गर्भावस्था के दौरान कफ ड्रॉप्स का इस्तेमाल करना – क्या यह सुरक्षित है?

प्रेगनेंसी के दौरान कफ ड्रॉप्स का इस्तेमाल करना

यदि आप गर्भवती नहीं हैं, तो हो सकता है कि आप सर्दी खांसी को इतना गंभीरता से न लें। हालांकि, प्रेगनेंसी में सब कुछ पूरी तरह से बदल जाता है। ऐसा इसलिए है कि हो सकता है जो समस्या आपको प्रेगनेंसी से पहले छोटी नजर आ रही हो वो प्रेगनेंसी के दौरान बड़ी नजर आए। इसलिए, यदि आप अपने गले को शांत करने के लिए कफ ड्रॉप्स लेने के बारे में सोच रही हैं, तो आपको यह लेख पढ़ना चाहिए। यहाँ आपको बताया गया है कि प्रेगनेंसी के दौरान कफ ड्रॉप्स का लेना आपके लिए सुरक्षित है या नहीं।

कफ ड्रॉप्स क्या है?

कफ ड्रॉप्स एक छोटी, कैंडी जैसी दवा होती है, जो आपको सर्दी खांसी से कुछ समय के लिए राहत प्रदान करती है। यह ओवर-द-काउंटर दवाओं के रूप में उपलब्ध होती है और आमतौर पर इस दवा के लिए डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन की जरूरत नहीं होती है।

आपको कफ ड्रॉप्स की आवश्यकता क्यों होती है

कफ ड्रॉप्स को थ्रोट लॉजेंजेस भी कहते हैं जो खांसी से राहत प्रदान करने में मदद करता है। हालांकि, इससे आपको सिर्फ खांसी से ही राहत नहीं मिलती बल्कि यह बहती नाक, सूखे मुँह, गले की खराश और लगातार आने वाली खांसी से भी राहत देता है। कफ ड्रॉप्स आपकी सर्दी को भी कम करता है।

क्या कफ ड्रॉप्स गर्भावस्था के दौरान लेना सुरक्षित हैं?

आपको यह स्वीट फ्लेवर वाली मेडिकेटेड कैंडी स्वादिष्ट लग सकती हैं, लेकिन आप यह जानना चाहती होंगी कि क्या इसका उपयोग प्रेगनेंसी के दौरान करना सुरक्षित है या नहीं। यदि आप इस यह मीठी दवा का इस्तेमाल कभी कभार खांसी से राहत पाने के लिए करती है, तो इसे सुरक्षित माना जाता है। बहुत कम ही संभावना होती है कि यह आपके बच्चे को कोई नुकसान पहुँचाए। हालांकि, आपको इसे बहुत ज्यादा लेने से बचना चाहिए, साथ ही इसमें मौजूद एक्टिव और इनएक्टिव इंग्रीडिएंट के लेबल को भी पढ़ना चाहिए ताकि आप किसी हानिकारक  इंग्रीडिएंट को अनजाने में गलती से भी न लें।

कफ ड्रॉप के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले इंग्रीडिएंट 

कफ ड्रॉप्स को बनाने के लिए किन इंग्रीडिएंट का इस्तेमाल किया जाता है आपको नीचे बताया गया है, जो कुछ इस प्रकार हैं:

1. एक्टिव इंग्रीडिएंट 

कफ ड्रॉप्स में पाए जाने वाले कुछ एक्टिव इंग्रीडिएंट इस प्रकार हैं:

  • यूकेलिप्टस ऑयल  
  • बेन्ज़ोकेन
  • डेक्सट्रोमेथोर्फेन
  • पेक्टिन 
  • जिंक ग्लूकोनेट ग्लाइसिन
  • शहद
  • स्पेअरमिंट 
  • पेपरमिंट
  • मेन्थॉल

2.  इनएक्टिव इंग्रीडिएंट 

कफ ड्रॉप्स में पाए जाने वाले कुछ इनएक्टिव इंग्रीडिएंट इस प्रकार हैं:

  • वाइल्ड थाइम
  • सेज
  • थाइम
  • हीस्सोप
  • होरहाउंड
  • एल्डर
  • मैलो
  • लिंडन फ्लावर 
  • लेमन बाम

Cough drops, also called lozenges

गर्भावस्था के दौरान कौन से इंग्रीडिएंट का इस्तेमाल करना सुरक्षित है?

तो, गर्भावस्था के दौरान कौन सा कफ ड्रॉप्स सुरक्षित होता है? यहाँ, आपको बताया गया हैं:

  • आप ऐसी कफ ड्रॉप्स का इस्तेमाल कर सकती हैं, जो जमे हुए कफ को बाहर निकालने में मदद करता है, जिसे गुआइफेनसिन के रूप में जाना जाता है।
  • जिस कफ ड्रॉप्स में डेक्सट्रोमेथोर्फेन मौजूद होता है आप उसे सुरक्षित रूप से ले सकती हैं।
  • जिस कफ ड्रॉप्स में सेफेकॉल और क्लोरैसेप्टिक होता है आप उसे भी गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से ले सकती हैं।
  • गर्भावस्था के दौरान आप मेन्थॉल कफ ड्रॉप्स भी ले सकती हैं, हालांकि, ऐसी कोई स्टडी मौजूद नहीं है जो गर्भावस्था के दौरान इस इंग्रीडिएंट का इस्तेमाल करने को सुरक्षित या हानिकारक बताती हो।

गर्भावस्था के दौरान कौन से इंग्रीडिएंट का इस्तेमाल करना सुरक्षित नहीं है?

कुछ इंग्रीडिएंट का इस्तेमाल गर्भावस्था में करना सुरक्षित है, तो कुछ इंग्रीडिएंट का इस्तेमाल करना सुरक्षित नहीं है और आपको इससे समस्या हो सकती है।

  • हर्बल इंग्रीडिएंट के साथ कफ ड्रॉप्स न लें, क्योंकि यह सेफ है या नहीं ज्यादातर यह टेस्ट नहीं किया जाता है।
  • ऐसी कफ ड्रॉप्स न लें जिनमें अल्कोहल मौजूद हो। हमेशा कफ ड्रॉप्स के लिए अल्कोहल-फ्री ऑप्शन चुनें।

गर्भावस्था के दौरान कफ ड्रॉप्स लेने के साइड-इफेक्ट्स और खतरा 

कफ ड्रॉप्स से आपको कुछ समय के लिए सर्दी और खांसी से राहत मिल जाती है लेकिन गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन करने से कुछ साइड इफेक्ट भी होते हैं, जो आपके लिए समस्या पैदा कर सकते हैं। यहाँ आपको इसके कुछ साइड एफेक्ट बताए गए हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं:  

1. म्यूकस का अंदर रह जाना 

म्यूकस आपके शरीर से जर्म्स बाहर निकालने में मदद करता है। हालांकि, कभी-कभी, कफ ड्रॉप्स लेने से म्यूकस जम सकता है जिससे जर्म्स आपके शरीर के अंदर ही रह जाते हैं, जो बाद में किसी और तरह से बाहर निकलते हैं।

2. शुगर की अधिक मात्रा 

ज्यादातर कफ ड्रॉप्स में चीनी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, इसलिए यदि आप डायबिटीज या गेस्टेशनल डायबिटीज से पीड़ित हैं, तो इसका सेवन करने से आपका ब्लड सुगर लेवल बढ़ सकता है।

3. इंग्रीडिएंट को ले कर संदेह 

कुछ कफ ड्रॉप्स में हर्बल इंग्रीडिएंट शामिल होते हैं जो गर्भावस्था के दौरान उपयोग करने के लिए सुरक्षित नहीं होते क्योंकि इसके बारे में अभी ज्यादा स्टडी नहीं की गई है।

इसलिए, किसी भी कफ ड्रॉप्स को लेने से पहले इसके लेबल को जरूर पढ़ लें । अगर आपको किसी भी प्रकार का कोई संदेह होता है तो, आपको इस मामले में अपने डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए।

कफ ड्रॉप्स का उपयोग करते समय बरती जाने वाली सावधानियां 

गर्भावस्था के दौरान कफ ड्रॉप्स लेने से पहले आपको कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए:

  • यदि आप गेस्टेशनल डायबिटीज से पीड़ित हैं, तो शुगर-फ्री कफ ड्रॉप्स लें।
  • कफ ड्रॉप्स के इंग्रीडिएंट लेबल को पढ़ें जिससे आपको एलर्जी होने का खतरा हो सकता है।
  • कफ ड्रॉप्स की एक्सपायरी डेट जरूर चेक कर लें, इससे न केवल दवा का असर खत्म हो जाता है बल्कि इसका टेस्ट भी खराब हो जाता है।
  • यदि म्यूकस ज्यादा बन रहा है, तो आप अपने डॉक्टर से बात करें और ऐसा कफ ड्रॉप्स ले जो म्यूकस को ज्यादा बनने से रोके।

यदि आप गर्भावस्था के दौरान कफ ड्रॉप्स का सेवन करने के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह ले रही हैं, तो आप उनसे कुछ प्रकार के प्रश्न पूछ सकती हैं:

  1. मुझे कब तक कफ ड्रॉप्स लेनी हैं?
  2. क्या सिर्फ कफ ड्रॉप्स से खांसी और सर्दी ठीक हो जाएगी?
  3. क्या मेरे कफ में बहुत ज्यादा बलगम आता है?

ये प्रश्न आपकी स्थिति की गंभीरता को बेहतर ढंग से समझने में आपकी मदद करेंगे।

नेचुरल कफ ड्रॉप  

कफ ड्रॉप्स के अलावा, आप नेचुरल होम रेमेडीज का इस्तेमाल करके भी खांसी का इलाज कर सकती हैं। कफ ड्रॉप्स के तौर पर आप नीचे बताई गई नेचुरल रेमेडीज पर एक नजर डाल सकती है:

  • अपने गले को शांत करने के लिए शहद के साथ कैमोमाइल टी का सेवन करें।
  • यदि आप मांसाहारी हैं, तो घर के बने चिकन सूप का सेवन करे, इससे आपको खांसी से राहत मिलेगी।
  • शहद नींबू की चाय भी खांसी और सर्दी को दूर करने के लिए एक अच्छा घरेलू उपाय है।
  • गरारे करना से आपके गले को आराम मिलता है।
  • ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें।
  • अपनी रेगुलर चाय में अदरक डालकर पीने से भी यह आपको राहत देता है।

डॉक्टर से कब परामर्श करें 

यदि आपको समस्या ज्यादा लग रही है तो हमारा सुझाव है कि आप नेचुरल होम रेमेडीज को अपनाने के बजाय नीचे बताई गई निम्नलिखित स्थितियों में पहले अपने डॉक्टर से मिलें :

  • अगर आपको 101 डिग्री या उससे अधिक बुखार है
  • अगर आपकी त्वचा पर किसी भी तरह के दाने हो गए हैं
  • यदि आपकी खांसी दो दिनों से अधिक समय तक बनी रहती है
  • अगर घरेलू उपचार से भी आपको बेहतर महसूस नहीं लग रहा है 
  • अगर आपको तेज सिरदर्द है
  • यदि आपको मतली या उल्टी हो रही है

यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण नजर आएं तो आप तुरंत अपने डॉक्टर के पास जाएं।

गर्भावस्था के दौरान खांसी बहुत गंभीर समस्या नहीं है और इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है। यदि आप अपने गले को शांत करने के लिए कफ ड्रॉप्स लेना चाहती हैं, तो आपके लिए यह सुझाव है आप इसके के लिए पहले अपने डॉक्टर से पूंछ लें। हर गर्भावस्था अपने आप में अलग होती है इसलिए आपके डॉक्टर आपको ज्यादा बेहतर बता सकते हैं कि आपके लिए क्या अच्छा होगा और क्या नहीं।

संसाधन और संदर्भ:

स्रोत १
स्रोत २

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