गर्भावस्था के दौरान स्ट्रेच मार्क्स के लिए नारियल तेल – फायदे और उपयोग

गर्भावस्था के दौरान स्ट्रेच मार्क्स के लिए नारियल तेल - फायदे और उपयोग

बच्चे के जन्म के बाद स्ट्रेच मार्क्स एक आम बात है। कई महिलाएं यह जानना चाहती हैं कि क्या नारियल का तेल गर्भावस्था के दौरान स्ट्रेच मार्क्स को प्रभावी ढंग से रोक सकता है। दरअसल इस तरह के कई उपाय पुराने जमाने से इस्तेमाल होते आए हैं, और आज के आधुनिक युग में उन्हें फिर से आजमाने की कोशिशें होने लगी हैं।

नारियल तेल कैसे प्रेगनेंसी में स्ट्रेच मार्क्स को कम करने में मदद करता है?

जहाँ मालिश और कुछ एसेंशियल ऑयल प्रेगनेंसी और डिलीवरी के बाद आपके शरीर में वापस ताकत लाने में मदद करते हैं, वहीं नारियल का तेल स्ट्रेच मार्क्स को कम करने के लिए काफी प्रभावी माना जाता है।

  • भारत में घरों में इस्तेमाल किया जाने वाला एक सामान्य उपाय, नारियल का तेल वास्तव में कर्नेल से पूरी तरह परिपक्व होने के बाद प्राप्त होता है। बहुत सारे घरों में पहले से ही इसे सिर की मालिश और बालों के तेल के रूप में उपयोग किया जाता है।
  • नारियल तेल की इफेक्टिवनेस और उपयोग पहले ही कई चीजों में देखी गई है। कई फार्मा कंपनियां अपनी दवाओं में सेहत के लिए इसके फायदों के चलते नारियल के तेल का इस्तेमाल करती हैं। इसी तरह, बाजार में उपलब्ध बहुत सारे मॉइस्चराइजर में सूखी त्वचा को ठीक करने के लिए एक आवश्यक घटक के रूप में नारियल का तेल मिला होता है।
  • नारियल तेल के प्रमुख घटकों में से एक विटामिन ई है। यह एलीमेंट मुख्य रूप से एक एंटीऑक्सिडेंट है, जो न केवल शरीर को फायदा करता है, बल्कि त्वचा के भीतर तुरंत अब्सॉर्प्शन में भी मदद करता है। यह सब एकसाथ त्वचा को फर्म करने में काम करता है और स्ट्रेच मार्क्स को हटाने में मदद करता है।
  • नारियल तेल गर्भावस्था के बाद त्वचा में आए ढीलेपन को दूर करने के साथ इसे कसावट देता है और साथ ही यह एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल के रूप में भी काम करता है।
  • नारियल के तेल में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट फ्री रेडिकल्स से लड़ने में एक साथ काम करते हैं, जिससे त्वचा की मरम्मत होती है और इसे पोषण मिलता है। चूंकि यह तेल पूरी तरह से नेचुरल होता है, इसलिए इसके इस्तेमाल के परिणामस्वरूप कोई साइड इफेक्ट्स या कॉम्प्लीकेशन्स पैदा नहीं होते।
  • बच्चे के जन्म के बाद त्वचा को अपनी ताकत को फिर से बनाने की जरूरत होती है। इसके लिए काफी एनर्जी की जरूरत होती है। नारियल के तेल में कई सैचुरेटेड फैट्स होते हैं जो इस उद्देश्य के लिए एनर्जी का एक बड़ा स्रोत हैं।

प्रेगनेंसी में स्ट्रेच मार्क्स के लिए नारियल तेल का उपयोग कैसे करें?

गर्भावस्था के बाद स्ट्रेच मार्क्स मुख्य रूप से पेट पर दिखाई दे सकते हैं। लेकिन वे आपके पैरों, हाथों और शरीर के अन्य हिस्सों पर भी मौजूद हो सकते हैं। उन सभी जगहों पर नारियल के तेल का उपयोग करना स्ट्रेच मार्क्स को कम करने में कारगर हो सकता है।

  • इस उद्देश्य के लिए नारियल तेल का उपयोग करने के अतिरिक्त फायदों में से एक यह है कि यह आपकी त्वचा की पहले वाली चमक को वापस लाने में मदद करेगा।
  • नारियल तेल को अपने शरीर के उन सभी हिस्सों पर अच्छी तरह लगाएं जहाँ स्ट्रेच मार्क्स मौजूद हों। अच्छे परिणामों के लिए इसे दिन में कम से कम दो या तीन बार दोहराएं।
  • आप बिना टेंशन के इस तेल को लगा सकती हैं क्योंकि यह किसी भी हानिकारक तरीके से बच्चे को प्रभावित नहीं करता है।
  • गर्भावस्था के दौरान भी नारियल के तेल से मालिश करने की सलाह दी जाती है। डिलीवरी के बाद जल्दी इसकी शुरुआत करने से बेहतर परिणाम पाने में मदद मिल सकती है।
  • तेल से मालिश करते समय, ध्यान रखें कि आप त्वचा को अच्छे से और तीव्रता से रगड़ें ताकि सारा तेल पूरी तरह से अब्सॉर्ब हो जाए। आप इसे लगाकर रात भर के लिए रहने दे सकती हैं या थोड़ी देर बाद गुनगुने पानी से धो सकती हैं।
  • कुछ महिलाओं में स्ट्रेच मार्क्स इसलिए आते हैं क्योंकि उनका बहुत वजन बढ़कर फिर काफी, साथ ही उनमें हार्मोन से संबंधित कई समस्याएं होती हैं। इन मामलों में, सोने से पहले मार्क्स वाली जगहों पर थोड़ा एक्स्ट्रा वर्जिन नारियल का तेल गर्म करने और लगाने से फर्क पड़ सकता है।

प्रेगनेंसी में स्ट्रेच मार्क्स के लिए नारियल तेल का उपयोग कैसे करें?

गर्भवती होने पर स्ट्रेच मार्क्स के लिए नारियल तेल लगाने पर क्या होगा?

प्रेगनेंसी के दौरान स्ट्रेच मार्क्स के लिए चाहे सामान्य नारियल तेल उपयोग करना हो या एक्स्ट्रा वर्जिन नारियल तेल उपयोग करना, मार्क्स रातोंरात गायब नहीं होंगे। बेहतर रिजल्ट पाने के लिए इसे नियमित रूप से और सही तरीके से लगाना जरूरी है।

एक बार ऐसा होने पर, स्ट्रेच मार्क्स का रंग बदलने लगता है। जो पहले बैंगनी या लाल रंग के थे, वे थोड़े गुलाबी रंग की छटा में आने लगते हैं। नारियल तेल लगातार इस्तेमाल करते रहने से स्ट्रेच मार्क्स पूरी तरह से सफेद हो जाते हैं। आपकी त्वचा का रंग ज्यादा मायने नहीं रखता है, न ही स्ट्रेच मार्क्स का शेड या गहरापन।

यदि गर्भावस्था के दौरान ही नारियल के तेल का उपयोग शुरू कर दिया जाए तो स्ट्रेच मार्क्स तेजी से कम हो सकते हैं। उस चरण के दौरान, नारियल के तेल से मालिश करने से उन निशानों को बाहर निकालने और उन्हें धुंधला करने में मदद मिलती है। बाद में, वे दूर हो सकते हैं और त्वचा के साथ मिल सकते हैं।

कुछ महिलाएं अपनी गर्भावस्था का पता चलते ही पूरे शरीर की मालिश के लिए नारियल तेल इस्तेमाल करना शुरू कर देती हैं। यह त्वचा को आगे होने वाले बदलावों के लिए तैयार करता है और शरीर के फैलने के दौरान इसे ताकत और लोच देता है। ऐसी महिलाओं में स्ट्रेच मार्क्स कम होते हैं या वे बहुत हल्के और न दिखाई देने जैसे होते हैं।

स्ट्रेच मार्क्स पर नारियल तेल लगाते समय गर्भवती महिलाओं के लिए सावधानियां 

यूं तो नारियल का तेल अपने आप में किसी भी तरह से हानिकारक नहीं है, लेकिन कुछ सावधानियां हैं जिनके बारे में एक महिला को अपने शरीर पर तेल लगाते ध्यान रखना चाहिए।

  • गर्भावस्था में अपने शरीर की मालिश करते समय बहुत सावधान रहें। अपने पेट पर हमेशा दबाव एकदम कम बनाए रखें।
  • कुछ महिलाओं को नारियल तेल के साथ सुगंधित तेल मिलाना पसंद होता है। इसके लिए अपने डॉक्टर से बात कर लें क्योंकि इससे एलर्जी की समस्या हो सकती है।
  • ऐसी किसी भी कठिन या कॉम्प्लेक्स मालिश तकनीक की नकल करने से बचें जो आपने इंटरनेट पर देखी होगी।
  • मालिश के लिए वर्जिन नारियल तेल या नेचुरल शुद्ध नारियल तेल का उपयोग करें। बाजार से रिफाइंड तेल का न लें।

अब जब आप जानती हैं कि गर्भावस्था के दौरान स्ट्रेच मार्क्स के लिए नारियल का तेल अच्छा होता है, तो आप इसे जल्दी से सही तरीके से उपयोग करना शुरू कर सकती हैं। धैर्य रखें और पूरे दिल से इसे लगाने का करें तो इसके इफेक्ट्स आपको जल्द ही दिखाई देंगे।

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