटिटी प्रूफ

किसी भी उम्र के लोग अपनी आइडेंटिटी के प्रमाण के रूप में आधार का इस्तेमाल कर सकते हैं। हवाई यात्रा और रेलवे बुकिंग, स्कूल में एडमिशन आदि में बच्चों और वयस्कों की पहचान को स्थापित करने के लिए, आधार का इस्तेमाल किया जा सकता है। जैसे ही बच्चा 18 वर्ष का हो जाता है, वैसे ही वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि जैसे अन्य सरकारी डाक्यूमेंट्स पाने में यह काफी मददगार होता है। 

2. बैंक अकाउंट खोलने के लिए

बच्चों के बैंक अकाउंट खोलने के लिए आधार कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है। आजकल ज्यादातर बैंक, रेसिडेंस और आइडेंटिटी के प्रूफ के रूप में आधार कार्ड को स्वीकार करते हैं। बच्चे को अपना बर्थ सर्टिफिकेट और आईडी प्रूफ भी उपलब्ध कराना पड़ेगा। लेकिन यहां अगर बर्थ सर्टिफिकेट उपलब्ध न हो, तो बच्चे के आधार कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, नाबालिग के लिए बैंक अकाउंट खोलने के लिए अभिभावक का आधार कार्ड अनिवार्य होता है। 

3. म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट

अगर आपका बच्चा नाबालिग है, तो भी आधार कार्ड का इस्तेमाल करके आप उसके नाम से म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। आमतौर पर, बच्चे के बर्थ सर्टिफिकेट की जरूरत होती है। लेकिन कई कंपनियां आजकल आधार कार्ड को भी स्वीकार करती हैं। 

अपने बच्चे के लिए आधार कार्ड का आवेदन कैसे करें?

आधार के लिए बच्चों के नामांकन की प्रक्रिया भिन्न होती है

1. 5 वर्ष और उससे कम उम्र के लिए

  • 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे के आधार कार्ड के लिए, आधार नामांकन सेंटर पर जाएं।
  • वे आपको एक फॉर्म देंगे। इस आधार नामांकन फॉर्म को भरें। इसपर आपको अपना आधार नंबर भी देना चाहिए।
  • याद रखें, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे के नामांकन के लिए मां या पिता में से किसी एक को अपने आधार का विवरण उपलब्ध कराना पड़ेगा।
  • वे आपके बच्चे की एक फोटो लेंगे।
  • पेरेंट के आधार कार्ड से पते के साथ-साथ अन्य डेमोग्राफिक डिटेल्स भरे जाएंगे।
  • बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट जमा कराना अनिवार्य है।
  • 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए आयरिस स्कैन और फिंगरप्रिंट्स नहीं लिए जाएंगे।
  • आधार एग्जीक्यूटिव आपको एक्नॉलेजमेंट रसीद देगा। इस रसीद में नामांकन नंबर होगा।
  • इस नामांकन नंबर की मदद से आप आधार कार्ड के जनरेशन के स्टेटस की जांच कर सकते हैं।
  • 90 दिनों के अंदर आपके बच्चे को आधार कार्ड मिल जाएगा।

2. 5 वर्ष की उम्र से अधिक उम्र के बच्चों के लिए

  • अपने नजदीकी आधार नामांकन सेंटर पर दिए गए नामांकन फार्म को भरें।
  • आपको अपने बच्चे के बर्थ सर्टिफिकेट और उसके स्कूल के आइडेंटिटी कार्ड की एक कॉपी उपलब्ध करानी होगी। स्कूल के लेटर हेड पर एक डिक्लेरेशन होने से भी आपका काम हो जाएगा।
  • यदि आपके बच्चे का नामांकन अभी तक किसी स्कूल में नहीं हुआ है, तो एक पेरेंट का आधार कार्ड या लेटर हेड पर तहसीलदार/गजेटेड ऑफिसर द्वारा जारी किए गए किसी फोटो युक्त आइडेंटिटी सर्टिफिकेट को भी आइडेंटिटी प्रूफ के तौर पर स्वीकार किया जाएगा।
  • हालांकि इस स्थिति में भी बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट अनिवार्य होगा।
  • आप लेटर हेड पर गजेटेड ऑफिसर/तहसीलदार/एमपी या एमएलए द्वारा जारी किए गए फोटो युक्त सर्टिफिकेट ऑफ एड्रेस भी दे सकते हैं या एड्रेस प्रूफ के लिए एक ग्राम पंचायत सरपंच या ऐसी ही किसी अथॉरिटी से भी यह हो सकता है। अन्य एड्रेस प्रूफ स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
  • नामांकन की प्रक्रिया के दौरान, चेहरे का एक फोटोग्राफ और सभी दस उंगलियों और आंख की पुतली का स्कैन लिया जाएगा। बच्चे के 15 वर्ष पूरे होने के बाद यह प्रक्रिया फिर से दोहराई जाएगी।
  • बाकी की सभी प्रक्रिया एक वयस्क के लिए आधार कार्ड लेने के जैसी ही है।
  • यूआईडीएआई ने बच्चों और वयस्कों के आधार कार्ड के लिए अलग-अलग वर्गीकरण नहीं किया है। हर नागरिक आधार कार्ड के लिए आवेदन कर सकता है और इसे किसी भी उम्र में प्राप्त कर सकता है। हालांकि, अगर 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चे को आधार कार्ड मिलता है, तो 15 वर्ष की उम्र पूरे होने पर उसे फिर से फोटो और बायोमेट्रिक लेने की जरूरत होगी।

3. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए

  • बच्चे के आधार कार्ड के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी किया जा सकता है। यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) की वेबसाइट पर जाएं। वहां आपको आधार कार्ड रजिस्ट्रेशन लिंक मिलेगा।
  • जरूरी फॉर्म लें और उसमें सभी डिटेल्स भर दें, जैसे बच्चे का नाम, पेरेंट का फोन नंबर, गार्जियन या पेरेंट का ईमेल आईडी आदि। इस बात का ध्यान रखें, कि इसमें दिए गए ईमेल आईडी और फोन नंबर स्थाई होने चाहिए।
  • सभी व्यक्तिगत डिटेल्स भरने के बाद, अपने डेमोग्राफिक डिटेल्स उपलब्ध कराएं, जैसे पेरेंट का लोकेशन, लोकेलिटी, जिला, राज्य आदि।
  • वहां पर एक अपॉइंटमेंट बटन होगा, उस पर क्लिक करें। इससे आपको द्वारा चुने गए आधार कार्ड एनरोलमेंट सेंटर पर एक अपॉइंटमेंट टाइम दिया जाएगा।
  • अपॉइंटमेंट होने के बाद, निर्धारित दिन को ऑफिस जाएं। सभी जरूरी डॉक्यूमेंट और रेफरेंस नंबर भी अपने साथ रखें। आपको फॉर्म का एक प्रिंटआउट भी अपने साथ रखना चाहिए।
  • सेंटर पर सभी डाक्यूमेंट्स वेरीफाई किए जाएंगे, जिनमें पेरेंट का आधार कार्ड भी शामिल है।
  • वेरिफिकेशन के बाद, यदि बच्चे की उम्र 5 साल से अधिक है, तो उसके बायोमेट्रिक डिटेल्स भी लिए जाएंगे, जिन्हें उसके आधार कार्ड से लिंक किया जाएगा।

बच्चों के लिए एम-आधार और ई-आधार कार्ड कैसे प्राप्त करें?

पेरेंट बच्चे के आधार कार्ड के साथ अपने फोन नंबर को रजिस्टर कर सकते हैं और एम-आधार ऐप के इस्तेमाल से अपने स्मार्टफोन पर हमेशा अपने बच्चे का आधार कार्ड रख सकते हैं। इस ऐप को इस तरह से डिजाइन किया गया है, कि इसमें तीन आधार कार्ड रखे जा सकते हैं। एक सिंगल पेरेंट अपने आधार कार्ड के साथ अपने बच्चे के आधार कार्ड को भी ऐप में रख सकता है। यह बहुत ही उपयोगी है, क्योंकि कभी भी आइडेंटिटी प्रूफ दिखाने की जरूरत होने पर, आधार कार्ड को एक्सेस किया जा सकता है। जिन बच्चों की उम्र 5 साल से कम है या जो बच्चे 5 से 15 वर्ष की उम्र के बीच आते हैं, उनके पेरेंट इसे एक्सेस कर सकते हैं। 

यदि आपके एप्लीकेशन जमा कराने के 60 दिनों के बाद भी आधार कार्ड आपको नहीं मिला है, तो आप अपने एप्लीकेशन के स्टेटस की जांच ऑनलाइन कर सकते हैं। अगर स्टेटस में दिखता है, कि आधार कार्ड तैयार हो चुका है, तो आप ई-आधार कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं और उसका प्रिंट आउट निकाल सकते हैं। एक ई-आधार कार्ड भी हमेशा मान्य होता है। 

नाबालिग (बाल) आधार कार्ड के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट

यहां पर जरूरी डॉक्यूमेंट की सूची दी गई है: 

1. 5 वर्ष और उससे कम उम्र के लिए

  • बच्चे का मूल बर्थ सर्टिफिकेट
  • किसी एक पेरेंट का आधार कार्ड
  • आपको वेरिफिकेशन के साथ इन दोनों डाक्यूमेंट्स की असली कॉपी देनी होगी

2. 5 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लिए

  • बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट और नीचे दिए गए आइडेंटिटी प्रूफ में से कोई एक:
  1. उसके स्कूल का आइडेंटिटी कार्ड
  2. लेटर हेड पर इंस्टीट्यूट का बोनाफाइड सर्टिफिकेट
  3. एक पेरेंट का आधार कार्ड
  4. लेटर हेड पर तहसीलदार/ गजेटेड ऑफिसर द्वारा जारी किया गया आइडेंटिटी कार्ड जिसमें बच्चे की तस्वीर हो

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

आपके मन में अपने बच्चे के लिए आधार कार्ड पाने की प्रक्रिया को लेकर कई तरह के सवाल होंगे। यहां पर उनमें से कुछ सवालों के जवाब दिए गए हैं: 

1. क्या बच्चों के पास आधार कार्ड होना अनिवार्य है?

वर्तमान में बच्चों के लिए आधार कार्ड अनिवार्य नहीं है, लेकिन इसका नामांकन करने में कोई बुराई भी नहीं है। 

2. बच्चों के आधार कार्ड की प्रक्रिया में कितना समय लगता है?

बच्चे के नामांकन के समय से लेकर आपके द्वारा दिए गए पते तक कार्ड को पहुंचने में, 90 दिनों तक का समय लगता है।

3. बाल आधार कार्ड का रंग क्या होता है?

अगर आपके बच्चे की उम्र 5 साल से कम है, तो आपको एक नीले रंग का बाल आधार कार्ड मिलता है। यह केवल उसके 5 साल की उम्र तक ही मान्य होता है। 5 साल की उम्र होने के बाद यह बाल आधार कार्ड मान्य नहीं रह जाता है और आपको उसके बायोमेट्रिक जमा कराने होते हैं। 

4. क्या बच्चे के 15 वर्ष पूरे होने के बाद उसका आधार कार्ड अपडेट कराना अनिवार्य है?

हां, 15 वर्ष की उम्र होने पर, बच्चे के बायोमेट्रिक्स और एक फोटो जमा कराना अनिवार्य है। इसमें केवल कुछ मिनट लगते हैं और यह निशुल्क होता है। 

5. क्या स्कूल में प्रवेश के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है?

कई स्कूलों में नामांकन के दौरान, पेरेंट्स से बच्चे का आधार कार्ड उपलब्ध कराने का आग्रह किया जाता है। हालांकि, इसे अभी तक अनिवार्य नहीं किया गया है। 

6. क्या बच्चों के आधार नामांकन के लिए कोई शुल्क होता है?

बच्चे के आधार नामांकन के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता है और इसका सारा खर्च सरकार उठाती है। बच्चे के बायोमेट्रिक अपडेट के लिए भी कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। 

हालांकि, अब तक बच्चों के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य नहीं किया गया है, लेकिन इसके लिए नामांकन कर देना ही बेहतर है, क्योंकि इससे भविष्य में उनका जीवन आसान हो सकता है। आइडेंटिटी प्रूफ की जरूरत पड़ने पर इससे बच्चों को बहुत मदद मिल सकती है। विभिन्न प्रकार के विदेशी शैक्षणिक स्कॉलरशिप की प्लानिंग में भी आधार कार्ड कई प्रक्रियाओं को आसान बना देता है। 

यह भी पढ़ें: 

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भारत में बच्चा गोद लेना – प्रक्रिया, नियम और कानून
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पूजा ठाकुर

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