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जब बच्चे चीजों को पकड़ना और उठाना शुरू कर देते हैं तब आप जानती हैं कि बच्चों में मोटर स्किल्स का विकास हो रहा है। यद्यपि कभी-कभी कुछ बच्चों को टॉयज पकड़ने का अभ्यास करने के लिए प्रेरित किया जाता है। बच्चों में मोटर मोशन व मूवमेंट्स की सक्षमता को मोटर स्किल्स कहा जाता है और इसे फाइन मोटर स्किल्स व ग्रॉस मोटर स्किल्स में विभाजित किया गया है। इन दो स्किल्स को विकसित करने का मतलब है कि बच्चे में वृद्धि और विकास के जरूरी माइलस्टोन पूरे हो रहे हैं। इस आर्टिकल में मोटर स्किल्स को कब व कैसे विकसित किया जाता है और इसके प्रकार के बारे में बताया गया है, जानने के लिए आगे पढ़ें।
फाइन मोटर स्किल्स में बच्चा छोटे-छोटे मूवमेंट्स करता है और इसमें इसी के अनुसार बच्चे के शरीर की छोटी-छोटी मसल्स मदद करती हैं। बच्चे में फाइन मोटर स्किल्स का विकास होने के कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं, जैसे बच्चा अपनी उंगलियों से पेरेंट्स की उंगली पकड़ता है, बच्चा छोटी चीजें उठाता और पकड़ता है या बच्चा खाने के लिए मुंह और जीभ को हिलाता है।
ग्रॉस मोटर स्किल्स में बच्चा अपने शरीर की बड़ी मसल्स का उपयोग करके बड़े मूवमेंट्स करता है। बच्चा अपने हाथ को बढ़ाकर टॉयज तक पहुँचने की कोशिश करता है, सीधे बैठने की कोशिश करता है, क्रॉल या रोल होने की कोशिश करता है जिसमें हाथों, कंधों, टॉर्सो व पैरों की महत्वपूर्ण और बड़ी मसल्स का उपयोग किया जाता है इसलिए इसे ग्रॉस मोटर स्किल्स का नाम दिया गया है।
हम जान चुके हैं कि बच्चों में मोटर स्किल्स कैसे मदद करती हैं। आइए अब जानते हैं कि पेरेंट्स बच्चों में यह स्किल्स विकसित करने में कैसे मदद कर सकते हैं।
फाइन मोटर एक्टिविटीज की मदद से छोटे व बड़े बच्चों में मोटर स्किल्स का विकास होता है। इन एक्टिविटीज में बच्चा छोटी-छोटी मसल्स का उपयोग करके छोटे व महत्वपूर्ण मूवमेंट करेगा जिससे उसके हाथ और आंख का कोऑर्डिनेशन अच्छा होगा। इसमें सबसे आसान एक्टिविटी है कि आप बच्चे को क्ले से खेलने दें। जब बच्चा क्ले से खेलना शुरू करेगा तो वह अपनी उंगलियों से क्ले को आटे की तरह गूंथेगा, उसे दबाएगा, उसे रोल करेगा या अलग-अलग शेप बनाएगा जिससे उसमें फाइन मोटर स्किल्स विकसित होंगी।
छोटे व बड़े बच्चों में ग्रॉस मोटर स्किल्स का विकास करने के लिए उन्हें ग्रॉस मोटर एक्टिविटीज करने के लिए प्रेरित किया जाता है। ये एक्टिविटीज करने के लिए बच्चा अपनी बड़ी मसल्स का उपयोग करके बड़े-बड़े मूवमेंट्स करता है। कुछ एक्टिविटीज हैं जिनकी मदद से बच्चे में ग्रॉस मोटर स्किल्स विकसित हो सकती हैं, जैसे किसी चीज को टारगेट बनाकर बच्चे को उस पर सॉफ्ट बॉल फेंक कर मारने के लिए कहें।
यहाँ पर आयु के अनुसार फाइन मोटर स्किल्स और ग्रॉस मोटर स्किल्स की एक्टिविटीज बताई गई हैं जिनसे आपको बहुत आसानी होगी, आइए जानें;
प्रीस्कूलर के लिए फाइन और ग्रॉस मोटर स्किल्स का विकास करने की कुछ एक्टिविटीज निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
बच्चे में विकास व वृद्धि के लिए ग्रॉस और फाइन मोटर स्किल्स बहुत जरूरी हैं। वैसे तो मोटर स्किल्स प्राकृतिक ही विकसित होती हैं पर फिर भी पेरेंट्स को यह सलाह दी जाती है कि बच्चे के विकास पर ध्यान देते रहें। प्लेटाइम और गेम्स जैसी कुछ एक्टिविटीज की मदद से बच्चे में फाइन और ग्रॉस मोटर स्किल्स का विकास किया जा सकता है। यदि कुछ मोटर स्किल्स धीरे-धीरे डेवलप होती हैं तो कुछ मोटर स्किल्स का विकास बहुत तेजी से होगा। इस बात का ध्यान रखें कि हर बच्चे में अलग-अलग तरीके व समय से विकास होता है। यदि आपके बच्चे में देरी से विकास हो रहा है तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। इसके बजाय आप पेडिअट्रिशन से संपर्क करें जो आपको बच्चे में बेहतर विकास से संबंधित जानकारी देने में मदद करेंगे।
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