हम सभी चाहते हैं कि हमारे बच्चे जीनियस बनें, है ना? हालांकि, अपने बच्चों में उस चिंगारी का पता लगाने के लिए आपको उन्हें बढ़ावा देना चाहिए। माता-पिता अगर अपने बच्चे में नीचे बताए गए लक्षणों को नोटिस करते हैं, तो समझ जाएं कि आपका बच्चा जीनियस है।
जीनियस शब्द को समझाने के लिए वैसे तो कोई डेफिनेशन नहीं है लेकिन हाँ, ये समझने वाला विषय जरूर है। हम अक्सर देखते हैं कि बच्चों के लिए ‘टैलेंटेड’ और ‘गिफ्टेड’ जैसे लेबल का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन आप कैसे पता लगा सकते हैं कि कौन सा बच्चा वास्तव में जीनियस है? कुल मिलाकर जीनियस वो लोग होते हैं जो दूसरों की तुलना में बेहतर और तेजी से सोचने और सीखने की क्षमता रखते हैं। उनका ब्रेन एवरेज किसी व्यक्ति की तुलना में बहुत अधिक शक्तिशाली होता है और अक्सर कम उम्र से उनमें कुछ अलग करने की चाह होती है या फिर वो काफी तेज होते हैं। एक हाई आईक्यू (इंटेलिजेंस कोशिएंट) लेवल के साथ-साथ ऐसे बच्चों में कुछ नया करने की ताकत, क्रिएटिवटी और अपनी बुद्धी का सही तरह से इस्तेमाल करने की क्षमता होती है जो कि दुनिया भी बदल सकती है। हालांकि, प्रतिभा को परिभाषित करना कठिन है, लेकिन कुछ ऐसे संकेत हैं जो बच्चों में आसानी से पहचाने जा सकते हैं, जो यह संकेत दे सकते हैं कि वे जीनियस बनने की राह पर हैं।
यदि आपका बच्चा बाकि बच्चों के मुकाबले कुछ अलग है तो आप ऐसा उसके शुरुआती दिनों से ही महसूस कर पाएंगी। माता-पिता के रूप में वैसे भी आपको यह महसूस करना चाहिए कि आपका बच्चा गिफ्टेड है। लेकिन असली मायनों में बच्चे की प्रतिभा उसके आक्यू टेस्ट के जरिए सिद्ध होती है। अपने बच्चे में निम्नलिखित 15 लक्षणों को अगर नोटिस करे, तो आप इस बात का अंदाजा लगा सकती हैं कि आपका बच्चा भी जीनियस है।
आपका बच्चा उसके आस-पास बहुत तरह की अलग अलग आवाजों से घिरा होता है, जैसे कि गड़गड़ाहट, हंसना, रोना और भी बहुत सारी आवाजें। इससे पहले कि आप इसे जानें, बच्चा 4–5 महीने का हो जाएगा और बोलना शुरू कर देगा। बच्चे 12 महीने के आसपास अपना पहला शब्द बोलते हैं और 18 महीने तक कुछ कुछ शब्दों बोलने लगते हैं। यदि आपका बच्चा स्टोरी सुनाने के दौरान शब्दों और किताबों में दिलचस्पी दिखाता है, या 14 महीने की उम्र से वाक्य बनाने लगता है, तो समझ जाइए कि आपका बच्चा प्रतिभाशाली है। कुछ बच्चे तो इतने प्रतिभाशाली होते हैं कि आपके द्वारा दिए जाने वाले वर्बल डायरेक्शन का आसानी से पालन कर सकते हैं या किसी निश्चित कार्य को करने के लिए आपके डायरेक्शन को अच्छे से समझ सकते हैं।
जिन बच्चों में और भी ज्यादा इंटेलीजेंस होता है, वो भावनात्मक रूप से भी प्रखर होते हैं। इसका मतलब है वे पोजिटिव और नेगिटिव इमोशन काफी पास से महसूस कर सकेंगे और उनकी एक कॉम्प्लेक्स और मैच्योर सोच होगी। यदि आपका बच्चा गॉड गिफ्डेट है, तो देखें कि वह लोगों और पालतू जानवरों से कैसे कनेक्टेड हो जाता है। ऐसे बच्चों को प्रोत्साहित करने और उन्हें बताया जाना चाहिए कि उनके विचार नॉर्मल और जरूरी हैं।
जब बच्चे पैदा होते हैं, तो उनके जागने का अधिकांश समय उनके परिवेश, लोगों और उनकी विभिन्न गतिविधियों को देखने में व्यतीत होता है। एक जीनियस बच्चा उसे गोद लिए जाने वाले या उससे बात करने वाले व्यक्ति के साथ आई कांटेक्ट करता है। बच्चा अपना सिर किसी की ओर मोड़ सकता है और किसी भी आवाज और कार्यों का तुरंत जवाब दे सकता है। इसे एडवांस लेवल के परसेप्शन के तौर पर देखा जा सकता है। आपका बच्चा अपने तात्कालिक वातावरण में किसी भी बदलाव को लेकर काफी सेंसिटिव हो सकता है, जो हाई लेवल के परसेप्शन का संकेत होता है। यदि आपका बच्चा आपके इमोशनल मेकअप में बदलाव को नोटिस करता है, तो वह आपके आँसू पोंछने का प्रयास करेगा या आपको अपने पास रखना चाहता है, सभी बच्चों में हाई इंटेलिजेंस का एक निश्चित संकेत है।
क्या आपका बच्चा दूसरों बच्चों के मुकाबले अपने विकास के पड़ावों तक तेजी से आगे बढ़ रहा है? क्या वह चार महीने का होने पर बिना मदद के बैठाने लगता है? क्या वो आधे साल का होने पर आपकी ओर हाथ हिला कर इशारा करता है और चीजों को पकड़ लेता है? यदि उपरोक्त प्रश्नों का उत्तर हाँ है, तो यह संकेत देता है कि आपका बच्चा अपने साथियों की तुलना में पहले विकास के पड़ाव को पार कर रहा है और आपके घर में एक जीनियस व्यक्ति बड़ा हो रहा है।
जो बच्चे गिफ्टेड होते हैं उन्हें अपनी खुद की कंपनी में ज्यादा खुश होते हैं, खिलौनों के साथ खेलना, बुक कलर करना या पजल सॉल्व करना उसको अच्छा लगता है। यदि आपका बच्चा खुद से बड़ी उम्र के बच्चों के साथ रहना पसंद करता है, तो वो इसलिए है, क्योंकि वे अपने आसपास के हाइयर इमोशनल और इंटेलेक्चुअल को हासिल करना चाहते हैं। अगर ऐसा आपके बच्चे के साथ भी होता है, तो ये उनमें पाए जाने वाले हाई इंटेलिजेंस के लक्षणों में से एक है। ऐसे बच्चे एक या दो दोस्तों को रखना पसंद करते हैं और एक छोटे ग्रुप में सहज महसूस करते हैं। यदि आपका बच्चा बिना किसी परेशानी के अपना मनोरंजन करने में सक्षम है, तो वो एक जीनियस बच्चे के रूप में निखर के सामने आता है। ऐसे बच्चे थोड़े इंट्रोवर्ट भी हो सकते हैं, इसलिए सावधान रहें कि उन्हें कुछ ऐसा करने के लिए प्रेरित न करें जो उन्हें वास्तव में पसंद न हो।
जिद्दी बच्चे डिटर्मिन होते हैं, उन्हें जो चाहिए होता है उसे कैसे भी हासिल करते हैं और अपनी बात आपसे मनवा लेते हैं और ये एक इंटिलेजैंट बच्चे की निशानी है।
बच्चों का अटेंशन कम होता है और वो अपने आसपास हो रही एक नई आवाज या हलचल से आसानी से डिस्ट्रैक्ट हो सकते हैं। बच्चे एक विशेष कार्य पर लगभग 10 से 15 मिनट तक ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, जब तक कि वो एक साल या उससे ज्यादा के नहीं हो जाते। हालांकि, एक प्रतिभाशाली बच्चा कम उम्र से शायद छह महीने की उम्र तक पहुँचने से पहले लंबे समय तक ध्यान केंद्रित करने में सक्षम होता है। ऐसे बच्चों के लिए शेप और कलर को मैचिंग करना बहुत आसान होता है, जब वो केवल 10 या 11 महीने के होते हैं। जब आप उन्हें कहानी की किताबों से पढ़कर सुनाते हैं, तो आप उन्हें छवियों की ओर इशारा करते हुए और यहाँ तक कि स्टोरीबुक्स के पन्ने बदलते हुए भी देखेंगे।
यदि आपका बच्चा अपने आसपास की हर चीज का पता लगाने के लिए उत्सुक है और एक के बाद एक सवाल पूछता है, तो संभावना है कि आपका बच्चा बेहद बुद्धिमान है। ऐसे में आपको बच्चे के सभी सवालों का जवाब ठीक से देना चाहिए। उसकी जिज्ञासा का दमन न करें, हालांकि आप बच्चे के लगातार सवाल करने से थोड़ा परेशान हो सकते हैं। लेकिन अब आपको भी अपने सामान्य ज्ञान को बढ़ाने की जरूरत है। अगर बच्चा अपने पसंदीदा टॉय ट्रेन या सॉफ्ट टॉय को खोलकर यह देखना चाहता है कि अंदर क्या है तो बात से पता लगाया जा सकता है कि आपका बच्चा बुद्धिमान है।
अपने बच्चे से आसानी से हार मानने की उम्मीद न करें, अगर वह एक प्रतिभाशाली है। आपका बच्चा अपने सामने आने वाली समस्याओं को हल करने के नए तरीके खुद खोजता है तो आप इसे छोटी बात न समझें। अगर बच्चा उनकी पहुँच से दूर रखी हुई चीजों तक आसानी से पहुँच जाता है या अपना लक्ष्य प्राप्त करने का हर संभव प्रयास करता है, तो आपको खुश होना चाहिए कि आपका बच्चा इंटेलीजेंट है। स्मार्ट बच्चे अपने साथियों की तुलना में जल्दी अपनी प्रॉब्लम को सॉल्व कर लेते हैं और अपनी छोटी सी दुनिया में सामने आने वाली समस्या की जड़ तक पहुँचने का प्रयास करते हैं।
गॉड गिफ्ट किए गए बच्चों में उनकी उम्र के बच्चों की तुलना में अधिक ऊर्जा का स्तर होता है। उन्हें बहुत अधिक नींद की जरूरत नहीं होती है, लेकिन वो कम नींद की वजह से वे प्रभावित नहीं होते हैं और न ही दिनभर परेशान करते हैं। तेज दिमाग चलने वाले बच्चे को इसका उपयोग कम करने के लिए बहुत समय लगता है और इस प्रकार, अपनी उम्र के अन्य बच्चों की तुलना में उन्हें ज्यादा सोने में परेशानी होती है।
नवजात शिशु का वजन ज्यादा होना उनके इंटेलिजेंस लेवल के ज्यादा होने का संकेत है। कई स्टडीज के मुताबिक जिन बच्चों का वजन जन्म के समय ज्यादा होता है उनका बाकि बच्चों के मुकाबले आईक्यू लेवल ज्यादा होता है। ऐसा इसलिए लिए है क्योंकि ज्यादा वजन वाले बच्चों का को न्यूट्रिएंट्स बेहतर रूप से प्राप्त होता है। वो माएं जो हैवी वेट वाले बच्चे को जन्म देती हैं उन्हें ये जान कर खुश होंगी की उन्होंने एक इंटेलीजेंट बच्चे को जन्म दिया है।
यदि आपका और आपके जीवनसाथी का अलग-अलग भाषाओं पर अच्छा कमांड है, तो अपने बच्चे से बात करने की कोशिश करें और जितना संभव हो उतनी भाषाओं में उसके साथ संवाद करें। इस तरह आप उस दिशा में विशेष प्रयास किए बिना, अपने बच्चे में तेज दिमाग की विकास प्रक्रिया में उनको प्रोत्साहित करेंगे। एक से अधिक भाषा जानने वाले माता-पिता से जन्म लेने वाले बच्चा आईक्यू टेस्ट में बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम होता है और बाद में बेटर क्वालिटी लाइफ जीता है।
वैसे तो बहुत सारी जगह हैं, जहाँ लम्बे बच्चों वाले माता-पिता इस तथ्य में आनंद ले सकते हैं कि उनके बच्चे अन्य बच्चों की तुलना में स्कूल की परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। स्टडी से पता चलता है कि स्ट्रक्चर्ड स्कूलिंग शुरू होने से पहले ही बच्चे से अगर कॉग्निटिव टेस्ट से संबंधित बात की जाए तो वो अच्छा प्रदर्शन करते हैं। जब बच्चे लम्बे होते हैं तो अधिक ऊंचाई तक पहुँचना आसान होता है और इस तरह कॉम्पीटशन को लेकर वो आगे रहते हैं।
आपके बच्चे के पास शुरुआत से ही एक शार्प मेमोरी हो सकती है, अगर वह वास्तव में एक सुपर-इंटेलिजेंट बच्चा है। आपके बच्चे को पहले देखी गई जगहों, लोगों के नाम और यहाँ तक कि उन चीजों के विशिष्ट स्थानों को याद रखने की संभावना है जिन्हें हम बड़े अक्सर यह सोचकर छोड़ देते हैं कि वे चीजें खो गई होंगी। एक बच्चे के रूप में, वह यह जान सकता है कि बेडरूम वह है जहाँ व्यक्ति सोता है और रसोई भोजन के लिए होती है। आप देख सकते हैं कि अन्य बच्चे कुछ चीजें भूल सकते हैं, लेकिन आपका बच्चा हर उस जानकारी को याद रखता है जिसे उसके दिमाग ने प्रोसेस्ड किया है।
क्या आपका बच्चा खुद की कहानियां बनाता है या काल्पनिक दोस्तों के साथ खेलता है? क्या आपका बच्चा ऐसी परिस्थितियां बनाता है जो उसकी उम्र के हिसाब से बहुत मुश्किल लगती हैं? यदि हाँ, तो आप निश्चित रूप से अपने घर में एक प्रतिभाशाली व्यक्ति के बड़े होने की उम्मीद कर सकते हैं।
हालांकि माता-पिता बेहतर रूप से इस बात का पता लगा सकते हैं कि इंटेलिजेंट हैं या नहीं, ऐसे कुछ केस और हालात होते हैं जिनमें पता करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में बच्चे का आईक्यू टेस्ट कराना बेहतर होता है ताकि ये बात कंफर्म की जा सके। बाकि ऊपर बताई गई चीजों को भी बच्चे में नोटिस करें।
यह भी पढ़ें:
छोटे बच्चे को स्मार्ट और इंटेलिजेंट बनाने के 12 टिप्स
बच्चे का दिमागी विकास – दिमाग के स्वस्थ विकास में मदद कैसे करें
हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…
बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…
गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…
गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…
गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…
10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…