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गर्भावस्था का समय बहुत ही खास होता है और आप इस खुशखबरी को तुरंत अपनों के साथ साझा करना चाहती हैं। लेकिन कहते हैं कि हर बात बताने का एक सही समय होता है, ताकि आप अपनी खुशियों का सही तरह से आनंद उठाएं। लेकिन वो सही समय कब है? कब अपनी इस खुशखबरी को अपनों के साथ साझा करें, आपके मन में भी यही सवाल आ रहा होगा। तो चिंता न करें इस लेख में हम आपको यही बताने वाले हैं। हम आपको यहां बताएंगे कि सही समय पर अपनी गर्भावस्था की खबर सुनाने का क्या फायदे हैं और जल्दी बताने पर आपको क्या नुकसान हो सकता है। क्योंकि से बड़ों से हमने यही सुना है कि पहली तिमाही में यह खबर किसी के साथ न साझा करें, आइए जानते हैं कि हमारे बड़ों का यह मानना ठीक है या नहीं।
गर्भावस्था की खबर कब देनी चाहिए?
अगर आप भी जानना चाहती हैं कि अपनी गर्भावस्था की खबर को दूसरों को कब बताना सही रहेगा, तो आपको बता दें कि जब आपका पहला स्कैन हो और आपके गर्भावस्था को 12 हफ्ते पूरे हो जाएं, तब यह खबर आप अपने घरवालों को दे सकती हैं। 12 हफ्ते यानी पहली तिमाही के बाद गर्भपात का खतरा काफी कम हो जाता है और बच्चे की दिल की धड़कन भी साफ सुनाई देने लगती है। इसलिए, 12 हफ्ते पूरे होने के बाद ही अपने गर्भवती होने की खबर बताना बेहतर होता है, ताकि अगर कोई समस्या हो भी जाए, तो आपको खबर जल्दी सुनाने का पछतावा न करना पड़े। क्योंकि आपके साथ साथ यह खबर आपके अपनों को भी दुःख पहुंचाएगी, इसलिए समझदारी से चलना ही बेहतर है।
1. परिवार और करीबी दोस्तों को
सबसे पहले अगर आप अपनी गर्भावस्था की खबर किसी को देना चाहती हैं तो परिवार ही होता है। अगर आपको उनके समर्थन की जरूरत है, तो आप 12 हफ्ते से पहले ही बता सकती हैं। माता-पिता को पहले बताने से वह आपकी मदद करते हैं कि आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। वहीं अपने करीबी दोस्तों को गर्भावस्था के बारे में कब बताना चाहिए, इस पर भी आपको ही फैसला लेना होगा। लेकिन सबको अलग-अलग बताने से बेहतर है कि आप उन सब को एक जगह बुलाएं और सभी को खुशखबरी एक साथ दें।
2. अपने बच्चों को
अपने बच्चों को यह बताना कि वे जल्दी ही बड़े भाई या बहन बनने जा रहे हैं, बेहद ही अहम फैसला है। अगर आपका पहला बच्चा बहुत छोटा हो तो इस खबर को बताने के लिए आपको और इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि सबसे पहली बात वो इस बात को समझ नहीं पाएगा और दूसरा वह इन बातों को किस से बताना है और किस से नहीं यह समझ नहीं रखता है।
3. ऑफिस में
आपको अपनी गर्भावस्था के बारे में अपने बॉस को बताने से पहले कई सारी बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे कि आपके कॉन्ट्रैक्ट की शर्तें, आप कब अपनी गर्भावस्था अवकाश (मैटरनिटी लीव) लेना चाहती हैं, क्या काम की जगह पर आप खतरनाक केमिकल के संपर्क में रहती हैं, यदि आपकी यह नौकरी तनाव भरी है या फिर आपकी गर्भावस्था में जटिलताएं हैं जो आपके काम को प्रभावित करती हैं, तो आपको उस हिसाब से उन्हें बताना होगा। लेकिन अगर आपको किसी तरह की कोई समस्या नहीं है तो पहली तिमाही पूरी होने के बाद उन्हें बता सकती हैं। हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि अपने सहकर्मियों को बताने से पहले अपने बॉस को बता दें।
4. सोशल मीडिया पर
सोशल मीडिया पर गर्भावस्था की घोषणा करने का मतलब पूरी दुनिया को बताना होता है। इसलिए, सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से पहले अपने सभी करीबी लोगों और ऑफिस में भी इस खबर को व्यक्तिगत रूप से बता दें, बेहतर होगा कि आप अपनी पहली तिमाही के अंत तक इंतजार करें, ताकि तब तक गर्भपात का जोखिम कम हो जाए और आप यह खबर सबके साथ बांट सकें।
5. आईवीएफ के बाद
अगर आप आईवीएफ प्रक्रिया द्वारा गर्भवती हुई हैं, तो आपके लिए इस खबर की घोषणा करना एक बेहद महत्वपूर्ण फैसला होगा। आप लोगों को इसके बारे में कब बता सकती हैं, नीचे बताया गया हैं:
बांझपन उपचार के दौरान
जैसे ही आप प्रक्रिया की शुरुआत करती हैं, आप फर्टिलिटी उपचार के जरिए लोगों को बता सकती हैं कि आप गर्भधारण करने की कोशिश कर रही हैं।
- फायदा: फर्टिलिटी उपचार शारीरिक और भावनात्मक रूप से बेहद थकावट भरा होता है। इस तरह अगर आप घरवालों को यह बताएंगी तो आपको उनका भरपूर सहयोग मिलेगा।
- नुकसान: इस दौरान हर कोई आपसे पूछेगा कि इलाज कैसा चल रहा है और आप सबको को बार-बार जवाब देकर मानसिक रूप से थका हुआ महसूस कर सकती हैं।
भ्रूण के दिल की धड़कन सुनाई देने से पहले
एक बार यह स्पष्ट हो जाता है कि आप गर्भवती हैं, उसके बाद डॉक्टर 6 से 8 हफ्ते के बीच बच्चे के दिल की धड़कन सुनाई देने तक आपको निगरानी में रखते हैं।
- फायदा: आप अपने आईवीएफ उपचार की सही जानकारी और अनुभव साझा कर सकती हैं।
- नुकसान: इस दौरान गर्भपात की संभावना सबसे अधिक होती है। यदि इस स्तर पर आकर आपका गर्भपात हो जाता है तो आपको ये दुख भरी खबर भी बतानी होगी।
भ्रूण के दिल की धड़कन सुनाई देने के बाद
एक बार बच्चे की दिल की धड़कन सुनाई देने लगे, तो डॉक्टर आपको स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास भेजेंगे। यह तब होगा जब तक आपको गर्भधारण का अनुभव होने लगेगा।
- फायदा: इस स्तर पर अपने परिवार वालों को अपनी गर्भावस्था की खबर देने से आपको यह फायदा होगा कि आपको उनकी सहायता मिलेगी।
- नुकसान: पहली तिमाही खत्म होने से पहले, गर्भपात का खतरा अधिक होता है। इसलिए यदि कोई हादसा हो जाता है तो आपको लोगों को यह दुःख भरी खबर सुनानी पड़ेगी, जो आपके लिए भी मुश्किल होगा।
12 हफ्ते पूरे होने पर
यह वह समय है जब गर्भपात का खतरा काफी कम हो जाता है। ज्यादातर महिलाएं इस समय अपनी गर्भावस्था की घोषणा कर सकती हैं।
- फायदा: 12 हफ्ते तक समय लेने से गर्भपात का डर नहीं रह जाता और आप खुशी से यह खबर अपनों के साथ साझा कर सकती हैं।
- नुकसान: अगर आपके गर्भ में जुड़वां या उससे अधिक बच्चे पल रहे हों, तो आपका पेट जल्दी बाहर आने लगेगा और लोग खुद ही अनुमान लगा सकते हैं। इसके अलावा, पूरे 3 महीने तक इस खबर को छुपा कर रखना मुश्किल हो सकता है।
गर्भावस्था की घोषणा करने के फायदे और नुकसान
आप अपनी गर्भावस्था की घोषणा जल्दी (12 हफ्तों से पहले) करने का निर्णय ले सकती हैं, या फिर आप इस खबर को बताने के लिए अपने 12 हफ्ते पूरे होने तक इंतजार भी कर सकती हैं। दोनों ही फैसलों के कुछ फायदे और कुछ कमियां हैं:
1. 12 सप्ताह से पहले बताना
लोगों को अपनी गर्भावस्था के बारे में जल्दी बताने के कई फायदे और नुकसान हैं-
फायदे
- आपको शुरू से ही लोगों का भरपूर सहयोग मिलेगा।
- आप अपनी खबर छिपाने के बजाय उत्साह के साथ उसे साझा करेंगी।
- आप अच्छे डॉक्टर के बारे में दूसरों से सलाह ले सकती हैं।
नुकसान
- आप सभी की सलाह सुनकर घबरा सकती हैं।
- गर्भपात होने की स्थिति में सभी को यह पता चल जाएगा कि आप गर्भवती थीं।
2. 12 सप्ताह के बाद बताना
लोगों को अपनी गर्भावस्था के बारे में बताने के लिए 12 हफ्तों तक का इंतजार करने के भी निम्नलिखित फायदे और नुकसान हैं:
फायदे
- आपके पास इस खबर को समझने और उसे स्वीकार करने के लिए पूरा समय होगा।
- आप दूसरों के प्रभाव या हस्तक्षेप के बिना निर्णय ले सकती हैं।
नुकसान
- यदि आप इस खबर को छुपाकर रखेंगी तो आप किसी से मदद नहीं ले सकेंगी।
- अगर गर्भपात होता है, तो लोग आपकी उदासी को समझ नहीं पाएंगे, और आपको बार-बार अपने दुख की वजह बतानी पड़ सकती है।
गर्भावस्था की खबर कब न बताएं
कुछ स्थितियां ऐसी होती हैं जब गर्भावस्था की खबर देना उचित नहीं होता। इनमें शामिल हैं:
- किसी और के खास मौके पर: अगर आप अपनी गर्भावस्था की खबर किसी परिवार के सदस्य के खास दिन जैसे उनकी सगाई या शादी के दिन बताएं, तो इससे उनका खास पल प्रभावित हो सकता है और आप सबका ध्यान अपनी ओर खींच लेंगी। इसलिए इस दिन अपनी खबर न बताएं।
- गर्भपात का इतिहास: अगर आपको पहले गर्भपात हो चुका है, तो बेहतर है कि आप 12 हफ्ते पूरे होने और पहले स्कैन के बाद ही खबर दें। इससे आपको किसी भी अनचाहे गर्भपात की स्थिति में उन्हें बार बार कुछ बताने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- अंतिम संस्कार में: किसी की अंतिम यात्रा के दौरान अपनी गर्भावस्था की खबर न दें, क्योंकि वहां लोग दुखी होते हैं, ऐसे में वो आपसे अपनी खुशी जाहिर नहीं कर पाएंगे।
- गुस्से में: कभी गुस्से में अच्छी खबर न दें जब आप अच्छे मूड में हों, अच्छा महसूस कर रही हों केवल तभी यह खबर सबको दें।
- सार्वजनिक रूप से: अगर आप सार्वजनिक रूप से अपनी गर्भावस्था की खबर बताती हैं, तो हो सकता है लोगों की प्रतिक्रियाएं आपको वैसी न मिलें जैसा आपने सोचा था।
- इंटरव्यू के दौरान: नौकरी के इंटरव्यू के दौरान गर्भावस्था की खबर देना जरूरी नहीं है। बेहतर है कि आप नौकरी मिलने के बाद ही उन्हें बताएं।
- बच्चों को पहले बताना: बच्चों को पहले बताना ठीक नहीं है, क्योंकि वे राज नहीं रख सकते। जब तक आप पूरी दुनिया को नहीं बताना चाहतीं, तब तक बच्चों को भी न बताएं।
- दुखी लोगों के सामने: अगर आपके समूह में ऐसी महिलाएं हैं जिनके कई गर्भपात हुए हैं या उन्हें प्रजनन संबंधी समस्याएं हैं, तो उनकी उपस्थिति में यह खबर सबको न बताएं, ताकि किसी को बुरा न महसूस हो।
- इस खबर को खुद समझने का समय न देना: आपके लिए भी लिए खबर बहुत बड़ी है और इस दौरान आपको खुद का समय लेना चाहिए। आप कैसा महसूस कर रही हैं यह समझना चाहिए उसके बाद ही दूसरों को बताएं।
गर्भावस्था की घोषणा करना एक बड़ा फैसला है। आपको और आपके पति को सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद यह निर्णय लेना चाहिए। आदर्श रूप से, आपको सबसे पहले अपने और पति के माता-पिता और परिवार के करीबी सदस्यों को बताना चाहिए, फिर अपने बच्चों को और फिर अपने कार्यस्थल पर यह खबर देनी चाहिए। यदि आप सोशल मीडिया पर खबर पोस्ट करके यह घोषणा करना चाहती हैं तो हमारा सुझाव है आपको 3 महीने बाद ही यह खबर साझा करनी चाहिए।
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