जन्म से 6 महीने तक बेबी के डेवलपमेंट माइलस्टोन – पीडियाट्रिशन के अनुसार

जन्म से 6 महीने तक बेबी के डेवलपमेंट माइलस्टोन - पीडियाट्रिशन के अनुसार

यहां पीडियाट्रिशन के द्वारा बताई गई गाइडलाइन की लिस्ट दी गई है जो नए पेरेंट्स को 1 से 6 महीने तक, महीने दर महीने अपने बच्चे के विकास के पड़ावों को जानने और उसे ट्रैक करने में मदद करेगी।

न्यूबॉर्न बच्चे रोजाना फीड करने, सोने, पॉटी और सुसु करने के अलावा ज्यादा कुछ नहीं करते हैं। ज्यादातर नए पैरेंट इस रूटीन से थक जाते हैं। लेकिन बच्चे बहुत जल्दी बड़े हो जाते हैं और जल्दी ही उनका इंट्रेस्ट बहुत सारी एक्टिविटी में बढ़ने लगेगा। आने वाले कुछ ही महीनों में आप यह देखकर हैरान हो जाएंगी कि बच्चा कितनी तेजी से अपनी नई स्किल्स सीख रहा है। 

बेबी डेवलपमेंट माइलस्टोन – 1 से 3 महीने

शुरुआत में आपको लग सकता है कि आपका बेबी केवल सोने, दूध पीने और रोने में ही रुचि रखता है। लेकिन धीरे-धीरे वो आवाजों को पहचानना और रिएक्ट करना, चेहरों को देखकर नजर टिकाना सीखने लगेगा।

कुछ हफ्तों में, वह आपकी आवाज से परिचित हो जाएगा, क्योंकि बच्चा सबसे पहले मां की ही आवाज सबसे ज्यादा सुनता है। वह 8 से 12 इंच की दूरी से भी आपके चेहरे को भी पहचानने लगेगा, ऐसा इसलिए है क्योंकि आप उसे फीड कराती हैं और अपनी गोद में लेती हैं। हालांकि अभी उसे हर चीज ब्लैक और वाइट ही दिखती है।

2 महीने के बच्चों का विकास

  • 2 महीने के बच्चों का विकासअपना हाथ चूसकर कुछ देर के लिए खुद ही शांत हो जाते हैं
  • लोगों को देखकर मुस्कुराने लगते हैं
  • तरह-तरह की आवाजें निकालने लगते हैं
  • अपने हाथों और पैरों को आसानी से हिलाते हैं 
  • बोर होने पर या आसपास किसी के न होने पर रोते हैं
  • पेट के बल लिटाए जाने पर सिर ऊपर कर के आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं

3 महीने के बच्चों का विकास

3 महीने के बच्चों का विकास

  • हंसते हैं 
  • बड़बड़ाना और आपकी आवाज सुनकर नकल करने का प्रयास करते हैं
  • अपने सिर को कुछ देर स्थिर रखने लगते हैं 
  • खिलौनों तक पहुंचते है और उन्हें हिलाते हैं 
  • रात में बिना फीड मांगे देर तक सोते हैं
  • अपने एक या दोनों पैरों को मुंह में डालते हैं
  • पहले की तुलना में कम बार पॉटी करते हैं

यहां आपको कुछ एक्टिविटीज बताई गई हैं जो आप इस उम्र में अपने बच्चे के साथ कर सकती हैं (1-3 महीने): 

1. बच्चे के साथ समय बिताएं 

बच्चे के साथ आई कांटेक्ट करें, उसे प्यार करें, बातें करें और उसके लिए गाने गाएं ।

2. उसे बाहर ले जाएं

आप बच्चे को पार्क या प्ले ग्राउंड में टहलाने के लिए प्रैम या स्लिंग का उपयोग कर सकती हैं। ताजी हवा बच्चों के लिए अच्छी होती है। इसके अलावा, उसे सुबह की धूप लेने के लिए भी बाहर ले जाना फायदेमंद होता है, लेकिन धूप बहुत तेज नहीं होनी चाहिए।

3. एक्टिविटी

उसे पेट के बल कुछ देर लिटा दें और उसके पैरों को साइकिल मोशन में घुमाएं। इससे न केवल बेबी को मजा आता है, बल्कि उसे गैस पास करने में भी मदद मिलेगी। उसे एक एक्टिविटी मैट/प्ले जिम पर बिठाएं जहां वह मोबाइल को देखकर खुश हो सके और उस तक पहुंचने की कोशिश कर सके।

4. गेम खेलें

लुका-छिपी जैसे सिंपल गेम खेलें, उसके तलवों पर गुदगुदी करें, उसे खिलौनों को पकड़ने के लिए दें या उसका ध्यान आकर्षित करने के लिए आवाजें करें।

आपको कब चिंतित होना चाहिए? 

हालांकि हर बच्चा अलग तरह से विकसित होता है, अगर आपका बच्चा नीचे दिए गए माइलस्टोन को पार करने में सक्षम नहीं है, तो आपको उसे डॉक्टर को दिखाना चाहिए, ऐसा तब होगा यदि बच्चा;

  • तेज आवाज पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देता है 
  • चीजों को पकड़ नहीं पाता है 
  • अच्छी तरह से नहीं चूस पाता है 
  • मुंह तक हाथ नहीं ले जा पाता है 
  • मुस्कुराता नहीं है 
  • लोगों या आसपास की चीजों पर ध्यान केंद्रित नहीं करता है 
  • पेट के बल लिटाने पर सिर ऊपर नहीं रख पाता है 

बेबी डेवलपमेंट माइलस्टोन – 4 से 6 महीने

चार और पांच महीनों में, आपका शिशु पहले की तुलना में ज्यादा एक्टिविटी में शामिल होने लगता है। इस समय तक वो हंसने मुस्कुराने लगता है।

4-5 महीने के बच्चों का विकास

4-5 महीने के बच्चों का विकास

  • वे ‘आ’, ‘ऊ’ ‘ई’ जैसी आवाजें निकाल कर बातचीत करने की कोशिश करते हैं
  • अपना नाम पहचानने लगते हैं और जब आप उनका नाम पुकारती हैं तो वह आपकी ओर मुड़ कर देखते हैं
  • पेट के बल लिटाने, पर वो पलट सकते हैं
  • वे एक हाथ से वस्तुओं को पकड़ने की कोशिश करते हैं
  • यदि आप अपने बेबी के साथ खेलना बंद कर देती हैं या जोर से बात करती हैं तो वह रोना शुरू कर सकता है
  • वे अब रंग देख सकते हैं और खुद को आईने में देखकर मोहित हो जाते हैं
  • उन्हें लोगों से मिलने वाला अटेंशन बहुत पसंद होता है, इससे वो एक्साइटेड होते हैं

6 महीने के बच्चों का विकास 

6 महीने के बच्चों का विकास 

  • चीजों को मुंह में डालने की कोशिश करते हैं
  • लुढ़कना सीखते हैं और आगे से पीछे और पीछे से आगे मूव करते हैं 
  • चीजों के बारे में उत्सुक होते हैं और अपने से दूर रखी चीजों तक पहुंचने की कोशिश करते हैं
  • स्थिर नहीं रहते हैं
  • बिना सहारे के बैठना शुरू कर देते हैं
  • आगे-पीछे हिलना और क्रॉलिंग (घुटनों के बल चलना) भी शुरू कर देते हैं 
  • आप जब कोई चीज खाती हैं या आपके हाथ में कोई इंटरेस्टिंग चीज होने पर वो आपको देखने लगता है। जिसका मतलब हुआ कि बेबी सॉलिड फूड लेने के लिए तैयार है

यहां कुछ एक्टिविटीज हैं जो आप इस उम्र में अपने बच्चे के साथ कर सकती हैं (4-6 महीने): 

1. उसके साथ बातचीत करें

उससे बात करें और कमरे में या बाहर की वस्तुओं की ओर इशारा करके उसे दिखाएं।

2. किताबें पढ़ें

एक बड़ी स्पष्ट तस्वीरों वाली किताब खरीदें। किताब में बच्चे को चीजें दिखाएं।

3. उसे म्यूजिक सुनने दें

एक्शन के साथ नर्सरी राइम गाएं। अगर वो एक्शन नहीं भी कर पाएगा, तो इससे मोहित जरूर होगा। कुछ सॉफ्ट म्यूजिक लगाएं और देखें कि वह कैसे इसे एन्जॉय करता है।

4. खिलौनों से खेलना

बच्चे की उम्र के अनुसार खिलौने जैसे रैटल, कार्टून, बिना बालों वाली गुड़िया, घरेलू सामान जैसे लकड़ी के चम्मच आदि दें।

5. एक्टिविटी 

उसे कुछ समय के लिए रोजाना पेट के बल लिटाएं और उसे खिलौनों के साथ खेलने के लिए भी प्रोत्साहित करें।

एक्टिविटी

आपको कब चिंतित होना चाहिए?

हालांकि प्रत्येक बच्चा अलग तरह से विकसित होता है, लेकिन अगर कुछ ठीक न लगे या आप नीचे बताई गई चीजें नोटिस करती हैं तो डॉक्टर से बात करें, जानिए अगर बच्चा;

  • किसी चीज में  इंटरेस्ट नहीं दिखाता है या अपनी आंखों को मूव करने के साथ चीजों को फॉलो नहीं करता है 
  • लोगों को देखकर मुस्कुराता नहीं है या शोर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देता है 
  • खुद से अपने सिर को सपोर्ट नहीं कर पाता है 
  • अपने आसपास की चीजों को पकड़ने की कोशिश नहीं करता है
  • आपसे या उसके करीबी लोगों से कोई लगाव नहीं दिखाता है
  • बड़बड़ाना या आवाजें नहीं करता है 
  • उसकी मसल्स अकड़ी रहती हैं और वह बिल्कुल भी हिलने-डुलने की कोशिश नहीं करता है
  • किसी भी दिशा में लुढ़कने का प्रयास नहीं करता है।

इस बात को समझें कि प्रत्येक बच्चा अपनी गति से विकसित होता है। इसलिए घबराएं नहीं। जरा सा भी संदेह होने पर अपने डॉक्टर से बात करें।

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