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ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन फॉल्स लेबर पेन होते हैं, जिनका अनुभव महिला प्रेगनेंसी के दौरान करती है। ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन या फॉल्स लेबर इस बात का संकेत होता है, कि महिला का शरीर वास्तविक लेबर के लिए तैयार हो रहा है, यानी जब महिला बच्चे को जन्म देती है। फॉल्स अलार्म प्रेग्नेंट महिला के लिए एक संकेत होता है और ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन बिल्कुल लेबर के वास्तविक दर्द जैसे लगते हैं। अगर आप गर्भवती हैं, तो ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन के बारे में अधिक जानकारी के लिए इस लेख को आगे पढ़ें। ये फॉल्स लेबर पेन होते हैं, पर ये बिल्कुल असली लगते हैं और लगभग हर गर्भवती महिला इनका अनुभव जरूर करती है।
जब एक महिला गर्भावस्था के दौरान स्पोरेडिक यूट्रीन कॉन्ट्रैक्शन का अनुभव करती है, तो इन कॉन्ट्रैक्शन को ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन के नाम से जाना जाता है और इसका नाम जॉन ब्रेक्सटन हिक्स के नाम पर दिया गया है, जो कि एक ब्रिटिश डॉक्टर थे। इन्होंने सर्वप्रथम साल 1872 में इसका विश्लेषण किया। इन कॉन्ट्रैक्शन को लेबर पेन से अलग समझ पाना कठिन होता है और इसलिए इन्हें फॉल्स लेबर पेन का नाम दिया गया है। ये रिदमिक और कम अंतराल पर हो सकते हैं, जिससे आपको लेबर की शुरुआत का भ्रम हो सकता है। इनके होने का कोई निश्चित समय नहीं होता है। कभी-कभी आधी रात में भरे हुए ब्लैडर के कारण या शरीर में डिहाइड्रेशन होने पर ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन ट्रिगर हो सकता है।
इन कॉन्ट्रैक्शन का मुख्य काम होता है, गर्भाशय की मांसपेशियों को टोन करना और प्लेसेंटा की ओर खून के बहाव को बेहतर बनाना। हालांकि इस बात का कोई सबूत उपलब्ध नहीं है, कि ये कॉन्ट्रैक्शन सर्विक्स को फैलने करने में मदद करते हैं। ये सर्विक्स को मुलायम बनाते हैं, जिससे डायलेशन की प्रक्रिया में मदद मिलती है। ये एफेसमेंट की प्रक्रिया में भी मदद करते हैं, जो कि सर्विक्स को मुलायम और पतला करके डिलीवरी के लिए तैयार करने की एक प्रक्रिया होती है।
जब ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन की शुरुआत होती है, तो आप पेट के निचले हिस्से में और यूट्रस में खिंचाव और स्कवीजिंग महसूस कर सकती हैं। जिसके बाद रिलैक्सेशन के पल आते हैं। इसके बाद फिर से कॉन्ट्रैक्शन शुरू होता है। इनकी अनियमितता और छिटपुट होने के कारण इन्हें आसानी से पहचाना जा सकता है। ये कॉन्ट्रैक्शन काफी तकलीफदेह हो सकते हैं और गर्भवती महिला को लेबर के अलार्म जैसे महसूस हो सकते हैं।
गर्भावस्था के 20 सप्ताह पूरे होने के बाद, ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन कभी भी शुरू हो सकता है। लेकिन केवल प्रेगनेंसी के अंतिम समय में ही ये ध्यान आकर्षित करते हैं। हल्की असुविधा से शुरू होते हुए ये लेबर पेन की तरह बढ़ सकते हैं और कई गर्भवती महिलाओं में फॉल्स अलार्म का कारण भी बन सकते हैं।
इन कॉन्ट्रैक्शन में आमतौर पर वास्तविक लेबर की तुलना में कम दर्द होता है और इनके होने की कोई फिक्स फ्रीक्वेंसी नहीं होती है। ये पीरियड्स के क्रैंप्स की तरह होते हैं और कुछ महिलाएं पेट के निचले हिस्से में एक टाइट सेंसेशन का अनुभव करती हैं।
हालांकि गर्भावस्था जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, कॉन्ट्रैक्शन की तीव्रता और फ्रीक्वेंसी भी बदल जाती है। 30 सप्ताह पर होने वाला एक ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन 30 सेकेंड से लेकर 2 मिनट तक का हो सकता है और यह वास्तविक लेबर पेन जैसा महसूस हो सकता है।
अगर यह दर्द गंभीर हो जाए और कॉन्ट्रैक्शन की प्रकृति को लेकर आपको किसी तरह की दुविधा महसूस हो, तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
ये कॉन्ट्रैक्शन दूसरी तिमाही से भी शुरू हो सकते हैं। हालांकि आधी प्रेगनेंसी तक पहुंचने से पहले, आपको इनका एहसास नहीं होता है। प्रेगनेंसी के साथ-साथ इन कॉन्ट्रैक्शन की फ्रीक्वेंसी भी बढ़ती जाती है।
जब गर्भावस्था के दौरान आप ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन अनुभव करती हैं, तो आपको ये पीरियड क्रैम्प की तरह लग सकते हैं। जबकि ये पीरियड के विपरीत पेट के ऊपरी हिस्से में होते हैं। साथ ही लोअर या डीप पेल्विक एरिया में कोई दर्द नहीं होता है, जो कि पीरियड क्रैंप्स के दौरान आम है।
लगभग हर महिला ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन का अनुभव करती है। लेकिन जब तक गर्भावस्था के 20 सप्ताह पूरे नहीं हो जाते, तब तक इन पर ध्यान नहीं जाता है। ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन की पहचान आसानी से हो सकती है, क्योंकि इसमें कोई दर्द नहीं होता है और पोजीशन में बदलाव करने से या कॉन्ट्रैक्शन के दौरान आप जो काम कर रही हों उसे बदल देने से ये रुक जाते हैं। इन कॉन्ट्रैक्शन का कोई फिक्स पैटर्न या नियमित अंतराल नहीं होता है और ना ही हर कॉन्ट्रैक्शन के साथ इंटरवल छोटा होता है।
ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन सुविधाजनक होते हैं, लेकिन ये वास्तविक लेबर पेन की तरह तीव्र नहीं होते हैं। हालांकि इनसे लेबर नहीं होता है या सर्विक्स नहीं खुलता है। अगर आपको कॉन्ट्रैक्शन का अनुभव हो रहा है, तो यह कॉन्ट्रैक्शन ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन है या वास्तविक लेबर पेन इसे समझने के लिए खुद से नीचे दिए गए सवाल पूछें:
फॉल्स लेबर में कॉन्ट्रैक्शन आमतौर पर अनियमित होते हैं और ये समय के साथ जल्दी नहीं आते हैं। इसके विपरीत वास्तविक लेबर के दौरान कॉन्ट्रैक्शन की अवधि 30 से 70 सेकंड के बीच कुछ भी हो सकती है और समय बीतते-बीतते ये और भी तेज हो जाते हैं और इनके बीच का अंतराल कम होता जाता है।
पोजीशन बदलने से, टहलने से या आराम करने से ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन रुक सकते हैं। लेकिन वास्तविक लेबर पेन पर किसी एक्टिविटी या पोजीशन में बदलाव का कोई असर नहीं होता है और ये आराम से लेटने के बाद भी जारी रहते हैं।
फॉल्स लेबर के दौरान होने वाले कॉन्ट्रैक्शन आम तौर पर कमजोर होते हैं और इनकी तीव्रता में कोई तेजी नहीं आती है या फिर ये कभी तेज तो कभी कमजोर पड़ सकते हैं। वहीं दूसरी ओर वास्तविक लेबर पेन कम तीव्रता से शुरू होता है और धीरे-धीरे इसकी तीव्रता बढ़ती जाती है।
ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन के कारण होने वाला दर्द आमतौर पर पेट के सामने की ओर या पेल्विक एरिया के सामने के हिस्से में होता है। वास्तविक लेबर पेन आमतौर पर पीठ के निचले हिस्से पर तीव्र कॉन्ट्रैक्शन के साथ शुरू होता है और धीरे-धीरे आपके पेट के सामने के हिस्से की ओर बढ़ता है। हालांकि इसकी दिशा उल्टी भी हो सकती है यानी पेट से होते हुए पीठ की ओर।
आपकी गर्भावस्था के साथ-साथ ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन की फ्रीक्वेंसी भी बढ़ती जाती है। लेकिन जब तक आप गर्भावस्था की तीसरी तिमाही तक नहीं पहुंच जाती, तब तक इनमें कोई दर्द नहीं होता है। जब डिलीवरी की तारीख नजदीक आ जाती है और इसमें लगभग 2 से 3 सप्ताह का समय शेष रहता है, तब इन कॉन्ट्रैक्शन की तेजी और फ्रीक्वेंसी बढ़ जाती है। इस दौरान दर्द शुरू होता है और इससे असुविधा हो सकती है।
आपकी प्रेगनेंसी के दौरान आप निम्नलिखित कारणों से ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन का अनुभव कर सकती हैं:
हालांकि ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन एक ऐसी चीज है, जिसमें आमतौर पर कुछ भी चिंताजनक नहीं होता है। लेकिन अगर गर्भावस्था के 37वें सप्ताह के पड़ाव पर इनकी फ्रीक्वेंसी बढ़ती जा रही है और इनमें दर्द भी हो रहा है, तो आप अपने डॉक्टर से परामर्श ले सकती हैं। तीसरी तिमाही में आपको ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन के निम्नलिखित लक्षणों पर नजर रखनी चाहिए:
इनमें से कोई भी लक्षण दिखने पर आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
हालांकि ज्यादातर मामलों में ये कॉन्ट्रैक्शन कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। लेकिन आपको असुविधा और बेचैनी हो सकती है। इस असुविधा को दूर करने के लिए आप नीचे दिए गए टिप्स को आजमा सकती हैं और इसके साथ होने वाले किसी दर्द से राहत पा सकती हैं:
हर गर्भवती महिला को अलग-अलग तरह से ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन का अनुभव होता है। हो सकता है, कि आपको कॉन्ट्रैक्शन हो, पर आप उसे पहचान न पाएं, क्योंकि शुरुआत में इसकी तीव्रता बहुत कम होती है। खासकर गर्भावस्था के शुरुआती समय में।
ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन के बारे में अपने डॉक्टर से परामर्श लेना सबसे अच्छा होता है। चूंकि हर गर्भावस्था भिन्न होती है, तो आपके डॉक्टर आपके लक्षणों को समझने में आपकी मदद करेंगे और खतरे की घंटी के बारे में भी बताएंगे। अगर आपको होने वाले कॉन्ट्रैक्शन के बारे में कोई दुविधा है, तो डॉक्टर से बात करें और उनकी सलाह के अनुसार चलें।
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