पुराने समय से ही भारत में आयुर्वेद का बहुत महत्व है। फ्लू, खांसी, इन्फेक्शन और जुकाम को ठीक करने के लिए आयुर्वेदिक उपचार में काढ़ा सबसे लोकप्रिय है। काढ़ा एक औषधीय पेय है जिसे अलग-अलग प्रकार की हर्ब्स और मसालों से बनाया जाता है और यह सभी इंग्रेडिएंट्स भारत की किचन में आसानी से पाए जाते हैं। आयुर्वेदिक काढ़ा मौसम के कारण होने वाले इन्फेक्शन को सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकता है पर यह इम्युनिटी को बढ़ाने में बहुत मदद करता है।
सर्दी-जुकाम के लिए काढ़ा पीने के फायदे
सर्दी जुकाम के लिए काढ़ा पीने के कई फायदे होते हैं जिन में से कुछ निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
- सर्दी/जुकाम और बारिश में होने वाली एलर्जी को ठीक करता है: एक्सपर्ट के अनुसार काढ़े में एंटी वायरल और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं क्योंकि इसमें तुलसी, अदरक और लौंग जैसी चीजें डाली जाती हैं जो खांसी और सर्दी को ठीक करने में मदद करती हैं।
- म्यूकस कम करता है: काढ़ा एक रोगों को ठीक करने वाला ड्रिंक है जिसमें काली मिर्च (गोलकी), लौंग और तुलसी भी डाली जाती है और काढ़ा सर्दी खांसी के कारण बनने वाले म्यूकस को कम करता है।
- खांसी कम करता है: काढ़ा में उपयोग की जाने वाली आम इंग्रेडिएंट्स हैं, जैसे लौंग, तुलसी और शहद जिनमें एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और यह गले में होने वाली इरिटेशन को कम करता है और खांसी से आराम दिलाता है।
- इम्युनिटी बढ़ाता है: काढ़ा में अदरक का उपयोग भी किया जाता है जो इम्युनिटी को बढ़ाने और मौसम के अनुसार एलर्जी करने वाले माइक्रोऑर्गेनिज्म लड़ने में मदद करता है।
- हेपेटिक और रीनल हेल्थ में सुधार होता है: हेल्दी ड्रिंक पीने से लिवर और किडनी के स्वास्थ्य में सुधार होता है। किडनी और लिवर में समस्याएं होने से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं बढ़ जाती हैं, जैसे जॉन्डिस, भूख में कमी और पाचन खराब होना।
- स्टोन्स को ठीक रखता है: काढ़ा स्टोन्स और सूजन को ठीक करने में भी काफी मदद करता है। इसे नियमित पीने से अच्छे परिणाम दिखाई देते हैं।
- पाचन संबंधी समस्याएं ठीक होती हैं: काढ़ा में कुछ इंग्रेडिएंट्स होते हैं जो ठंडक पहुँचाते हैं और इससे पाचन की समस्याओं में आराम मिलता है, जैसे गैस, गंभीर रूप से एसिडिटी की समस्या और संबंधित समस्याएं, जैसे सिर में दर्द, मतली आदि।
सर्दी, खांसी और फ्लू के लिए काढ़ा कैसे बनाएं
काढ़ा कई प्रकार से बनाया जा सकता है। इसमें बहुत सारे इंग्रेडिएंट्स भी डाले जाते हैं। वास्तव में हर परिवार के पास काढ़ा की एक विशेष रेसिपी होती है। इसे अक्सर उबलते हुए पानी में विभिन्न प्रकार के खड़े मसाले और हर्ब्स डालकर बनाया जाता है ताकि इसे मेडिसिनल फायदे पानी में रिलीज हो सकें। नेचुरल एनर्जी बूस्टर्स हैं, जैसे शहद, तुलसी और अदरक जिसमें अलग-अलग मसाले मिलाकर ज्यादा प्रभावी बनाया जाता है। आप सर्दी, जुकाम और फ्लू के लिए बेसिक काढ़ा कैसे बना सकती हैं, आइए जानें;
इंग्रेडिएंट्स
- पानी: 2 कप
- अदरक: एक इंच (छिली हुई)
- लौंग: 4-5
- काली मिर्च: 5-6
- तुलसी के पत्ते: 5-6 ताजे पत्ते
- शहद: 1/2 छोटा चम्मच
- दालचीनी: 2 इंच की लकड़ी
- मुलेठी: वैकल्पिक
विधि
- सबसे पहले आप एक सॉस पैन में दो कप पानी डालकर उबाल लें।
- इधर आप लौंग, अदरक, दालचीनी, काली मिर्च को एक साथ पीस लें। इसके लिए आप ओखली या मूसल का उपयोग भी कर सकती हैं।
- आप उबलते हुए पानी में पीसी हुई सामग्री डालें।
- इसमें तुलसी भी डालें।
- मिश्रण को लगभग 20 मिनट या आधा होने तक कम आंच में उबलने दें।
- इसे एक गिलास में छान लें।
- स्वाद को बेहतर बनाने के लिए इसमें शहद मिलाएं।
बच्चों के लिए काढ़ा बनाने की आसान रेसिपी
बच्चों का इम्यून सिस्टम अब भी विकसित होने के कारण उन्हें सर्दी और जुकाम जैसी आम समस्याएं जल्दी हो जाती हैं। यहाँ कुछ काढ़ा की रेसिपी बताई गई हैं जो आप अपने बच्चे के लिए बना सकती हैं, आइए जानें;
1. अदरक का काढ़ा
अदरक का काढ़ा बच्चों में जुकाम के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद है। यह कंजेशन और गले में खराश को भी ठीक कर सकता है।
इंग्रेडिएंट्स
- अदरक: 1/2 इंच
- घी: 1/2 छोटा चम्मच
- काली मिर्च: 2 – 3
- तुलसी के पत्ते: 4 – 5
- शहद: 1/2 छोटा चम्मच
- पानी: दो कप
विधि
- अदरक का काढ़ा बनाने के लिए आप सबसे पहले एक पैन में घी गर्म करें।
- अब आप अदरक और काली मिर्च को कूट कर पैन में डालें और साथ ही तुलसी के पत्ते भी डालें।
- इसमें पानी मिलाएं और उबलने तक आंच में रखा रहने दें।
- थोड़ी देर के बाद कुछ मिनट के लिए आंच को धीमा करें।
- अंत में मिश्रण को छानें, इसमें शहद मिलाएं और गुनगुना सर्व करें।
2. दालचीनी का काढ़ा
दालचीनी काढ़ा में बहुत सारे मेडिसिनल गुण होते हैं और यह बच्चों में सर्दी-जुकाम को तुरंत ठीक कर देता है।
इंग्रेडिएंट्स
- दालचीनी: दो छोटी स्टिक
- लौंग: 3
- शहद: 1/2 छोटा चम्मच
- पानी: 2 कप
विधि
- सबसे पहले आप एक गहरे पैन में पानी लें।
- इसमें पीसी हुई दालचीनी और लौंग मिलाएं।
- अब आप इस मिश्रण को कुछ मिनट के लिए उबाल लें।
- अंत में इसे छान लें और आवश्यकतानुसार शहद मिलाएं।
3. सौंफ का काढ़ा
सौंफ के काढ़े में एंटी-बैक्टीरियल गुण भरपूर हैं जो खांसी और सर्दी को ठीक करने के लिए फायदेमंद हैं।
इंग्रेडिएंट्स
- सौंफ: 1/2 चम्मच
- अदरक: 1/2 इंच
- लौंग: 5
- तुलसी के पत्ते: 4 – 5
- शहद 1/2 छोटा चम्मच
- पानी – 2 कप
विधि
- पहले आप एक सॉस पैन में पानी लें।
- इसमें सौंफ, लौंग, कूटा हुआ अदरक और तुलसी के पत्ते मिलाएं।
- इस पानी को आप उबालें और लगभग 10 मिनट के लिए कम आंच में रहने दें।
- अंत में इसे छानें, शहद मिलाएं और सर्व करें।
4. काली इलायची का काढ़ा
काली इलायची काढ़ा से इम्युनिटी बढ़ती है और यह खांसी और सर्दी जैसे इन्फेक्शन से बचाता भी है।
इंग्रेडिएंट्स
- काली इलायची: 4
- जीरा: 1/2 छोटा चम्मच
- अजवायन: 1/4 चम्मच
- दालचीनी: 1
- हल्दी का पाउडर: 1 चुटकी
- तुलसी के पत्ते: 4 – 5
- पानी: 2 कप
विधि
- पहले आप एक सॉस पैन में पानी उबालें।
- इसमें काली इलायची, जीरा, अजवायन, दालचीनी, हल्दी पाउडर और तुलसी के पत्ते डालें।
- इस मिश्रण को कुछ मिनट तक उबालें।
- अंत में इसे छान कर गर्म सर्व करें।
सावधानियां और बचाव
काढ़ा से संबंधी कुछ चीजें आप ध्यान रखें, जैसे;
- आप काढ़े में सलाह के अनुसार ही सामग्रियां डालें। ज्यादा इंग्रेडिएंट्स से हार्टबर्न, पेट व फूड पाइप में बर्निंग सेंसेशन या मतली जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- बहुत देर तक काढ़ा को स्टोर न करें। ज्यादा से ज्यादा फायदे के लिए आप फ्रेश काढ़ा ही लें।
- यदि सर्दी और जुकाम के लक्षण फिर भी रहते हैं तो आप डॉक्टर से संपर्क करें।
बदलते मौसम में अलग-अलग फ्लू का इन्फेक्शन आता ही है जिसकी वजह से सर्दी, खांसी और बुखार की समस्याएं होती हैं। काढ़ा एक बेहतरीन होम रेमेडी है जिससे सर्दी, खांसी और इन्फेक्शन ठीक करने में मदद मिलती है। कुछ इंग्रेडिएंट्स, मसाले और हर्ब्स की मदद से बनाया जानेवाला काढ़ा बहुत उपयोगी व आसान है और यह इन्फेक्शन को ठीक करने व इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करता है। तो आप अपनी लाइफस्टाइल में काढ़ा जरूर शामिल करें ताकि आपको सर्दी, खांसी जैसी समस्याएं न हों और आप हेल्दी रह सकें।
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