शिशु

बच्चे के शरीर का तापमान कैसे मापें

अगर आपके बच्चे में बुखार के लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपके लिए यह आवश्यक है कि आपको तापमान चेक करने के सभी तरीको के बारे में पता हो। सबसे पहले तो आप थर्मामीटर की रीडिंग के आधार पर यह तय कर सकती हैं कि आपको बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाने की जरूरत है या नहीं।

बच्चों का टेम्परेचर हाई होना क्या है?

बच्चों में, 36.4 डिग्री सेल्सियस या 97.5 डिग्री फारेनहाइट एक नॉर्मल ओरल टेम्परेचर होता है, जिसमें थोड़े बहुत बदलाव होते रहते हैं। हालांकि, यदि रेक्टल टेम्परेचर 38 डिग्री सेल्सियस या 100.4 डिग्री फारेनहाइट हो, तो यह बुखार का संकेत हो सकता है, यह आपके लिए वार्निंग कॉल है कि आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए।

बच्चे का टेम्परेचर चेक करने के लिए किस प्रकार के थर्मामीटर का उपयोग किया जाता है?

बच्चे के टेम्परेचर को मापने के लिए विभिन्न प्रकार के डिजिटल थर्मामीटर का उपयोग किया जाता है। इसमें शामिल है:

  1. मल्टी यूज डिजिटल थर्मामीटर: यह थर्मामीटर हीट सेंसर के साथ मेटल स्ट्रिप्स का उपयोग करता है जो एक एलसीडी स्क्रीन से जुड़े होते हैं। एक डिजिटल थर्मामीटर डेसीमल पॉइंट तक सटीक रीडिंग दिखाता है। इस थर्मामीटर का उपयोग ओरल, रेक्टल और एक्सिलरी (बगल) का तापमान चेक करने के लिए किया जा सकता है।
  2. टाइम्पेनिक डिजिटल थर्मामीटर: यह थर्मामीटर विशेष रूप से कान कैनल के तापमान को मापने के लिए उपयोग किया जाता है। ये थर्मामीटर इन्फ्रारेड हीट वेव्स की रीडिंग करता है जो कि इयरड्रम (कान के परदे) द्वारा रिलीज होता है।
  3. टेम्पोरल आर्टरी डिजिटल थर्मामीटर: यह टेम्पोरल आर्टरी द्वारा छोड़ी गई इन्फ्रारेड हीट वेव्स को मापता है जो माथे की त्वचा के नीचे स्थित होती है। इस थर्मामीटर का शेप ऐसा होता है कि इसे बच्चे के माथे पर आसानी से रखा जा सकता है।

थर्मामीटर का उपयोग करके बच्चे के तापमान की जांच कैसे करें?

अपने बच्चे के तापमान की जाँच करने के लिए डिजिटल थर्मामीटर का उपयोग करना सबसे बेहतर है, क्योंकि यह जल्दी और सटीक रीडिंग देता है। यदि आप पहली बार थर्मामीटर का उपयोग कर रही हैं, तो थर्मामीटर पैक पर दिए गए इंस्ट्रक्शन का पालन करें जिनमें बच्चों के लिए थर्मामीटर का उपयोग करने के लिए डिटेल दी गई है। नहाने के तुरंत बाद बच्चे के तापमान को न चेक करें, क्योंकि यह गलत रीडिंग दे सकता है। सही रिजल्ट के लिए किसी भी थर्मामीटर को रखने से पहले बच्चे को कम्फर्टेबल पोजीशन में पकड़ कर रखें, ताकि उसे परेशानी न हो। प्रत्येक प्रकार के डिजिटल थर्मामीटर की एक अलग प्रोसेस होती है जिसे आपको फॉलो करना चाहिए।

रेक्टल टेम्परेचर कैसे मापें?

तीन साल की उम्र तक बच्चों और टॉडलर के लिए सही रीडिंग प्राप्त करने के लिए रेक्टल टेम्परेचर लेना सबसे बेस्ट तरीका है। हालांकि, ऐसे केस में जहाँ तीन साल से ज्यादा उम्र के बच्चे का खांसी या भरी हुई नाक होने के कारण टेम्परेचर ओरली नहीं मापा जा सकता है, ऐसे में रेक्टल थर्मामीटर का उपयोग किया जा सकता है।

यहाँ आपको बताया गया है कि आप कैसे डिजिटल थर्मामीटर का उपयोग करके अपने बच्चे का रेक्टल टेम्परेचर ले सकती हैं।

  1. थर्मामीटर को साफ करने के लिए अल्कोहल में डिप की हुई कॉटन बॉल का उपयोग करें और इसे पोंछ कर सुखा दें। थर्मामीटर डालते समय असुविधा को कम करने के लिए आप चिकनाई या पेट्रोलियम जेली लगा सकती हैं।
  2. बच्चे को उसके पेट के बल लिटा दें और अपने पार्टनर से उसे मजबूती से पकड़ने के लिए कहें। आप बच्चे को उसकी पीठ के बल भी लिटा सकती हैं और उसकी टांगों को जाँघों तक उठा सकती हैं।
  3. रेक्टल ओपनिंग को स्पष्ट रूप से देखने के लिए, कूल्हों को धीरे से फैलाएं। रेक्टम में थर्मामीटर का आधा इंच डालें। आप छह महीने से अधिक उम्र के बच्चों के लिए एक इंच तक भी डाल सकती हैं। थर्मामीटर को डालने से पहले इसे मार्क कर लें, ताकि आपको पता हो कि कितना डालना है।
  4. थर्मामीटर डालने के बाद इसे दो मिनट डाले रखें तब जब यह बीप न करने लगे, या तब तक वेट करें तब तक रीडिंग स्क्रीन पर दिखाई न देने लगे।
  5. थर्मामीटर को धीरे से निकालें और इसे दूर रखने से पहले अल्कोहल से साफ करें।

बच्चे का रेक्टल टेम्परेचर नॉर्मली 0.5 डिग्री फारेनहाइट (0.3 डिग्री सेल्सियस) से 1 डिग्री फारेनहाइट (0.6 डिग्री सेल्सियस) जो नॉर्मल ओरल टेम्परेचर से अधिक है, होता है। यदि आपके बच्चे का रेक्टल टेम्परेचर 100.4 डिग्री फारेनहाइट या 38 डिग्री सेल्सियस से अधिक है, तो उसे बुखार हो सकता है।

टेम्पोरल आर्टरी (फोरहेड) टेम्परेचर कैसे मापें?

टेम्पोरल आर्टरी थर्मामीटर तीन महीने से अधिक उम्र के बच्चों के लिए यूज किया जा सकता है। तीन महीने से छोटे बच्चों में  एक्सिलरी थर्मामीटर को स्क्रीनिंग डिवाइस के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

टेम्पोरल आर्टरी थर्मामीटर का उपयोग करने के लिए आप, 

  1. बच्चे को सिटिंग पोजीशन में पकड़ें।
  2. बच्चे के माथे के बीच थर्मामीटर के सेंसर को रखें और स्कैन बटन दबाएं। अब धीरे से माथे से हेयरलाइन की तरफ थर्मामीटर को स्वाइप करें। अब स्कैन बटन को रिलीज करें और टेम्परेचर रिकॉर्ड करें।

बच्चे में नॉर्मल टेम्पोरल टेम्परेचर 0.5 डिग्री फारेनहाइट (0.3 डिग्री सेल्सियस) से 1 डिग्री फारेनहाइट (0.6 डिग्री सेल्सियस) जो ओरल टेम्परेचर से कम है, होता है। 99 डिग्री फारेनहाइट (37.2 डिग्री सेल्सियस) से ज्यादा रीडिंग आने पर बुखार का संकेत हो सकता है।

टिम्पेनिक (कान) टेम्परेचर कैसे मापें?

6 महीने से ज्यादा उम्र वाले बच्चों के लिए टिम्पेनिक थर्मामीटर का उपयोग करना अच्छा रहता है। छह महीने से कम उम्र के बच्चों में जिनका एयर कैनाल बहुत छोटा होता है उनके कान में यह प्रोब डालने से बचें। सटीक रीडिंग के लिए डिवाइस को कान में सही ढंग से रखा जाना चाहिए। यदि बच्चे के कान में बहुत ज्यादा ईयरवैक्स है, तो रीडिंग गलत आ सकती है।

यहाँ बताया गया है कि बच्चों के कान का टेम्परेचर कैसे लिया जाता है:

  1. एयर कैनाल में थर्मामीटर टिप की पोजीशन सही होनी चाहिए। ध्यान रहे कि आप सिर्फ मार्क तक ही इसे बच्चे के कान में इंसर्ट करें।
  2. थर्मामीटर के आधार पर इसकी रीडिंग भी अलग-अलग होती है। थर्मामीटर को कितने समय तक रखना है, यह जानने के लिए मैनुअल पर दी गई गाइडलाइन को पढ़ें।
  3. चूंकि ये थर्मामीटर प्लेसमेंट के प्रति बहुत सेंसेटिव होते हैं, आपको सटीक टेम्परेचर प्राप्त करने के लिए कुछ रीडिंग लेनी पड़ सकती है।

बच्चे के कान का टेम्परेचर ओरल टेम्परेचर से 0.5 डिग्री फारेनहाइट (0.3 डिग्री सेल्सियस) से 1 डिग्री फारेनहाइट (0.6 डिग्री सेल्सियस) अधिक होता है। यदि आपको बच्चे का तापमान 100.4 डिग्री फारेनहाइट या 38 डिग्री सेल्सियस से अधिक है, तो उसे बुखार हो सकता है।

एक्सिलरी टेम्परेचर (बगल का तापमान) कैसे मापें?

एक्सिलरी थर्मामीटर अन्य की तुलना में कम विश्वसनीय माना जाता है। हालांकि इसका उपयोग किसी भी उम्र में किया जा सकता है, लेकिन आपको यह सुझाव दिया जाता है कि आप 3 महीने से कम उम्र के बच्चों के लिए  इसका उपयोग न करें, क्योंकि हो सकता है कि इसकी रीडिंग सही न आए।

यहाँ आपको बताया गया है कि बच्चे की बगल से टेम्परेचर कैसे लें:

  1. बच्चे के कमर से ऊपर वाले कपड़े हटा दें और उसे सिटिंग पोजीशन में पकड़ें।
  2. ध्यान रहे कि बच्चे का अंडरआर्म सूखा होना चाहिए है। थर्मामीटर की नोक को साफ करने के लिए अल्कोहल में डिप की हुई कॉटन बॉल का इस्तेमाल करें।
  3. बच्चे के बगल में टिप रखें और कोहनी को बच्चे के शरीर के करीब रखते हुए इसे हल्के से पकड़ें।
  4. रीडिंग आने या बीप देने तक थर्मामीटर को उसी पोजीशन में रखें।
  5. थर्मामीटर निकालें और इसे स्टोर करने से पहले अल्कोहल से इसकी टिप को साफ करें।

बच्चे के बगल से लिए जाने वाला नॉर्मल बॉडी टेम्परेचर ओरल टेम्परेचर की तुलना में 0.5 डिग्री फारेनहाइट (0.3 डिग्री सेल्सियस) से 1 डिग्री फारेनहाइट (0.6 डिग्री सेल्सियस) कम होता है। आमतौर पर हाथ के नीचे 99 डिग्री फारेनहाइट (37.2 डिग्री सेल्सियस) से अधिक टेम्परेचर रीडिंग आने पर बच्चे को बुखार हो सकता है।

ओरल टेम्परेचर (मौखिक तापमान) टेम्परेचर कैसे मापें?

चार वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए ओरल थर्मामीटर का उपयोग करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इस उम्र तक बच्चा थर्मामीटर खुद भी पकड़ सकता है। यदि आप एक स्टैंडर्ड डिजिटल थर्मामीटर का उपयोग कर रही हैं, तो किसी भी इन्फेक्शन से बचने के लिए रेक्टल और ओरल टेम्परेचर के लिए अलग अलग डिवाइस का उपयोग करें। ध्यान रखें कि ओरल टेम्परेचर लेने से कम से कम 30 मिनट पहले बच्चे को गर्म या ठंडा कुछ भी नहीं खाना चाहिए।

बच्चे के ओरल टेम्परेचर को चेक करने के दौरान कुछ स्टेप ध्यान में रखें:

  1. अल्कोहल से थर्मामीटर को साफ करें और इसे जीभ और मुँह के निचले पैलेट के बीच रखें। थर्मामीटर को जीभ और होंठ के बीच या दाँतों के नीचे नहीं रखना चाहिए।
  2. हालांकि बच्चा इतना बड़ा होता है कि वो इसे जगह पर रख सकता है, लेकिन फिर भी थर्मामीटर को अपनी निगरानी में ही रखें।
  3. इसे लगभग तीन मिनट तक रखें और टेम्परेचर पर ध्यान दें।
  4. उपयोग के बाद, इसे अल्कोहल से पोछें।

रीडिंग की सटीकता कैसे सुनिश्चित करें?

मैनुअल पर दी गई गाइडलाइन के अनुसार थर्मामीटर का उपयोग करें ताकि आपको सही रीडिंग मिल सके। सटीक रीडिंग प्राप्त करने के लिए आप नीचे बताई गई टिप्स को फॉलो करें:

  • बच्चे को स्नान कराने के कम से कम 15 मिनट के बाद उसका टेम्परेचर चेक करें।
  • अपने बच्चे के गर्म या ठंडा कुछ भी खाने के बाद कम से कम 30 मिनट तक टेम्परेचर न लें।
  • यदि बच्चे को कसकर लपेटा जाता है या उसे बहुत ज्यादा कपड़े पहना दिए जाते हैं, तो टेम्परेचर लेने से पहले ठंडा होने का समय दें।

ध्यान देने योग्य बातें

अपने बच्चे के लिए डिजिटल थर्मामीटर का उपयोग करने से पहले और बाद में ध्यान देने योग्य कुछ टिप्स आपको यहाँ बताई गई है।

  • ओरल और रेक्टल टेम्परेचर लेने के लिए अलग-अलग थर्मामीटर रखें।
  • सटीक रिजल्ट प्राप्त करने के लिए मैनुअल पर दी गई गाइडलाइन को फॉलो करें।
  • चोकिंग से बचने के लिए बच्चों की पहुँच से थर्मामीटर को दूर रखें।
  • बैक्टीरिया और इन्फेक्शन से बचने के लिए थर्मामीटर का उपयोग करने से पहले और बाद में इसे अल्कोहल से साफ करें।

अपने बच्चे का बुखार चेक करने के लिए डिजिटल थर्मामीटर आपको सबसे अच्छा रिजल्ट देता है। सही प्रोसेस  आपके बच्चे के टेम्परेचर को रिकॉर्ड करने में मदद कर सकती हैं, जिसकी मदद से आप बेहतर कदम उठा सकती हैं।

यह भी पढ़ें:

बच्चों के सिर का माप – उम्र के अनुसार चार्ट
छोटे बच्चों को बुखार आना
बच्चों को वैक्सीन लगाने के बाद बुखार आना

समर नक़वी

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