गर्भावस्था

गर्भावस्था के दौरान डीएचए (डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड) लेना

डीएचए (डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड) एक ओमेगा 3 फैटी एसिड है जो गर्भवती महिलाओं को दिया जाता है। इसको गर्भावस्था के दौरान और बाद में इसलिए दिया जाता है क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि यह महिलाओं को कॉम्प्लिकेशन से दूर रहने में मदद करता है और साथ ही गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास को भी बेहतर करता है। अगर डीएचए सही मात्रा में लिया जाए तो इसके कई आश्चर्यजनक फायदे हैं और इसे कई तरह के सोर्सेज से लिया जाता है। डीएचए प्राकृतिक रूप से भी कई खाने वाली चीजों के जरिए प्राप्त किया जाता है और कभी-कभी इसे सप्लीमेंट के द्वारा भी लिया जाता है। हालांकि, इसके सप्लीमेंट लेना शुरू करने से पहले इसके बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लेना बेहद महत्वपूर्ण है। 

गर्भावस्था में डीएचए का उपयोग और फायदे

1. दिमाग के विकास में मदद करता है

रिसर्च में ऐसा माना गया है कि जो महिलाएं अच्छी मात्रा में डीएचए लेती हैं, वो ऐसे बच्चों को जन्म देती हैं जो आंखों और हाथों के कोऑर्डिनेशन के टेस्ट में बेहतर प्रदर्शन करते हैं। चार साल के बच्चों पर किए गए एक परीक्षण ने यह भी साबित कर दिया कि जिन बच्चों की माँ ने गर्भावस्था के दौरान डीएचए के सप्लीमेंट्स लिए थे, उनका आईक्यू अन्य बच्चों की तुलना में बेहतर होता है।

2. जन्म के समय स्वस्थ्य वजन होना

ऐसा माना गया है कि माँ में पाए जाने वाले डीएचए के लेवल और बच्चे के वजन और जन्म के समय बच्चे के सिर की परिधि के बीच सकारात्मक संबंध होता है।

3. ब्लड प्रेशर कम करता है

मछली के तेल में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड डीएचए महिलाओं को हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है क्योंकि यह आर्टरीज को सख्त होने से रोकता है।

4. प्रीटर्म लेबर में कमी

जिन महिलाओं का प्रीटर्म लेबर का इतिहास होता है, उन्हें डीएचए लेने की जरूरत होती है क्योंकि यह इस पैटर्न को बदलकर स्वस्थ गर्भावस्था बनाए रखने और सामान्य डिलीवरी करने में मदद करता है।

गर्भावस्था के दौरान डीएचए की आवश्यकता

डीएचए पर कई रिसर्च की गई हैं जिनसे यह साबित हुआ है कि गर्भवती महिलाओं के लिए यह एक जरूरत है। डीएचए लेने से गर्भावस्था के कई सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। ऐसा कहा जाता है कि ओमेगा-3 एसिड वास्तव में बच्चे को खिलाने के लिए प्लेसेंटा के माध्यम से जाता है, क्योंकि यह बच्चे के विकास के लिए एक प्रमुख आवश्यकता है। तो डीएचए एक ऐसी चीज है जो बच्चे और माँ दोनों के लिए जरूरी है और यह केवल माँ और बच्चे को बेहतर पोषण देने में मदद करता है। तो ऐसे में, गर्भावस्था के दौरान डीएचए की खुराक कब लेनी चाहिए? आप अपनी गर्भावस्था की शुरुआत से ही डीएचए को अपनी डाइट में शामिल करें। सही मायने में तो, यह गर्भावस्था से पहले और बाद में भी महिलाओं के लिए अच्छा साबित होता है, क्योंकि इसके कई ऐसे फायदे साबित हुए हैं जो महिलाओं के लिए जरूरी हैं।

डीएचए के सोर्स (स्रोत)

निश्चित रूप से डीएचए आपके और आपके बच्चे के लिए मददगार साबित होने वाला है। तो यहां कुछ स्रोत बताए गए हैं, जिनकी मदद से आप अपने शरीर के लिए अच्छी मात्रा में डीएचए प्राप्त कर सकती हैं:

  • फैट युक्त मछली जैसे सामन, डिब्बाबंद लाइट टूना, हिलसा मछली डीएचए के प्राकृतिक स्रोत हैं।
  • एल्गी डीएचए और ईपीए का एक समृद्ध स्रोत है। वास्तव में एल्गी जो फिश फूड चेन में आता है वही मछली को डीएचए का कॉम्पोनेंट भी देता है।
  • ऐसा माना जाता है कि मांओं के लिए बने हेल्दी ड्रिंक्स में डीएचए का लेवल होता है।

गर्भावस्था के दौरान बहुत अधिक डीएचए का सेवन करने के जोखिम

इन सभी फायदों के साथ अपनी डाइट में आप डीएचए की पर्याप्त मात्रा शामिल कर सकती हैं। हालांकि, यह जोखिम भरा भी है। जब आप गर्भवती हों तो डीएचए का कितना सेवन करना है, इसकी भी सीमाएं हैं। इस दौरान 225 से 340 ग्राम ऐसी मछली खाने की सलाह दी जाती है जिसमें मरकरी कम हो। ऐसी समस्याएं तब होती हैं जब आप उन मछलियों का सेवन ज्यादा करती हैं जिनमें मरकरी की मात्रा ज्यादा पाई जाती है। ऐसे में डीएचए का सप्लीमेंट लेना एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है क्योंकि यह आपको अन्य असुरक्षित घटकों जैसे मेटल से दूर रखता है और शुद्ध डीएचए प्राप्त करने का यह सबसे अच्छा तरीका भी है। सप्लीमेंट लेने से पहले किसी डायटीशियन से जरूर संपर्क करें ताकि आप जान सकें कि कितनी मात्रा में इसका सेवन किया जाना ठीक है।

क्या आपको गर्भावस्था के दौरान डीएचए सप्लीमेंट की आवश्यकता है?

गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माँ के लिए डीएचए सप्लीमेंट से गर्भ में पल रहे बच्चे और बाद में शिशु के रूप में भी कई आश्चर्यजनक लाभ हुए हैं।

वास्तव में, भले ही आप सप्लीमेंट या खाने के जरिए डीएचए नहीं लेती हैं, लेकिन आपका शरीर भ्रूण के विकास के लिए डीएचए को खुद अपने स्टोर से लेता है। इसलिए, गर्भवती महिलाओं के लिए यह निश्चित रूप से जरूरी है।

हमने जिन फायदों के बारे में जाना है उनमें से कुछ बच्चों में मोटर स्किल, अटेंशन स्पैन आदि को बेहतर करते हैं। यदि आप सोच रही हैं कि गर्भावस्था के दौरान डीएचए का सेवन कब शुरू किया जाए? तो ऐसा कहा जाता है कि गर्भावस्था के पहले और उसके दौरान ओमेगा-3 फैटी एसिड को महिला की डाइट में शामिल किया जाना चाहिए और गर्भावस्था के बाद भी।

महिलाओं के लिए, खासकर गर्भवती महिलाओं को डीएचए का सप्लीमेंट लेने के लिए कहा जाता है। यदि आप इन सप्लीमेंट्स को लेने लिए सोच रही हैं, तो इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करें और अपनी अन्य दवाओं के साथ इसे कैसे लेना यह उनसे पूछ लें।

यह भी पढ़ें:

गर्भावस्था के दौरान विटामिन बी 1 (थायमिन) लेना
गर्भावस्था में विटामिन बी5 (पैंटोथेनिक एसिड) लेना
गर्भावस्था के दौरान फोलिक एसिड – खाद्य पदार्थ, लाभ और बहुत कुछ

समर नक़वी

Recent Posts

अलीजा नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Aliza Name Meaning in Hindi

हर माँ-बाप की ख्वाहिश होती है कि उनके बच्चे का नाम कुछ खास और मतलब…

8 hours ago

समीक्षा नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Sameeksha Name Meaning in Hindi

अगर आप अपनी बेटी के लिए ऐसा नाम ढूंढ रहे हैं जो उसमें एक आदर्श…

8 hours ago

विनीता नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Vinita Name Meaning in Hindi

हम सब जानते हैं कि जब किसी घर में बेटी जन्म लेती है, तो वो…

8 hours ago

डॉली नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Dolly Name Meaning in Hindi

आजकल माता-पिता अपने बच्चे का नाम रखने का फैसला बहुत सोच-समझकर करते हैं। वे चाहते…

8 hours ago

रेशमा नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Reshma Name Meaning In Hindi

जब माता-पिता अपने बच्चों के लिए नाम चुनते हैं तो वे बहुत सारी बातों को…

8 hours ago

अक्ष नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Aksh Name Meaning in Hindi

बच्चे का नाम रखना हर माता-पिता के लिए बहुत खास होता है। जब बात बेटे…

23 hours ago