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जल ही जीवन है और बच्चों को भी इसकी बहुत जरूरत होती है। पेरेंट्स होने के नाते, हम अपने बच्चों को हमेशा सबसे बेस्ट चीज ही देना चाहते हैं। एक बच्चा जो भी कुछ खाता है, उसे प्रोसेस करने की उसकी क्षमता बहुत अधिक होती है। इसका मतलब है, कि आपको उसे अधिक पौष्टिक और मिनरल्स से भरपूर साफ पानी देना चाहिए। इस जरूरत को पूरा करने के लिए अल्कलाइन वॉटर बिलकुल उपयुक्त है।
अल्कलाइन वॉटर का मतलब होता है, पानी में पीएच का संतुलन – यह संतुलन जितना अधिक होगा, उसकी अल्क्लाइनिटी कॉम्पोनेंट उतनी ही अधिक होगी। इस प्रकार, जिस भी किसी पानी का पीएच बैलेंस 8 या उससे अधिक हो, उसे एल्कलाइन वाटर माना जाता है।
हमारे शरीर का पीएच बैलेंस हमारे खान-पान पर निर्भर करता है। बच्चों के लिए अल्कलाइन वाटर के फायदे अब तक साबित नहीं हो पाए हैं। लेकिन, आमतौर पर ऐसा देखा गया है, कि इससे टॉडलर्स को अधिक मिनरल लेने में मदद मिलती है और इससे बढ़ने के दौरान उनकी जरूरतें पूरी हो पाती हैं। टैप वॉटर की तुलना में अल्कलाइन वॉटर बच्चों के लिए पहली पसंद हो सकती है। टैप वॉटर की तुलना में, अल्कलाइन वॉटर अधिक साफ होता है, मिनिरल्स से भरपूर होता है और इससे संतुष्टि भी मिलती है। बिना फिल्टर किया हुआ टैप वाटर खतरनाक हो सकता है। उसमें हानिकारक बैक्टीरिया, फ्लोराइड, माइक्रोप्लास्टिक, हेवी मेटल और अन्य पार्टिकल्स हो सकते हैं, जिससे पानी का स्वाद और उसकी महक खराब लग सकती है और कोई भी पेरेंट्स अपने बच्चे को यह पानी देकर खतरा मोल नहीं लेना चाहेंगे। वहीं दूसरी ओर, अल्कलाइन वॉटर आपके बच्चे को साफ पानी देता है और मिनरल से भरपूर होता है। अल्कलाइन पानी में ऐसे गुण होते हैं, जो कि टॉडलर्स में एसिड रिफ्लक्स की संभावना को कम करते हैं। नियमित रूप से सीमित मात्रा में अल्कलाइन वाटर पीने से शरीर में फ्री रेडिकल्स की कमी देखी गई है। इससे बेहतर हाइड्रेशन मिलता है, इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और सबसे जरूरी बात, शरीर में पीएच लेवल संतुलित रहता है। सफाई और फिल्टर की प्रक्रिया के दौरान, टैप वाटर से बहुत से मिनरल बाहर निकल जाते हैं। अल्कलाइन वॉटर में वे सभी मिनरल मौजूद होते हैं और यह साफ पानी देता है, जो कि स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
हालांकि, टॉडलर्स के लिए अल्कलाइन वाटर के बहुत से फायदे होते हैं। पर, यह पूरी तरह से प्रमाणित नहीं हुआ है। बेहतर यही है, कि अपने शिशु को पानी देने के बजाय, मां का दूध देने की युगों पुरानी परंपरा का पालन किया जाए। अगर बच्चा फार्मूला ले रहा है, तो आप दूध बनाने के लिए उबले हुए पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं। बच्चों के शरीर में एसिडिक पीएच बैलेंस नहीं होता है, क्योंकि वे शुरुआती छह महीनों के दौरान केवल दूध पीते हैं और उनके लिए मां का दूध सबसे अच्छा होता है।
हां, किसी भी अन्य पानी की तरह अल्कलाइन वाटर को भी उबाला जा सकता है। इससे उसके फायदे कम नहीं होंगे, क्योंकि उनमें मौजूद वॉटर मॉलिक्यूल उबालने के बाद भी माइक्रो क्लस्टर्ड रहेंगे। अल्कलाइन वाटर को उबालने से उसकी अल्कलिनिटी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। पानी को उबालने का केवल एक नुकसान यह है, कि इसमें ऑक्सीडेशन की प्रक्रिया के दौरान सकारात्मक आयन घट जाएंगे।
बच्चे को अल्कलाइन वॉटर देते समय, खास निर्देशों का पालन करना जरूरी है। खाने से 30 से 45 मिनट पहले बच्चे को अल्कलाइन वॉटर देने से बचें। इसके अलावा अल्कलाइन वॉटर को बच्चे के खाने में ना मिलाएं और जब वह किसी तरह की दवा ले रहा हो, तब उसे यह देने से बचें। इन बातों को ध्यान में रखा जाए, तो अल्कलाइन वॉटर साधारण टैप वाटर का एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है। आपके बच्चे को कितना अल्कलाइन वॉटर पीना चाहिए यह उसकी उम्र पर निर्भर करता है। 1 से 5 वर्ष की उम्र के बीच का कोई भी बच्चा हर दिन 2 लीटर अल्कलाइन वॉटर का सेवन कर सकता है और 5 से 12 वर्ष की उम्र के बीच का बच्चा 5 लीटर तक पानी पी सकता है। अल्कलाइन वॉटर से स्पोर्ट्स और एक्टिविटीज के दौरान बच्चे की एनर्जी बनाए रखने में भी मदद मिलती है। 12 से 18 वर्ष की उम्र के बीच के बच्चे, हर दिन कम से कम 6 लीटर अल्कलाइन पानी सुरक्षित रूप से पी सकते हैं। इससे उनका इम्यून सिस्टम स्वस्थ रहेगा और उन्हें तनाव को प्रभावी ढंग से हैंडल करने में मदद मिलेगी।
जब बच्चे की सुरक्षा की बात आती है, तो सावधानी बरतना और किसी भी चीज को जरूरत से ज्यादा करने से बचना जरूरी है। अल्कलाइन वॉटर समेत, किसी भी चीज को सीमित मात्रा में करना, बच्चे के लिए फायदेमंद होता है, फिर चाहे वह थोड़े समय के लिए हो या लंबे समय के लिए। हालांकि कुछ बातों को याद रखना जरूरी है, जैसे बच्चे के लिए फार्मूला दूध बनाने के लिए अल्कलाइन वॉटर का इस्तेमाल ना करना या जब वे कोई दवा ले रहे हों, तब उन्हें यह पानी देने से बचना। बच्चे के साथ कुछ भी नया शुरू करने से पहले, डॉक्टर से परामर्श लेने में ही समझदारी होती है। अपने बच्चे में स्वस्थ आदतों का विकास करना जरूरी है और इसकी शुरुआत घर से ही होती है। अपने बच्चे को हर वक्त हाइड्रेटेड रहने के लिए प्रोत्साहित करें, क्योंकि एक स्वस्थ शरीर के लिए पीएच बैलेंस का 9 होना आदर्श माना जाता है। अल्कलाइन वॉटर फायदेमंद होता है। इससे बच्चे को स्कूल में फोकस बनाए रखने में और बेहतर परफॉर्म करने में मदद मिलेगी, फिर चाहे वह पढ़ाई हो या खेलकूद।
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