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आपने लोगों को कहते सुना होगा कि स्तनपान एक बेहतरीन प्राकृतिक गर्भनिरोधक है लेकिन सोचती होंगी क्या ऐसा वाकई में होता है! कई महिलाओं को स्तनपान कराते समय पीरियड नहीं आता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे इस दौरान फर्टाइल नहीं होती। यदि आप अपने बच्चे को दूध पिलाने के दिनों में गर्भावस्था से बचना चाहती हैं तो कुछ गर्भनिरोधक उपाय करना आवश्यक है।
क्या स्तनपान कराने वाली माँ गर्भवती हो सकती है?
हाँ, स्तनपान कराने वाली माँ गर्भवती हो सकती है। एक माँ जिसका शिशु छह महीने से कम उम्र का है और जिसे सिर्फ स्तनपान कराया जा रहा है, इस अवधि में मासिक धर्म नहीं हो सकता है। लेकिन यह निर्धारित करने का कोई तरीका नहीं है कि कब उसका शरीर एग रिलीज करेगा और ओवुलेशन हो सकता है। इसीलिए, स्तनपान कराने के दौरान भी गर्भवती होने की संभावन होती है, हाँ लेकिन बहुत कम होती है।
स्तनपान कराने से गर्भावस्था कैसे प्रभावित होती है?
स्तनपान के दौरान निपल्स को उत्तेजित करने के परिणामस्वरूप आपके शरीर में हार्मोन प्रोलैक्टिन का उत्पादन बढ़ जाता है। प्रोलैक्टिन के उच्च स्तर से आपकी प्रजनन क्षमता में कमी आती है। यह हार्मोन ओवुलेशन और पीरियड को होने से रोकता है। प्रोलैक्टिन का स्तर रात के समय और जागने के तुरंत बाद अपने उच्चतम स्तर पर होता है। लेकिन, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि, ओवुलेशन फिर भी हो सकता है, भले ही पीरियड शुरू न हुई हो।
महिलाओं में प्रोलैक्टिन की मात्रा
एक महिला के शरीर में प्रोलैक्टिन की मात्रा इस बात पर निर्भर करती है कि वह गर्भवती है या नहीं, साथ ही यह डिलीवरी के बाद की अवधि और वह स्तनपान करा रही है या नहीं, इस पर भी निर्भर करती है। यहाँ आपको एक महिला में प्रोलैक्टिन के लेवल को बताने के लिए एक टेबल दी गई है:
महिला की स्टेज | प्रोलैक्टिन (मिग्रा/मिली) |
गर्भवती नहीं हैं और स्तनपान भी नहीं करा रहीं | <25 |
गर्भवती (पूर्ण अवधि) | 200 |
डिलीवरी के 7 दिन बाद और स्तनपान कराने वाली | 100 |
डिलीवरी के 3 महीने बाद और स्तनपान कराने वाली | 100 |
डिलीवरी के 6 महीने बाद, स्तनपान कराने वाली, जिनका पीरियड नहीं आया है | 110 |
डिलीवरी के 6 महीने बाद, स्तनपान कराने वाली, पीरियड आ गया है | 70 |
डिलीवरी के 9 महीने बाद और स्तनपान कराने वाली | 50 |
गर्भावस्था के सामान्य लक्षण जब आप स्तनपान करा रही हैं
यदि आप स्तनपान कराते समय गर्भवती हो जाती हैं, तो कुछ लक्षण ऐसे हैं जो आपको अनुभव हो सकते हैं:
1. अत्यधिक प्यास
आपको बार-बार काफी प्यास लग सकती है, और यह स्तनपान कराने के दौरान आम है क्योंकि आपका बच्चा आपके द्वारा लिए जाने वाले तरल पदार्थों के एक बड़े हिस्से का उपभोग कर रहा है। इसलिए, अगर आप स्तनपान कराते समय गर्भवती होती हैं, तो यह आपकी प्यास को बढ़ा सकता है, क्योंकि नए बच्चे को भी तरल पदार्थों की आवश्यकता होगी और इसकी पूर्ति आपके शरीर से होगी।
2. थकान
स्तनपान कराते समय गर्भावस्था के सामान्य लक्षणों में से एक थकान है। जैसे ही आपको लगेगा कि आपकी एनर्जी का लेवल सामान्य हो रहा है, आपको फिर से थोड़ा सा काम करने में ही थकावट महसूस होने लगेगी। केवल कपड़े धोना या बर्तन धोना जैसे घर के काम आपके लिए बहुत भारी साबित हो सकते हैं। जबकि थकान आमतौर पर गर्भावस्था की पहली तिमाही के अन्त में होती है, स्तनपान कराने वाली माओं में यह जल्दी भी अनुभव किया जा सकता है।
3. स्तनों में दर्द व संवेदनशीलता
यह एक लक्षण है जो आपको अपने बच्चे को स्तनपान कराते समय महसूस हो सकते हैं। हालांकि, यदि आपको अचानक निप्पल में संवेदनशीलता में वृद्धि का अनुभव होता है या स्तनपान के बाद आपके निपल्स ज्यादा होता है, तो आप प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती हैं।
4. माँ के दूध में कमी
यदि आपको लगता है कि आपके दूध की आपूर्ति कम हो गई है और आपका बच्चा स्तनपान के बाद भी भूखा रहता है, तो यह गर्भावस्था के कारण हो सकता है। यह आमतौर पर गर्भावस्था के लगभग दो महीनों के बाद होता है, लेकिन गर्भावस्था के शुरुआती चरणों में भी इसे पूरी तरह से नकारा नहीं जा सकता है। इसके अलावा, यदि आप गर्भवती होती हैं तो आपके दूध के स्वाद में बदलाव आ सकता है और यह तब स्पष्ट हो सकता है जब आपका शिशु दूध पीने के लिए मना करता है। कुछ बच्चे इन परिवर्तनों के परिणामस्वरूप माँ के दूध को पीना बन्द कर देते हैं।
5. क्रैम्प या ऐंठन
यदि आप गर्भवती हैं तो ऐंठन काफी तेज हो सकती है। ऐसा लग सकता है कि आपके पीरियड शुरू होने वाले हैं, लेकिन ऐसा नहीं होता है, और केवल ऐंठन बनी रहती है। यह गर्भावस्था की संभावना का एक मजबूत संकेतक हो सकता है, खासकर अगर स्तनपान कराते समय स्पॉटिंग भी हो रही है।
6. मतली या मॉर्निंग सिकनेस
यदि आप स्तनपान कराते समय गर्भवती होती हैं, तो संभावना है कि इस समय के आसपास मतली और मॉर्निंग सिकनेस अधिक होगी। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप यह सुनिश्चित करें कि अपना खानपान ठीक रखें। साथ ही आपको दो शिशुओं को पोषण प्रदान करने के साथ-साथ अपनी खुद की एनर्जी और स्वास्थ्य को बनाए रखने की आवश्यकता होगी।
7. भूख में वृद्धि
स्तनपान कराने वाली माँ के रूप में, आपकी भूख में काफी वृद्धि होनी चाहिए। लेकिन अगर गर्भावस्था के कुछ अन्य लक्षणों के साथ आपकी भूख में अचानक वृद्धि होती है, तो यह संभावना है कि आपने एक बार फिर गर्भधारण कर लिया है।
8. स्तनों में गांठ
गर्भावस्था और साथ-साथ डिलीवरी के बाद के हार्मोनल परिवर्तन जो होते हैं, वे आपके स्तनों में गांठ बनने का कारण बन सकते हैं। ये दूध की ब्लॉक्ड मिल्क सैक से लेकर जिसे गैलेक्टोसेल के रूप में जाना जाता है, तरल पदार्थ से भरे हुए सिस्ट और फाइब्रस टिश्यू जिन्हें फाइब्रोएडीनोमा भी कहा जाता है, हो सकते हैं।
माँ, गर्भ में पल रहा बच्चा और नवजात शिशु के स्वास्थ्य के लिए टिप्स
यदि आपको पता चलता है कि आप गर्भवती हैं, जबकि आप अभी भी अपने शिशु को स्तनपान करा रही हैं, तो इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। बस आप इन टिप्स का पालन करें, इससे आपका नवजात शिशु, गर्भ में पल रहा बच्चा, और आप सभी स्वस्थ और ठीक रहें।
1. सन्तुलित आहार लें
अपने दैनिक पोषण की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अच्छी तरह से भोजन करना और अपने आहार की सही योजना बनाना महत्वपूर्ण है। आपको एक ही समय में न केवल स्वयं का, बल्कि दो अन्य बढ़ते हुए बच्चों का भी पोषण करना होता है। सन्तुलित आहार लेने के अलावा, आपको प्रसवपूर्व विटामिन लेना चाहिए और अपने दैनिक आहार में कम से कम 500 कैलोरी लेनी चाहिए। क्योंकि भ्रूण को पर्याप्त रूप से विकसित होने के लिए कम से कम 300 कैलोरी की आवश्यकता होती है और बाकि आपके बच्चे के लिए दूध की आपूर्ति में किसी भी प्रकार की रुकावट को रोकने के लिए आवश्यक है।
2. पर्याप्त आराम करें
इस गर्भावस्था में सामान्य गर्भावस्था से ऊर्जा का स्तर बहुत कम होने की संभावना है। क्योंकि आपका शरीर एक भ्रूण के साथ-साथ एक नवजात शिशु का भी पोषण कर रहा है। परिणामस्वरूप आपको दोगुनी मेहनत करनी पड़ेगी, और आप बिना कुछ ज्यादा काम किए ही थक जाएंगी। पर्याप्त आराम करने से आपको इससे निपटने में मदद मिलेगी।
3. एक आरामदायक पोजीशन चुनें
जब आप स्तनपान करा रही हैं तो आप या तो लेट सकती हैं या आरामदायक पोजीशन में बैठ सकती हैं। इससे आपको बेहतर आराम करने में मदद मिलेगी, जिसकी आपको आपके शिशु की देखभाल करने और आने वाले नए शिशु के लिए भी अत्यन्त आवश्यकता है। हालांकि, यदि आप लेटना पसन्द करती हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि आप अपने बच्चे को स्तनपान कराते समय सोएं नहीं।
4. हाइड्रेटेड रहें
स्तनपान कराने से आपके शरीर में तरल पदार्थों की कमी हो सकती है, और ऐसे में आपका हाइड्रेटेड रहना जरूरी है। जब आप गर्भवती होती है, तो यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि डिहाइड्रेशन के कारण चक्कर आ सकते हैं और यह भ्रूण के विकास के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इसलिए, आप प्रतिदिन, विशेष रूप से गर्मियों में ज्यादा मात्रा में पानी, फलों का रस, मिल्कशेक और ऐसे अन्य स्वास्थ्यवर्धक तरल पदार्थ जरूर पिएं।
5. निप्पल का उचित देखभाल करें
हार्मोन, विशेष रूप से एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के स्तर में वृद्धि, आपके निपल्स को पीड़ादायक बनी सकती है। इसके साथ ही स्तनपान कराने से, आपके निपल्स के सूखने या छिलने की सम्भावना बढ़ जाती है। यदि निपल्स की पर्याप्त देखभाल नहीं होती है तो इससे बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो सकते हैं। इसके लिए निप्पल शील्ड या विशिष्ट मलहम जो इसके लिए बनी हैं, के उपयोग से आपको थोड़ी राहत मिल सकती है। गर्भावस्था के बढ़ने के साथ यह पीड़ा कम हो सकती है और आप कुछ सप्ताह में बेहतर महसूस कर सकती हैं।
6. अगर जरूरत हो तो दूध छुड़ाएं
यदि आप गर्भावस्था के लक्षण बिगड़ते दिखें या आप अत्यधिक असुविधाजनक महसूस करें और आपके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा हो, तो आप अपने बच्चे का स्तनपान बन्द करने के बारे में सोच सकती हैं। आप स्तनपान कराना कम कर सकती हैं और बाकी समय फॉर्मूला दूध को सप्लीमेंट के रूप में उपयोग कर सकती हैं। यदि आपका बच्चा छह महीने से अधिक का है, तो आप धीरे-धीरे ठोस पदार्थों का सेवन बढ़ाना शुरू कर सकती हैं और इस तरह, धीरे-धीरे स्तनपान पूरी तरह से बन्द कर दें। कुछ बच्चों को पोषण की आवश्यकता के अलावा स्तनपान के प्रति भावनात्मक लगाव हो सकता है। इस मामले में, स्तनपान की कमी को पूरा करने के लिए अन्य तरीकों से अपने बच्चे के साथ भावनात्मक सम्बन्ध बढ़ाएं। गले लगाने और प्यार करने के साथ, अपने बच्चे के साथ मनोरंजक गतिविधियां करने में अधिक समय बिताना सुनिश्चित करें जो आप दोनों में लगाव बढ़ाने में मदद करेगा, इस प्रकार उसकी भावनात्मक आवश्यकताओं की पूर्ति होगी।
क्या गर्भवती होने के दौरान स्तनपान कराना सही है?
आपको गर्भवती होने के दौरान स्तनपान की सुरक्षा की बात में आश्चर्य हो सकता है क्योंकि यह सामान्य बात है कि स्तनपान गर्भाशय के संकुचन का कारण बन सकता है। गर्भाशय के संकुचन कुछ उदाहरणों में प्रीमैच्योर लेबर को प्रेरित कर सकते हैं। लेकिन आपको इसके बारे में ज्यादा चिन्ता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि एक स्वस्थ गर्भावस्था के लिए यह कोई समस्या नहीं है। स्तनपान से ऑक्सीटोसिन हार्मोन बनता है, जो गर्भाशय में संकुचन पैदा करता है। हालांकि, हार्मोन बहुत कम मात्रा में बनता है, इसलिए इस बात की सम्भावना बहुत कम है कि यह ऐसा संकुचन पैदा करे जिससे प्रीमैच्योर लेबर प्रेरित हो सके। इस तरह के हल्के संकुचन अजन्मे बच्चे के लिए हानिकारक नहीं होते हैं और गर्भपात होने की सम्भावना भी नहीं होती है।
हालांकि, ऐसे कुछ मामले हैं जिनमें आपका डॉक्टर आपको स्तनपान को रोकने की सलाह दे सकता है। ये इस प्रकार हैं:
- इन मामलों में गर्भपात का खतरा होता है।
- यदि पहले से सर्वाइकल इन्कॉम्पिटेंस है।
- गर्भावस्था की दूसरी तिमाही के बाद, जब अजन्मे बच्चे की जरूरतें काफी बढ़ जाती हैं और आपको आसानी से थका सकती हैं।
- गर्भावस्था की अन्तिम तिमाही के दौरान निप्पल की उत्तेजना संकुचन का कारण बन सकती है।
यदि आप स्तनपान कराते समय गर्भवती हो जाती हैं, तो अपने पैदा हुए नवजात बच्चे और अपने गर्भ में पल रहे बच्चे दोनों की जरूरतों को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है। इस बात का निर्णय लें कि क्या स्तनपान जारी रखना सबसे अच्छा है या नहीं, आपको सभी पहलुओं का मूल्यांकन करने के बाद करना चाहिए। आपकी व्यक्तिगत परिस्थितियां आपके द्वारा लिए गए निर्णयों और आपके द्वारा चुने गए विकल्पों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। अन्ततः, जीवन में बाद में इनमें से किसी के बारे में कोई पछतावा नहीं करें।
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