शिशु के साथ सफर करना – किन चीजों को नजरअंदाज न करें

शिशु के साथ सफर करना - किन चीजों को नजरअंदाज न करें

पेरेंट्स के लिए छोटे बच्चों के साथ पहली बार सफर करना काफी थका देने वाला हो सकता है पर एक अच्छी प्लानिंग व पूरी तैयारी के साथ संभव है कि आप बच्चे के साथ इस अनुभव का भी आनंद ले सकें। बच्चा भी घर से बाहर निकलकर अन्य लोगों के साथ सफर को एन्जॉय करेगा। यदि आप बच्चे के साथ कहीं सफर करने के बारे में सोच रही हैं तो कुछ चीजों के बारे में जरूर सोचना चाहिए। बच्चे के साथ पहली बार सफर करते समय आपको कैसी तैयारी करनी चाहिए, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।

बेबी की उम्र इतनी होनी चाहिए कि वह सफर कर सके 

वैसे तो जन्म के बाद पहले 40 दिनों तक बच्चे को कहीं भी सफर पर नहीं ले जाना चाहिए। यदि आप अपने बेबी को किसी भी इंफेक्क्शन से बचाना चाहती हैं और डिलीवरी के बाद ठीक होने के लिए खुद को समय देना चाहती हैं तो यह समय कुछ और हफ्तों तक बढ़ भी सकता है। 

यदि इस दौरान सफर करना बहुत जरूरी है तो आप कार, ट्रेन या बस से सफर कर सकती हैं। इस समय आप हवाई जहाज से सफर न करें क्योंकि कई एयरलाइन्स में एक निश्चित उम्र के बच्चों को सफर करने की इजाजत नहीं दी जाती है और कुछ महीने का होने तक आपका बेबी हवाई जहाज से सफर नहीं कर सकता है। 

3 महीने का होने बाद ही बच्चे के लिए सफर करना सुरक्षित है। इस समय तक बच्चे का नाजुक इम्यून सिस्टम थोड़ा सा बेहतर हो जाता है। एक बार 6 महीने या इससे ज्यादा का होने के बाद या बच्चे के सोने व खाने का रूटीन बनने के बाद आप उसके साथ सफर करने की प्लानिंग कर सकती हैं। यदि बच्चे ने अच्छी तरह से खाया है और वह सुरक्षित महसूस कर रहा है तो वह सफर को बहुत एन्जॉय करता है। मोशन और हलचल से बच्चे को सोने में मदद मिलती है। 

सफर के दौरान बेबी को सुरक्षित कैसे रखें 

आपके लिए गोल्डन रूल फॉलो करना सही रहेगा: इसे बहुत सरल बनाए रखें। आप अपनी प्लानिंग इस प्रकार से करें कि यह सफर बच्चे को थकाने वाला न हो। बच्चे के साथ लंबा सफर करने से बचें। दिन में थोड़ी बहुत एक्टिविटीज करने का ही प्रयास करें और आप अपने पूरे दिन को बच्चे के मूड, नींद और खाने के समय के अनुसार ही फ्लेक्सिबल बनाएं। बेबी-फ्रेंडली जगहों या होटल में जाना ही बेहतर होगा ताकि सभी आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके। 

आप बच्चे को घर में सुरक्षित रखने के लिए जिन गाइडलाइन्स के अनुसार काम करती हैं, वही सफर के दौरान भी अपना सकती हैं। इससे संबंधित कुछ टिप्स को ध्यान में जरूर रखें, आइए जानें;

  • सड़क यात्रा करते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि बच्चे के लिए फ्रंट सीट के बजाय पीछे की सीट सही से इंस्टॉल होनी चाहिए और सीट बेल्ट भी सुरक्षित होनी चाहिए। 
  • कार में विंडो शेड, कपड़े या छोटी तौलिया से खिड़की को ढक दें ताकि बच्चे को तेज धूप से सुरक्षित रखा जा सके। इसके अलावा बेबी को सनस्क्रीन लगाएं और उसके लिए एक हैट भी रख लें। 
  • आप अपने साथ एक फर्स्टएड किट और बच्चे की जरूरी दवाइयां भी रखें ताकि कोलिक, बुखार, मतली, जुकाम और खांसी या पेट की समस्याओं को तुरंत ठीक किया जा सके। इसके अलावा यह भी सलाह दी जाती है कि यदि बच्चे को विशेषकर मोशन सिकनेस होता है तो इसके बारे में डॉक्टर से चर्चा जरूर करें। यदि आप हवाई जहाज से सफर करती हैं तो आपको दवा का प्रिस्क्रिप्शन साथ रखने की जरूरत पड़ सकती है। 
  • बेहतर होगा कि बच्चे को ब्राइट रंग के कपड़े पहनाए जाएं ताकि उसे भीड़ में आसानी से देखा जा सके। आप बच्चे के कपड़ों में एक आइडेंटिटी कार्ड भी लगा सकती हैं ताकि यदि वह कहीं भीड़ में खो भी जाए तो उसे आसानी से खोजा जा सके। 

सफर के दौरान बेबी को फीड कैसे कराएं 

सफर के दौरान बेबी को फीड कैसे कराएं 

छोटे बच्चों के साथ सफर करते समय पर्याप्त मात्रा में पानी और खाना रखना बहुत जरूरी है ताकि भूख लगने पर बिना इंतजार किए बच्चे को खाना व पानी दिया जा सके। यदि आप रोड ट्रैवल कर रही हैं तो नियमित रूप से ब्रेक लेती रहें ताकि बच्चे के लिए सफर आसान हो सके। यदि बच्चा माँ का दूध पीता है तो इससे आपको भी अधिक आसानी हो सकती है। 

यदि बच्चा बेबी फूड या फॉर्मूला दूध लेता है तो आपको पूरा ध्यान देकर प्लान करने की जरूरत है। बच्चे को फीड कराने के लिए आप क्या कर सकती हैं, आइए जानें;

  • आपके लिए मिनी फॉर्मूला फूड पैकेट्स को पैक करना आसान होगा। 
  • एक इंसुलेटेड फ्लास्क में गुनगुना पानी भर लें और बच्चे के दूध पीने की बोतल व निप्पल को पहले से ही स्टरलाइज कर लें। 
  • यदि बच्चा सॉलिड फूड खाता है तो आप ट्रैवल साइज सीरियल पैक्स रखें क्योंकि इसे पानी या दूध में तुरंत बनाया जा सकता है। 
  • बेबी के लिए पर्याप्त वेट वाइप्स और बिब्स भी जरूर रखें। 
  • इस बात का ध्यान रखें कि आप पीने के लिए पैक्ड बॉटल के पानी का उपयोग करने के बजाय गुनगुने या उबले हुए पानी का उपयोग करें ताकि पेट खराब होने जैसी समस्याएं न हों। 
  • हवाई जहाज से सफर करते समय यह बेहतर होगा कि लैंडिंग या टेक ऑफ के दौरान बच्चे को खिलाएं या दूध पिलाएं ताकि उसके कान में दिक्क्त न हो। ज्यादातर एयरलाइन्स ट्रिप के लिए बेबी फूड साथ रखने की अनुमति देती हैं। 

बेबी के लिए क्या चीजें पैक करें 

सामान पैक करते समय आप किस जगह और कितने दिनों के लिए जा रही हैं इन दोनों बातों पर ध्यान देने की सलाह दी जाती है। 

  • बच्चे के साथ सफर करने के लिए पैकिंग शुरू करने से पहले सामान की लिस्ट बना लें। इसकी वजह से आप आखिरी समय में कोई भी जरूरी चीज पैक करना नहीं भूलेंगी। 
  • यदि आप अपने बच्चे के साथ सफर कर रही हैं तो साथ में फोल्डेबल प्रैम या स्ट्रोलर रखना फायदेमंद रहेगा क्योंकि यह हल्का होता है और ज्यादा जगह भी नहीं घेरता है। इसके अलावा आप बेबी स्लिंग या बेबी कैरियर भी ले सकती हैं जिससे कहीं भी घूमना-फिरना आसान हो जाता है। 
  • यदि बच्चे को अपने ही कॉट में सोने की आदत है तो आप इसे भी अपने साथ ले जाना चाहती होंगी पर किसी भी अनजान होटल में इसे ले जाने में दिक्क्त हो सकती है। कई मामलों में कॉट भारी होने की वजह से आप इसे हर जगह नहीं ले जा सकती हैं इसलिए आप बच्चे की फेवरेट चादर या ब्लैंकेट साथ में जरूर रखें। इसका परिचित एहसास और गंध बच्चे को शांत करने में मदद करता है। 
  • बच्चे की रोजाना की जरूरी चीजें साथ में रखना न भूलें, जैसे डायपर, डायपर रैश क्रीम, ब्रेस्ट पैड्स, वाइप्स, टिश्यू, बिब्स, बेबी का बाउल व चम्मच, साबुन, लोशन आदि। 
  • आप साथ में बच्चे का फेवरेट खिलौना भी रख लें जिससे उसे व्यस्त रखने में मदद मिलेगी। बच्चे की फेवरेट चीजों, जैसे टॉयज, कलर्स, बुक्स, पजल आदि पैक कर लेना अच्छा होगा। अपना सफर जल्दी ही खत्म करने का प्रयास करें ताकि आपको व बच्चे को पर्याप्त आराम मिल सके। 

अन्य उपयोगी टिप्स 

बच्चे के साथ सफर करते समय आप कुछ और टिप्स फॉलो करें ताकि सफर में आसानी हो। वे कौन से टिप्स हैं, आइए जानें; 

  • इस बात का ध्यान रखें कि सफर करना शुरू करने से पहले आप पूरा आराम कर लें। इससे आपको शांत रहने में मदद मिलेगी और आप स्थिति को बेहतर तरीके से संभाल सकेंगी। 
  • सफर के दौरान बच्चे को पर्याप्त फ्लूइड पिलाएं। इससे बच्चे को हाइड्रेटेड रखने में मदद मिलेगी। 
  • ट्रेन में सफर के दौरान नीचे वाली बर्थ बुक करें। यह आपके लिए अधिक सुविधाजनक होगी क्योंकि इसमें बच्चे को घूमने फिरने के लिए पर्याप्त जगह मिलेगी। 
  • बच्चे के लिए हल्के वजन का स्ट्रोलर लें जिसमें मच्छरदानी और धूप के लिए शेड भी लगा होना चाहिए। यदि इसमें एडजस्टेबल बैक है तो यह बच्चे के सोने के लिए बेस्ट है। 
  • यदि आप बच्चे को खिड़की से बाहर की चीजें दिखाती रहेंगी तो उसका मन लगा रहेगा और इससे आपको बहुत आसानी होगी। आप बच्चे को खिड़की के पास बैठाएं या ट्रैन में घुमाएं या उसके सामने नई व इंट्रेस्टिंग चीजें रखें। 
  • अपने साथ एक नाईट लाइट या बेबी मॉनिटर रखें जिसे होटल रूम में रहते समय आप लगा सकती हैं। आपको इसका अडैप्टर पैक करने की भी जरूरत होगी। 
  • यूनिवर्सल बाथ प्लग पैक करने से भी आपको काफी मदद मिलेगी क्योंकि यह शॉवर को स्नान में बदलने में मदद करता है। इसके अलावा आप बच्चे को सिंक में नहलाने के बारे में सोच सकती हैं या उसके लिए इन्फ्लेटेबल बाथ टब साथ में रख सकती हैं। 
  • अपने साथ कुछ नए और इंट्रेस्टिंग खिलौने भी रखें जिससे यदि सफर के दौरान बच्चा ऊबने लगे तो आप उसका मन बहला सकती हैं। 
  • आपके लिए एक मैट या ब्लैंकेट पैक करना भी उपयोगी रहेगा जिसे आप ट्रेन या फ्लाइट में फैला सकती हैं। इसमें बच्चा आराम से खेल सकता है और थकान होने पर शांति से सो भी सकता है। यदि चेंजिंग टेबल उपलब्ध नहीं है तो आप बच्चे का डायपर बदलने के लिए भी इसका उपयोग कर सकती हैं। 
  • सफर के दौरान आप जर्म्स से नहीं बच सकती हैं इसलिए अपने साथ डिसइंफेक्टेंट वाइप्स या लिक्विड सैनिटाइजर जरूर रखें ताकि बच्चे के हाथों को बार बार साफ किया जा सके। 
  • आप सिर्फ बच्चे के लिए ही नहीं बल्कि अपने लिए भी एक्स्ट्रा कपड़े रखें। छोटे बच्चों को दूध पिलाते समय चीजें गंदी हो सकती हैं या वे दूध को पलट भी सकते हैं। 
  • अपने साइटसीइंग और घूमने-फिरने को बच्चे के सोने के समय के साथ एडजस्ट करें। जब बच्चा स्ट्रोलर में सो जाए तो आप शांति से थोड़ा सा टहल लें और बाद में जब बच्चा उठ जाए व खेलना चाहे तो किसी पार्क या दूसरी जगह रुककर थोड़ा सा आराम कर लें। 
  • विदेश में सफर के दौरान याद रखें कि टाइम जोन अलग होने से बच्चे के रूटीन में बाधा आ सकती है। बच्चे को खिलाने व नींद के रूटीन के शेड्यूल को फ्लेक्सिबल रखें।  
  • सफर के दौरान बच्चे के नियमित रूटीन को फॉलो करना कठिन होता है। इसलिए ट्रिप पर बच्चे का एक नया रूटीन बनाएं और इसे फॉलो करें। इससे बच्चे को नई जगह पर भी सुविधाजनक महसूस करने में मदद मिलेगी। 
  • कोशिश करें कि ट्रिप को जल्दी शुरू करें। ऐसा इसलिए है क्योंकि दिन में छोटे बच्चों का मूड अच्छा होता है। दोपहर में बच्चे के लिए आउटडोर एक्टिविटीज थोड़ी कम हो जाती हैं और शाम को आप बच्चे के साथ होटल में आराम कर सकती हैं। 

छोटे बच्चों के साथ लंबा सफर करने से पहले आपको एक ट्रायल ट्रिप भी लेनी चाहिए, जैसे बच्चे का रिएक्शन जानने के लिए एक दिन आप उसके साथ कहीं बाहर जाएं, पिकनिक पर जाएं या वीकेंड पर ट्रिप प्लान करें और इस बारे में जानें कि बच्चे के साथ सफर करने का अनुभव कैसा हो सकता है। 

शिशुओं के साथ सफर करना अकेले सफर करने जितना आसान नहीं होता है पर फिर भी यह अनुभव अद्भुत रहेगा। जैसे-जैसे बेबी को सफर करने की आदत होगी आप उसके साथ लगातार ट्रिप पर जा सकेंगी और उसके साथ खूबसरत मेमोरीज बना सकेंगी। 

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