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एक महिला के लिए उसका गर्भवती होना कई सारी उम्मीदें लाता है। गर्भावस्था की सामान्य चुनौतियों के बावजूद एक माँ इस दुनिया में उसके लिए खुशियों की सौगात लाने वाले अपने बच्चे का बेसब्री से इंतजार करती है। हालांकि, इस दौरान कई बार बातें कई अनचाही समस्याएं पैदा कर सकती हैं। कुछ चुनौतियों को अनुभवी प्रेगनेंसी एक्सपर्ट की मदद से हल किया सकता है। हालांकि, फिर भी कई ऐसी गंभीर समस्याएं होती हैं जो डिलीवरी से पहले या डिलीवरी के दौरान बच्चे की मृत्यु का कारण भी बन सकती हैं, जिसे स्टिलबर्थ कहा जाता है।
यह देखा गया है कि 100 में से लगभग 1 गर्भावस्था में मृत बच्चे का जन्म होता है। बेशक, किसी भी महिला के लिए अपने बच्चे को खोना और उस पीड़ा से बाहर आना मुश्किल होता है, लेकिन यह दुनिया का अंत नहीं है। आप फिर से गर्भवती होने की कोशिश कर सकती हैं। लेकिन, दूसरी गर्भावस्था के लिए खुद को तैयार करने के लिए आपको स्टिलबर्थ और गर्भावस्था के बारे में कुछ बातें पता होनी चाहिए, यदि दुर्भाग्य से आपने अपने बच्चे को खोने का अनुभव किया है तो आइए यह समझने के साथ शुरू करते हैं कि आखिर स्टिलबर्थ क्या है और यह क्यों होता है।
स्टिलबर्थ एक माँ के लिए न केवल शारीरिक रूप से बल्कि भावनात्मक रूप से भी एक बेहद ही बुरा अनुभव होता है। चूंकि किसी भी गर्भवती महिला का स्टिलबर्थ जैसी घटना पर कोई भी नियंत्रण नहीं होता है, इसलिए यह ज्यादा प्रभाव डालता है और इससे गुजरने वाली महिलाएं ठीक होने में समय लेती हैं। स्टिलबर्थ के कारणों को जानने से उन्हें जल्दी ठीक होने और दूसरी गर्भावस्था के लिए तैयार होने में मदद मिलती है। उनमें से कुछ कारणों को यहां बताया गया है।
बर्थ डिफेक्ट या जन्म दोष, स्टिलबर्थ के सबसे सामान्य कारणों में से है। यह देखा गया है कि हर चार में से एक स्टिलबर्थ इसके ही कारण होता है। ये प्रभाव बच्चे के जन्म तक सामने नहीं आते हैं। कुछ मामलों में, ये ऑटोप्सी के दौरान सामने आते हैं।
कभी-कभी माँ में मौजूद स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या स्टिलबर्थ का कारण बनती है। इन समस्याओं में हाई ब्लड प्रेशर, प्री-एक्लेमप्सिया, डायबिटीज या ऐसी ही अन्य बीमारी शामिल होती है। स्वास्थ्य के अलावा, कभी-कभी आपकी लाइफस्टाइल जैसे धूम्रपान, शराब की आदत या अवैध ड्रग्स लेने से गर्भपात होता है।
जब आपका बच्चा आपके गर्भ में होता है, तो उसका लाइफ सपोर्ट सिस्टम प्लेसेंटा और अम्बिलिकल कॉर्ड (गर्भनाल) होती है। हालांकि, कभी-कभी इनमें से एक या दोनों ठीक से काम नहीं करते हैं और आपके बढ़ते भ्रूण को ठीक से पोषक तत्व प्रदान नहीं हो पाता है, जिसके कारण उसकी गर्भ में ही मृत्य हो सकती है।
कभी-कभी, प्लेसेंटा, भ्रूण या माँ में मौजूद इंफेक्शन के कारण बच्चे की मृत्यु हो जाती है। गर्भावस्था के 24वें सप्ताह से पहले संक्रमण के कारण स्टिलबर्थ के ज्यादातर मामले सामने आना आम है।
ज्यादातर महिलाएं जो स्टिलबर्थ के कारण अपने बच्चे को खोने के दुःख से उबर चुकी हैं, वे दूसरी बार प्रेग्नेंट होने के बारे में सोचती हैं। हालांकि, इस बात का ध्यान रखने के लिए कि माँ और उसका बच्चा स्वस्थ हैं, किसी एक्सपर्ट का मार्गदर्शन उनके लिए बहुत जरूरी होता है। नीचे, हम उन चिंताओं के बारे में बात करेंगे जो महिलाओं को तब होती हैं जब वे स्टिलबर्थ के बाद गर्भधारण करने की कोशिश करती हैं।
मृत बच्चे को जन्म देने के बाद दोबारा कितने समय के बाद गर्भवती हों, इसका कोई नियम नहीं तय किया गया है। जहां तक स्टिलबर्थ के बाद दूसरे बच्चे को जन्म देने की कोशिश करने का सवाल है तो यह पूरी तरह से एक महिला के व्यक्तिगत फैसले पर निर्भर करता है। कुछ स्टडीज से पता चला है कि यदि गर्भवती महिला की डिलीवरी की तारीख पहले बच्चे को खोने की तारीख के करीब होती है, तो यह उसके लिए चिंता और तनाव के स्तर को बढ़ा सकता है। दूसरी ओर, कुछ स्टडीज से पता चला है कि स्टिलबर्थ के बाद एक साल के अंदर महिलाएं बुरे से बुरे मनोवैज्ञानिक प्रभावों को दूर कर सकती हैं। इन दोनों स्टडीज से निष्कर्ष पर आते हुए, कई विशेषज्ञों का मानना है कि स्टिलबर्थ के बाद फिर से गर्भवती होने की कोशिश करने से पहले 6 महीने से एक साल तक इंतजार करना सही रहता है।
एक महिला को गर्भधारण के लिए शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से खुद को तैयार करना चाहिए। यह जरूरी है कि आप अपनी पिछली डिलीवरी से पूरी तरह रिकवर हो जाएं क्योंकि आपने गर्भावस्था के दौरान बढ़ाया हुआ वजन कम किया है और आपको अपने प्रसवपूर्व विटामिन लेने चाहिए। तो, ऐसे में फिर से प्रेगनेंसी के लिए तैयार होने के लिए, आपका वजन पर्याप्त होना चाहिए। इसके अलावा, यदि आप स्टिलबर्थ के बाद प्रेगनेंसी की प्लानिंग कर रही हैं और आपका सी-सेक्शन हुआ था, तो आपको थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है, जब तक कि शरीर पूरी तरह से ठीक न हो जाए। जहां तक गर्भावस्था के लिए भावनात्मक तरीके से तैयारी करने की बात है, तो यह जरूरी है कि आप एक और बच्चे को जन्म देने की योजना बनाने से पूर्व पहले बच्चे को खोने के दुःख से पूरी तरह बाहर आ चुकी हो।
आप फिर से गर्भवती होने की कोशिश करने से पहले इंतजार कर सकती हैं और यह एक व्यक्तिगत निर्णय है। हालांकि, गर्भधारण के लिए इंतजार करने के कुछ फायदे और नुकसान हैं जिनसे आपको अवगत होना चाहिए:
कुछ माता-पिता मृत बच्चे के जन्म के तुरंत बाद गर्भधारण करने की कोशिश करना चाहते हैं और यह उनका निजी निर्णय होता है। हालांकि, यह जानना एक अच्छा रहेगा कि इस निर्णय को लेने के क्या फायदे और नुकसान आपको उठाने पड़ सकते हैं:
एक महिला जिसने हाल ही में अपने बच्चे को खोया है वह बहुत अधिक चिंता और तनाव से गुजर रही होगी, जो उसे भावनात्मक और शारीरिक रूप से भी नुकसान पहुंचाता है। हालांकि, यह जरूरी है कि वह गर्भावस्था में कॉम्प्लिकेशन से बचने के लिए अपनी एंग्जायटी को मैनेज करना सीखे। जन्म के समय बच्चे की मृत्यु के बाद महिलाओं को होने वाली एंग्जायटी से निपटने के कुछ तरीके यहां दिए गए हैं:
चिंता और तनाव आपकी नींद पर भारी पड़ सकते हैं और आपको तनावग्रस्त महसूस करवा सकते हैं। इसलिए आपको अच्छी नींद लेने की कोशिश करनी चाहिए। बिस्तर पर जाने से पहले, आप कुछ सुखदायक संगीत सुन सकती हैं। आप सोने से पहले लाइट योगा या मेडिटेशन भी कर सकती हैं। नींद की कमी आपको अधिक चिंतित करती है, इसलिए यह अहम है कि आप अच्छी तरह से आराम करें।
स्टिलबर्थ के बाद दूसरी प्रेगनेंसी की तैयारी की कोशिश करते समय डरना बिल्कुल ठीक है, लेकिन जो ठीक नहीं है, वह है इसके बारे में बात न करना। अपने पार्टनर, परिवार या दोस्तों से अपने डर के बारे में बात करें। अगर आपको कुछ परेशान करता है तो आप अपने डॉक्टर से भी बात कर सकती हैं।
लोग आपसे हर तरह के अजीब सवाल पूछ सकते हैं जो आपको अंदर से और दु:ख पहुंचा सकते हैं। पेचीदा सवालों से निपटने के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार करें और कुछ प्रश्नों को अनदेखा करें यदि वे आपके लिए बहुत अधिक तनाव पैदा कर रहे हैं।
पिछली डिलीवरी का अनुभव आपको परेशान करता है, और जैसे-जैसे आपकी डिलीवरी की तारीख नजदीक आएगी, आप इसके बारे में अधिक सोचना शुरू कर देंगी। लेकिन खुद का ध्यान भटकाने की कोशिश करें। सकारात्मक सोच और हर दिन को जैसे आए वैसे लें। साथ ही सिर्फ डिलीवरी के बारे में सोचने से खुद को रोकें।
करीबी और परिवार के लोग इस कठिन समय के दौरान पूरी तरीके से आपको सपोर्ट करते हैं। उन्हें रोकने के बजाय, आपकी मदद करने दें। उनके साथ समय बिताएं, अपने डर के बारे में बात करें और आप कभी नहीं जान पाएंगी कि वे आपको कब उपयोगी सुझाव दे दें। दोस्तों और परिवार से समर्थन लेने से ही आपको मदद मिलेगी, इसलिए उन्हें अपने जीवन से दूर न करें।
अपनी एंग्जायटी के कारण डरें या चिंतित न हों, आपके लिए ऐसा महसूस करना बहुत सामान्य है। बस उस चिंता को अपने ऊपर हावी न होने दें। इसके बारे में अपने पति से बात करें। वह समझेंगे और शायद आपको बेहतर महसूस कराएंगे।
यदि आप अपनी एंग्जायटी को मैनेज करने में सक्षम नहीं हैं, तो आपको किसी प्रोफेशनल से तत्काल मेडिकल मदद लेनी चाहिए।
ज्यादातर मामलों में, दूसरी गर्भावस्था ठीक होती है, इसलिए जब तक गर्भावस्था स्वस्थ है तब तक चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। इसके अलावा, इस बात का पर्याप्त प्रमाण नहीं है कि एक महिला के दूसरी बार मृत बच्चे को जन्म देने के जोखिम को क्या बढ़ाता है।
यदि आपको ज्यादा जोखिम वाली गर्भावस्था नहीं है, तो स्टिलबर्थ के बाद स्वस्थ गर्भावस्था की संभावना अच्छी होती है। हालांकि, सफलता की संभावना विभिन्न कारकों पर निर्भर होती है। स्टिलबर्थ के बाद अपनी गर्भावस्था की सफलता दर को स्थापित करने के लिए अपने डॉक्टर या जेनेटिक काउंसलर से संपर्क करना एक सही विचार होता है।
यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जिन्हें आपको ध्यान में रखना चाहिए, यदि आप एक और स्टिलबर्थ की संभावना को रोकना चाहती हैं:
यदि आप स्टिलबर्थ के बाद फिर से गर्भवती होने के बारे में सोच रही हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करना और अपनी गर्भावस्था को प्रभावी ढंग से संभालना व स्वस्थ गर्भावस्था और प्रसव के बारे में जानना एक बेहद अहम विचार है।
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