प्रतिभाशाली बच्चे – विशेषताएं और चुनौतियां

प्रतिभाशाली बच्चे - विशेषताएं और चुनौतियां

जब माता-पिता अपने बच्चों को अपनी जिंदगी में तरक्की करता हुआ देखते हैं, तो उन्हें बहुत गर्व और स्नेह महसूस होता है। जीवन के शुरुआती पड़ावों में कई बार ऐसा भी देखा जाता है, कि आपका बच्चा अपनी ही उम्र के दूसरे बच्चों से कहीं अधिक टैलेंटेड या तेज महसूस होता है या फिर वह चीजों को काफी जल्दी समझ लेता है और ऐसी-ऐसी बातों की खोज आसानी से कर लेता है, जिनके बारे में आप सोच भी नहीं सकते हैं। सही संकेतों को पहचानकर, और आपका बच्चा प्रतिभाशाली है या नहीं यह समझकर, उनका पालन-पोषण सही तरह से किया जा सकता है। 

प्रतिभाशाली बच्चा किसे कहते हैं?

गिफ्टेड यानी प्रतिभाशाली बच्चों को पहचानने से पहले उन्हें परिभाषित करना जरूरी हो जाता है। एक प्रतिभाशाली बच्चे की मानसिक क्षमता का स्तर काफी ऊंचा होता है और वह ज्ञान के विशेष क्षेत्रों में बहुत ज्यादा अच्छा होता है। ज्यादातर देशों में अगर बच्चे का आईक्यू स्कोर 130 या इससे अधिक होता है, तो उसे गिफ्टेड माना जाता है। हालांकि एक प्रतिभाशाली बच्चा विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन हो सकता है, जैसे – वर्बल, मैथमेटिकल, विजुअल, कला, संगीत या फिर इंटरपर्सनल कम्युनिकेशन भी। 

प्रतिभाशाली बच्चों की आम विशेषताएं

प्रतिभाशाली बच्चों के कुछ खास गुण होते हैं, जिनकी मदद से आप आसानी से समझ सकते हैं कि आपका बच्चा गिफ्टेड है या नहीं: 

1. तेज गति से सीखना और तार्किक क्षमताएं स्ट्रांग होना

आपका बच्चा दूसरों की तुलना में नई चीजों को तेज गति से सीख सकता है और सीखने के हर पहलू की स्पष्ट और संक्षिप्त व्याख्या कर सकता है। 

2. कम उम्र में ही अच्छी वोकैबलरी के साथ कॉन्फिडेंस से बात करना

दूसरे बच्चों की तुलना में आपके बच्चे में पब्लिक के सामने बोलने का डर या अपनी राय बनाने का भय कम होता है और वह अपने विचारों को सही शब्दों और वाक्य की सही संरचना के इस्तेमाल से व्यक्त करने में सक्षम होता है। 

3. पढ़ने के प्रति अति-उत्सुकता और ढेर सारे संगत प्रश्न पूछना

बच्चे को पढ़ना बहुत पसंद होता है और वह सवाल पूछने से हिचकिचाता नहीं है। 

पढ़ने के प्रति अति-उत्सुकता और ढेर सारे संगत प्रश्न पूछना

4. अत्यधिक जिज्ञासु और स्मरण शक्ति का बेहद तेज होना

आमतौर पर बच्चा बहुत सारी चीजों को जानने की इच्छा रखता है और बहुत जल्दी बहुत सी बातों को याद कर लेता है। 

5. लंबे समय के लिए एकाग्रता का ऊंचा स्तर होना

किसी एक समस्या या एक किताब पर लंबे समय तक ध्यान को केंद्रित रखने में आपके बच्चे को कोई कठिनाई महसूस नहीं होती है। 

6. किसी भी मनपसंद काम को अंत तक जारी रखना

जब किसी बात पर उसका ध्यान आकर्षित हो जाता है, तो जब तक वह काम पूरा नहीं हो जाता, उसे छोड़ता नहीं है।  

7. समस्याओं को सुलझाने में आनंद महसूस करना और अजीब तरीकों से अनोखे समाधान ढूंढना

ब्रेन टीजर्स और पजल्स देखकर बच्चे की आंखें चमक उठती है और वह अलग-अलग तरीकों से उन्हें सुलझा कर ही दम लेता है। 

8. विविध और असामान्य कल्पना शक्ति

आपका बच्चा काल्पनिक दुनिया या आविष्कारों के बारे में बात करता है और कहानियां सुनाता है, वह भी सभी बारीकियों के साथ। 

9. वह मजबूती से अपनी राय रखता है और वह न्याय में बहुत विश्वास रखता है

आपका बच्चा हर किसी के साथ न्यायोचित व्यवहार करता है और किसी के लिए खड़े होने में उसे डर नहीं लगता है। 

10. अपनी उम्र के बच्चों के बजाय बड़ों के साथ समय बिताना पसंद करता है

आपका बच्चा अपनी उम्र के बच्चों के साथ खेलने के बजाय बड़ों के साथ बातचीत करने में अधिक आनंद महसूस करता है। 

प्रतिभाशाली बच्चों की समस्याएं/चुनौतियां

प्रतिभाशाली बच्चे खास तो होते हैं, लेकिन उनमें व्यवहार से संबंधित कुछ समस्याएं भी होती हैं, जिनकी जानकारी माता-पिता को होनी चाहिए और उन्हें सही तरीके से संभालना चाहिए। 

1. थकावट

प्रतिभाशाली बच्चे आमतौर पर हमेशा एनर्जेटिक रहते हैं और अपने पसंदीदा काम को करने में अपनी पूरी क्षमता लगा देते हैं। इस कारण वे बहुत जल्दी थकावट का शिकार हो जाते हैं और उनकी एनर्जी खत्म हो जाती है, क्योंकि उनका शरीर अभी भी विकसित हो रहा होता है। इसके अलावा रोजमर्रा के कामों को पूरा करना, जैसे होमवर्क पूरा करना, हर चीज को व्यवस्थित रखना, हर काम में परफेक्ट होना आदि के कारण, उन्हें तनाव हो सकता है और हो सकता है, कि इसके कारण वे अपने मनचाहे काम को पूरा न करना चाहें। 

2. ध्यान और व्यवस्था को लेकर समस्याएं

प्रतिभाशाली बच्चे चीजों के बारे में अलग तरह से सोचते हैं और उनके विचार काफी विविध होते हैं और इसके कारण वे सामान्य चीजों से बहुत जल्दी बोर हो जाते हैं। इस कारण उन्हें ध्यान केंद्रित रखने में या हर चीज को व्यवस्थित रखने में दिक्कतें आती हैं। 

3. दोस्त बनाने में कठिनाई

यह उन मुख्य समस्याओं में से एक है, जिसका सामना प्रतिभाशाली बच्चों को करना पड़ता है। जब सामाजिक मेलजोल की बात आती है, तो बाहर से वे काफी परिपक्व लग सकते हैं, लेकिन अंदर से वे अपनी उम्र के बच्चों के बीच अकेला और उदास महसूस करते हैं। उन्हें अपने क्लासमेट्स के साथ कोई भी चीज कॉमन नहीं लगती है या ग्रुप एक्टिविटी को ज्वाइन करने में भी उन्हें दिक्कतें आती हैं। चीजों को दूसरों से बेहतर तरीके से करने की उनकी आदत इसका एक प्रमुख कारण हो सकती है, जिसके कारण उन्हें घमंडी समझा जाता है।

दोस्त बनाने में कठिनाई

4. धैर्य रखने में कठिनाई

अगर उनके सामने कोई ऐसी चीज आती है, जिसे वे तुरंत समझ नहीं पाते हैं या शुरुआत में किसी खास एक्टिविटी में अधिक अच्छे नहीं होते हैं, तो उन्हें खुद पर गुस्सा आ जाता है और वे उस काम को ही करना छोड़ देते हैं। जब दूसरे बच्चों की बात आती है, तो भी वे इस तथ्य से परेशान हो जाते हैं, कि उनके सहपाठियों को उन सामान्य बातों को समझने में इतना अधिक समय लगता है जिन्हें वे काफी पहले ही समझ चुके होते हैं। 

5. अवास्तविक उम्मीदें

प्रतिभाशाली बच्चों को अपने आप से बहुत अधिक उम्मीदें होती हैं। अगर उन्हें लगातार अच्छे ग्रेड्स मिल रहे हैं, तो केवल एक मात्र लो-ग्रेड उन्हें अंदर से तोड़ देता है और यह उनके पेरेंट्स के लिए भी एक झटका होता है। उन्हें खुद से बहुत अधिक उम्मीदें होती हैं और जब वे इसे पूरा नहीं कर पाते हैं, तो तुरंत हताश हो जाते हैं। 

6. नियंत्रण को लेकर समस्याएं

ज्यादातर प्रतिभाशाली बच्चे चीजों को अपने अनुसार करना पसंद करते हैं। आपने कई बार ऐसा देखा होगा, कि बच्चे कामों को खुद करने पर जोर देते हैं और पेरेंट्स के द्वारा दखलअंदाजी करना उन्हें पसंद नहीं आता है। समय के साथ चीजों को किसी खास ढंग से करने का उनका यह स्वभाव दूसरे लोगों को घमंडी या बॉसी लग सकता है, जिसके कारण खतरे उठाने का डर भी उनमें पैदा हो सकता है। 

7. परफेक्शनिस्ट होना

प्रतिभाशाली बच्चों को हर चीज परफेक्ट चाहिए होती है, जिसके कारण वे अपनी पूरी जिंदगी विजेता रहते हैं। इसके कारण हो सकता है, कि वे बहुत ज्यादा विलंब करें या हर काम को बिल्कुल परफेक्ट करने में बहुत सारा समय लगाएं। जीवन के दूसरे पहलुओं में एक औसत परफॉर्मेंस दिखने पर प्रतिभाशाली बच्चे उन क्षेत्रों में और अधिक प्रयास कर सकते हैं और ऐसा करने में उन्हें यह एहसास भी नहीं होता है, कि इसमें कितना सारा समय व्यर्थ हो रहा है, वे कितना थक रहे हैं और उनका स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा है। 

8. अपराध बोध का एहसास

हां, प्रतिभाशाली बच्चों को गिफ्टेड होने को लेकर अपराध बोध होता है। वे अपने टैलेंट को पहचानते हैं और इसे किसी न किसी तरह से दूसरों के साथ बांटने में या वापस देने की लालसा महसूस कर सकते हैं। इसके कारण उनका सामाजिक व्यवहार अच्छा होता है और वह दूसरों की मदद करते हैं और सहयोग करते हैं। लेकिन अगर उनके मन में अपराध बोध की भावना आ जाती है, तो वे इसके लिए और भी अधिक प्रयास करते हैं और इसके कारण लोग उनका फायदा भी उठा सकते हैं। 

9. आत्मसम्मान को लेकर समस्याएं 

कभी-कभी यह वरदान बच्चों के लिए एक श्राप भी साबित हो सकता है, जिससे उन्हें अलग-थलग और अपने दोस्तों और सहपाठियों से दूरी का एहसास हो सकता है। प्रतिभाशाली बच्चे कभी-कभी बुली का शिकार हो सकते हैं या उन्हें डिप्रेशन का सामना भी करना पड़ सकता है। कई अध्ययनों में यह पाया गया है, कि प्रतिभाशाली बच्चे सामाजिक कठिनाइयों और उदासी की भावना के साथ बहुत संघर्ष करते हैं। वे खुद को छोटा महसूस करते हैं और अपने व्यवहार के प्रति नकारात्मकता महसूस करते हैं, जिसके कारण उनमें मूड स्विंग और सनकी आदतें दिख सकती हैं। 

माता-पिता और शिक्षक प्रतिभाशाली बच्चों की मदद कैसे कर सकते हैं?

गिफ्टेड बच्चे की परवरिश किसी चुनौती से कम नहीं होती है। यह न केवल बच्चे के लिए समस्याएं लेकर आता है, बल्कि उनकी विशेषताओं की देखभाल और सुरक्षा की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी साथ होती है। 

  1. उन्हें किसी विशेष नतीजे के बिना चीजों को अपने हिसाब से करने के लिए समय दें। 
  2. उन्हें खतरे उठाने के मौके दें और बिना किसी डर या दबाव के हारने दें। 
  3. दूसरे गिफ्टेड बच्चे ढूंढें और उन्हें कम्युनिटी का एक हिस्सा बनाने की कोशिश करें। 
  4. अपने बच्चे के टीचर से अनुरोध करें, कि वह आपके बच्चे के साथ थोड़ा अधिक समय बिताएं, ताकि उसकी जरूरतें पूरी हो सकें। 
  5. उन्हें ऐसी एक्टिविटीज दें, जिनसे उन्हें जरूरी काम और गहरे विचारों की जरूरत वाले कामों के बीच संतुलन बनाने का महत्व सीखने को मिल सके। 
  6. एक प्रश्नावाली की प्रक्रिया से उनका परिचय कराएं, जिसकी बनावट उनके सोचने की ऊंची क्षमता को गति देने के लिए तैयार की गई हो। 
  7. बच्चों को पहल करने दें और बेहद कम निर्देश देते हुए समस्याओं को सुलझाने दें। 
  8. उन्हें ऐसी चुनौतियां उपलब्ध कराएं, जो चुनाव करने की दिशा में उनके गुणों का विकास कर सके। 
  9. उन्हें वैकल्पिक तकनीकों का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करें, जो नियमों से दूर हों। 
  10. उन्हें ऐसे काम करने को दें, जिनसे उनकी रचनात्मकता और कल्पना शक्ति को चुनौती मिल सके। 
  11. उन्हें कुछ ऐसे प्रोजेक्ट दें, जिनमें स्पष्ट निर्देश हों और कुछ में कोई भी निर्देश न हों। 
  12. यह समझने की कोशिश करें, कि सामाजिक परिपक्वता का बौद्धिक क्षमता से कोई संबंध नहीं होता है। 
  13. सीखने और सिखाने की विभिन्न प्रकार की तकनीकों का अनुभव उन्हें लेने दें। 
  14. बार-बार किए जाने वाले कामों को कम करने की कोशिश करें और इनकी जगह पर ऐसे काम दें जिनसे उनके पहले से मौजूद ज्ञान को बढ़ावा मिले। 
  15. उन्हें विभिन्न गतिविधियों और रणनीतियों के बीच के अंतर को समझने दें। 
  16. उन्हें समय और मौके दें, ताकि वे चीजों को खुद समझ सकें। 
  17. जरूरत के समय उन्हें सपोर्ट करें और भावनात्मक सहयोग दें, जिसकी जरूरत आमतौर पर बच्चों को होती है। 

माता-पिता और शिक्षक प्रतिभाशाली बच्चों की मदद कैसे कर सकते हैं?

एक बुद्धिमान बच्चे और प्रतिभाशाली बच्चे के बीच अंतर

आमतौर पर लोग बुद्धिमान बच्चों को गॉड गिफ्टेड कहते हैं। लेकिन बुद्धिमान और प्रतिभाशाली बच्चों में कुछ अंतर होते हैं जिनके बारे में नीचे बताया गया है: 

  1. बुद्धिमान बच्चा सवाल का जवाब जानता है, लेकिन प्रतिभाशाली बच्चा अधिक सवाल पूछता है। 
  2. बुद्धिमान बच्चा रुचि लेता है, लेकिन प्रतिभाशाली बच्चा काफी उत्सुक होता है। 
  3. बुद्धिमान बच्चा ध्यान देता है, लेकिन गिफ्टेड बच्चा पूरी तरह से उसमें खो जाता है। 
  4. बुद्धिमान बच्चे के सुझाव अच्छे होते हैं, लेकिन गिफ्टेड बच्चों के सुझाव अनोखे होते हैं। 
  5. बुद्धिमान बच्चा कड़ी मेहनत करता है, लेकिन प्रतिभाशाली बच्चा कम मेहनत से भी बेहतर अंक ले आता है। 
  6. बुद्धिमान बच्चा सवालों का जवाब देता है, लेकिन प्रतिभाशाली बच्चा जवाबों के आधार पर दूसरे सवाल पूछता है। 
  7. बुद्धिमान बच्चा क्लास में टॉप करता है, लेकिन प्रतिभाशाली बच्चे का क्लास ही अलग होता है। 
  8. बुद्धिमान बच्चा ध्यान से सुनता है, लेकिन गिफ्टेड बच्चा अपनी मजबूत राय बनाता है। 
  9. बुद्धिमान बच्चा आसानी से सीख लेता है, लेकिन प्रतिभाशाली बच्चे को पहले से ही यह सब पता होता है। 
  10. बुद्धिमान बच्चा 6 से 8 बार दोहरा कर पारंगत हो जाता है, लेकिन प्रतिभाशाली बच्चा ऐसा दो प्रयासों में ही कर लेता है। 
  11. बुद्धिमान बच्चा सुझावों को अच्छी तरह से समझ लेता है, लेकिन प्रतिभाशाली बच्चा अलग ही थ्योरी बनाता है।  
  12. बुद्धिमान बच्चा दोस्तों के साथ एंजॉय करता है, लेकिन प्रतिभाशाली बच्चा बड़े बच्चों और बड़ों के साथ एंजॉय करता है।
  13. बुद्धिमान बच्चा अर्थ समझता है, लेकिन प्रतिभाशाली बच्चा थ्योरी की रचना करता है। 
  14. बुद्धिमान बच्चा असाइनमेंट पूरे करता है, लेकिन प्रतिभाशाली बच्चा नए प्रोजेक्ट शुरू करता है। 
  15. बुद्धिमान बच्चा कॉपी करने में अच्छा होता है, लेकिन प्रतिभाशाली बच्चा रचना करने में अच्छा होता है। 
  16. बुद्धिमान बच्चा जानकारी इकट्ठी करता है, लेकिन प्रतिभाशाली बच्चा जानकारी का इस्तेमाल करता है। 
  17. बुद्धिमान बच्चा तकनीकों का इस्तेमाल करता है, लेकिन प्रतिभाशाली बच्चा तकनीकों का अविष्कार करता है। 
  18. बुद्धिमान बच्चे को स्पष्टता पसंद होती है, लेकिन प्रतिभाशाली बच्चे को जटिलता पसंद होती है। 
  19. बुद्धिमान बच्चा अच्छी तरह से याद रखता है, लेकिन प्रतिभाशाली बच्चा अच्छी तरह से अनुमान लगा सकता है। 
  20. बुद्धिमान बच्चा अपनी परफॉर्मेंस पर खुश होता है, लेकिन प्रतिभाशाली बच्चा और भी बेहतर परफॉर्म करना चाहता है।

गिफ्टेड बच्चे दुर्लभ होते हैं और अगर आपका बच्चा ऐसा हो, तो निश्चित रूप से आपका जीवन एक रोलर कोस्टर राइड बन जाता है। उसे समय और सहयोग दें, जिनकी उसे जरूरत है और उसे अपने अनुसार खिलने दें। एक सितारे को खुद चमकने की जरूरत होती है और वह जरूर चमकेगा!

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