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गर्भावस्था एक ऐसा समय होता है जब महिलाओं को अजीबोगरीब चीजें खाने की इच्छा होती है। यदि आप गर्भवती हैं, तो अक्सर आपको ऐसे खाद्य पदार्थ खाने की लालसा होती होगी जो आपके साथ-साथ आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए भी शायद अच्छे या बुरे हो सकते हैं। गर्भावस्था के दौरान आप ढेर सारी पोषणयुक्त खाद्य पदार्थ खा रही होंगी। लेकिन अक्सर आप कुछ ऐसी चीजें भी खाने को लालायित होती होंगी जो शायद आपकी जीभ के लिए तो स्वादिष्ट हों लेकिन वास्तव में पौष्टिक ना होती हों! उदाहरण के लिए, आइसक्रीम एक ऐसा ही स्वादिष्ट पदार्थ है, जिसके लिए आपका मन मचल रहा होगा। लेकिन क्या आप गर्भावस्था के दौरान आइसक्रीम खा सकती हैं, क्या यह वास्तव में सुरक्षित है? आपको शायद लगता हो कि आपकी पसंदीदा आइसक्रीम का एक स्कूप आपके बच्चे को नुकसान नहीं पहुंचाएगा, लेकिन क्या आप इस बारे में बिलकुल आश्वस्त हैं?
क्या गर्भावस्था के दौरान आइसक्रीम खाना सुरक्षित है?
आइसक्रीम एक मीठा फ्रोजन डीज़र्ट है जो आमतौर पर दूध के उत्पादों के साथ फल या फ्लेवर्स को मिलाकर बनाया जाता है। हम सभी को आइसक्रीम खाना बहुत पसंद है। लेकिन एक गर्भवती महिला को यदि आइसक्रीम की लालसा हो, तो उसे आइसक्रीम पर टूट पड़ने से पहले दो बार सोचना चाहिए और यह उसके भले के लिए ही है। लेकिन हमारे पास एक अच्छी खबर है। एक गर्भवती महिला समुचित मात्रा में आइसक्रीम खा सकती है। जी हां! यह सुनिश्चित करने के बाद कि वह आइसक्रीम साफ-सफाई से तैयार किया गया है आप अपने पसंदीदा आइसक्रीम फ्लेवर का आनंद ले सकती हैं। कभी-कभार आप अपनी इस लालसा को तृप्त कर सकती हैं। हालांकि, यदि आपको किसी स्वाद से एलर्जी है, या मधुमेह, मोटापा, जैसी समस्या या फिर सर्दी है तो आप अपने डॉक्टर से सलाह लें। यदि आप गर्भवती हैं तो बेहतर यही होगा कि ऐसा करने से बचें।
आइसक्रीम का पोषण मान
हालांकि आइसक्रीम कोई स्वास्थ्यवर्धक और पौष्टिक खाद्य नहीं है, यह आपमें कैल्शियम, विटामिन और खनिज जैसे आवश्यक पोषक तत्वों की आपूर्ति कर सकती है।
100 ग्राम की एक वनीला आइसक्रीम में लगभग 47% वसा होती है, जिसमें 70% संतृप्त वसा होती है, लगभग 42% कार्बोहाइड्रेट और लगभग 6-7% प्रोटीन इसके प्रमुख घटक होते हैं। कैलोरी की बात करें तो एक 100 ग्राम का सामान्य स्कूप 207 कैलोरी प्रदान करता है। आजकल, आइसक्रीम के स्वास्थ्यकर संस्करण भी उपलब्ध हैं। आप कम वसायुक्त, चीनी मुक्त और योगर्ट-आधारित आइसक्रीम खरीद सकती हैं। आइसक्रीम से आपको विटामिन ए और विटामिन बी12 जैसे विटामिन भी मध्यम मात्रा में मिलते हैं। 100 ग्राम के एक स्कूप से शरीर को RDA के हिसाब से फॉस्फोरस के 20% और 17% आवश्यक कैल्शियम मिलता है, ये दोनों ही स्वस्थ हड्डियों, जोड़ों, अन्य मस्कुलोस्केलेटल ऊतकों और हृदय की समुचित कार्यप्रणाली के लिए महत्वपूर्ण हैं।
गर्भवती महिला को एक दिन में कितनी आइसक्रीम खानी चाहिए?
आइसक्रीम में वसा बहुत अधिक पाई जाती है जो आपके शरीर के तापमान को कम कर सकती है। अत्यधिक मात्रा में इसके सेवन से आपके शरीर का मेटाबोलिज्म प्रभावित हो सकता है और पाचन तंत्र की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। आप कभी-कभार इसका आनंद ले सकती हैं।
आजकल, आइसक्रीम के इतने फ्लेवर उपलब्ध हैं जिनके बारे में शायद एक दशक पहले किसी ने सोचा भी नहीं होगा। हालांकि, कॉफी और ग्रीन टी जैसे कुछ फ्लेवर में कैफीन होता है। यद्यपि इनमें मौजूद कैफीन की मात्रा लगभग नगण्य है, आप यदि इनमें से किसी एक फ्लेवर का चयन करती हैं तो आपको अत्यधिक सेवन से परहेज करना चाहिए।
गर्भवती होने पर आइसक्रीम खाने के संभावित दुष्प्रभाव
किसी भी चीज की अति हानिकारक होती है, यह तो आप जानती ही होंगी। तो यही बात आइसक्रीम पर भी लागू होती है। बहुत अधिक आइसक्रीम खाने से निम्नलिखित समस्याएं हो सकती हैं।
1. संक्रमण
आपको आइसक्रीम से लिस्टेरिया जैसे कुछ संक्रमणों का खतरा है क्योंकि यह बैक्टीरिया; बेहद कम तापमान पर पनपता है। यदि आइसक्रीम बनाने में उपयुक्त दूध पाश्चुरीकृत नहीं है, तो भी आप संक्रमण की चपेट में आ सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान ये संक्रमण गर्भनाल की वृद्धि को और एम्नियोटिक द्रव के उत्पादन को प्रभावित कर सकते हैं और बच्चे में जन्मजात संक्रमण का कारण बन सकते हैं। इनके कारण, समय पूर्व डिलीवरी, मृत शिशु का जन्म लेना अथवा गर्भपात तक हो सकता है।
2. वजन बढ़ना
चूंकि आइसक्रीम में कैलोरी और वसा अत्यधिक मात्रा में पाई जाती है, तो यदि आप अत्यधिक मात्रा में अथवा प्रतिदिन इसका सेवन करती हैं, तो संभव है कि इससे वजन में अनावश्यक या अतिरिक्त वृद्धि हो जाए जिससे प्रसव में जटिलताएं हो सकती हैं।
3 गर्भकालीन मधुमेह का खतरा
आइसक्रीम में शक्कर की मात्रा अधिक होती है, जिससे आपके ग्लूकोज सहनशीलता के क्षीण होने की संभावना बढ़ सकती है। जिसके चलते आपको गर्भावधि मधुमेह होने का खतरा हो सकता है।
4. साइनसाइटिस और श्वसन संक्रमण
गर्भावस्था के दौरान, गर्भवती महिला की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर पड़ जाती है। बहुत अधिक आइसक्रीम खाने से साइनस संबंधी और श्वसन संबंधी समस्याओं का खतरा हो सकता है।
गर्भावस्था के दौरान आइसक्रीम खाने से संबंधित मिथक
गर्भावस्था में आइसक्रीम के लाभ और दुष्परिणाम के अलावा, इससे जुड़ी कुछ गलत धारणाएं भी हैं, उदाहरण के लिए, यह माना जाता है कि आइसक्रीम चूंकि ठंडी होती है तो इसे खाने से बच्चे के मस्तिष्क पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है। किसी भी वैज्ञानिक डेटा अथवा अध्ययन से यह साबित नहीं होता है। जब तक आपके आहार और जीवनशैली में भयानक ठंड और ठंडे खाद्य पदार्थों की अधिकता नहीं होती है, तब तक ठंड भ्रूण को प्रभावित नहीं कर सकती है।
गर्भावस्था के दौरान आइसक्रीम के सेवन के दौरान ध्यान रखने वाली बातें
अब तक आपको यह पूरी तरह से पता चल चुका होगा कि गर्भावस्था के दौरान आइसक्रीम एक सुरक्षित आहार नहीं है क्योंकि यह संभावित दुष्प्रभावों को जन्म दे सकता है, हालांकि, फिर भी आप कभी-कभार इसका आनंद ले सकती हैं यदि आइसक्रीम, मानक स्वच्छता प्रथाओं का पालन करके बनाया गया है। आइसक्रीम खरीदते समय इन बिंदुओं का ध्यान रखें, और आनंद लें!
- क्या आप जो आइसक्रीम ले रही हैं, वह पास्चुरीकृत दूध से बनी है? यदि हाँ, तो निश्चिंत होकर के आनंद लें।
- आइसक्रीम हमेशा किसी प्रसिद्ध ब्रांड और एक प्रतिष्ठित दुकान से ही खरीदें जो स्वच्छता का पालन करता हो।
- सड़क विक्रेताओं और मेलों में बिकने वाली आइसक्रीम खाने से बचें क्योंकि ऐसी जगहों की स्वच्छता की कमी होती है। याद रखें कि फ्रीजर में रखी आइसक्रीम में भी बैक्टीरिया पल सकते हैं।
- यदि आप अधिक स्वास्थ्यकर विकल्प की तलाश में हैं, तो हमारा सुझाव है कि आप ‘लो-फैट’ या ‘लाइट’ आइसक्रीम खाएं, जो आजकल बहुतायत में उपलब्ध है। उदाहरण के लिए, आप फ्रोज़ेन योगर्टआइसक्रीम भी खरीद सकती हैं।
गर्भावस्था के दौरान, जहाँ तक संभव हो स्वास्थ्यकर आहार ही लें। हालांकि, पौष्टिक खाद्य पदार्थों से भरपूर स्वस्थ आहार का मतलब यह नहीं है कि आप अपनी लालसाओं को दबा दें, आप कभी-कभार आइसक्रीम के एक स्कूप का आनंद ले सकती हैं। समय-समय पर चिकित्सकीय परामर्श के साथ स्वच्छता, आप क्या खा रहे हैं और किसी भी समस्या की शीघ्र पहचानकर उसके उपचार के लिए अपने डॉक्टर से जरूर मिलें। आइसक्रीम के सेवन से, आप गर्भावस्था के तनाव से दूर रह सकती हैं। इसका आनंद लें, लेकिन खाई जाने वाली मात्रा का ध्यान रखें।
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