30 सप्ताह की जुड़वां या एकाधिक गर्भावस्था

30 सप्ताह की जुड़वां या एकाधिक प्रेगनेंसी

जुड़वां बच्चों के साथ गर्भावस्था के 30 सप्ताह पूरे करने के बाद आप यह जानकर बहुत खुश होंगी कि आपके गर्भ में पल रहे बच्चे डेढ़ महीने के हो गए हैं। आपकी गर्भावस्था का एक महत्वपूर्ण भाग पिछले महीने ही पूरा हो गया है। जब से आपको अपनी गर्भावस्था का पता चला है, अगर आपने इस बात पर ध्यान देना दिया है तो आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि अपनी गर्भावस्था के कितने मुश्किल दिन आपने बहुत अच्छी तरह से निकाल लिएं और पिछली तिमाही को भी सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। इस समय आपको बहुत थकान हो सकती है और आपको लग सकता है कि जल्द से जल्द आप अपनी गर्भवस्था के इस सफर को पूरा कर लें। सब कुछ अपने समय से ही होता है लेकिन फिर भी आप खुद को पूरी तरह से तैयार रखें अगर आपके बच्चे इस दुनिया में आने की जल्दबाजी में हों । 

जुड़वां गर्भावस्था के 30वें सप्ताह में बच्चों का विकास

यह सच है कि आप अपनी जुड़वां या एकाधिक गर्भावस्था के 30वें सप्ताह में बहुत ज्यादा उत्सुकता प्रदान करता है। ज्यादातर जुड़वां या एकाधिक गर्भावस्था के मामलों में 9 महीनों की अवधि पूरी नहीं होती है और समय से पहले ही डिलीवरी हो सकती है। आपको इस बारे में चिंता हो सकती है पर गर्भावस्था का 30वां सप्ताह आपके एकाधिक बच्चों के विकास के लिए बिलकुल सही है और यदि अभी डिलीवरी हो जाती है तो उनके जीवित रहने की संभावना भी अधिक होती है। 

इस अवधि में गर्भ में पल रहे जुड़वां बच्चों की मानसिक वृद्धि बहुत तेजी से होती है और जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी बच्चे के अंग विकसित होते हैं ताकि जब उसका जन्म हो तब वह बिलकुल ठीक रहे। यदि यह प्रक्रिया अच्छी तरह से हो जाती है तो बाहरी पोषण प्राप्त करने के लिए पाचन तंत्र भी विकसित होता है। इस समय तक बच्चों का ज्यादातर विकास हो चुका होता है और अंत की कुछ चीजें होती हैं वह अगले 1-2 हफ्तों में पूरी हो जाती हैं। 

गर्भावस्था के 30वें सप्ताह में जुड़वां बच्चों की हड्डियां पूरी तरह से विकसित हो जाती हैं। यह जानना जरूरी है कि जन्म के बाद बच्चों की हड्डियां आपकी हड्डियों की तरह मजबूत नहीं होंगी। हड्डियों का विकास हो जाता है किंतु उन्हें मजबूत होने में समय लगता है। इस समय गर्भ में पल रहे बच्चे की हड्डियां बहुत नर्म होती हैं जो बिना किसी नुकसान के बर्थ केनाल से शिशु को सरलता से निकलने में मदद करती है और बाद में बच्चे को चलने में मदद करती हैं। 

अब बच्चे के फेफड़ों का विकास भी पूरा होने ही वाला है और डिलीवरी की नियत तारीख भी सामने है । गर्भावस्था के 30वें सप्ताह में कुछ बच्चों के फेफड़े पूरी तरह से विकसित हो चुके होते हैं और वे माँ के गर्भ में सांस लेना शुरू कर देते हैं। यदि आप इस दौरान अपने गर्भ में हिचकियां महसूस करती हैं तो इसका मतलब है कि बच्चों के फेफड़े ठीक से काम कर रहें हैं। 

बच्चों का आकार क्या होता है 

बच्चों का आकार क्या होता है 

जुड़वां गर्भावस्था के 30वें सप्ताह में बच्चों की लंबाई पिछले हफ्ते से अधिक हो जाती है और इस वक्त तक वे 38-40 सेंटीमीटर के हो जाते हैं। यद्यपि बच्चों का वजन लगभग 1.3 किलो हो सकता है इसलिए आपको अपने गर्भ में हर पल उनकी मौजूदगी का एहसास होगा। यदि आपने मार्केट में थोड़ा बड़ा खीरा देखा होगा तो आप अंदाजा लगा सकती हैं कि आपके गर्भ में पल रहे जुड़वां या इससे अधिक बच्चों का आकार कैसा हो सकता है। 

आम शारीरिक परिवर्तन

आम शारीरिक परिवर्तन

आपकी गर्भावधि के 30वें सप्ताह में किसी भी तरह का शारीरिक बदलाव आपके लिए नया नहीं होगा। हालांकि इस समय आपके व्यवहार में कुछ निम्नलिखित बदलाव आ सकते हैं जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए, आइए जानते हैं;

  • यदि आपने गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में अपनी कोई भी फोटो ली है तो आप देख सकती हैं कि उस समय आपकी त्वचा में चमक व कोमलता मौजूद होगी पर इस समय तक आपके चेहरे की चमक कम हो जाती है। इन दिनों में आपको ज्यादातर पसीना आ सकता है और आप अक्सर अपने चेहरे और बगलों से पसीने को पोंछ सकती हैं जिससे आपको असुविधा भी बहुत होगी। गर्भावस्था के दौरान हॉर्मोन के उतार-चढ़ाव से पसीना अधिक आ सकता है और आगे चलकर इसके साथ मेटाबॉलिक कार्यों में बदलाव से भी लगातार पसीना आ सकता है। यह प्रक्रिया थोड़ी सामान्य है किंतु इससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है। इस समस्या को पानी और अन्य तरल पदार्थों का सेवन करने से संतुलित किया जा सकता है।
  • इस समय आपका पेट बड़ा होने के कारण आपने अपना चलने-फिरने का तरीका तो बदल ही लिया होगा और साथ ही आपके उठने और बैठने के तरीके में भी अधिक बदलाव आ गया होगा। यह दूसरी तिमाही के आखिरी महीने और तीसरी तिमाही की शुरुआत अधिक कठिन हो सकती है क्योंकि इस दौरान आपके शरीर हर तरफ से बढ़ता है और वह बेडौल दिखने लगता है। यहाँ तक कि चलते समय बड़े पेट के कारण आप किसी चीज से टकरा सकती हैं या घूमते वक्त उसे गिरा सकती हैं क्योंकि आपको अंदाजा नहीं लग पाएगा कि आपका पेट कहाँ तक है। ध्यान रखें कि ऐसी स्थिति में किसी भी प्रकार की समस्या से बचने के लिए आप धीरे-धीरे चलें, सीढ़ियां पकड़कर या किसी की मदद के साथ चढ़ें या उतरें।
  • क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी गर्भावस्था की पहली तिमाही कितनी थका देने वाली थी? इस अवधि में भी आपको बहुत अधिक थकान होने वाली है और आप अपने अंदर कम ऊर्जा महसूस करेंगी। गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में आपके बढ़ते वजन और आंतरिक आवश्यकताओं के कारण आपको बहुत अधिक थकान हो सकती है। इस दौरान कुछ भी करने के लिए आपमें शक्ति की कमी हो सकती है। यदि आप कोई भी सामान्य काम नहीं कर पा रही हैं तो खुद के साथ जबरदस्ती न करें। यह सामान्य है और एक गर्भवती महिला को डिलीवरी के लिए अपनी ऊर्जा बनाए रखना आवश्यक है। दिनभर में कई बार आराम करें और यदि संभव हो तो ज्यादा से ज्यादा सोने का प्रयास करें। 

जुड़वां गर्भावस्था के 30वें सप्ताह के लक्षण

इस सप्ताह में भी ऐसा कुछ भी नया नहीं है जिसके कारण आपकी चिंता बढ़ सकती है। 30वें सप्ताह में भी समान ही लक्षण लगातार बने रहते हैं जिनसे आपको असुविधा हो सकती है, आइए जानते हैं;

  • इस दौरान आपके पूरे शरीर में कहीं न कहीं दर्द हमेशा बना रह सकता है। इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए आपको धैर्य रखने और शांत रहने की आवश्यकता है। गर्भावस्था के दौरान आपके जुड़वां बच्चों का विकास होता है जिससे इस पूरी अवधि में अंतिम चरण तक आपके शरीर को अधिक वजन ग्रहण करना पड़ सकता है। इसके साथ-साथ अनिद्रा और कम शक्ति होने से शरीर के दर्द को सहन करने में कठिनाई हो सकती है। इस समस्या को कम करने के लिए सुरक्षित घरेलू अपचारों का उपयोग करें और ज्यादा से ज्यादा आराम करें।
  • एकाधिक बच्चे आपके शरीर में सरलता से नहीं रह पाते हैं। हर बच्चा गर्भाशय में अपने लिए जगह बनाता है और इस कारण से आपका गर्भाशय हर दिशा में बढ़ता है, आपके आंतरिक अंग सिकुड़ जाते हैं या एक तरफ हो जाते हैं और गर्भाशय की पूरी जगह प्राथमिक रूप से बच्चा लेता है। इससे आपके फेफड़ों और डायफ्राम के कार्यों पर अधिक प्रभाव पड़ता है और वह सिकुड़ जाते हैं। इसलिए यदि थोड़ी सी सीढ़ियां चढ़ने पर आप हांफने लगती हैं तो अचंभित न हों। इस दौरान आपकी सहनशीलता कम नहीं होती है और जब आपका बच्चा श्रोणि के निचले हिस्से में जाएगा आप अच्छी तरह से सांस लेने में सक्षम हो सकती हैं।
  • आपके गर्भाशय में जगह कम होने से सभी आंतरिक अंगों पर दबाव पड़ता है और उनके कार्यों में कई तरीकों से कठिनाई होती है। इस प्रक्रिया से आपके सभी अंगों के साथ-साथ पेट पर भी काफी प्रभाव पड़ता है और यह इस प्रकार से कार्य करते हैं जिससे फायदों से अधिक असुविधा होती है। अचानक से आपके पसंदीदा खाद्य पदार्थों से आपको एसिडिटी या एसिड रिफ्लक्स की समस्या होने लगती है। आपके हॉर्मोन से भी आपको फायदा नहीं मिलता है और इस सभी समस्याओं के कारण आपको अपना आहार बदलने की आवश्यकता पड़ सकती है। गर्भावस्था में अपनी पूरी दिनचर्या को लिख कर रखें ताकि आप अपने लिए सही आहार योजना बना सकें। 

जुड़वां गर्भावस्था के 30वें सप्ताह में पेट

लगातार पेट बढ़ना और त्वचा पर खिंचाव होने से यह आवश्यक है कि इस चरण में आप अपनी बेली का पूरा ख्याल रखें। इस समय आपके पेट में आंतरिक रूप से ज्यादा दबाव पड़ता है जिससे यह कमजोर हो सकता है। पेट पर स्ट्रेच मार्क्स को कम करने के लिए क्रीम का उपयोग करती रहें और अपनी शारीरिक ताकत को बनाए रखना भी जरूरी हैं क्योंकि यदि पहले से ही खयाल नहीं रखा गया तो डिलीवरी के बाद में पेट की चर्बी को कम करना कठिन हो सकता है। इस समय कुर्सी से उठना, लेटने के बाद उठकर बैठना, जैसे सरल कार्य करने का एक तरीका होता है जिससे आपके पेट पर दबाव नहीं पड़ता है। 

जुड़वां गर्भावस्था के 30वें सप्ताह में अल्ट्रासाउंड

जुड़वां या एकाधिक गर्भावस्था के दौरान कई महिलाएं 30वें सप्ताह में अल्ट्रासाउंड करवाती हैं। कभी-कभी यह स्कैन बायोफिजिकल परीक्षण के साथ किया जाता है जो गर्भ में पल रहे बच्चों की हृदय की धड़कन की जांच करने में मदद करता है और अन्य आवश्यक पैरामीटर की भी जांच करता है। यह एक नॉन-इनवेसिव या एडवांस अल्ट्रासाउंड है। 

आहार

आहार

इस समय आपको प्रोटीन और कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट की आवश्यकता बहुत ज्यादा होती है। आप अपने आहार में सीरियल और लीन मीट को शामिल करके इसे स्वस्थ बनाए रखने से आपको काफी मदद मिल सकती है। जिस भी खाद्य पदार्थ का सेवन आप करती है वह सभी गुणों से भरपूर होने चाहिए और इस दौरान प्रिजर्वेटिव और कच्चे खाद्य पदार्थों को बिलकुल भी न खाएं। 

देखभाल संबंधी टिप्स

अब आप अपनी गर्भावस्था के 30वें हफ्ते में हैं और इस दौरान आपको निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए, आइए जानें;

क्या करें

  • अपने वजन पर नियमित रूप से ध्यान दें और यदि कोई भी समस्या होती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
  • अस्पताल पहुँचने में कितना समय लगता है, इसके बारे में पहले से ही पता करके रखें। 

क्या न करें

  • इस दौरान ऊंची हील वाले जूते व चप्पल न पहनें इससे आपके पेट और पीठ पर अधिक दबाव पड़ता है। 
  • जिस खाद्य पदार्थ से आपको एलर्जी हो सकती है या आपको पहले से ही एलर्जी है तो ऐसे खाद्य पदार्थों से दूर रहें। 

शॉपिंग लिस्ट 

चूंकि आप अपनी गर्भावस्था की यात्रा पूरी करने वाली हैं इसलिए कुछ ऐसी चीजें खरीदें जिससे आपकी देखभाल हो सके, जैसे;

गर्भावस्था के 30वें सप्ताह में अपने गर्भ में पल रहे जुड़वां या अधिक बच्चों के वजन पर ध्यान दें जो सुनिश्चित करता है उनका बेहतर विकास। हमेशा अपने डॉक्टर के साथ संपर्क में रहें और क्योंकि अब से किसी भी सप्ताह में आपकी डिलीवरी हो सकती है।