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डीएचए (डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड) एक ओमेगा 3 फैटी एसिड है जो गर्भवती महिलाओं को दिया जाता है। इसको गर्भावस्था के दौरान और बाद में इसलिए दिया जाता है क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि यह महिलाओं को कॉम्प्लिकेशन से दूर रहने में मदद करता है और साथ ही गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास को भी बेहतर करता है। अगर डीएचए सही मात्रा में लिया जाए तो इसके कई आश्चर्यजनक फायदे हैं और इसे कई तरह के सोर्सेज से लिया जाता है। डीएचए प्राकृतिक रूप से भी कई खाने वाली चीजों के जरिए प्राप्त किया जाता है और कभी-कभी इसे सप्लीमेंट के द्वारा भी लिया जाता है। हालांकि, इसके सप्लीमेंट लेना शुरू करने से पहले इसके बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लेना बेहद महत्वपूर्ण है।
रिसर्च में ऐसा माना गया है कि जो महिलाएं अच्छी मात्रा में डीएचए लेती हैं, वो ऐसे बच्चों को जन्म देती हैं जो आंखों और हाथों के कोऑर्डिनेशन के टेस्ट में बेहतर प्रदर्शन करते हैं। चार साल के बच्चों पर किए गए एक परीक्षण ने यह भी साबित कर दिया कि जिन बच्चों की माँ ने गर्भावस्था के दौरान डीएचए के सप्लीमेंट्स लिए थे, उनका आईक्यू अन्य बच्चों की तुलना में बेहतर होता है।
ऐसा माना गया है कि माँ में पाए जाने वाले डीएचए के लेवल और बच्चे के वजन और जन्म के समय बच्चे के सिर की परिधि के बीच सकारात्मक संबंध होता है।
मछली के तेल में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड डीएचए महिलाओं को हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है क्योंकि यह आर्टरीज को सख्त होने से रोकता है।
जिन महिलाओं का प्रीटर्म लेबर का इतिहास होता है, उन्हें डीएचए लेने की जरूरत होती है क्योंकि यह इस पैटर्न को बदलकर स्वस्थ गर्भावस्था बनाए रखने और सामान्य डिलीवरी करने में मदद करता है।
डीएचए पर कई रिसर्च की गई हैं जिनसे यह साबित हुआ है कि गर्भवती महिलाओं के लिए यह एक जरूरत है। डीएचए लेने से गर्भावस्था के कई सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। ऐसा कहा जाता है कि ओमेगा-3 एसिड वास्तव में बच्चे को खिलाने के लिए प्लेसेंटा के माध्यम से जाता है, क्योंकि यह बच्चे के विकास के लिए एक प्रमुख आवश्यकता है। तो डीएचए एक ऐसी चीज है जो बच्चे और माँ दोनों के लिए जरूरी है और यह केवल माँ और बच्चे को बेहतर पोषण देने में मदद करता है। तो ऐसे में, गर्भावस्था के दौरान डीएचए की खुराक कब लेनी चाहिए? आप अपनी गर्भावस्था की शुरुआत से ही डीएचए को अपनी डाइट में शामिल करें। सही मायने में तो, यह गर्भावस्था से पहले और बाद में भी महिलाओं के लिए अच्छा साबित होता है, क्योंकि इसके कई ऐसे फायदे साबित हुए हैं जो महिलाओं के लिए जरूरी हैं।
निश्चित रूप से डीएचए आपके और आपके बच्चे के लिए मददगार साबित होने वाला है। तो यहां कुछ स्रोत बताए गए हैं, जिनकी मदद से आप अपने शरीर के लिए अच्छी मात्रा में डीएचए प्राप्त कर सकती हैं:
इन सभी फायदों के साथ अपनी डाइट में आप डीएचए की पर्याप्त मात्रा शामिल कर सकती हैं। हालांकि, यह जोखिम भरा भी है। जब आप गर्भवती हों तो डीएचए का कितना सेवन करना है, इसकी भी सीमाएं हैं। इस दौरान 225 से 340 ग्राम ऐसी मछली खाने की सलाह दी जाती है जिसमें मरकरी कम हो। ऐसी समस्याएं तब होती हैं जब आप उन मछलियों का सेवन ज्यादा करती हैं जिनमें मरकरी की मात्रा ज्यादा पाई जाती है। ऐसे में डीएचए का सप्लीमेंट लेना एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है क्योंकि यह आपको अन्य असुरक्षित घटकों जैसे मेटल से दूर रखता है और शुद्ध डीएचए प्राप्त करने का यह सबसे अच्छा तरीका भी है। सप्लीमेंट लेने से पहले किसी डायटीशियन से जरूर संपर्क करें ताकि आप जान सकें कि कितनी मात्रा में इसका सेवन किया जाना ठीक है।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माँ के लिए डीएचए सप्लीमेंट से गर्भ में पल रहे बच्चे और बाद में शिशु के रूप में भी कई आश्चर्यजनक लाभ हुए हैं।
वास्तव में, भले ही आप सप्लीमेंट या खाने के जरिए डीएचए नहीं लेती हैं, लेकिन आपका शरीर भ्रूण के विकास के लिए डीएचए को खुद अपने स्टोर से लेता है। इसलिए, गर्भवती महिलाओं के लिए यह निश्चित रूप से जरूरी है।
हमने जिन फायदों के बारे में जाना है उनमें से कुछ बच्चों में मोटर स्किल, अटेंशन स्पैन आदि को बेहतर करते हैं। यदि आप सोच रही हैं कि गर्भावस्था के दौरान डीएचए का सेवन कब शुरू किया जाए? तो ऐसा कहा जाता है कि गर्भावस्था के पहले और उसके दौरान ओमेगा-3 फैटी एसिड को महिला की डाइट में शामिल किया जाना चाहिए और गर्भावस्था के बाद भी।
महिलाओं के लिए, खासकर गर्भवती महिलाओं को डीएचए का सप्लीमेंट लेने के लिए कहा जाता है। यदि आप इन सप्लीमेंट्स को लेने लिए सोच रही हैं, तो इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करें और अपनी अन्य दवाओं के साथ इसे कैसे लेना यह उनसे पूछ लें।
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