गर्भधारण

आईयूआई उपचार – साइड इफेक्ट्स और जोखिम

जो कपल सामान्य तरीके से गर्भधारण में असमर्थ होते हैं, वे अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान (इंट्रायूटेरिन इनसेमिनेशन) का विकल्प चुन सकते हैं। यदि आप कुछ समय से गर्भवती होने की कोशिश कर रही हैं और आप इसमें सफल नहीं हो पा रही हैं, तो आप इंट्रायूटेरिन इनसेमिनेशन को भी आजमा सकती हैं। इससे पहले कि आप यह तय करें कि यह प्रक्रिया आपकी मदद करेगी या नहीं, इस इलाज से जुड़े दुष्प्रभावों और जोखिमों को समझ लें।

आईयूआई प्रक्रिया के लिए किसी सर्जरी की आवश्यकता नहीं होती है। इसमें फर्टिलिटी दवाओं के सहारे ओवुलेशन को प्रोत्साहित किया जाता है। फिर डॉक्टर आपके सामान्य ओवुलेशन समय के करीब विशेष रूप से तैयार शुक्राणु को सर्विक्स के माध्यम से सीधे आपके गर्भाशय में रख सकते हैं। यह प्रक्रिया शुक्राणु को अंडे की कोशिका तक आसानी से जाने में मदद करती है। स्पर्म का सैंपल आपके पार्टनर या किसी तीसरे डोनर का भी हो सकता है।

वे महिलाएं जिन्होंने इंट्रायूटेरिन इनसेमिनेशन का विकल्प चुना है, उन्होंने इस प्रक्रिया में कम साइड इफेक्ट्स होने का अनुभव किया है और ट्रीटमेंट में भी दर्द बेहद कम होता है। यदि आपको अभी भी इस प्रक्रिया के बारे में कुछ चिंताएं हैं, तो सही गाइडेंस और अपने संदेह के लिए डॉक्टर से विस्तार से चर्चा करना हमेशा बेहतर रहता है।

इंट्रायूटेरिन इनसेमिनेशन के साइड इफेक्ट्स

हालांकि सभी मेडिकल प्रक्रियाओं में आमतौर पर कुछ न कुछ दुष्प्रभाव होते हैं। अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान के भी कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, लेकिन ज्यादातर वे मामूली ही माने जाते हैं।

कुछ मामलों में, डॉक्टर प्रक्रिया की सक्सेस रेट को बढ़ाने के लिए प्रजनन क्षमता की दवाएं लिख सकते हैं। प्रजनन दवाएं हाइपर ओवुलेशन को स्टिम्युलेट करती हैं जिसमें अंडाशय कई अंडों को रिलीज करता है। आईयूआई के ज्यादातर दुष्प्रभाव, प्रक्रिया से न होकर प्रजनन दवाओं के कारण उत्पन्न होते हैं।

हालांकि, फर्टिलिटी दवाओं की वजह से होने वाले दुष्प्रभाव आमतौर पर हल्के होते हैं और दवा बंद करने के बाद खत्म भी हो जाते हैं। वहीं आईयूआई प्रजनन ट्रीटमेंट के कुछ दुष्प्रभाव ऐसे भी हो सकते हैं:

  • हल्का पेट दर्द या ऐंठन होना
  • कुछ दिनों के लिए स्पॉटिंग (हल्की ब्लीडिंग) होना
  • हॉट फ्लैश
  • सिर दर्द

  • मतली
  • डिप्रेशन और मूड स्विंग
  • देखने में दिक्कत
  • दर्द से भरी सूजी हुई ओवरी
  • ब्रेस्ट में दर्द
  • सूजन
  • पेल्विस में दिक्कत
  • ओवेरियन सिस्ट
  • इंजेक्शन लगने की जगह में रैश या हल्की सूजन
  • बच्चे पर होने वाले आईयूआई के साइड इफेक्ट्स में एक से अधिक गर्भधारण शामिल है

कुछ दुर्लभ मामलों में, आईयूआई उपचार के दुष्प्रभाव गंभीर हो सकते हैं जैसे सांस लेने में दिक्कत आना, पेशाब का काला पड़ना, तेज ऐंठन होना, वजन का अचानक से बढ़ जाना। ऐसे में तुरंत अपने डॉक्टर से बात करें।

आईयूआई और फर्टिलिटी उपचार के बाद क्या जोखिम हो सकते हैं?

कुछ ऐसे कॉम्प्लिकेशन हैं, जो आईयूआई या अन्य प्रजनन उपचार से गुजरने के बाद उत्पन्न हो सकते हैं, जिनकी लिस्ट नीचे दी गई हैं।

1. एक से अधिक बच्चे होने का जोखिम

आईयूआई उपचार के बाद जुड़वां या उससे अधिक बच्चों का गर्भधारण काफी कम होता है, लेकिन ऐसा हो सकता है। एक से ज्यादा बच्चों के साथ प्रेग्नेंट होना आईयूआई उपचार के दौरान ली जाने वाली प्रजनन दवाओं का एक साइड इफेक्ट माना जाता है। एक से अधिक गर्भधारण करने से मिसकैरेज, समय से पहले डिलीवरी, जेस्टेशनल डायबिटीज, जन्म के समय कम वजन, प्री-एक्लेमप्सिया (हाई ब्लड प्रेशर), जन्म के समय कॉम्प्लिकेशन आदि जैसे जोखिम बढ़ सकते हैं।

2. ओवेरियन हाइपरस्टिम्यूलेशन सिंड्रोम (ओएचएसएस) का जोखिम

आईयूआई उपचार के लिए उपयोग की जाने वाली प्रजनन दवाओं के सेवन से आपको ओवेरियन हाइपरस्टिम्यूलेशन सिंड्रोम हो सकता है। क्लॉमिड और लेट्रोजोल जैसी सामान्य प्रजनन दवाएं ओवुलेशन को बढ़ाने के लिए आईयूआई साइकिल से पहले दी जाती हैं जिससे ओवरी एक बार में बीस से अधिक फॉलिकल का उत्पादन करती हैं। हाइपर ओवुलेशन शरीर के एस्ट्रोजन के लेवल को बढ़ा सकता है जिसके कारण अंडाशय में सूजन आ सकती है। बढ़ी हुई ओवरी की वजह से आपको सूजन, गंभीर पेट दर्द, उल्टी या मतली और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।

3. संक्रमण का जोखिम

आईयूआई प्रक्रिया के दौरान संक्रमण का खतरा थोड़ा बढ़ जाता है क्योंकि इसमें सेरविक्स के माध्यम से एक पतली ट्यूब के सहारे स्पर्म को यूटरिन कैविटी में डाला जाता है। इस दौरान कुछ महिलाओं को दर्द या ऐंठन हो सकती है। लेकिन इन्सर्ट करने की इस प्रक्रिया के दौरान आपके सर्विक्स को चोट लगने की संभावना बढ़ जाती है जिससे तेज दर्द, हल्दी ब्लीडिंग हो सकती है। इसलिए, डॉक्टर किसी भी तरह के होने वाले संकट की संभावना को कम करने के लिए प्रक्रिया के बाद कुछ समय के लिए आराम करने की सलाह देते हैं।

इंट्रायूटेरिन इनसेमिनेशन एक सरल प्रक्रिया है और इसे कम से कम जोखिम वाले तरीकों में से एक माना जाता है। इस प्रक्रिया से जुड़े साइड इफेक्ट्स भी बहुत कम हैं। आईयूआई उपचार के ज्यादातर दुष्प्रभाव आमतौर पर समय के साथ कम हो जाते हैं या प्रजनन दवाओं के बंद होने के बाद समाप्त हो जाते हैं।

यह भी पढ़ें:

एक सफल आईयूआई के बाद गर्भावस्था के लक्षण
गर्भावस्था की संभावना बढ़ाने के लिए आईयूआई के बेहतरीन टिप्स

समर नक़वी

Recent Posts

अमृता नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Amruta Name Meaning in Hindi

जब किसी घर में नए मेहमान के आने की खबर मिलती है, तो पूरा माहौल…

3 weeks ago

शंकर नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Shankar Name Meaning in Hindi

जब किसी घर में बच्चा जन्म लेता है, तो माता-पिता उसके लिए प्यार से एक…

3 weeks ago

अभिराम नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Abhiram Name Meaning in Hindi

माता-पिता अपने बच्चों को हर चीज सबसे बेहतर देना चाहते हैं क्योंकि वे उनसे बहुत…

3 weeks ago

अभिनंदन नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Abhinandan Name Meaning in Hindi

कुछ नाम ऐसे होते हैं जो बहुत बार सुने जाते हैं, लेकिन फिर भी कभी…

3 weeks ago

ओम नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Om Name Meaning in Hindi

हर माता-पिता के लिए अपने बच्चे का नाम रखना एक बहुत खास और यादगार पल…

3 weeks ago

रंजना नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Ranjana Name Meaning in Hindi

समय के साथ सब कुछ बदलता है, चाहे वो पहनावा हो, खाना-पीना हो या फिर…

3 weeks ago