गर्भावस्था के 12वें सप्ताह में अल्ट्रासाउंड

गर्भावस्था के 12वें सप्ताह में अल्ट्रासाउंड

गर्भावस्था के दौरान हर पल उत्साह और रोमांच से भरपूर होता है। गर्भ में पल रहे शिशु की प्रगति को जानने के प्रति आपका उत्साह आपकी हर समस्या को बहुत छोटा बना देता है। गर्भावस्था के 12वें सप्ताह का अल्ट्रासाउंड स्कैन पहली तिमाही का आखिरी अल्ट्रासाउंड होता है और निश्चित रूप से इसके माध्यम से आप अपने बच्चे के विकास को जानने के लिए अत्यधिक उत्साहित होंगी। यह अल्ट्रासाउंड आपको अपने शिशु के विकास और स्वास्थ्य के बारे में आवश्यक जानकारी देता है।

12वें सप्ताह में अल्ट्रासाउंड स्कैन की आवश्यकता क्यों होती है 

पहली तिमाही पूर्ण होने के कारण गर्भावस्था का 12वां सप्ताह अत्यधिक महत्वपूर्ण पड़ाव माना जाता है और इस दौरान डॉक्टर आपको निम्नलिखित परीक्षण व आकलन करने के लिए अल्ट्रासाउंड स्कैन करने की सलाह दे सकते हैं।

  • इस स्कैन के माध्यम से आपको यह पता लगता है कि आपके गर्भ में कितने शिशु हैं। यानि आपको एक, जुड़वां या उससे अधिक शिशु होने का पता चलता है ।
  • यह स्कैन बच्चे के सिर से पैर तक की लंबाई को नापकर आपके गर्भधारण की आयु का अनुमान लगाने में मदद करता है।
  • यह स्कैन भ्रूण के हृदय की धड़कन को जांचने के लिए भी किया जाता है।
  • इस स्कैन के माध्यम से बच्चे के हाथ, पैर, सिर और छाती के सामान्य विकास की जांच होती है।
  • आपके गर्भ में पल रहे शिशु में किसी भी प्रकार की असामान्यता को जांचने के लिए डॉक्टर उसकी रीढ़ की भी जांच करते हैं।
  • बच्चे की गर्दन के पीछे स्थित तरल पदार्थ, जिसे न्यूकल ट्रांस्लूसेंसी भी कहते हैं, डॉक्टर इसकी जांच के लिए अल्ट्रासाउंड स्कैन की सलाह देते हैं।
  • न्यूकल ट्रांस्लूसेंसी का आकलन क्रोमोसोम संबंधी असामान्यता के किसी भी खतरे को समझने में मदद करता है।
  • इस स्कैन के माध्यम से डॉक्टर गर्भ में पल रहे शिशु की गर्भनाल का स्थान और स्वास्थ्य के बारे में समझने का प्रयास करते हैं।

12वें सप्ताह के अल्ट्रासाउंड स्कैन की तैयारी कैसे करें

गर्भावस्था के 12वें सप्ताह में हो सकता है आप यह सोच रही हों कि अल्ट्रासाउंड के दौरान क्या होगा। इस दौरान सबसे पहले आप इस अल्ट्रासाउंड के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार करें और अपनी सभी चिंताओं को बिलकुल खत्म कर दें। अल्ट्रासाउंड से पहले लगाया जाने वाला ठंडा और चिपचिपा जेल आपको असहज कर सकता है किंतु फिर भी उस समय आप पूरी तरह से शांत व तनावमुक्त रहने का प्रयास करें।

अल्ट्रासाउंड की जांच करने से पहले पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की सलाह दी जाती है। पानी पीने से गर्भाशय बेहतर स्थिति में आता है जिससे डॉक्टर को गर्भ में पल रहे शिशु की ठीक तरह से जांच करने में मदद मिलती है। हालांकि बहुत ज्यादा पानी भी न पिएं क्योंकि इससे मूत्राशय पर अनावश्यक दबाव पड़ने के कारण आपको पेशाब करने की आवश्यकता महसूस हो सकती है।

12वें सप्ताह के अल्ट्रासाउंड स्कैन की तैयारी कैसे करें

12वें सप्ताह के अल्ट्रासाउंड स्कैन में कितना समय लगता है

जांच करने से पहले आपको शांति से लेटने के लिए कहा जाएगा और इस प्रक्रिया में आप अपने बच्चे की पहली झलक देखेंगी। गर्भावस्था के 12वें सप्ताह के दौरान अल्ट्रासाउंड में लगभग 15-30 मिनट लग सकते हैं।

12वें सप्ताह में अल्ट्रासाउंड स्कैन की प्रक्रिया

अल्ट्रासाउंड प्रक्रिया शुरू करने से पहले डॉक्टर आपके पेट पर जेल लगाएंगे और फिर जेल लगाई हुई जगह पर ट्रांसड्यूसर रखेंगे। ट्रांसड्यूसर से निकलने वाली ध्वनि तरंगों की मदद से आपको स्क्रीन पर एक काली-सफेद पिक्चर दिखाई देगी और आप इसे समझने के लिए अपने मन के सभी सवाल डॉक्टर से पूछ सकती हैं। इस प्रक्रिया के दौरान आपको अपने पेट पर थोड़ा बहुत दबाव महसूस हो सकता है किंतु फिक्र न करें इस दबाव से किसी भी प्रकार का दर्द नहीं होता है।

यदि आपका वजन अत्यधिक है या आपका गर्भ श्रोणि में अधिक गहरा है तो डॉक्टर योनि के माध्यम से आपकी जांच करने के लिए कह सकते हैं।

स्कैन में क्या दिख सकता है

गर्भावस्था के 12वें सप्ताह में अल्ट्रासाउंड के माध्यम से आप अपने गर्भ में पल रहे शिशु का निम्नलिखित विकास देख सकती हैं;

  • गर्भनाल का स्थान
  • भ्रूण के हाथ-पैर और रीढ़
  • स्कैन के माध्यम से भ्रूण की नाक की हड्डी की उपस्थिति और इसकी लंबाई
  • भ्रूण का मूत्राशय और पेट
  • माँ के गर्भाशय के आसपास का रक्त प्रवाह
  • भ्रूण में कोई दोष या असामान्यताएं

गर्भावस्था के 12वें सप्ताह में डॉक्टर अल्ट्रासाउंड के माध्यम से जुड़वां बच्चों को भी देख सकते हैं। इसका यह तात्पर्य है कि डॉक्टर को अल्ट्रासाउंड के माध्यम से यह भी निर्धारित करने में मदद मिलती है कि क्या आपके गर्भ में एक से अधिक शिशु हैं।

स्कैन में कोई असामान्यता दिखने पर क्या होगा

गर्भावस्था के 12वें सप्ताह का अल्ट्रासाउंड भ्रूण के विकास की पहली जांच होती है। हालांकि इस जांच से डॉक्टर को भ्रूण में किसी भी प्रकार की असामान्यता का आकलन करने में भी मदद करती है।यदि शिशु में किसी प्रकार के दोष या असामान्यता का पता चलता है, तो आपको फीटल मेडिसिन कंसल्टेंट (भ्रूण चिकित्सा विशेषज्ञ) से चर्चा करने की सलाह दी जाती है। कंसल्टेंट डॉक्टर द्वारा किए गए निदान का आकलन करता है और आपको असामान्यता की पुष्टि करने के लिए आगे के परीक्षण या जांच करवाने के लिए कह सकता है।

क्या 12वें सप्ताह के अल्ट्रासाउंड में डाउन सिंड्रोम की सटीक जानकारी मिल सकती है  

यदि गर्भ में पल रहा भ्रूण डाउन सिंड्रोम से ग्रसित है तो उसे 12वें सप्ताह के अल्ट्रासाउंड में सटीक रूप से देखा जा सकता है। यदि भ्रूण में डाउन सिंड्रोम होने की संभावना होती है तो उसकी गर्दन के पिछले हिस्से पर स्थित न्युकल ट्रांस्लूसेंसी में द्रव का अत्यधिक संचय हो सकता है। यदि भ्रूण में कोई भी असामान्यता है तो डॉक्टर द्वारा शिशु की गर्दन के पिछले हिस्से या न्यूकल ट्रांसपरेंसी का परीक्षण भी किया जा सकता है। सामान्य भ्रूण की तुलना में डाउन सिंड्रोम से ग्रसित भ्रूण का द्रव अधिक मात्रा में गाढ़ा हो सकता है।

क्या यह स्कैन गर्भावस्था की नियमित जांच का हिस्सा है

अल्ट्रासाउंड स्कैन आपके बच्चे के विकास का आकलन करने का एक बेहतर तरीका है। अल्ट्रासाउंड जांच बहुत सस्ती होती है साथ ही इससे आपको न तो कोई हानि होती है और न ही इसमें कोई खतरा है। अल्ट्रासाउंड स्कैन के माध्यम से आपको अपने बच्चे के बारे में अधिक जानकारी मिलती है और आप चाहें तो एक यादगार पल के लिए अपनी गर्भावस्था के 12वें हफ्ते के अल्ट्रासाउंड की पिक्चर ले सकती हैं। हालांकि, अल्ट्रासाउंड करवाना पूरी तरह से माता-पिता पर निर्भर करता है।

कुछ माता-पिता ऐसे भी होते हैं जो किसी भी प्रकार का अल्ट्रासाउंड नहीं करवाना चाहते। इसका मुख्य कारण यह है कि यदि भ्रूण में असामन्यता है तो वे उसके किसी भी विपरीत निर्णय का सामना नहीं करना चाहते हैं।

अनेक अस्पतालों में डॉक्टर आपको अल्ट्रासाउंड स्कैन की तस्वीरें या डी.वी.डी. भी दे सकते हैं। इस बारे में आपको डॉक्टर से बात करनी होगी ।